ही दोस्तों, मेरा नाम प्रकाश कुमार है. मैं देल्ही में जॉब करता हू, और वही सेट्ल हू. मेरी उमर 35 साल है, और मैं एक शादी-शुदा आदमी हू. मैं एक मंक में जॉब करता हू. मेरी बीवी का नाम प्रिया है, और वो भी मंक में जॉब करती है.
मेरा एक बच्चा है, जिसकी उमर 2 साल की है. हम लोग देल्ही में एक हाइ स्टेटस सोसाइटी बिल्डिंग में रहते है. क्यूंकी मैं और मेरी बीवी जॉब करते है, तो बच्चे की देख भाल करने के लिए हमने एक लड़की को रखा हुआ है. उसका नाम ऋतु है. ये कहानी मेरी और ऋतु की चुदाई की है. तो चलिए अब कहानी पर आता हू.
जैसे की मैने आपको बताया की मेरी बीवी मंक में जॉब करती है. तो वाहा पर छुट्टी का बड़ा प्राब्लम होता है. प्रेग्नेन्सी के 8 महीने निकालने के बाद सिर्फ़ 15 दिन के लिए मेरी बीवी के छुट्टी ली, और बेबी होने के 15 दिन बाद से उसने काम पर जाना शुरू कर दिया.
अब प्राब्लम ये थी की अगर वो काम पे जाएगी, तो बेबी को कों देखेगा. तो मेरी बीवी ने अपने ऑफीस के नौकर से बात की. उसकी एक ऋतु नाम की बेटी थी 20 साल की, जिसको मेरी बीवी ने ओक कर दिया. मैने जब ऋतु को पहली बार देखा, तो मुझे वो किसी आंगल से नौकरानी टाइप नही लगी. खैर मुझे क्या करना था, मुझे तो बस बेबी की केर होने से मतलब था.
बेबी होने के बाद 2 महीने गुज़र चुके थे, और मैने किसी भी तरह का सेक्स नही किया था. क्यूंकी डॉक्टर ने 3 महीने के लिए सेक्स को माना करा हुआ था. फिर जैसे-तैसे तीसरा महीना भी निकल गया. मैं बहुत खुश था की अब मुझे सेक्स करने को मिलेगा. लेकिन अब मेरी बीवी का ज़्यादा इंटेरेस्ट नही रहा था सेक्स में. इससे मैं सेक्षुयली फ्रस्टरेट होने लगा.
एक बार सनडे के दिन मैं हॉल में बैठा कॉफी पी रहा था. तभी ऋतु बेबी को लेके हॉल में आ गयी. उसने नीचे गद्दा रख कर बेबी को नीचे लिटाया, और खुद भी वही घुटनो के बाल बैठ कर उसके साथ खेलने लगी. उस दिन मेरी पहली बार ऋतु पर गंदी नज़र पड़ी.
ऋतु ने ऑरेंज रंग का लेगैंग्स-कुरती पहनी थी, और साथ में दुपट्टा नही था. जब भी वो बेबी के साथ खेलती हुई नीचे झुक रही थी, तो उसकी गांद बाहर आ रही थी. मैने नोटीस किया की उसकी गांद काफ़ी मोटी और सेक्सी थी. उसकी लेगैंग्स पर पनटी की लाइन दिख रही थी. ये सीन देख कर मेरा लंड हरकत करने लगा. मेरा दिल करने लगा की उसको पीछे से जाके पकड़ लू, और लंड उसकी छूट में घुसा डू. लेकिन ये पासिबल नही था.
फिर जब मैं रात को सोने लगा तो मुझे उसकी गांद का ही ख़याल आ रहा था. मुझे नींद नही आई, तो मैं बातरूम में जाके मूठ मारने लगा. मूठ मारते हुए मैं ऋतु की गांद ही इमॅजिन कर रहा था. अब मैने सोच लिया था की मैं ऋतु को छोड़ने की ट्राइ ज़रूर करूँगा.
फ्रेंड्स अब मैं आपको ऋतु के बारे में बता देता हू. वो 20 साल की थी. उसकी हाइट 5’6″ थी, और फिगर 34-28-36 था. रंग ज़्यादा गोरा नही था, लेकिन बॉडी पूरी टाइट थी.
फिर अगले दिन जब मैं काम से आया, तो मैने देखा ऋतु ने जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. उसकी त-शर्ट में से उसके काससे हुए बूब्स नज़र आ रहे थे, और जीन्स में गांद और भी बड़ी लग रही थी. मैने ध्यान से देखा तो मुझे ध्यान आया की वो जीन्स और त-शर्ट मेरी बीवी के थे. जब मैने ऋतु से इस बारे में पूछा, तो उसने कहा की मेडम ने ही मुझे दिए है.
