बेटे ने बनाया कंवली की चूत और गांद का भोंसड़ा

ही फ्रेंड्स, मैं राज आप सब के लिए अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मेरा दिल हमारे घर की कंवली पर आ गया. उसका नाम मधु था, और मैं उसको छोड़ना चाहता था. फिर मैने उसको छोड़ने का प्लान बनाया. लेकिन वो तब फ्लॉप हो गया, जब मैने अपने बेटे को उसके साथ सेक्स करते देखा.

मेरा बेटा किचन में उसकी छूट चूस रहा था. फिर उसने उसकी चूचियाँ चूसी, और अब मधु घुटनो पर बैठ कर मेरे बेटे का लंड चूस रही थी. अब आयेज बढ़ते है.

मेरा बेटा उसके मूह में ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार रहा था, और भी उसकी रॅंड बन के मज़े से लंड चूस रही थी. कुछ देर उसको ऐसे ही लंड चुसवाने के बाद उसके मधु को खड़ा किया, और स्लॅब के साथ लगा लिया.

अब मधु का फेस दीवार की तरफ था, और मेरा बेटा उसके पीछे था. अक्षित का खड़ा हुआ लंड मधु की गांद के साथ टच हो रहा था. इससे पहले की वो आयेज बढ़ते मैने जेब से फोन निकाला और कॅमरा पे उन दोनो की रेकॉर्डिंग करने लगा.

फिर अक्षित उसकी पीठ चूमने लगा, और पीछे से उसके बूब्स पर हाथ डाल कर उनको दबाने लगा. मधु एक-दूं गरम हुई पड़ी थी. उसकी छूट लेसडार पानी छ्चोढ़ रही थी. उसकी छूट का पानी उसकी जांघों तक पहुँचा हुआ था.

फिर अक्षित ने पीछे से उसकी गर्दन पर हाथ रखा, और उसको झुका कर स्लॅब पे लिटा दिया. अब मधु की कमर से उपर का हिस्सा स्लॅब से चिपका हुआ था, और नीचे का हिस्सा स्लॅब से नीचे ज़मीन तक था. मतलब उसकी गांद बिल्कुल अक्षित के लंड के सामने थी.

अक्षित ने अपना लंड हाथ में लिया, और पीछे से उसकी चूत पर रगड़ने लग गया. मधु आ आ आ कर रही थी, और लंड अंदर लेने के लिए तड़प रही थी. लेकिन अक्षित उसकी तड़प का मज़ा ले रहा था, और उसको और तडपा रहा था.

फिर मधु बोली: डाल दो ना अब अंदर. जान लोगे क्या तडपा-तडपा कर मेरी?

अक्षित उसकी बात सुन कर हस्स पड़ा, और उसने मधु की गांद पर थप्पड़ मारा. फिर वो बोला-

अक्षित: बड़ी जल्दी है तुझे रंडी. धीरज रख, तेरी छूट की प्यास मैं आचे से बूझौँगा.

ये बोल कर अक्षित ने उसकी छूट पर अपना लंड सेट किया, और एक ज़ोर से धक्के से अपनी पूरी रोड उसकी छूट में घुसा दी. “आआहह” मधु ने ज़ोर की चीख निकली. तभी अक्षित ने पीछे से उसके मूह पर हाथ रख लिया, और बोला-

अक्षित: रंडी अभी तुझे लंड चाहिए था. अब लंड मिला है तो चीख क्यूँ रही है? पड़ोसियो को सुनना है क्या.

ये बोल कर अक्षित ने छूट के मूह तक लंड बाहर निकाला, और फिरसे पूरा का पूरा अंदर डाल दिया. इससे मधु को फिरसे दर्द हुआ, और वो काँप गयी. लेकिन अक्षित कहा रुकने वाला था. वो धक्के पे धक्का मारे जेया रहा था.

कुछ धक्को के बाद मधु का तिलमिलाना बंद हो गया, और उसकी छूट में लंड अड्जस्ट हो गया. ये देख कर अक्षित ने उसके मूह से अपना हाथ हटा लिया, और उसकी जांघें पकड़ ली. अब हर धक्के पर मधु कामुक आहें भर रही थी.

