नये शादी-शुदा जोड़े की सुहाग रात की कहानी

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम राहुल है, उमर 32 साल है, और मैं एक मंक में जॉब करता हू. लख़नोव शहर में एक अची जगह पे हमारा घर है. मेरे पिता जी एक कॉलेज प्रिन्सिपल पोस्ट से रिटाइर्ड है, और घर में किसी चीज़ की कोई कमी नही है.

कहानी के पात्रा इस प्रकार है:-

राहुल- आगे 32, जिम गाइ, हटता-कटता.
रोशनी- मेरी सेक्सी बीवी, उमर 28, फिगर 34-30-36.
बड़े भैया पंकज- आगे 34, ये भी काफ़ी फिट है.
उनकी बीवी प्रिया- आगे 32, फिगर 36-32-38.
ये कहानी आज से ठीक 2 साल पहले की है. जब हम दोनो भाइयों की शादी का प्रोग्राम फाइनल हुआ था. दोनो भाइयों की शादी एक ही दिन एक ही मंडप में करने का मेरे दादा जी का सपना था. तो पिता जी ने उनकी इक्चा का मान रखते हुए 19 जन्वरी को हम दोनो की शादी तय की. और समय अनुसार हम दोनो की शादी हो गयी.

हम दोनो भाई अपनी-अपनी बीवियों को लेकर घर आ गये. हमारा घर 2 मंज़िला है. उपर की मंज़िल पे मैं और भैया, और नीचे मम्मी-पापा रहते है. हम दोनो के रूम इस प्रकार बने है. दोनो के रूम में बातरूम है, और उन दोनो बातरूम्स के बीच एक दीवार है जो उपर से खुली है.

शादी एक ही दिन होने के कारण हम दोनो भाइयों की सुहग्रात भी एक ही दिन थी. मैं और भैया दोनो अपने-अपने रूम में अपनी अपनी बीवियों के पास गये, और जेया कर दूध का ग्लास पी कर अपनी बीवी के पास बेड में पहुँचे. दोस्तों हलकी मैं और रोशनी पिछले काई महीनो से चुदाई का आनंद ले रहे थे. पर आप लोग समझ सकते है सुहग्रात का माहौल ही अलग होता है.

मैने दूध पिया, और रोशनी का घूँघट उठाया. रोशनी बहुत ही खूबसूरत लग रही थी. मैने समय ना बर्बाद करते हुए रोशनी लो किस करना चालू किया, और रोशनी के उपर-नीचे के लिप्स को बारी-बारी से चूसने लगा.

लिप्स चूस्टे-चूस्टे मैं रोशनी के बूब्स को बारी-बारी दबाने लगा, और रोशनी के मूह से सिसकारियाँ निकालने लगी. रोशनी ने अचानक मेरे लंड पे हाथ रख दिया, और उसे मेरे पाजामे के उपर से ही मसालने लगी.

दोस्तो धीरे-धीरे मैं उसकी गर्दन पे किस करने लगा, और आप सब जानते ही है एक लड़की का सबसे सेन्सिटिव पार्ट गर्दन और छूट ही होता है. धीरे-धीरे करके मैने रोशनी के सारे कपड़े उतार दिए, और खुद भी एक-दूं नंगा हो गया.

रोशनी भी अब मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी थी, और मैं उसके शरीर के हर एक कोने को चूम रहा था, छत रहा था. चाट-ते चूमते मैं कब रोशनी की मखमली छूट पे आ गया, मुझे पता ही नही चला.

मैं रोशनी के छूट के दाने [क्लाइटॉरिस] को चूस और अपनी जीभ से रग़ाद रहा था. रोशनी के मूह से मादक सिसकारियाँ निकल रही थी

रोशनी: आआहह राहुल आहह, बेबी कीप गोयिंग जान आहह. कितना अछा चूस्टे हो तुम अहह. बेबी सो अमेज़िंग बेबी ह.

ऐसे ही रोशनी की तेज़ सिसकारिया निकल रही थी, और दोस्तों चुदाई के लालच में हम ये भी देखना भोल गये थे की बातरूम का गाते खुला था, और हमारे रूम में जो कुछ भी हो रहा था, उसकी आवाज़ पास के कमरे में चुदाई कर रहे भैया-भाभी तक भी जेया सकती थी. पर हम इस बात से अंजान, चुदाई के खेल में पूरा मशगूल थे.

करीब 13 मिनिट्स छूट चाटने के बाद रोशनी का गरम लावा फुट पड़ा, और नमकीन पानी मेरे मूह में आ गया. मैं उस रसीले पानी को पूरा पी गया. आह कितना सेक्सी एहसास था उसमे.

फिर रोशनी ने मुझे अपने उपर खींचा, और मुझे लीप किस करने लगी. रोशनी पूरा वाइल्ड हो कर मेरे होंठो को चूस रही थी. किस करते-करते मेरे उपर आ गयी और लिप्स से गर्दन पे किस करते हुए मेरे निपल्स चूसने लगी.

