अब मैं मम्मी के पैर के पास आ गया और उनकी टांगे खोलने लगा. मम्मी बार-बार मुझे रोक रही थी, और अपनी टांगे बंद कर रही थी. मगर मैने उनकी टांगे खोल ही दी, और उनकी निघट्य को उनके पेट पर पलट दिया. मम्मी की बर पूरी बालों से धक गयी थी. मैने आपनी नाक उनकी बर पर लगा दी, और उसकी खुश्बू सूंघने लगा.
मम्मी बार-बार अपनी निघट्य नीचे करना चाह रही थी. मगर मैने एक हाथ से उनकी निघट्य पकड़ रखी थी. मम्मी की बर की मादक गंध मुझे पागल कर रही थी. मैने अपनी जीभ मम्मी की बर पर रख दी, तो मम्मी ने एक तेज़ की साँस ली.
मम्मी की बर का गीला-पन्न ये बता रहा था की वो बहुत गरम हो चुकी थी. मगर बस खुद को रोक रही है. मैं उनकी बर चाट रहा था और वो अपना सिर इधर-उधर कर रही थी. मैने 2 उंगलियाँ उनकी बर में डाल दी, और अंदर-बाहर करते हुए उनकी बर चाट रहा था.
मुझे ऐसा करते कुछ ही देर हुई थी. तभी मम्मी का हाथ मेरे सिर पर गया, और वो मेरा सिर सहलाने लगी. फिर कुछ ही देर में मम्मी का पानी निकल गया. मम्मी बिल्कुल शांत लेट गयी. मैं बेड पर खड़ा हो गया और मम्मी के सामने मैने आपना कक्चा उतार दिया.
कक्चा उतरते ही मेरा 7 इंच का लंड उनके सामने था. अब मैं मम्मी के पास पैरों के पास बैठ गया. इस बार मम्मी ने मुझे नही रोका. मैने मम्मी को उठाया और उनकी निघट्य निकाल दी. मम्मी ने खुद हाथ उपर करके निघट्य निकालने में मदद की.
निघट्य निकलते ही मम्मी के बड़े दूध बाहर आ गये. मैने एक तकिया लिया तो शायद मम्मी समझ गयी वो किस लिए था. उन्होने खुद अपनी कमर उपर की, तो मैने तकिया उनकी कमर के नीचे लगा दिया. मम्मी की फूली हुई बर उपर आ गयी.
मैने अपना लंड मम्मी की बर पर लगाया और रगड़ने लगा. मम्मी की बर के बाल बहुत बड़े थे. मेरे लंड का प्रेकुं मम्मी की बर पर लग रहा था. मैने मम्मी का हाथ अपने लंड पर रख दिया, तो मम्मी ने लंड पकड़ के खुद अपनी बर के च्छेद पर लगा दिया.
मम्मी की बर पहले ही गीली थी, इसलिए लंड अंदर जाने में कोई परेशानी नही हुई. मगर एक अलग एहसास हम दोनो को ज़रूर हुआ. मैं मम्मी के उपर झुक गया और अपनी कमर चलाने लगा. मेरा लंड अंदर-बाहर होने लगा. मेरा एक हाथ मम्मी के दूध पर था, और उनका एक दूध मैं चूसने लगा.
मम्मी आँखें बंद किए मेरी चुदाई का मज़ा ले रही थी, और अब मैं तेज़-तेज़ धक्के लगा रहा था. कभी मम्मी के दूध चूस्टा तो कभी मम्मी के होंठो को चूस्टा मेरे हर धक्के में. मम्मी के चेहरे के भाव बदल जाते थे, और उनके मूह से हल्की सी आअहह निकल जाती थी.
मैने अपना लंड मम्मी की बर से निकाल लिया. मेरा पूरा लंड उनके पानी से गीला था. अब मैं बेड पर लेट गया, और मम्मी खुद मेरे उपर आ गयी, और मेरा लंड पकड़ के अंदर डाल लिया. मेरा लंड बर में काफ़ी अंदर तक महसूस हो रहा था, और मम्मी हल्के-हल्के उपर-नीचे होने लगी.
मम्मी मुझसे आँखें नही मिला रही थी. बस अपनी आँखें बंद किए चुदाई का मज़ा ले रही थी. और मैं उनके दूध को मसल रहा था. तो कभी उनकी गांद पकड़ के आयेज-पीछे करता. मम्मी अपनी कमर चला रही थी. उनको देख कर लग रहा था जैसे वो चुदाई की पुरानी खिलाड़ी थी.
मम्मी की चुदाई करते हुए काफ़ी टाइम हो गया था. अब खुद को रोक पाना मुस्किल हो रहा था. इसलिए मैने मम्मी की गांद पर हाथ मार के इशारा किया, तो मम्मी मेरे लंड से उठ गयी. मेरा लंड बहुत ज़्यादा टाइट हो गया था. मैं बेड से नीचे उतार गया, तो मम्मी भी नीचे उतार के बेड पर डॉगी स्टाइल में झुक गयी.
मम्मी की मोटी गांद मेरे सामने थी. तो मैने अपना लंड मम्मी की बर में डाल दिया, और उनकी गांद पकड़ के चुदाई करने लगा. मेरे धक्के तेज़ होते जेया रहे थे, और मम्मी भी आपनी गांद पीछे करके मेरा लंड अंदर ले रही थी.
