मामी के साथ चुसाई-चटाई का खेल

आपने लास्ट स्टोरी में पढ़ा था की कैसे मैने मामी को सिड्यूस्ड किया. फिर एक बार मैने मामी की ब्रा और पनटी में मूठ मारी. उसके बाद मामी ने मुझे अपने रूम में बुलाया. अब आयेज-

मैं फिर उठा और मामी के रूम की तरफ चला गया. फिर मैने मामी के रूम का गाते नॉक किया. मामी ने डोर ओपन किया, तो मैं मामी को देखता ही रह गया. उनको देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. वो तो होना ही था, क्यूंकी जब हम नीचे थे, तो मामी ने नॉर्मल सलवार-कमीज़ पहना हुआ था. लेकिन अब मामी एक सेक्सी सी निघट्य में थी, वो भी सिल्क की, जो मामी के घुटनो से उपर तक थी.

उसका गला इतना बड़ा था की मामी के क्लीवेज मुझे सॉफ दिख रही थी. और सब से इंपॉर्टेंट बात की मामी ने निघट्य के अंदर कुछ नही पहना था, ना ही ब्रा, और ना ही पनटी. मैं मामी को इस रूप मैं देख कर पागल होने लगा था, और मुझे से बर्दाश्त ही नही हो रहा था. दिल कर रहा था की मामी को पकड़ कर आज अपने अरमान पुर कर लू. मुझे इस तरह हैरान देख कर मामी बोली-

मामी: क्या हुआ, क्या देख रहा है?

मैं: कुछ नही मामी. आप इस ड्रेस में काफ़ी अची लग रही हो.

इससे मामी शर्मा गयी.

मामी: हा आज गर्मी बहुत है ना, तो ये पहन ली. वैसे अची तो लग रही हू ना?

मैं: जी मामी, आप बहुत अची दिख रही हो. वैसे मामी आपने मुझे आवाज़ दी थी. कुछ काम था?

मामी: अर्रे हा मॅडी, असल में ना मुझे अलमारी के उपर से कुछ समान निकालना है. तो मैं ये काम अकेले नही कर सकती हू. इसलिए तुमको बुलाया है.

मैं: जी मामी, कोई बात नही. बताओ क्या कर सकता हू मैं?

मामी: तुम एक काम करो. ये स्टूल को पकड़ लो. मैं उपर चढ़ कर समान निकाल लेती हू.

फिर मैने स्टूल को आचे से पकड़ लिया, और मामी स्टूल के उपर चढ़ गयी. वो समान निकालने लगी, और वो हिलने लगी, जिससे उनकी निघट्य कभी उनकी गांद की दरार में फ़ासस जाती, तो कभी निकल जाती. मामी की मोटी गांद देख कर मुझ पर फिरसे हवस सवार हो गयी थी.

दिल करने लगा के ऐसे ही मामी की निघट्य उपर करू, और मामी के छूतदों को फैला कर अपना मूह उसमे डाल डू, और गांद और छूट चाट लू. और इसी सोच में मेरी पकड़ स्टूल पर लूस हो गयी. स्टूल हिलने की वजह से मामी बॅलेन्स नही कर सकी, और वो सीधे मेरे उपर गिर गयी.

अब फ्रेंड्स एक बात बता डू. उस टाइम मैं बस शॉर्ता में था, और अंदर कुछ नही पहना था. उपर से मेरा लंड भी खड़ा था. मामी गांद के बाल मुझ पर, गिरी जिस वजह से मेरा खड़ा लंड डाइरेक्ट मामी की गांद में घुस गया. इससे मामी की चीख निकल गयी.

मुझे इतना पता था की मेरे टोपे का हिस्सा मामी के छूतदों की दरार में घुस गया था, और मुझे इतना अछा फील हुआ की क्या बतौ. दोस्तों एक अलग ही गरम सा लगा. फिर मामी होश में आई, और वो उठ कर बैठ गयी. फिर मैं भी खड़ा हो गया.

