मेरी मा बनी गुंडे की रंडी

अब तक आपने देखा की कैसे यूयेसेस संकर ने मम्मी को अलग अलग पोज़िशन्स में छोड़ा और मम्मी को ये भी याद दिलाया की , मम्मी एक और दिन के लिए उसकी है.

तो कहानी पे आते है :

(चुदाई के बाद मम्मी और संकर दोनो बेड पे लेते हुए थे.)

संकर : सुन मेरी जान आज तो तुझे 3 घंटो में छोड़ दिया हूँ लेकिन कल तू पूरी मेरी है जैसे में बोलूँगा वैसे करेगी.

मम्मी (उदास होके) : प्लीज़ तुम कल कुछ ऐसा मत करना की मेरे बेटे को कुछ पता चल जाए.

संकर : चिंता मत कर डार्लिंग तेरे बेटे को नही पता चलेगा की उसकी मा कैसे चूड़ी.

मम्मी: तो कल कितने भजे आओगे?

संकर: कल में नही अवँगा तू आएगी मेरे फार्म हाउस पे मुझे और मेरे दोस्तों को खुश करने.

मम्मी (ये सुनते ही मम्मी शॉक हो गयी): नही बात सिर्फ़ तुम्हारी हुई थी, तुम्हारे दोस्तों के पास नही जवँगी में. मैं कोई बाज़्ज़ारु औरत नही हूँ!!

संकर : आबे ऊओ आवाज़ नीचे तू भूल गयी क्या तेरे पति के साथ मैं क्या कर सकता हूँ?? और ये मत भूल दो दिन के लिए तू मेरी रंडी है, तेरे साथ में कुछ भी कर सकता हूँ.

मम्मी (डार्क): सॉरी तुम जेसा बोलॉगे मैं करूँगी लेकिन प्लीज़ मेरे साथ ऐसा मत करो.

संकर : मेरी जान टेन्षन मत ले कल तुझे मैं और मेरे दोस्त इतना प्यार देंगे जितना तेरा पति कभी नही दे सकता.

(मम्मी सर झुका के बेती रही.)

संकर : कल शाम 6 भजे मैं गाड़ी भेज दूँगा तुझे लेने. वहाँ मेरे 3 दोस्त रहेंगे तेरा काम है कल ह्यूम खुस करना. और बदले में तुझे 20 हज़ार दूँगा समझी?!

मम्मी: ठीक है.

फिर संकर जाने लगा, लेकिन वापस मम्मी के पास आया और पहले मम्मी के गले और गालों पे बहोट किस किया और फिर बोला-

संकर: सुन तू जेसी है ना वैसे ही आना, और ये ले 2 हज़ार अपने लिए एक अची ब्रा और पनटी ले लेना और अपने छूट के बाल सॉफ करके आना. तेरी जेसी औरत को किसी घर में पत्नी नही किसी खोते की रंडी होना चाहिए सारे मर्दो को मज़ा आ जाए.

फिर वो चला गया, उसके जाने के बाद मम्मी काफ़ी देर तक रोई. फिर घड़ी में टाइम देखा और मेरे आने के दर्र से जल्दी से बातरूम में गयी और नहा के आई और दूसरी सारी पहें ली.

मैं वापस दोस्त की चत्ट से नीचे गया और अपने घर में घुसा 8 भजे. मम्मी ने गाते खोला और मैं अंदर गया.

फिर जब डिन्नर टाइम हुआ तब :

मम्मी : बेटा कल मेरी एक फ्रेंड के घर में जागरण है, तू चलेगा क्या?

(मम्मी को पता है मैं ये सब फंक्षन में कभी नही जाता हूँ क्यूंकी मुझे क्राउडेड प्लेस ज़्यादा पसंद नही है. लेकिन मैं जानता था मम्मी को जागरण में नही बल्कि वन नाइट स्टॅंड में जाना था. )

मे: नही मम्मी आप जाओ आप तो जानती हो मैं ये सब जगह नही जाता.

मम्मी : तू रह लेगा अकेला पूरी रात?

मे : हाँ मम्मी अब बचा थोड़ी ना हूँ.

मम्मी : ठीक है तो मैं कल शाम को 6 भजे जवँगी और दूसरे दिन सुबे तक आ जौंगी.

मे : ठीक है मम्मी.

फिर रात हो गयी और हम सोने चले गये.

सुबे मुझे उठने में लाते हो गया और मम्मी तब कहीं बाहर जेया रही थी एक बाग लेके.

मे : मम्मी कहाँ जेया रहे हो?

मम्मी : बेटा वो आज रात को जाना है ना तो वो सारी के मॅचिंग का ब्लाउस लेने जेया रही हूँ.

(में समझ गया कल संकर ने मम्मी को ब्रा और पनटी लाने के पैसे दिए थे मम्मी वही लाने जेया रही है.)