मैने मम्मी से कहा: आज के बाद आपको बातरूम में उंगली से अपनी बर शांत नही करनी पड़ेगी.
मम्मी ने ये बात सुन के पीछे देखा तो मैं उनकी आँखों में आँखें डाल के धक्के लगा रहा था. मेरे धक्के तेज़ होते चले गये, और मेरी और मम्मी की गर्मी एक साथ शांत हो गयी.
मेरा सारा पानी मम्मी की बर में निकल गया, और मैं मम्मी के उपर झुक गया. थोड़ी देर में जब लंड बाहर निकाला तो मेरा पानी मम्मी की बर से निकालने लगा, और ज़मीन पर गिरने लगा. मम्मी बाहर चली गयी और मैं बेड पर लेट गया.
मम्मी की चुदाई करके मेरा जोश और ज़्यादा हो गया था. मैं मम्मी के आने का इंतेज़ार कर रहा था. थोड़ी ही देर में मम्मी वापस आ गयी. वो अपनी निघट्य पहनने लगी, मगर मैने उनके हाथ से निघट्य लेके फेंक दी, और उन्हे बेड पर गिरा के चूमने चाटने लगा.
मम्मी शायद समझ गयी थी की आज उनकी चुदाई पूरी रात होगी. इसलिए उन्होने भी कोई विरोध नही किया, और मैने 2 बार और उनकी चुदाई की. मैने सारा पानी उनकी बर में ही छ्चोढ़ दिया. रात 2 बजे हम दोनो नंगे ही सो गये.
सुबा मैं 8.30 बजे उठा, तो मैं नंगा ही था. बस मेरे उपर चादर थी. शायद मम्मी ने डाली थी. मैं नंगा ही बाहर गया, और मम्मी को देखने लगा. मम्मी किचन में नाश्ता बना रही थी. वो नहा चुकी थी, और सारी ब्लाउस पहनी थी.
मैं चुपके से उनके पीछे गया, और उन्हे पीछे से पकड़ लिया. मम्मी एक-दूं से चौंक गयी. मैं उनकी गर्दन को चूमने लगा. उन्होने मुझे हटाया और कहा-
मम्मी: बेटा मुझे तुमसे बात करनी है.
मगर जब उनकी नज़र नीचे गयी, तो वो बोली: तू नंगा क्या कर रहा है? जाके कपड़े पहन के आओ.
मैने कहा: जो कहना है ऐसे ही कहो.
मम्मी बोली: बेटा जो हमारे बीचे कल रात हुआ, वो ग़लत था. मैं जानती हू इसमे सारा कसूर मेरा है. मैं तेरे सामने कपड़े बदलती थी, शायद इसीलिए तेरा मॅन ये सब करने का किया. बेटा मैं आयेज से ऐसा कुछ नही करूँगी. मगर हम अब ये सब नही करेंगे.
मैं उनके पास गया और उनका हाथ मेरे सिर पर रख कर बोला: मम्मी आप मेरी कसम खा के बोलो की जो कल रात हुआ, उसमे आपको मज़ा नही आया.
मम्मी मेरी इस बात पर चुप हो गयी, और मेरे सिर से हाथ हटा लिया.
मैने कहा: मम्मी मैं आपसे प्यार करता हू, इसलिए हमारे बीच ये सब हुआ.
मम्मी बोली: बेटा प्यार तो मैं भी करती हू, मगर तुम मेरे बेटे हो, और ये सब बेटे के साथ नही किया जाता है.
मैने कहा: मम्मी मैं अब आपको नही भूल सकता, और अब सिर्फ़ आप ही मेरी ज़िंदगी हो.
और ये बात बोल के मैं मम्मी के होंठो को चूसने लगा. मम्मी बस खाद थी, और मैं उनके होंठो को चूस रहा था. मैने मम्मी की गांद पर हाथ रखा और उसे दबाने लगा.
मम्मी की साँसे गरम हो रही थी. मैं मम्मी के दूध दबाने लगा, और उनके ब्लाउस में हाथ डाल के एक बार में ब्लाउस के सारे हुक तोड़ दिए.
ब्लाउस के खुलते ही मम्मी अपनी पुरानी सफेद ब्रा में आ गयी. मैने उनकी ब्रा भी फाड़ दी, और मम्मी के दूध को चूसने लगा. अब मम्मी के मूह से भी आहह आह की आवाज़े आ रही थी. मैने मम्मी की सारी खोल दी, और जब मैं उनका पेटिकोट उतार रहा था, तो मुझे उसका नाडा नही मिल रहा था. मैं जैसे ही उनका नाडा तोड़ने लगा, तो मम्मी ने मुझे रोक लिया.
मम्मी ने खुद अपना नाडा खोल दिया, और पेटिकोट निकाल के साइड में रख दिया. फिर मम्मी खुद दीवार पकड़ के झुक गयी. मम्मी की बड़ी गांद मेरे सामने मटक रही थी. मैने अपना मूह उनकी गांद में लगा दिया, और उनकी गांद और बर दोनो चाटने लगा. मम्मी के मूह एम्म आहह की आवाज़े आ रही थी.
मम्मी की बर और गांद मेरी थूक से गीली हो चुकी थी, और मम्मी की गांद पर मेरे दांतो के निशान थे. मैने मम्मी को सीधा किया, तो वो मेरी आँखों में बड़ी मदहोशी से देख रही थी. मैने मम्मी का मूह पकड़ा और अपने होंठ उनके होंठो में लगा दिए.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.