मम्मी और पापा के दोस्तों का थ्रीसम

तो अब आते है स्टोरी पे. मेरे पापा फार्मर है, और हम एक सिटी में रहते है. पापा पहले से ही रंगीन मिज़ाज के है. उन्होने मम्मी को मेरे अंकल के साथ बहुत बार चुडवाया है. मेरी मम्मी भी उनका साथ देती थी. शायद उनको मज़ा आता हो. अब इस कहानी के बारे में.

जीवन और स्वप्निल मेरे पापा के दो दोस्त है. दोनो भी पापा से छ्होटे है. स्वप्निल की आगे 33 और जीवन की 34 होगी. लेकिन दोनो ही देखने में फिट और बॉडीबिल्डर थे. पापा ने जीवन को एक बार बुलाया था मा को छोड़ने के लिए. तब उन्होने मा को और पापा को होटेल में बुलाया था.

शायद स्वप्निल से भी वैसे ही मुलाक़ात हुई हो. एक दिन स्वप्निल और जीवन दोनो एक साथ घर पे आए थे. आज वो होने वाला था जिसके बारे में मम्मी ने ना कभी सोचा होगा, और ना कभी पापा ने.

स्वप्निल पापा से बोला: आज मैं और जीवन भाई दोनो रजनी भाभी को छोड़ना चाहते है एक साथ. पापा ने सोचा और हा कह दिया.

मम्मी ने पापा को कहा: दोनो भी हटते-काटते है. ये जीवन तो जानवर जैसे छोड़ता है, और ये स्वप्निल तो छूट के बाहर लंड ही नही निकालता.

जीवन बोला: बेबी इसमे ही तो मज़ा है.

फिर रूम में जीवन और स्वप्निल मा को लेके चले गये. मा ने ग्रीन कलर की सारी और लाल ब्लाउस पहना था.

जीवन ने कहा: बेबी आज तो मज़े है तुम्हारे.

मम्मी: आराम से करना दोनो. अभी कल बहुत छूट मारी थी जीवन तुमने. मैं ठीक से चल भी पा रही थी कल.

स्वप्निल: क्या भाभी, आप भी आज देखिए आपको जन्नत दिखाएँगे, वो भी ज़ोर-ज़ोर से.

और ये सुन के तीनो भी हासणे लगे. स्वप्निल ने और जीवन ने बारी-बारी अपनी शर्ट पंत उतरी और अंडरवेर और बाणयान रहनी दी. मा ने अपनी सारी और ब्लाउस उतार दिया.

जीवन: भाभी रुकिये, आज हम आपका पेटिकोट, ब्रा, और चड्डी उतारेंगे.

रजनी: ओक.

स्वप्निल ने कहा: मैं पहले ब्रा उतारूँगा.

फिर स्वप्निल ने मम्मी की ब्रा पर अपने दोनो हाथ रखे, और एक-दूं ज़ोर से दबोचे.

मम्मी चीखी: आह आराम से भैया.

स्वप्निल: हरामी भाभी जी, इस वक़्त भी भैया बोल रही हो?

और फिर और ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. उसने फिर ब्रा निकली और ब्रा को लेके पीछे आया, और उसको अंडरवेर पे अपने टाइट लंड पे लगा लिया. जीवन ने फिर मा का पेटिकोट निकाला, और गांद और छूट छाती. मम्मी अब बहुत गरम हो चुकी थी.

मम्मी: अब तुम दोनो भी जल्दी-जल्दी बनियान और अंडरवेर निकालो.

स्वप्निल: आप ही निकाल के दो.

मा चलते हुए गयी, और दोनो को चिपक के खड़ी हुई. दोनो ने फिर मा को चूसा. जीवन मा के लिप्स को काट रहा था, तो स्वप्निल मा के हाथ को अंडरवेर में लंड पे रख रहा था. दोनो ने ऐसे ही 30 मिनिट तक मा को तरसाया, और बहुत टाइम के बाद अंडरवेर और बनियान निकली.

अब तीनो भी नंगे थे. जीवन ने मा की छूट पे क़ब्ज़ा किया, और चाटने लगा. स्वप्निल अपना लंड मम्मी से चुस्वा रहा था. दोनो ही अपना काम बहुत होशियारी से कर रहे थे. मा को मज़ा आ रहा था. वो आअहह उम्म्म हह्ा मोन कर रही थी. 10 मिनिट बाद स्वप्निल ने मा की छूट चाटनी शुरू की.