अब मैं रोज़ उसके बारे में सोचने लगा, और मूठ मारने लगा. मेरे सर पर उसकी चुदाई का भूत सवार हो चुका था. लेकिन मुझे ये नही समझ आ रहा था की मैं उसको अपने नीचे लाउ कैसे. फिर एक दिन मुझे मौका मिल ही गया.
मैं ऑफीस से घर आया, और अपनी के से दरवाज़ा खोल कर घर के अंदर घुस गया. मैने देखा ऋतु अपने रूम में थी, और वाहा किसी के साथ बातें कर रही थी. उसको नही पता था की मैं आ चुका था घर में. वो बेड पर उल्टी लेती थी, और लेगैंग्स-कुरती पहने हुई थी.
उसकी बातों से लग रहा था की वो बाय्फ्रेंड से बात कर रही थी. मेरा बेबी उसी बेड पर साइड में लेता रो रहा था. मुझे यही मौका सही लगा, और मैं बोल पड़ा.
मैं: अछा तो बेबी को रोता छ्चोढ़ कर रोमॅन्स हो रहा था.
मेरी आवाज़ सुन कर वो दर्र गयी, और हड़बड़ा कर उठ गयी. वो मुझसे माफी माँगने लगी, और कहने लगी की मैं उसके पापा को ये सब ना बतौ.
मैने कहा: तेरी नौकरी आज से गयी.
ऋतु: सॉरी सिर, ग़लती हो गयी. मुझे काम से मत निकालो, मैं पापा को क्या बोलूँगी?
मैं: वो मुझे नही पता.
ऋतु: सिर आप प्लीज़ ऐसा ना करो, और कोई भी सज़ा डेडॉ.
मैं: कोई भी सज़ा?
ऋतु: हा सिर, आप जो कहेंगे मैं करूँगी. लेकिन पापा को मत बताना.
मैं: ठीक है, चलो फिर अपने कपड़े उतरो.
ये सुन कर वो हैरान हो गयी. फिर वो बोली-
ऋतु: ये आप क्या बोल रहे हो?
मैं: या तो मेरे से चूड़ो, या बाहर निकल जाओ.
अब उसके पास कोई ऑप्षन नही थी, तो वो धीरे-धीरे कपड़े उतारने लगी. पहले उसने अपनी कुरती निकली, और फिर लेगैंग्स. जैसे ही वो ब्रा-पनटी में आई, मैने उसको अपनी गोद में उठाया, और बेड पर ले गया.
मैने उसको बेड पर पटका, और खुद भी नंगा हो गया. मेरा लंड देख कर वो दर्र गयी. फिर मैने उसकी पनटी उतरी, और उसकी छूट चाट-चाट कर गीली कर दी.
वो अभी कुवारि थी, और ये देख कर मैं और खुश हो गया. मेरे छूट चाटने से वो गरम हो गयी, और आ आ करने लगी.
फिर मैं उसकी टाँगो के बीच आया, और अपना लंड उसकी छूट पर रगड़ने लगा. मैने उसकी ब्रा भी उतार दी, और लंड रगड़ते हुए उसका एक बूब चूसने लगा
फिर जैसे ही मेरा लंड उसकी छूट के मूह पर अटका, मैने ज़ोर का धक्का मार कर आधा लंड उसकी छूट में घुसा दिया.
वो चीखने लगी, और मुझे धक्के मारने लगी. लेकिन मैने उसका मूह अपने होंठो से बंद करके तेज़ी से धक्के मारने शुरू कर दिए. कुछ ही सेकेंड्स में मेरा पूरा लंड उसकी छूट में घुस गया. उसकी छूट से खून निकल रहा था, लेकिन मैने इसकी परवाह नही करी.
मैने अब उसको फुल स्पीड पर छोड़ना शुरू कर दिया. जब उसको मज़ा आना शुरू हुआ, तो वो किस करते हुए मेरे होंठ काटने लगी. मैने उसको तकरीबन आधा घंटा अलग-अलग पोज़िशन में छोड़ा. इस बीच मेरे काटने के निशान उसके पुर जिस्म पर थे.
उस दिन के बाद मैं जब चाहे ऋतु को चोद लेता हू. मेरे बच्चे की देख भाल करने के साथ-साथ वो मेरे लंड की भी देख-भाल करती है.
दोस्तों कहानी अची लगे तो शेर ज़रूर करना.