मा ने बेटे को चूत ले पानी वाला खाना दिया

उमीद है आप सब को पिछला पार्ट पसंद आया होगा. और मुझे काफ़ी मेल्स भी आई, जिससे मुझे काफ़ी खुशी हुई की आप लोगों को मज़ा आ रहा है स्टोरी में.

पिछला पार्ट

“घर की इज़्ज़त मेरे हाथो में-5”

जैसा की आप लोगों ने पढ़ा, की मैने मम्मी को स्पेशल टेस्टी ब्रेकफास्ट बनाने को बोला. तो अब मम्मी कैसे वो ब्रेकफास्ट टेस्टी करेंगी पढ़िए.

मैं वही नंगा खड़ा अपना लंड हाथ में लिए हुए बस यही वेट कर रहा था, की कब मम्मी अपनी छूट का पानी मॅगी में डालेंगी.

मम्मी 4-5 मिनिट तक छूट में उंगली करती रही, और फिर मम्मी ने बाहर देखा. बाहर सब क्लियर देखते ही मम्मी तुरंत स्लॅब पे चढ़ गयी. ये देखते ही मेरी तो हालत खराब हो गयी.

मॅगी वैसे तो बन चुकी थी. मम्मी ने अपना गाउन उपर तक कर लिया, और बिल्कुल बेंड हो कर छूट में ज़ोर-ज़ोर से उंगली करने लगी. 2 मिनिट बाद ही मम्मी ने अपना पानी मॅगी में छ्चोढ़ दिया.

मम्मी स्लॅब से उतरी, और फिरसे उंगली करने लगी. लग रहा था मम्मी का अभी भी बाकी था. फिर मम्मी ने ग्लास लिया, और उसको अपनी छूट के पास ले गयी.

मम्मी छूट में उंगली करते-करते ग्लास में अपनी छूट का पानी भरने लगी. उन्होने छूट के पानी से आधा ग्लास भर दिया, और स्लॅब पे रख दिया.

ग्लास को छूट के पानी से भरते हुए मम्मी ने तोड़ा पानी नीचे गिरा दिया था. पहले मम्मी ने अपना गाउन नीचे किया, और फिर एक डस्टर से नीचे गिरा हुआ माल सॉफ किया.

फिर मम्मी ने आचे से मॅगी को मिक्स कर दिया, और जो छूट का माल मम्मी ने ग्लास में भरा था, उसको मम्मी ने दो ग्लासस में डाला, और फिर फ्रिड्ज में से ऑरेंज जूस निकाल कर ग्लासस में भर दिया.

मम्मी ने छूट के पानी की मॅगी और छूट के पानी का ऑरेंज जूस बना लिया था. मैं जल्दी से अंदर गया, और ऐसे ही मूह धो कर और सिर्फ़ शॉर्ट्स पहन कर बाहर आ गया.

मैं: मम्मी भूख लगी है, बना की नही ब्रेकफास्ट?

मम्मी: हा बेटा तू बैठ. मैं लेके आती हू.

मम्मी फिर ब्रेकफास्ट और जूस लेके आई, और टेबल पे रख दिया.

मम्मी: अर्रे त-शर्ट कहा है तेरी?

मैं: मम्मी बहुत गर्मी हो रही है, ऐसे ही अछा लग रहा है.

मम्मी: हा गर्मी तो बहुत है. ले तेरे लिए स्पेशल मॅगी बनाई है.

मैं: वाह मम्मी.

फिर मैने मॅगी उठाई और खाने लगा. मॅगी खाते ही मैने कहा-

मैं: वाह मम्मी, बहुत टेस्टी है. मज़ा आ गया.

और मॅगी सच में काफ़ी टेस्टी लग रही थी. हो सकता है छूट के पानी में कुछ ख़ास बात होती हो. खाने में मम्मी की छूट का पानी इतना बढ़िया लग रहा था, तो बिल्कुल छूट से ही पी के देखो तो कितना बाड़िया लगेगा.

मम्मी और मैं दोनो मज़े से मम्मी की ही छूट के माल से बनी मॅगी खा रहे थे.

मम्मी: बेटा जूस भी तो पी.

मैने जूस पिया और बोला-

मैं: जूस भी आज तो कुछ ज़्यादा ही टेस्टी लग रहा है.

मम्मी स्माइल करने लगी.