अक्षित ने फिर अपनी स्पीड बधाई, और उसके बूब्स पर हाथ डाल लिया. मधु की छूट पानी-पानी हो रही थी, और छाप-छाप की आवाज़े आनी शुरू हो गयी थी. अक्षित तबाद-तोड़ उसको चोदे जेया रहा था. साथ में वो थप्पड़ मार-मार कर उसके चूतड़ लाल कर रहा था.

15 मिनिट की चुदाई में मधु का पानी निकल गया, और वो ढीली पद गयी. अब उसकी छूट में वो कसाव नही आ रहा था. तो अक्षित ने लंड उसकी छूट से बाहर निकाला, और उसकी गांद के सुराख पर रगड़ने लगा. जैसे ही अक्षित ने ऐसा किया, तो मधु बोली-

मधु: नही प्लीज़ अक्षित, यहा मत करो. पिछली बार तुमने किया था, तो एक हफ्ते तक दर्द रहा था.

मैं ये जान कर हैरान हो गया की अक्षित ने पहले भी मधु को छोड़ा हुआ था. और तो और उसने मधु की गांद भी मारी हुई थी. जिस गांद पे मैं कब से फिदा था, वो मेरे बेटे ने छोड़ भी दी थी.

अक्षित: अर्रे वो तो पहली बार था, इसलिए दर्द ज़्यादा हुआ था. आज तो तेरी गांद आराम से मेरा लंड लेलेगी.

ये बोल कर अक्षित ने मधु की गांद के च्छेद पर थूका. मधु के फेस पर दर्द का दर्र सॉफ नज़र आ रहा था. फिर अक्षित उसकी गांद के च्छेद पर दबाव बनाने लगा. मधु आ आ करने लगी, और अक्षित का लंड मधु की मस्त गांद के अंदर जाना शुरू हो गया.

जैसे-जैसे लंड अंदर धंसता गया, मधु की आहें ज़ोर की होने लग गयी. उसके चेहरे से ये सॉफ लग रहा था, की उसकी काफ़ी दर्द हो रहा था. अक्षित ने जैसे-तैसे मधु की गांद में अपना पूरा लंड घुसा दिया, और मधु की जैसे साँस ही रुक गयी हो.

फिर अक्षित ने लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया, और स्पीड बढ़ने लगा. मधु को धीरे-धीरे मज़ा आने लगा, और वो आ आ करके मज़े से चूड़ने लगी. 15 मिनिट तक अक्षित ने मधु की गांद छोड़ कर भोंसड़ा बना दिया. अब लंड उसकी गांद में आराम से जेया रहा था.

फिर अक्षित ने लंड बाहर निकाल लिया, और नीचे लेट गया. मधी उसके उपर आई, और अपनी छूट फैला कर उसके लंड के उपर बैठ गयी. मधु ने अपने हाथ अक्षित की चेस्ट पर रखे, और उसके लंड पर उछालना शुरू कर दिया.

मधु के उछलते हुए बूब्स देख कर मेरे मूह में पानी आ रहा था. दिल कर रहा था जाके उसको छोड़ने लग जौ. लेकिन ये सही मौका नही था. 20 मिनिट और उनकी चुदाई चली, और फिर अक्षित ने उसको कहा की वो झड़ने वाला था.

मधु जल्दी से उसके लंड से उठी, और उसको मूह में लेके उसका पानी निकाल दिया. पानी इतना था, की मधु के मूह से बाहर आ रहा था. लेकिन उसने ज़रा सा भी माल वेस्ट नही जाने दिया, और सारा पी गयी. फिर वो अक्षित के उपर लेट गयी उसको लिपट कर. मैने रेकॉर्डिंग बंद की, और घर से बाहर आ गया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको स्टोरी पसंद आई हो, तो इसको लीके ज़रूर करे. और इसके लिंक को आयेज अपने दोस्तों के बीच फॉर्वर्ड करे. धन्यवाद आपका स्टोरी पढ़ने के लिए.