मे : ठीक है मम्मी आप जाओ.

फिर मम्मी आई और किचन में काम करने लग गयी. मैं मम्मी के रूम में गया और वो बाग खोलके देखा तो उसमे रेड कलर की लेस वाली ब्रा और सेमी ट्रॅन्स्परेंट रेड पनटी थी. मम्मी को उसमे इमगीन करके ही मेरा लंड खड़ा हो गया. मैं सोच रहा था जिसको मम्मी आज छोड़ने मिलेगी उसके तो क्या ही मज़े है.

दिन के 3 भजे थे मैं खाना ख़ाके सो रहा था मम्मी के रूम में. तभी गाते की नॉक हुई और मेरी आँख खुल है गयी. मुझे लगा की मम्मी शायद किचन में होगी इसीलिए मैं हॉल की तरफ गया गाते खोलने. तो देखा की मम्मी ऑलरेडी गाते खोल रही थी और गाते पे संकर था.

मैं खिड़की पे रुक गया और पर्दे के पीछे से चुपके देखने लगा की क्या होगा अब…

मम्मी : तुम अभी क्यू आए हो, शाम को जाना था ना? अभी मेरा बेटा घर में है तुम जाओ यहाँ से.

(मम्मी के बाल पकड़ के बोला)

संकर: आबे साली छिनाल ज़्यादा जोश में मत आ नही तो यही नंगी करके छोड़ूँगा तेरे बेटे के सामने.

मम्मी : प्लीज़ धीरे बोलो मेरा बेटा सोया है रूम में उठ जाएगा, यहाँ अभी क्यूँ आए हो बताओ?

संकर सोफे पे बेत गया-

संकर: आ मेरे पास.

(उसने अपने झंगों पे इशारा किया और मम्मी को वहाँ बेत्ने बोला. ना चाहते हुए भी मम्मी को बेतना पड़ा.)

संकर फिर मम्मी के कान के पास जीभ से चाटने लगा और बोला : देख डार्लिंग आज शाम को वहाँ तू मेरी रखएल बनके आएगी तो वैसे ही रहना. जब वहाँ आएगी तो एसए ही मेरी गोद में आके बेतना और जब मैं जेसा बोलू वेसा करना.

मम्मी : ठीक है.

संकर : और जो मैने बोला था वो करली बाल सॉफ की और ब्रा पनटी ले आई?

मम्मी : हन.

संकर: चल चेक कर लेता हूँ, खड़ी हो.

संकर ने अपना हाथ मम्मी के पेट से होके पेटिकोट के अंदर घुसा दिया और सहलाने लगा. मम्मी अपने मूह पे हाथ रखलो आवाज़ रोकने के लिए.

फिर उसने अपना हाथ निकाला और मम्मी के पीछे से सारी में डाला और फिर दूसरा हाथ भी डाला. और दोनो हाथो से गांद दबाने लगा और मम्मी को चूमने लगा. पहले गला और फिर होंठ. ऐसे 5 मीं तक करने के बाद वो वापस सोफा पे बेत गया.

संकर: साली देख मेरा खड़ा हो गया है अब इसको बेता, अपने मूह से शांत कर इसको.

(उसने अपने पंत के उपर से लंड पे इशारा किया. )

मम्मी मजबूर थी क्यूंकी अगर अभी उसको माना करती तो वो गुस्से में आके मेरे सामने छोड़ता मम्मी को. और मम्मी ये कभी नही चाहती थी.

इसीलिए वो आयेज बढ़ी और घुटनो पर बेती और उसके पंत को खोली. और उसके अंडरवेर से उसके 6 इंच के खड़े लंड को बाहर निकाला फिर उसको अपने मूह में ली.

फिर संकर ने मम्मी के बाल पकड़ के आयेज पीछे करने लगा. उसका लॉडा मम्मी के मूह में फिट नही हो रहा था. इसीलिए मम्मी के आँखों से पानी निकल रहा था लेकिन वो नही रुक रहा था.

10 मीं तक मम्मी का मूह छोड़ने के बाद उसने अपना माल मम्मी के मूह मेी निकल दिया और मम्मी को पीने को बोला. मम्मी रोते हुए उसका सारा माल पी गयी.

वो उठा और बोला : चल मैं जाता हूँ अभी शाम को गाड़ी आ जाएगी आ जाना मज़े करौंगा तुझे पूरी रात मेरी जान.

सो इश्स पार्ट में इतना ही नेक्स्ट पार्ट मैं तब ही उपलोआड करूँगा जब आप कॉमेंट करेंगे नीचे इश्स स्टोरी के बारे में.

तो अगर आप पढ़ना चाहते है आयेज क्या हुआ तो प्लीज़ कॉमेंट्स कीजिए बहोट सारे.

थॅंक योउ.