मैं: मामी आप ठीक हो? लगी तो नही?

मामी: नही मैं ठीक हू. तुम बताओ तुम ठीक हो?

मैं: हा मैं भी ठीक हू.

फिर हम बेड पर बैठ गये और इस इन्सिडेंट को सोच कर एक-दूसरे को देख कर हासणे लगे.

मामी: अछा तुझसे एक बात पूचु?

मैं: जी.

मामी: वैसे तेरी को गफ़ है क्या?

मैं: नही मामी, हम तो सिंगल है.

मामी तोड़ा हैरान हो गयी.

मामी: तुझे किस तरह की गफ़ चाहिए?

मैं: सच काहु तो मुझे आपके जैसी गफ़ चाहिए.

मामी: क्यूँ मेरे जैसी क्यूँ? मैं अब इतनी अची भी नही हू.

मैं: नही मामी, मुझे आप जैसी ही कोई चाहिए. क्यूंकी मुझे आप बहुत अची लगती है.

मेरे ऐसा बोलने से मामी थोड़ी रोमॅंटिक हो गयी और कहने लगी-

मामी: अछा मैं तुमको बहुत अची लगती हू? वैसे कितनी अची लगती हू?

मैं: सच काहु मामी तो अगर आप शादी-शुदा नही होती तो मैं आपसे शादी कर लेता.

और इसके बाद मैं और मामी एक-दूसरे को देखने लगे. फिर मुझमे पता नही कहा से इतनी हिम्मत आ गयी की मैं मामी के करीब गया, उनको कमर से पाकर कर खुद के करीब किया, और अपने होंठ मामी के होंठो से मिला दिए. अब हम दोनो किस करने लगे.

मामी मेरा पूरा साथ दे रही थी, और मैं किस के दौरान निघट्य के उपर से मामी के बड़े बूब्स दबा रहा था. एक हाथ से मैं मामी की गांद दबा रहा था. अफ क्या मज़ा आ रहा था यार. हम दोनो की किस पुर 10 मिनिट तक चली. फिर हम अलग हुए, और एक-दूसरे को देखने लगे.

मामी: दो बार तूने ही मेरी ब्रा और पनटी पे अपना पानी गिराया था ना?

मैं: जी मामी, फर्स्ट टाइम तो बस हो गया था. लेकिन सेकेंड टाइम आपने जान-बूझ कर रखी थी ना, क्यूंकी आपकी छूट में आग जो लगी थी.

मामी: बिल्कुल, जब किसी औरत की सेक्षुयल नीड पूरी ना हो, तो वो फिर एक न्यू पार्ट्नर ढूँढती है. लेकिन आज मेरी ये तलाश पूरी हो गयी है.

मैं: मुझे पता है मामी आप बहुत प्यासी है, और आज मैं आपकी प्यास बुझा दूँगा.

फिर मैने मामी को खड़ा किया, और हम फिरसे किस करने लगे. मैने मामी को अपनी बाहों में उठा लिया, और उनको बेड पर लिटा दिया. फिर मैने मामी की निघट्य उतार दी. अब मामी मेरे सामने पूरी नंगी लेती हुई थी, और शर्मा रही थी.

मैं: मामी शरमाओ मत, और एंजाय करो.

मामी: पहली बार मैं किसी दूसरे मर्द के सामने नंगी लेती हुई हू, तो शरम तो आएगी ना.

फिर मैं मामी को किस करने लगा

मैं: मामी आज तो मैं आपकी पूरी बॉडी को प्यार करूँगा.

मैं मामी के फेस पे हर जगह किस करने लगा नेक पे, आइज़ पे, इयर्स पे, फोर्हेड पे, जिससे मामी पागल हो गयी. फिर मैं नीचे आया और अपने हाथो से मामी के बड़े-बड़े बूब्स दबाने लगा. मेरे ऐसा करने से मामी की सिसकियाँ निकल गयी. फिर मैने मामी के हाथ उपर किए, और उनके आर्म्पाइट को स्मेल करने लगा.

