दोस्त के घर में दोस्त ने चुदाई शुरू की

ही फ्रेंड्स, मैं आशीष अपनी स्टोरी का अगला पार्ट लेके आया हू. उमीद है आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और आपको पसंद भी आया होगा. अगर किसी ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले उसको ज़रूर पढ़े.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की मेरा दोस्त कारण मेरी नौकरानी प्रिया को देख कर उत्तेजित हो गया था. फिर उसने प्रिया से उसका नंबर ले लिया, और उसके चूतड़ दबाए. उसने प्रिया की गर्दन पर किस भी कर दिया. मैं ये सब देख कर हैरान था. अब आयेज बढ़ते है.

प्रिया को किस करने के बाद कारण किचन से बाहर आ गया. मैं भी जल्दी से वापस चला गया. कारण ने मुझे आँख मार कर कहा, की उसकी बात बन चुकी थी. मैं हैरान था ये देख कर की कितनी आसानी से कारण ने प्रिया को पत्ता लिया था, और मैने आज तक ये करने का सोचा भी नही था. फिर कारण जाने लगा और जाते हुए बोला-

कारण: भाई मैं तुझे फोन करूँगा. बाकी बात फोन पर करेंगे.

मैने ओक बोल दिया. फिर वो चला गया. उसी दिन ऑफीस में कारण की मुझसे मुलाक़ात नही हुई. फिर शाम को मुझे उसकी कॉल आई.

मैं: हेलो.

कारण: और भाई कैसा है?

मैं: मैं ठीक हू भाई, तू बता.

कारण: मैं भी ठीक हू, और जब से प्रिया को देखा है, तब से और ठीक हो गया हू.

मैं: हहा, ठीक है भाई.

कारण: अछा मैने उस दिन प्रिया से बात कर ली थी. वो मेरे साथ सेक्स करने को राज़ी है. लेकिन इसके लिए तुझे हेल्प करनी पड़ेगी.

मैं: कैसी हेल्प भाई?

कारण: मुझे तेरा रूम चाहिए होगा.

मैं: फिर मैं कहा जौंगा.

कारण: देख मेरे पास पूरा प्लान है. तू प्रिया से बोलेगा की तुझे किसी मीटिंग के लिए शहर से बाहर जाना है, और वो पीछे से काम कर जाए. फिर जब तू नही होगा तो मैं तेरे घर पहुँच जौंगा. उसके बाद मैं उस साली को छोड़ूँगा. और तू मेरे घर रुक जाना तब तक.

मैं: ठीक है भाई, जैसा तू कहे.

फिर मैने वैसा ही किया. प्रिया को बाहर जाने का बोल कर मैने घर की चाबी दे दी. फिर वो दिन आ गया जब कारण प्रिया को छोड़ने वाला था. अब मुझे भी प्रिया के लिए थोड़ी फीलिंग्स आनी शुरू हो गयी थी, और मैं भी उसको चूड़ते हुए देखना चाहता था. लेकिन मैने कारण को ये नही बताया.

मैने घर की एक चाबी कारण को दे रखी थी. कारण ने उस दिन ऑफीस से छुट्टी लू, और पहुँच गया मेरे घर. वो लॉक खोल कर घर के अंदर बैठ गया, और प्रिया की वेट करने लगा. मैने भी उसके जाने के थोड़ी देर बाद ऑफीस से छुट्टी ली, और रूम से थोड़ी डोर खड़े रह कर प्रिया की वेट करने लगा.

फिर कुछ ही देर में मैने प्रिया को देखा. वो मेरे ही रूम की तरफ जेया रही थी. उसने ऑरेंज सारी पहनी थी ब्लॅक ब्लाउस के साथ. गदर लग रही थी वो उस सारी में. फिर मैं भी उसके पीछे-पीछे जाने लगा.

जब वो रूम के बाहर पहुँची तो उसने देखा की रूम तो खुला था. उसको लगा होगा की मैं घर पर ही था. लेकिन वाहा तो कोई और उसका इंतेज़ार कर रहा था.

फिर वो अंदर गयी, और मैं दरवाज़े के बाहर जाके खड़ा हो गया. उसने दरवाज़ा बंद किया था, लेकिन मैने हल्का सा खोल दिया, और अंदर देखने लगा. अंदर जाके उसने कारण को बैठा हुआ देखा, और बोली-

प्रिया: कारण जी आप! आप यहा कैसे.

कारण: सच बतौ तो मैं तुमसे मिलने आया हू.

प्रिया: आशीष भैया तो है नही यहा पे, तो चाबी कैसे आई आपके पास?

कारण: मुझे पता है वो यहा नही है. जब वो जेया रहा था, तो मैने ही उससे चाबी लेली थी. ये बोल कर की मुझे कुछ पेपर्स चाहिए जो उसके पास थे.

प्रिया: ओह, काफ़ी चालाक हो आप.

कारण: और तुम सेक्सी.

प्रिया ये सुन कर शर्मा गयी, और किचन की तरफ जाने लगी. तभी कारण खड़ा हुआ, और उसने प्रिया को पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया. उसने प्रिया को अपनी बाहों में भर लिया. तभी प्रिया बोली-

प्रिया: आ, ये आप क्या कर रहे हो? छ्चोढिए मुझे काम करना है.

कारण: जानेमन मैं तुम्हारे लिए अपने दोस्त से झूठ बोल कर आया हू, और तुम्हे किचन के काम की पड़ी है. आज तुम सिर्फ़ मेरा काम करोगी.

और ये बोल कर कारण ने प्रिया को अपनी तरफ घुमाया, और उसके होंठो के साथ अपने होंठ जोड़ दिए. अब दोनो की किस्सिंग शुरू हो गयी. कारण पागलों की तरह प्रिया के होंठ चूस रहा था, और प्रिया भी उसका पूरा साथ दे रही थी.

फिर किस करते-करता कारण ने प्रिया की सारी का पल्लू नीचे गिरा दिया, और ब्लाउस और पेटिकोट के बीच का जो कमर का हिस्सा नंगा होता है, उसको मसालने लगा. इससे प्रिया और उत्तेजित होने लगी. प्रिया अपना हाथ कारण के बालों में रख कर उसके बाल सहलाने लगी.

10 मिनिट प्रिया के होंठ चूसने के बाद कारण ने उसके होंठ रिलीस किए. जब प्रिया आई थी तब उसके होंठो पर लिपस्टिक थी. लेकिन कारण ने उसके होंठो के रस्स के साथ उसकी लिपस्टिक भी चूस ली थी. होंठ रिलीस करने के बाद कारण प्रिया की गर्दन को चूमने लगा.

ब्लाउस में से प्रिया की काफ़ी क्लीवेज बाहर थी. कारण प्रिया की क्लीवेज में मूह डाल कर उसकी क्लीवेज की गर्मी का मज़ा लेने लगा. साथ में वो अपने हाथ प्रिया की गांद पर ले गया, और सारी के उपर से उसके मोटे चूतड़ मसालने लग गया.

प्रिया ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी, और आ आ की आवाज़े कर रही थी. उसकी सेक्सी आवाज़ो से माहौल और भी ज़्यादा सेक्सी बन रहा था. फिर कारण ने प्रिया को घुमाया, और पीछे से उसके बालों का रिब्बन निकाल कर उसके बाल खोल दिए.

फिर वो उसकी पीठ पर किस करते हुए उसके ब्लाउस के हुक खोलने लगा. प्रिया ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी, और वो वासना के नशे में मदहोश हो रही थी. कारण ने प्रिया का ब्लाउस खोला, और उसको निकाल दिया.

इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेर करे.