मेरी मम्मी की मजबूरी-1

ही गाइस ये मेरी पहली स्टोरी है तो प्लीज़ अगर कोई ग़लती हो जाए तो माफ़ कर देना. मेरे फॅमिली में 4 लोग है, पापा (50), मम्मी, भैया (25), और मई (20).

सबसे पहले मेरी मम्मी के बारे में बता देता हूँ, उनका नाम सुमन है. आगे 47 है, फिग 34-30-38 है, सावला रंग है, लेकिन किसी भी मर्द का लंड खड़ा कर सकती है. वो बहोट संस्कारी औरत है अपने पति के अलावा किसी के साथ सेक्स नही की है. हुमेशा सारे पहेनटी है और रात को फुल मॅक्सी सोने के लिए.

अब आते है कहानी पे, तो ये बात है 2 साल पहले की जब मम्मी की आगे 45 थी. पापा का बिज़्नेस बंद हो गया था उनके सर पर बहोट लोन था. और उन्होने किसी गुंडे से भी इंटेरेस्ट पर पैसे उधर लिए थे. उससी वक़्त उनके गाओं से खबर आई की उनकी ज़मीन पर किसी ने केस कर दिया है तो उन्हे और भैया को गाओं जाना पड़ा.

अब घर में सिर्फ़ में और मम्मी बचे थे. तो सुबे के दस भजे थे हुमारे गाते पे कोई आया ज़ोर ज़ोर से पापा का नाम चीलाने लगा. मम्मी और में जल्दी से देखने गये.

वो आदमी वही गुंडा था जिससे पापा ने पैसे लिए थे, और वो वसूली करने आया था उसका नाम संकर था.

मम्मी : क्या हुआ भाई आप क्यूँ छिला रहे है?

संकर : तुम्हारा पति कहाँ है?

मम्मी : वो तो गाओं चले गये है कोर्ट केस के काम से.

संकर : झूट मत बोलो उसके नाटक और नही चलेंगे 6 महीने से मेरे पैसे नही दे रहा और ना ही इंटेरेस्ट दे रहा है, मदारचोड़ 2 लाख लिया था अभी तक नही दिया है वापस.

मम्मी : वो उनके बिज़्नेस में थोड़ी प्राब्लम होगआई है इसीलिए लाते हो गया, आप तोड़ा सा वक़्त डेडॉ वो ज़रूर आपका पैसा लौटा देंगे.

(जब मम्मी बोल रही थी संकर की नज़र मम्मी के उपर पड़ी और वो मम्मी के जिस्म को आचे से देख रहा था पहले मुझे गुस्सा आया. लेकिन फिर मेरी हवस आ गयी क्यूंकी मैं भी यूयेसेस वक़्त तक काफ़ी सेक्स स्टोरीस पढ़ता था. मम्मी कपड़े ढोते ढोते बीच में उठके आई थी तो उनकी सारी भीगी हुई थी और ब्लाउस से भी उनका क्लीवेज दिख रहा था. और वो घर में ब्रा नही पहनती है इसीलिए उनके पायंटेड निपल्स भी दिख रहे थे लेफ्ट वेल बूब के.)

संकर: मुझे ये सब नही पता मुझे अभी के अभी मेरे पैसे छाईए.

मम्मी : हाथ जोड़ती हूँ आपके सामने तोड़ा सा वक़्त डेडॉ.

संकर: ठीक है एक वीक का टाइम देता हूँ लास्ट. वरना मेरे आदमी आएँगे और घर का सारा सामान उठाके लेजाएगए. और सबके सामने तुम्हारी इज़्ज़त भी नही बचेगी.

ये सुनके हुमलोग दर्र गये. पापा को फोन किया तो वो बोले की वो अभी कुछ नही कर सकते. और वो अभी केस में फ़ससे हुए है अगर आए तो ज़मीन भी हाथ से जाएगी.

मम्मी और में ये सोचके डरे गये. मम्मी बोली की वो अपने रिश्तेदारों से हेल्प माँगे की कोशिश करेगी. क्यूंकी उनके गहने तो पहले से ही गिरवी थे.

1 वीक ख़तम हो गया और पैसे नही मिले कहीं से भी. सनडे सुबे 9 भजे वो आगेया. यूयेसेस वक़्त में वहीं हॉल में गहरी नींद में सोया था. लेकिन उसके आने से उठ गया था लेकिन फिर भी सोने का नाटक कर रहा था. क्यूंकी मुझे दर्र लग रहा था की अब क्या होगा.

