ही फ्रेंड्स, मेरा नाम वीरू है. मैं 36 साल का हू, और शादी-शुदा आदमी हू. मैं उप से हू. मेरी हाइट 5’11” है, और रंग सावला है. लंड मेरा 7 इंच का है. 2 बच्चे भी है मेरे. ये कहानी मेरी और मेरी साली की चुदाई की है. चलिए अब हम सीधे कहानी पर आते है.
मेरी बीवी की फॅमिली में उसके मम्मी-डॅडी, उसकी छ्होटी बेहन, और एक छ्होटा भाई है. सबसे छ्होटा भाई सिर्फ़ 15 साल का है. मेरी साली का नाम पायल है, और वो 21 साल की है. पायल कॉलेज में पढ़ती है, और हमारे घर में आती जाती रहती है.
पायल का रंग गोरा है, और फिगर मस्त है. उसका साइज़ तकरीबन 32-26-34 होगा. उसके गोरे रंग पर लाल-लाल होंठ मुझे बड़े आचे लगते है. जब से पायल जवान हुई थी, मेरी उस पर गंदी नज़र थी. लेकिन मैने उसको कभी ऐसा महसूस होने नही दिया.
पिछले साल पायल अपने कॉलेज की छुट्टियों में हमारे घर रहने आई थी. जिस दिन वो आई, उसने जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. मैं तो उसके टाइट कपड़ों में उसकी बॉडी की शेप देख कर हैरान हो गया.
मेरे पेरेंट्स तीर्थ यात्रा पर गये हुए थे बच्चो को लेके, तो घर पर मैं और मेरी बीवी ही थे. पायल को हमने गेस्ट रूम दे दिया, और वो वाहा रहने लगी. रात का डिन्नर खाने के वक़्त पायल ने त-शर्ट और लेगैंग्स पहनी थी. उसकी त-शर्ट में से उसके निपल्स दिख रहे थे, जिससे सॉफ पता चल रहा था की उसने ब्रा नही पहनी थी.
उसके कड़क निपल्स देख कर मेरे मूह में पानी आ गया. फिर जब वो खाना खा कर प्लेट रखने गयी, तो उसकी सेक्सी गांद देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा. उसकी लेगैंग्स में से उसकी पनटी की लाइन दिख रही थी. दिल तो कर रहा था की उसको अभी नंगी करके अपना लंड उसके अंदर डाल डू, लेकिन ऐसा कुछ मुमकिन नही था.
फिर हम सब ने थोड़ी बातें की और फिर सोने चले गये. ऐसे ही 3 दिन बीट गये. उन टीन दीनो में मैं पायल के जिस्म को आँखों ही आँखों में पी रहा था, और मेरा खुद पर से कंट्रोल जाता चला जेया रहा था. अब मेरे दिमाग़ में सिर्फ़ पायल को छोड़ने के ख़याल ही आए जेया रहे थे. फिर एक दिन मुझे मौका मिला.
रात के 12 बजे थे, और सब सो चुके थे. अचानक से मेरी नींद खुली, क्यूंकी मुझे बहुत तेज़ सस्यू लगी थी. मैं उठा, और रूम से बाहर निकल कर बातरूम की तरफ चला गया. जब मैं बातरूम के बाहर पहुँचा तो देखा बातरूम की लाइट जल रही थी.
पहले तो मैने सोचा की किसी ने लाइट ओन्न करके ऐसे ही छ्चोढ़ दी होगी ग़लती से. लेकिन जब मैं बातरूम के दरवाज़े के पास गया, तो मुझे अंदर से कुछ आवाज़े आने लगी. ये आवाज़े किसी लड़की की थी. और वो लड़की सिर्फ़ पायल ही हो सकती थी. क्यूंकी बीवी को मैं रूम में छ्चोढ़ कर आया था.
मैने देखा की बातरूम का दरवाज़ा अंदर से बंद नही था. तो मैने दरवाज़े पर हाथ रखा, और धीरे से दरवाज़ा खोला. जैसे ही मैने अंदर देखा, तो मैं अंदर का नज़ारा देखता ही रह गया. पायल ज़मीन पर सिर्फ़ त-शर्ट पहन कर बैठी थी, और नीचे से नंगी थी.