फिर धीरे-धीरे नीचे की तरफ बढ़ने लगी और फाइनली मेरे 9 इंच के लंड पे रोशनी पहुँच गयी. तभी अचानक से रोशनी ने अपनी जीभ को मेरे लंड की टिप पे टच किया, और मैं उछाल पड़ा. दोस्तों मैं एक बात बता डू. रोशनी लंड चूसने में निपुण है, और मेरे हिसाब से शायद लंड चूसने में उसका मुक़ाबला कोई नही कर सकता.

धीरे-धीरे रोशनी मेरा लंड मूह में लेकर चूसने लगी, और मेरे मूह से तेज़ सिसकारियाँ निकालने लगी.

मैं: रोशनी आह, क्या लंड चूस्टी हो तुम बेबी. आहह लंड चूसने में तुम्हारा कोई मुक़ाबला नही कर सकता आह बेबी आह.

लंबा लंड होने के कारण रोशनी मेरा पूरा लंड मूह में नही ले पा रही थी. पर उसकी हिम्मत की डाट देनी होगी. वो मेरे पुर लंड को गले तक उतारने का प्रयास कर रही थी, और मैं तेज़-तेज़ सिसकारियाँ ले रहा था.

दोस्तों क्या बतौ मैं सातवे आसमान पर था, और तेज़-तेज़ रोशनी के मूह को छोड़ रहा था. करीब 26 मिनिट के लंड चुसाई के बाद मेरे लंड का फुवरा फुट गया, और मैं रोशनी के मूह में झाड़ गया.

दोस्तों रोशनी बड़े चाव से मेरे लंड की आखरी बूँद तक के रस्स को पी गयी. फिर मेरे अंडकोषो को मूह में ले कर चूसने लगी. मेरे लंड में एक बार फिरसे खून का दोहरा बह गया, और मेरा 9 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा लंड एक बार फिरसे खड़ा हो कर रोशनी की छूट की धज्जिया उड़ाने के लिए रेडी था.

मैने रोशनी की गांद के नीचे तकिया लगाया, और उसकी छूट को एक बार आचे से चूस कर गीला किया. फिर उसके एक बूब को अपने मूह में ले कर लंड को रोशनी की छूट के च्छेद पर लगाया, और धीरे से रोशनी की छूट में प्रवेश किया.

अब रोशनी के मूह से आह की तेज़ सिसकारियाँ निकली, जो पक्का पड़ोस के रूम में अपने रंग में रंगे भैया-भाभी ने ज़रूर सुनी होगी.

धीरे-धीरे मैने बूब्स को चूस्टे हुए रोशनी को छोड़ना चालू किया, और धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ने लगा. रोशनी तेज़ सिसकारियाँ ले रही थी.

रोशनी: आह राहुल फक मे. ह बहुत मज़ा आ रहा है बेबी. फक मे राहुल आह जान तुम्हारे लंड का भी कोई मुक़ाबला नही बेबी. आहह क्या छोड़ते हो तुम बेबी. ह जान एस एस एस लीके तीस बेबी फक में हार्डर बेबी. एस बेबी मोरे फास्ट बेबी आह फक मे ह बेबी एस.

पुर रूम में रोशनी की सिसकारियाँ गूंजने लगी, और बेड से तेज़ धाम-धाम की आवाज़ आने लगी. मैं अपने सारी ताक़त को लंड में डाल कर रोशनी को छोड़ रहा था, और रोशनी अपनी गांद को नीचे से उठा-उठा कर मेरा साथ दे रही थी.

30 मिनिट की नों-स्टॉप चुदाई के बाद मैने रोशनी को घोड़ी बनने का आदेश दिया. रोशनी झट से ही घोड़ी बन गयी, और मैने पीछे से उसकी छूट में लंड डाला. फिर तेज़-तेज़ छोड़ना शुरू किया. रोशनी और मैं दोनो चुदाई में डूबे हुए थे, और तेज़-तेज़ आवाज़ो के साथ चुदाई का मज़ा ले रहे थे. 34 मिनिट और छोड़ने के बाद मैने अपना काम-रस्स रोशनी की छूट में भर दिया. इस दरमियाँ रोशनी 4 बार झाड़ चुकी थी.

तो दोस्तों ये था मेरी कहानी का फर्स्ट पार्ट. कहानी जारी रहेगी. धीरे-धीरे दोनो भाइयों के कमरे एक हो जाएगे, और चुदाई का बहुत सेक्सी खेल देखने को मिलेगा. आयेज क्या होता है जानने के लिए जुड़े रहे, पढ़ते रहे, और कहानी कैसी लगी मुझे मैल में ज़रूर बताए. मैल ईद – जैंप्रियंका1395@गमाल.कॉम.

कीप रीडिंग.