कहानी सेक्सी कंवली को हनिमून पर चोदने की

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम धीरज है. मैं लोखंडवाला, मुंबई से हू. मेरी उमर 26 साल है, और मैं शादी-शुदा हू. मेरी शादी 2 महीने पहले ही हुई है. हाइट मेरी 5’11” है, और लंड मेरा 7 इंच का है. ये कहानी मेरे हनिमून पर हुए कांड की है. तो चलिए शुरू करते है कहानी.

जैसा की मैने बताया की मेरी शादी 2 महीने पहले ही हुई है. मेरी वाइफ हनिमून के लिए किसी ठंडी जगह पर जाना चाहती थी. फिर हमने शिमला जाने का डिसाइड किया. हम लोगों ने फ्लाइट बुक की, और शिमला पहुँच गये.

वाहा पर हमने एक होटेल में रूम बुक किया. हम लोग रूम में गये, फ्रेश हुए, और फिर मैने अपनी बीवी को पकड़ लिया. उसने मुझे “ताकि हुई हू” बोल कर माना कर दिया. मुझे लगा चलो कोई बात नही इसको रेस्ट करने देते है. फिर हम सो गये.

हम दोपहर को होटेल में पहुँचे थे, और फिर सो कर शाम को उठे. शाम को हम बाहर घूमने गये. फिर जब वापस आए तो मैं बहुत एग्ज़ाइटेड था. मुझे लगा था आज पूरी रात सेक्स करेंगे. लेकिन उसने फिरसे थकने का बहाना दे दिया.

जैसे-तैसे करके मैने उसको मनाया, और फिर हमारा एक बार सेक्स हुआ. वो भी सिर्फ़ 20 मिनिट का, और उसके बाद वो सो गयी. वो तो सो गयी, लेकिन मेरा लंड मुझे सोने नही दे रहा था. पूरी रात मैने तड़प्ते हुए काटी, और फिर जैसे-तैसे मुझे नींद आ गयी.

सुबा सो कर उठा, तो देखा मेरी बीवी बातरूम में थी. मेरा लंड पूरा खड़ा था, तो मैने सोचा उसके आने से पहले मूठ मार लेता हू, और फिर नहा लूँगा. ये सोच कर मैं बेड पर बैठ गया, और मोबाइल पर पॉर्न लगा कर मूठ मारने लगा.

मैने इयरफोन्स लगा रखे थे, और बड़ा मज़ा आ रहा था मुझे. जल्दी ही मैं अपनी चरम सीमा पर पहुँच गया, और मेरी आँखें बंद होने लगी. अगले 1 मिनिट में मेरे लंड ने अपना माल निकाल दिया. अब मैं शांत हो चुका था.

फिर जैसे ही मेरी आँखें खुली, तो मैं हैरान हो गया. मेरे सामने एक 30-35 साल की लड़की हाथ में बकेट लेके खड़ी थी. मुझे समझ नही आया की मैं क्या करू, तो मैं अपने आप को ढकने की कोशिश करने लगा. फिर मैने पूछा-

मैं: आप कों?

वो बोली: सिर मैं क्लीनिंग कर आई हू.

और ये बोल कर वो मुस्कुराने लगी. फिर वो बोली-

वो: क्या बात है, बीवी शांत नही कर रही क्या इसको?

ये बोल कर वो मुस्कुराने लगी, और सफाई करने लगी. उसके ये बोलने से मैं तोड़ा फ्री हुआ. फिर मैने उसको ध्यान से देखा. उसने लेगैंग्स और शर्ट पहना हुआ था. उसका रंग ठीक-ठीक गोरा था, और बॉडी गड्राई हुई थी. चूचे उसके रसीले और मोटे-मोटे थे. गांद उसकी मुलायम और गद्देदार थी. ओवरॉल साइज़ बोलू तो 36-34-38 होगा. वो चब्बी टाइप थी.

जब तक वो सफाई करती रही, तब तक मैं उसको घूरता रहा. उसने भी ये नोटीस किया था, की मैं उसको घूर रहा था. फिर वो जान-बूझ कर अपनी गांद मुझे दिखाने लगी. मेरे लंड पर चुदाई का सुरूर सवार था. जब मैने देखा की वो भी इशारे दे रही थी, तो मैने पीछे जाके उसकी गांद पर हाथ लगाया.

वो झुक कर ड्रेसिंग टेबल सॉफ कर रही थी. जब मेरे हाथ लगाने पर उसने कुछ नही कहा, तो मैने उसकी गांद पकड़ ली, और पीछे अपना लंड लगा लिया. मेरे ऐसा करते ही वो सीधी खड़ी हो गयी, और उसने एक हल्की सी आ भारी. फिर वो बोली-

वो: साब, ये आप क्या कर रहे हो?

मैं: मुझे इसकी बहुत ज़रूरत है. तुमने सही कहा मेरी बीवी इसको शांत नही कर सकती.

वो: लेकिन साब मैं फ्री में ये नही करती.

मैं: कितने चाहिए तुम्हे?

वो: 1000 रुपय पूरी रात के.

मैं: अपना नंबर डेजा, मैं अपनी बीवी के जाने के बाद तुझे कॉल करता हू.

फिर उसने मुझे अपना नंबर दिया, और बाकी काम करके चली गयी. तब तक मेरी बीवी बातरूम से बाहर आ गयी. उसके आने पर मैं जान-बूझ कर सोने का नाटक करने लगा. मैने उसको ऐसा दिखाया, जैसे मैं बीमार था.