मुझे उनके आर्म्पाइट से पसीने और पर्फ्यूम की मिली-जुली स्मेल आ रही थी. फिर मैं मामी के आर्म्पाइट चाटने लगा. उसके बाद मैं दोबारा मामी के बूब्स पे आया, एक बूब को हाथ में पकड़ा, और उसको अपने मूह में लेकर चूसने लगा. हाए क्या मज़ा आ रहा था मुझे.

मैं कभी मामी के बूब्स को चाट-ता तो कभी उनके निपल्स चूस्टा. बहुत ही मज़ा आ रहा था, और मामी फुल आउट ऑफ कंट्रोल हो रही थी. फिर मैं नीचे जाके मामी के पैरों को चाटने लगा, और फिर मामी की नेवेल पे आया और उसको चाटने लगा.

मैं नीचे आया, और मामी की छूट, अफ क्या छूट थी, एक-दूं क्लीन जैसे आज सुबा ही छूट सॉफ हुई हो. फिर मैं मामी की छूट को सहलाने लगा, जिससे मामी की आहह निकल गयी. मामी की छूट ऑलरेडी पानी छ्चोढ़ चुकी थी. फिर मैने मामी की छूट को खोला, अपनी एक उंगली छूट में डाली, और अंदर-बाहर करने लगा.

मामी पागल होने लगी. वो लगातार आहह आहह कर रही थी. फिर मैने अपनी उंगली बाहर निकली, और उसको चाट लिया. क्या टेस्ट था बिल्कुल नमकीन. अब मुझसे सबर नही हुआ. मैने अपना मूह मामी की छूट में डाल दिया, और कुत्तों की तरह मामी की छूट चाटने लगा. हाए क्या मज़ा आ रहा था, और मामी अजीब-अजीब बातें कर रही थी.

मामी: आहह चाट, और चाट, बहुत मज़ा आ रहा है. मेरा पानी निकालने वाला है.

और फिर मामी का पानी निकल गया. मैं वो सारा पानी पी गया. फिर मैने मामी को डॉगी स्टाइल में आने को कहा तो मामी डॉगी स्टाइल में आ गयी.

मैने उनसे कहा: आप अपनी छूतदों को फैला लो, मुझे आपकी गांद चाटनी है.

मामी ने ऐसा ही किया और अपने हाथो से अपने छूतदों को खोल दिया. मुझे मामी की गांद का च्छेद दिख गया पिंक कलर का, और मैं मामी की गांद के पास गया. फिर मैं उनकी गांद के च्छेद को स्मेल करने लगा. मामी के च्छेद से पसीने और टट्टी की मिली-जुली स्मेल आ रही थी. शायद मामी टट्टी करके आई थी.

फिर मैने अपना मूह मामी की गांद में घुसा दिया, और गांद के च्छेद को चाटने लगा. क्या टेस्ट था. फिर मैं अपने सारे कपड़े उतार कर नंगा हो गया और मामी ने मुझे लिटा दिया. अब वो मेरे लंड को अपने कोमल से हाथो में पकड़ कर हिलने लगी.

फिर मामी ने अपना मूह मेरे लंड के पास लाई, उसपे थूक दिया, और मेरे लंड की मूठ मारने लगी. फिर मामी ने मेरा लंड अपने मूह में ले लिया, और एक मस्त ब्लोवजोब देने लगी. मामी एक्सपर्ट लग रही थी. हाए मैं तो जन्नत में पहुँच गया था. फिर मैं और मामी 69 पोज़िशन में आ गये और मामी मेरा लंड चूसने लगी. मैं मामी की छूट और गांद चाटने लगा, और मामी एक बार फिर झाड़ गयी. मैं सारा पानी पी गयी.

आज के लिए इतना ही. बाकी की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में.