मम्मी: हा, ये भी मैने स्पेशल बनाया है.

अब मम्मी को भी यकीन हो रहा था की सच में छूट का पानी डालने से टेस्ट अछा हो जाता है. और वैसे एक बढ़िया सा टेस्ट आ भी रहा था.

फिर हमने ब्रेकफास्ट किया, और मैं और मम्मी टीवी देखने लगे. मैने नेत्फलिक्ष पे सीरीस लगा दी थी, जिसमे बीच-बीच में थोड़े बोल्ड और सेक्सी सीन्स भी थे. मम्मी और मैं दोनो वो देख कर हॉर्नी हो रहे थे.

मम्मी बार-बार अपना हाथ छूट पे ले जेया रही थी, और फिर हाथ हटा रही थी, क्यूंकी मैं साथ बैठा था. मैने भी सिर्फ़ शॉर्ट्स पहन रखी थी, तो वो सीन्स देख कर मेरा भी लंड खड़ा हो गया था.

मम्मी की भी 1-2 बार नज़र गयी तो मैने थोड़ी शरम से लंड अड्जस्ट कर लिया था. मम्मी और मैं बहुत देर तक टीवी देखते रहे, करीब 5- 5:30 तक.

फिर मम्मी खड़ी हुई और बोली-

मम्मी: चल तू देख, मैं रात के डिन्नर की तैयारी कर लू.

लंच में तो हमने ऐसे ही टीवी देखते हुए ही स्नॅक्स खा लिए थे.

मैं: हा मैं भी थोड़ी देर लेट जौ अंदर जेया के, तक गया हू बहुत.

मम्मी: ह्म.

फिर क्या, मम्मी किचन में और मैं अपने रूम की जगह मम्मी को ही च्छूप के देख रहा था. मम्मी ने आलू निकाले, और काटने लगी. फिर मम्मी ने एक बड़ा बोल निकाला, और स्लॅब पे रख दिया.

मम्मी ने बाहर देखा, और मैं भी तुरंत ही साइड हो गया था.

फिर सब सेफ देख कर मम्मी ने अपना गाउन बूब्स के उपर करके गले में अटका लिया, और अपनी छूट में उंगली करने लगी. 5-7 मिनिट तक मम्मी उंगली करती रही, और फिर मम्मी ने बोल उठाया और नीचे रख दिया.

मम्मी उसके उपर झुक कर फिरसे अपनी छूट में उंगली करने लगी, और सारा माल उस बोल में निकाल दिया. उन्होने उंगली करनी रोकी नही, बल्कि और ज़ोर-ज़ोर से उंगली करने लगी, और एक हाथ से मम्मी ने अपना मूह धक लिया, ताकि आवाज़ ना हो.

फिंगरिंग करती हुई क्या लग रही थी मम्मी. मम्मी ने करीब आधा घंटा लगा कर उंगली की, और उंगली करते-करते मम्मी ने बहुत पानी छ्चोढा. वो बोल काफ़ी बड़ा था, जो मम्मी ने अपनी छूट के माल से पूरा भर दिया था.

फिर मम्मी उठी, और वो बोल उठा कर स्लॅब पे रख दिया, और अपना गाउन सही किया. मम्मी ने आलू की सब्ज़ी बनाने में उसी छूट के पानी का उसे किया.

फिर भी पानी बहुत सारा बचा हुआ था, तो मम्मी ने आत्ता निकाला, और उसी छूट के पानी से मम्मी आत्ता गूँथने लगी.

मेरा भी लंड फटा जेया रहा था. मम्मी इस हड्द तक हॉर्नी हो गयी थी, की अपने ही बेटे को ही खाने में डाल कर अपनी छूट का पानी पीला रही है.

आत्ता गूँथने के बाद भी काफ़ी पानी बचा था, तो मम्मी ने वो पानी बॉटल में भर दिया. पूरी बॉटल भर गयी थी छूट के पानी से. फिर मम्मी ने बॉटल से अपनी ही छूट का पानी पिया, और मुस्कुराने लगी. मैं भी फिर मम्मी को आवाज़ देता हुआ किचन में आ गया.

मैं: मम्मी क्या बना रही हो?

मम्मी: आलू की सब्ज़ी और रोटी.

मैं: सही है.