बीवी बोली: घूमने चलते है.

मैं: मेरी तबीयत ठीक नही है. तुम अकेली चली जाओ.

पहले तो वो नही मानी, लेकिन मैने उसको कैसे भी करके माना लिया, और घूमने भेज दिया. फिर जैसे ही वो गयी, मैने उस कंवली औरत को फोन कर दिया. अब मैं पलंग-तोड़ चुदाई के लिए एग्ज़ाइटेड था.

अगले 15 मिनिट में उसने दरवाज़ा नॉक किया. मैने जल्दी से भाग कर दरवाज़ा खोला. अब वो मेरे सामने खड़ी थी. उसने वाइट कलर का शर्ट और ब्लॅक लेगैंग्स पहनी थी. मस्त लग रही थी वो, और नहा धो कर आई थी.

मैने उसको अंदर बुलाया, और दरवाज़ा बंद किया. फिर दरवाज़ा बंद करके पीछे देखा, तो उसकी गांद देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर मैने अंदर जाके उसको पीछे से पकड़ लिया, और अपने हाथ सीधे उसके चूचों पर रख लिए.

क्या मस्त सॉफ्ट चूचे थे उसके. मैं उसके चूचो को दबाने लग गया, और उसकी गांद पर कपड़ो के उपर से अपना लंड रगड़ने लग गया. बड़ा मज़ा आ रहा था, और वो भी सिसकियाँ भर रही थी.

फिर मैने उसको अपनी तरफ घुमाया, और अपने होंठ उसके होंठो के साथ मिला दिए. अब हम दोनो एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे. बहुत मज़ा आ रहा था. मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था, और उसकी जांघों के बीच लग रहा था.

फिर मैने उसके उपर का शर्ट उतार दिया, और उसकी गर्दन को चूमने लग गया. मैं उसकी गर्दन, कंधो, क्लीवेज को चूम चाट रहा था. फिर मैने उसके शोल्डर्स से ब्रा स्ट्रॅप्स को नीचे खिसका दिया, और उसकी ब्रा उसके चूचों से अलग कर दी.

क्या मस्त काससे हुए चूचे थे उसके, बड़े-बड़े निपल्स वाले. मैने उसके दोनो चूचों को अपने हाथो में लिया, और उनको मसालने लग गया. इससे उसकी साँसे और तेज़ हो गयी. फिर मैने उसके निपल को अपना मूह लगाया, और उनको चूसने लग गया.

क्या मस्त स्वाद था उसके निपल्स का. मैने उसको बेड पर लिटाया, और अंडरवेर छ्चोढ़ कर अपने सारे कपड़े उतार दिए. फिर मैं उसके उपर आया, और दोबारा से उसके चूचों को चूसने लग गया.

कुछ देर चूचे चूस कर लाल करने के बाद मैं नीचे आने लगा. मैं उसके मुलायम पेट को चाटने लगा, और उसकी नाभि में जीभ डाल-डाल कर चूसने लग गया. वो कामुक आहें भरे जेया रही थी, और मछली की तरह तड़प रही थी.

फिर मैने उसकी लेगैंग्स को कमर से पकड़ कर खींचा, और निकाल दिया. अब उसकी सेक्सी जांघें और पनटी में च्छूपी छूट मेरे नीचे आने की वेट कर रही थी. उसकी पनटी पूरी गीली थी. फिर सबसे पहले मैने उसकी पनटी को उतरा.

उसकी छूट पर बाल नही थे, और मैने छूट देखते ही उसको चाटना शुरू कर दिया. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट चाट रहा था, और उसमे जीभ मार रहा था. वो मदहोश हो रही थी, और मेरे सर को अपनी जांघों में दबा रही थी.

उसकी छूट को आचे से चाटने के बाद मैने उसको जांघों को चूमा और छाता. अब वो मुझे छोड़ने के लिए बोलने लगी. फिर मैने अपना अंडरवेर उतरा, और मेरा लंबा और मोटा लंड देख कर वो खुश हो गयी.

मैं उसकी जांघों के बीच आया, और उसकी छूट पर अपना लंड रगड़ने लग गया. वो आ आ कर रही थी. फिर जैसे ही मेरा लंड उसकी छूट के मूह पर अटका, मैने एक ज़ोर का झटका मार कर अपना पूरा लंड एक ही बार में उसकी छूट में घुसा दिया.

उसकी ज़ोर की चीख निकली, और मैने उसको तेज़ी से छोड़ना शुरू कर दिया. मैने दोनो हाथ उसके चूचों पर रखे, और उनको मसालते हुए अपनी गांद तेज़ी से हिला कर लंड अंदर-बाहर करता रहा. उसकी छूट पानी-पानी हो रही थी, और छाप-छाप की आवाज़े आनी शुरू हो गयी थी.

कुछ देर वैसे ही छोड़ने के बाद मैने उसको घोड़ी बनाया, और पीछे से लंड उसकी छूट में डाल दिया था. क्या मस्त गांद थी. उसकी गांद को मैं टेबल की तरह बजाने लगा. बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं उसकी छूट को घपा-घाप छोड़ रहा था.

ऐसे ही 30 मिनिट छोड़ते हुए मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उसको घुमा कर उसके मूह में डाल दिया. वो रंडी की तरह मेरा लंड चूसने लगी, और सारा माल पी गयी.

तो दोस्तों इस तरह मैने अपना हनिमून अपनी बीवी के साथ कम और कंवली के साथ ज़्यादा मनाया. कहानी पसंद आई हो तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.