ही फ्रेंड्स, मेरा नाम प्रवीण है, और मैं उप का रहने वाला हू. मेरी उमर 34 साल है, और मैं एक शादी-शुदा आदमी हू. हाइट मेरी 5’11” है, और लंड मेरा 7 इंच का है. मेरी शादी 5 साल पहले हुई थी, और अब तक मेरे 2 बच्चे भी है.
मेरी बीवी की फॅमिली में उसके मम्मी, पापा, एक छ्होटा भाई, और एक छ्होटी बेहन है. बीवी की छ्होटी बेहन, यानी मेरी साली का नाम हीना है. ये कहानी मेरी और हीना की चुदाई के बारे में है. तो चलिए आपको सब डीटेल में बताता हू.
हीना 24 साल की है, और बहुत खूबसूरत है. उसका रंग गोरा है, और फिगर 34-28-34 साइज़ का है. बॉडी एक-दूं टाइट है उसकी और वो लेगैंग्स-कुरती ही पहनती है. लेगैंग्स में उसकी जांघें मस्त दिखती है, और जब वो झुकती है तो उसकी गांद देख कर खड़ा हो जाता है.
मेरी हीना पर पहले से ही नज़र थी. लेकिन मुझे ऐसा कभी कुछ करने का मौका नही मिला. सच बतौ तो मेरी हिम्मत भी नही थी ऐसा कुछ करने की. क्यूंकी अगर मेरी बीवी को पता चल जाता, तो वो मुझे छ्चोढ़ देती. लेकिन फिर एक दिन मुझे ऐसा मौका मिला, जिसका मैने पूरा फ़ायदा उठाया.
मेरी साली की शादी का दिन था, और शादी की सारी रस्मे पूरी हो चुकी थी. सारे मेहमान जेया चुके थे, और अब बस घर के लोग बचे थे. हम सब खाना खा कर बातें कर रहे थे. तभी दूल्हे के भाई ने सॉंग्स चलवा दिए, और सब को डॅन्स करने ले गया.
फिर वो बियर की बॉटल्स ले आया, और सब के हाथ में डेडी. सब लोग खुश थे, तो सभी ने 2-2 बॉटल्स बियर पी ली. सभी को तोड़ा नशा हो गया, और सब नशे में ठुमके लगा-लगा कर झूम रहे थे. दूल्हा-दुल्हन भी बीच में ही थे.
मेरी नज़र बार-बार हीना पर जेया रही थी. वो लाल जोड़े में बहुत खूबसूरत लग रही थी. मैं सोच रहा था काश आज मेरी शादी होती, और मैं हीना के साथ सुहग्रात माना पाता. लेकिन ऐसा पासिबल नही था, क्यूंकी वो किसी और की हो चुकी थी.
फिर सब तक गये, और दूल्हा-दुल्हन को उनके कमरे में भेजने को बोला गया. मेरी बीवी और हीना की कुछ सहेलियाँ उसको कमरे में छ्चोढने गयी. फिर मैं और दूल्हे का भाई उसको कमरे में छ्चोढने जेया रहे थे. दूल्हा पुर नशे में था, क्यूंकी उसने बियर की 5 बॉटल्स पी ली थी.
रास्ते में उसके भाई को उसकी गर्लफ्रेंड का फोन आया, और वो मुझे बोल कर निकल गया. अब मैं दूल्हे को छ्चोढने अकेला जेया रहा था. उसके पैर लड़खड़ा रहे थे. तभी अचानक वो गिर पड़ा. मैने उसको उठा कर पास पड़े बेंच पर बिताया. वो नींद में था, तो मैने वही उसको सुला दिया.
फिर मैं हीना के कमरे में गया उसको ये बताने की दूल्हा सो चुका था, तो वो भी सो जाए. जब मैं कमरे में एंटर हुआ, तो अंदर कॅंडल्स जल रही थी. सुहग्रात का पूरा माहौल बना हुआ था. हीना बेड पर घूँघट लिए बैठी थी. फिर मैने उसको बोला-
मैं: हीना…
तभी आयेज से वो बोली: कितनी देर लगा दी, मैं कब से आपकी वेट कर रही हू.
फिर मैं उसके पास जाके बैठा, और बोला-
मैं: मेरी बात तो सुनो.