संकर : ऊ भाबीजी हो गया आपका टाइम ख़तम दो मेरे पैसे.

मम्मी : देखो भैया हुँने बहोट कोशिश की लेकिन कहीं से कुछ नही हुआ.

संकर : अब में कुछ नही सुनुगा में अभी अपने आदमी बुला रहा हूँ. तुम्हारा सारा समान लेके जाएँगे टीवी फ्रिड्ज एट्सेटरा. और तुम्हारे पति को भी गाओं से ढूंड के लवँगा और पकड़ के बहोट मारूँगा.

(ये सुनके बहोट दर्र गयी मम्मी.)

मम्मी : प्लीज़ एसा कुछ मत करना में तुम्हारे हाथ जोड़ती हूँ, तोड़ा और वक़्त डेडॉ, और रोने लगी.

संकर (मम्मी के जिस्म को उपर से नीचे देखते हुए) : और एक मीं का भी वक़्त नही दे सकता लेकिन एक ऑप्षन दे सकता हू.

मम्मी : क्या?

संकर : अगर तुम 2 दिन के लिए खुदको मुझे सोप दो. मैं तुम्हारा सारा लोन माफ़ कर दूँगा.

मम्मी: (गुस्से में ) तेरा दिमाग़ खराब हो गया है! अभी पोलीस को बुलाती हूँ!!

संकर: बुला लो पोलीस को यहाँ का कोँमिसिओनेर मेरा दोस्त है कुछ नही होगा मेरा. लेकिन हन में ज़रूर तुम्हारे पति को जैल में डाल दूँगा मेरे पैसे और इंटेरेस्ट नही दिया इसीलये.

मम्मी : (सोच सोच के रोने लगी फिर काफ़ी देर बाद मेरी तरफ देखी. लेकिन मैं सोने का नाटक कर रहा था तो धीरे से उसको बोली): ठीक है तुम जो बोलॉगे में करूँगी लेकिन प्लीज़ मेरे पति को कुछ मत करना.

संकर : ये हुई ना बात मेरी जान. चल बेडरूम में (मम्मी का हाथ पकड़ते हुए).

मम्मी : प्लीज़ अभी नही, अभी मेरा बेटा है. मैं उसके सामने ये सब नही लाना चाहती प्लीज़. तुम 3 भजे के बाद आओ वो खेलने जाएगा 3 भजे और फिर रात को 8 भजे तक आएगा अपने दोस्तों के साथ घूम के.

सनक्र : चल अब तू इतना बोल रही है तो तोड़ा और वेट कर लेता हूँ. रेडी रहना मेरे लिए. अभी तोड़ा चक तो लूँ मेरी जान तुझे. (वो मम्मी को पकड़ लेता है और मम्मी के गालों पे ज़ोर ज़ोर से किस करता है और मम्मी के बूब्स दबके चला जाता है).

फिर मम्मी रोने लगती है और मेरे तरफ देखती है. लेकिन में तो सोने का नाटक कर रहा था लेकिन सब सुन लिया था.

फिर मैने सोचा की अब क्या करूँ, लेकिन सारे जसबात की जगह हवस ने लेली थी. और मुझे अपनी मम्मी को पहली बार सेक्स करते हुए देखना था वो भी किसी गुंडे के साथ. तो मैने प्लान बनाया की में घर से निकल जवँगा. लेकिन वापस मेरे पड़ोसी के चत्ट से मेरे चत्ट आके और फिर घर में घुस जवँगा और मेरे रूम में चुप जवँगा.

2:50 भजे में मम्मी को बोला-

मैं : मम्मी में जेया रहा हूँ 8ब्जे तक वापस अवँगा हम दोस्त लोग कुछ खाने जाएँगे.

मम्मी : ठीक है बेटा देख के जाना और जल्दी आना.

मैने जैसा प्लान बनाया था वेसए ही घर में घुस गया और अपने रूम में चुप गया.

यूयेसेस वक़्त मेरी मम्मी ने एक ग्रीन कलर की सारे पहेनी थी और वो बहोट सेक्सी लग रही थी उसमे. और हम दोनो को संकर का इंतेज़ार था.

अगला पार्ट जल्द ही आएगा.