उसने मा की छूट को पूरी तरह से क़ब्ज़े में लिया था. और उधर जीवन मा के मूह में अपना 6.6 इंच लंड अंदर-बाहर कर रहा था. जीवन और स्वप्निल दोनो मा को बहुत बार छोड़ चुके थे. शायद तभी तो मा को कंट्रोल में रखा था दोनो ने.

बाद में मम्मी ने स्वप्निल और जीवन को खड़ा करके उनके सलामी देते हुए लंड 6.6 जीवन का, और 6.5 स्वप्निल का, दोनो को चूसने लगी. स्वप्निल बहुत बुरी तरह से मोन कर रहा था. मा ने उसकी गोतिया भी चूसी और लॉलिपोप जैसी अंदर-बाहर कर रही थी. गोटियों के बाद में लंड को कुलफी जैसे चूस रही थी. स्वप्निल का लंड अब पूरी तरह से तैयार था.

जीवन का लंड मा ने अपने मूह में ले लिया, और जीवन मा के बूब्स के साथ खेल रहा था. वो कभी उसको खाता तो कभी दबाता. ऐसे करते हुए मा ने जीवन का भी लंड तैयार कर दिया. जीवन और स्वप्निल दोनो भी तैयार थे अब असली कमाल करने के लिए.

जीवन ने स्टार्टिंग की. उसने मा के दोनो पैरों को अपने कंधे पे लिया, और छूट में आराम-आराम से अपना लंड डाला. मा को तोड़ा दर्द हो रहा था, क्यूंकी कल ही जीवन ने उसकी पलंग-तोड़ चुदाई की थी. फिर आई बात समझ की मा चीखी क्यूँ नही, क्यूंकी स्वप्निल ने मा के बूब्स में अपना लंड लगाया और लिप्स तो लिप्स किस रहा था.

जीवन अब समझ चुका था और बोला: थॅंक योउ स्वप्निल.

स्वप्निल: अर्रे भाई छोड़ो साली को. अब हमारी ही है.

जीवन: हा भाई. अपना ही माल है, जितना छोड़ो उतना कम.

जीवन ने बाद में मा की छूट से लंड निकाला, और तकिया लेके उसपे मम्मी को लिटाया और अपना लंड डाला. मा को ऐसे जीवन ने 25 मिनिट नों-स्टॉप छोड़ा.

फिर जीवन ने कमान स्वप्निल को दे दी. स्वप्निल ने फिर मा के छूट में थूक डाली और चूसी छूट. फिर अपना हथियार डाला. स्वप्निल बहुत खुश था, और इसलिए वो और ज़ोर-ज़ोर से झटके मार रहा था. स्वप्निल ने मा को 20 मिनिट छोड़ा.

मा: तुम दोनो ने पानी क्यूँ नही छ्चोढा?

जीवन: डार्लिंग आपके लिए सर्प्राइज़ है.

मा: क्या?

जीवन बोला: हम बताते है.

मा को स्वप्निल ने घोड़ी बनाया, और मा को अपना लंड चूसने के लिए कहा. और मा ने वैसे किया. बाद में स्वप्निल ने मा को अपने उपर आने को कहा. मा वैसे ही गयी, और उसका लंड गांद में लिया.

मा: तुम लोग एक साथ तो नही छोड़ने वाले ना?

स्वप्निल: जीवन भाई, मैने कहा था ना भाभी को पता चल जाएगा.

जीवन: हा वही कर रहे है भाभी, आपको गिफ्ट देना है इसका.

मा: आराम से करना लेकिन.

फिर स्वप्निल ने मा की गांद मारनी शुरू की. जीवन ने उसके बाद मा के पैर को उठा के उनकी छूट में अपना लंड डाला और झटके मारने लगा. मा बहुत चिल्ला रही थी. फर्स्ट टाइम उन्होने एक साथ गांद और छूट में दो लंड लिए थे.

ऐसे करते-करते 30 मिनिट बाद जीवन और स्वप्निल ने मा के मूह में बारी-बारी से पानी छ्चोढा. गाइस कैसी लगी मेरी स्टोरी? प्लीज़ फीडबॅक देते रहिए.