मम्मी (छूट के पानी से भारी बॉटल देते हुए): ये ले, बहुत गर्मी हो रही है. ये पी ले.

मैं: क्या है ये, पानी?

मम्मी: हा.

मैं: इसका कलर तो कुछ अलग है, और झाग सा भी है.

मम्मी: ओहो! पी ले ना, हेल्त के लिए अछा होता है.

मैने बॉटल खोली और पीने लगा.

मैं: ये तो तोड़ा नमकीन सा है, और अजीब सा भी.

मम्मी: हा, तो क्या हुआ? हेल्त के लिए अछा है.

मैने और पिया.

मैं: इसमे से कुछ अलग ही स्मेल आ रही है अची सी, और टेस्ट भी अछा है.

मम्मी: हा.

मम्मी भी इतनी कॉन्फिडेंट थी, क्यूंकी उनको तो पता ही था की मैने कभी छूट का पानी नही पिया होगा. वैसे मैं पी भी पहली बार रहा था. लेकिन मैने मम्मी को ये सब करते देख लिया था.

सच में मम्मी की छूट के पानी का टेस्ट बहुत बढ़िया लग रहा था. ऐसी स्मेल आ रही थी, की बस मॅन कर रहा था इसको ही सूंघटा राहु.

फिर मैने मम्मी को भी तोड़ा पिलाया, और हम दोनो मम्मी बेटे ने मिल कर मम्मी की ही छूट का पानी मज़े से पिया.

मैं: लेकिन मम्मी ये था क्या? बहुत अछा सा लग रहा है, तोड़ा और दो.

मम्मी: एक नयी ड्रिंक आई है. आज इतना ही, बाकी कल मिलेगा.

मैं: अछा ठीक है. लेकिन ये ठंडा नही था. कल ठंडा बनाना, और मज़ा आएगा.

मम्मी ये सुन कर हासणे लगी.

मम्मी: ठीक है, चल टीवी देखते है.

फिर हम दोनो टीवी देखने लगे, और खाना खा कर हम दोनो अपने रूम में चले गये सोने के लिए.

मम्मी तो नंगी ही सोती हैं, तो मैने सोचा आज मैं भी ट्राइ करू. मैने सुबा से ही सिर्फ़ शॉर्ट्स ही पहन रखी थी, तो मैने वो भी निकाल दी और सो गया.

सुबा मैं उठ ही गया था, लेकिन मैं मम्मी के आने का वेट कर रहा था. जैसे ही मुझे मम्मी के आने की आवाज़ आई मैने अपने उपर एक बेडशीट डाली, और सोने लगा.

फिर मम्मी रूम में आई. मेरा लंड तो खड़ा ही था. मम्मी की नज़र उसपे गयी, और लंड देखने लगी. 2-3 मीं मम्मी ऐसे ही लंड देखती रही. फिर मम्मी ने मुझे हिला कर उठाया. मैं उठ कर बैठ गया नीचे, तो मैने चदडार ओढ़ ही रखी थी.

मम्मी: बेटा ऐसे बिना कपड़ो के नंगा क्यूँ सोया? ग़लत बात है ना, अब तू बड़ा हो गया है.

मैं: सॉरी मम्मी, लेकिन ये गर्मी की वजह से कपड़े काफ़ी चुभ रहे थे, तो मैने उतार दिए.

ऐसे काफ़ी अछा लग रहा था, और ये अंडरवेर की वजह से बहुत रॅशस भी हो गये है.

मम्मी: ओहो! रुक मैं क्रीम देती हू. वो लगा लियो. और गर्मी ने तो सच में बुरा हाल कर रखा है. बेटा रॅशस हो रहे है तो अंडरवेर मत पहना कर, नही तो और हो जाएँगे.

मैं: ठीक है लेकिन कॉलेज तो पहन के जाना पड़ेगा ना.

मम्मी: अर्रे ऐसे ही पंत या जीन्स पहन लियो. अंदर किसको पता चलेगा, और रॅशस पे थोड़ी हवा भी लगती रहेगी.

मैं: ठीक है.

मम्मी: चल जल्दी से रेडी हो जेया, मैं ब्रेकफास्ट बना देती हू.

मैं: ठीक है.

मम्मी बाहर चली गयी, और मैं फ्रेश हो कर कपड़े पहन कर बाहर आ गया.

बाकी अगले पार्ट में.