उसने उसी वक़्त अपनी उंगली मेरे होंठो पर रख दी, और बोली-
हीना: श… सुहग्रात पर बातें नही करते, कुछ और करते है.
फिर मैने सोचा की उसका घूँघट उठा देता हू, तो मुझे देख कर उसको पता चल जाएगा की सामने मैं था. जब मैने घूँघट उठाया, तब भी हीना ने मुझे नही पहचाना.
बियर हीना ने भी पी थी, और कमरे में रोशनी भी कम थी, शायद इसलिए वो मुझे पहचान नही पाई. जैसे ही मैने उसका घूँघट उठाया, उसने अपनी आँखें बंद करके अपना मूह किस के लिए आयेज कर दिया. ये देख कर मैं समझ नही पाया की मैं क्या करता. मैने जो सपने में सोचा था, वो सच में हो रहा था.
फिर मैने सोचा की ऐसा मौका मुझे दोबारा नही मिलने वाला. तो आज जो करना है कर लेता हू, बाद में जो होगा देखा जाएगा. ये सोच कर मैने अपना फेस आयेज बढ़ाया, और अपने होंठ हीना के होंठो से चिपका दिए. अब मैं अपनी खूबसूरत साली के होंठ चूस रहा.
मुझे इतना मज़ा आ रहा था की मैं बता नही सकता. क्या स्वाद था उसके होंठो के रस्स का, एक-दूं ला-जवाब. होंठ चूस्टे हुए मैं अपने हाथ उसकी पीठ पर ले गया, और उसकी चोली की डोर खोल दी. फिर मैने उसकी चोली को उसके बदन से अलग कर दिया. अब वो सिर्फ़ ब्रा और घग्रे में थी.
फिर मैने उसकी क्लीवेज चूमनि शुरू की. वो मदहोश हो रही थी, और मुझे अपनी आगोश में लेकर अपनी क्लीवेज में दबा रही थी. मैने उसकी ब्रा उतार कर उसके गोरे-गोरे बूब्स को आज़ाद कर दिया. फिर मैं उसके बूब्स पर टूट पड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से निपल्स चूसने लगा. वो सेक्सी आहें भरने लगी.
फिर मैने उसको बिस्तर पर लिटाया, और उसकी कमर चूमते हुए नाभि में जीभ डालने लगा. जब भी मैं उसकी नाभि में जीभ डालता, उसका पूरा जिस्म काँप जाता. फिर मैं और नीचे आया, और उसका घाघरा खोल कर निकाल दिया. अब हीना मेरे सामने सिर्फ़ पनटी में थी. उसकी पनटी लाल रंग की थी.
मैने उसकी पनटी उतरी, और छूट चाटनी शुरू की. छूट बिल्कुल क्लीन-शेव्ड थी. वो सिसकियाँ भर रही थी, और गांद हिला कर छूट चटवा रही थी. अब मैने अपने कपड़े उतार दिए, और पूरा नंगा हो गया. मैने जल्दी से उसकी टाँगो के बीच आके अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया.
फिर मैने अपने होंठ उसके होंठो के साथ जोड़ते हुए ज़ोर का धक्का मारा, और एक ही बार में पूरा लंड उसकी छूट में घुसा दिया. वो दर्द से तड़पने लगी, लेकिन मैने धक्के मार-मार कर उसकी टाइट छूट खोल दी. कुछ देर में वो नॉर्मल हो गयी, और मज़े से आहें भरने लगी.
उसकी छूट में लंड डाल कर मुझे जन्नत जैसा फील हो रहा था. नयी दुल्हन के साथ सुहग्रात मानने की फीलिंग ही अलग होती है. और मैं तो दूसरी बार ये फीलिंग ले रहा था. मैने तकरीबन 20 मिनिट उसको छोड़ा, और फिर उसके पास ही लेट गया. कुछ देर में वो सो गयी, और मैं उसको चादर से धक कर बाहर आ गया.
बाहर आके देखा, तो उसका दूल्हा वही सोया हुआ था. मैने उनको उनके हाल पर छ्चोढ़ दिया, और वाहा से निकल आया. अगले दिन सब नॉर्मल था. हीना को क्या पता था, दूल्हा रात को अंदर गया या नही, मुझे इसके बारे में कुछ नही पता था. लेकिन जो मज़ा मुझे मिला, वो भुला नही सकता मैं कभी.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो आयेज भी शेर करे.