उसके एक हाथ में मोबाइल फोन था, और कानो में इयरफोन्स लगे हुए थे. उसका दूसरा हाथ उसकी छूट पर था, जिसको वो मसल रही थी. वो मोबाइल पर कुछ देख रही थी, और साथ में अपनी छूट को रग़ाद रही थी.
उसको इस हाल में देख कर मेरा लंड पूरा तंन गया. मेरे दिमाग़ में आया, की ये सही मौका था. फिर मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए, और पूरा नंगा हो गया. मेरा लंड पूरा तन्ना हुआ था. अब मैने धीरे से बातरूम का पूरा गाते खोला और पायल के सामने जाके खड़ा हो गया.
मेरा लंड पायल के मूह के सामने झटके मार रहा था. तभी पायल की नज़र मेरे लंड पे पड़ी. नज़र पड़ते ही उसकी आँखें बड़ी हो गयी. इससे पहले वो कुछ बोल पाती या कर पाती, मैने उसके बाल पकड़ कर अपना लंड उसके मूह में दे दिया, और अंदर-बाहर करने लगा. वो मुझे डोर करने की कोशिश करने लगी, लेकिन कोशिश पूरी नही हुई.
कुछ देर में उसने अपनी कोशिश बंद कर दी, और मज़े से मेरा लंड चूसने लगी. लगभग 10 मिनिट मैने उसके मूह को छोड़ा. फिर मैने उसको खड़ा किया, और उसको अपनी बाहों में भर कर किस करने लगा. वो मेरा पूरा साथ दे रही थी.
मैने उसकी त-शर्ट उतार कर उसको पूरा नंगा कर दिया. होंठो को चूसने के बाद मैं उसके बूब्स चूसने लगा. वो कामुक आहें भर रही थी. साथ में मैं एक हाथ उसकी छूट पर ले गया, और छूट सहलाने लगा. उसकी छूट पूरी तरह से गीली थी, और लंड लेने के लिए रेडी थी.
फिर मैने उसको घुमाया, और दीवार पर उसके हाथ रखवा कर उसको झुका दिया. इससे उसकी गांद बाहर की तरफ आ गयी. फिर मैने पीछे से उसकी छूट पर लंड सेट किया, और एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर घुसा दिया. उसकी ज़ोर की चीख निकली, जिसकी वजह से मुझे उसका मूह बंद करना पड़ा.
पायल की छूट टाइट थी, लेकिन वो कुवारि नही थी. फिर मैं धीरे-धीरे लंड उसकी छूट के अंदर-बाहर करने लगा. जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैने उसका मूह छ्चोढ़ दिया, और धक्को की स्पीड बढ़ा दी. अब वो मज़े भारी सिसकियाँ भर रही थी.
मैने उसकी गांद पाकर ली, और ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट छोड़ने लगा. पूरा बातरूम ठप-ठप की आवाज़ से गूँज रहा था. अपनी सेक्सी साली को छोड़ कर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
कुछ देर वैसे ही छोड़ने के बाद मैने अपना लंड उसकी छूट से बाहर निकाला, और नीचे ज़मीन पर लेट गया. फिर वो मेरे उपर आई, और मेरा लंड अपनी छूट में लेके उछालने लगी. वो मेरी चेस्ट पर अपने हाथ रख कर बड़े मज़े से अपनी छूट छुड़वा रही थी. आधा घंटा मेरी साली मेरे लंड पर उछालती रही. फिर वो आ आ करके झाड़ गयी.
मेरा भी अब निकालने वाला था. मैने उसको अपने उपर से हटाया, और खड़ा होके लंड हिलने लगा. वो घुटनो पर आके मूह खोल कर मेरे सामने बैठ गयी. फिर मैने अपने माल की पिचकारी उसके मूह पर डाल दी. उसके बाद मैने अपनी साली को बहुत बार छोड़ा, और आज भी छोड़ता हू.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो तो आयेज भी शेर करे.