शादी वाले दिन खाला की चुदाई स्टोरी

हेलो दोस्तो, आज जो मई स्टोरी आपको बता रहा हू, वो मेरी सिस्टर, खाला और मामी की है. मैने इन तीनो औरतो को जाम कर छोड़ा और तीनो को छुड़वा कर बहुत पैसे कमाए. मई 25 साल का लड़का हू और जिम फिट हू. मेरा कद लंबा है और मेरा लंड 8.5 इंच का है और काफ़ी मोटा भी है.

मई हमेशा से बहुत हॉर्नी था और मैने बहुत सी औरतो को छोड़ा. मेरा रंडियो का बिज़्नेस है, लेकिन ये सब मैने अपनी बेहन, खाला और मामी से शुरू किया.

ये सब 4 साल पहले शुरू हुआ था. मुझे हमेशा से ही चुदाई का शौंक था. लेकिन नॉर्मल चुदाई मे मुझे मज़ा नही आता था. मई लड़कियो को रंडियो की तरह छोड़ता था और उनको इंसान ही नही समझता था. मेरी रफ चुदाई की वजह से, काफ़ी लड़किया मुझसे दूरी बना कर ही रखती थी.

इसी वजह से मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड 2-3 महीने से ज़्यादा मेरे साथ नही रुकती थी. उससे मेरी चुदाई बर्दाश्त ही नही होती थी. मेरी अपनी खाला शा पे हमेशा से ही नज़र थी. थी तो वो बहुत सेक्सी. काफ़ी स्लिम थी वो, लेकिन बूब्स और गांद उसके बड़े थे.

34″26″32″ का फिगर था उसका. मई शा के नाम की अक्सर मूठ मारा करता था. मेरी हमेशा से ख्वाहिश थी, की उसको छोड़ू और दूसरो से भी चड़वौ. मुझे लड़कियो को ह्युमिलियेट करने मे बहुत मज़ा आता था.

अब हुआ यू, की शा की शादी हो रही थी. मुझे शा को उसकी शादी से पहले किसी भी हाल मे छोड़ना ही था. लेकिन शादी की मसरूफ़ियत मे कुछ करने को नही मिला. शादी के दिन मुझे पता था, की आज शा की सील खुलनी थी.

मैने एक लेटर पर लिख दिया, की शादी की रात आँखों पे पट्टी बांड कर रखना. फिर वो लेटर शा को दे दिया और बोला, की उसके हज़्बेंड ने दी थी. उसने लेटर पढ़ी और शर्मा गयी. उसको ये नही पता था, की मैने क्या प्लान किया था.

शादी की रात से पहले मैने उसके हज़्बेंड को जूस दिया और उसमे बहुत सारी नींद की गोलिया डाल दी. उसके हज़्बेंड को नींद की गोलियो का असर होने लगा था और शादी का फंक्षन भी ख़तम होने लगा था. शा को पहले ही रूम मे भेज दिया गया था, जहा वो आँखों पे कपड़े बाँध कर लेती हुई थी.

मेरी ज़िम्मेदारी थी, की उसके हज़्बेंड को रूम तक ले जौ. क्यूकी शादी होटेल मे थी और टॉप फ्लोर पे उनका रूम था.
लेकिन मैने ऐसा नही किया. मई उसको अपने रूम मे ले गया और तब तक उसको वही बिताया, जब तक की वो सो नही गया.

फिर मई उसको टॉप फ्लोर पे ले गया और रूम खोल कर अंदर ले गया. जैसा मैने चाहा था, वैसा ही हुआ. शा शादी की ड्रेस मे बैठी थी और उसकी आँखों पर कपड़ा बँधा हुआ था. वो बेड पर लेती हुई थी. उसको तो यही लगा था, की उसका हज़्बेंड रूम मे आया था.

मैने उसके हज़्बेंड को चेर पे बिता दिया और रूम लॉक कर दिया. फिर मई शा के पास बेड पे गया और उसके होंठो पे किस किया. तभी शा बोल पड़ी-

शा: आँखों से पट्टी उतारू?

लेकिन मैने उसके होंठो पे उंगली रख के “श” बोला. मई बोल नही सकता था, वरना पकड़ा जाता. फिर मैने उसका दुपट्टा निकाल दिया और उसके हाथ बेड से बाँध दिए. अब बारी थी उसके मज़ा लेने की.

मैने पहले तो अपने कपर्दे उतारे. फिर मैने शा के कपड़े उतार दिए. अब शा मेरे सामने बिल्कुल नंगी लेती हुई थी. वो यही समझ रही थी, की उसका हज़्बेंड ये सब कर रहा था. उसको इसमे मज़ा भी आ रहा था, क्यूकी उसकी छूट गीली हो रही थी.

उसका जिस्म कमाल का था और मेरा तो लंड उसका जिस्म देख कर खड़ा हो गया. मैने शा की टांगे खोली और अपने होंठ उसकी छूट पे रखे. उसके जिस्म मे तो जैसे करेंट दौड़ने लगा. मैने जब छूट चाटना शुरू किया, तो वो पागल हो रही थी.

वो “एम्म” “आ” की आवाज़े निकाल रही थी. मैने उसके जिस्म को किस करके पुर मज़े लिए. अब वो असल चुदाई के लिए रेडी थी. मैने उसकी छूट पे अपना लंड सेट किया और एक हाथ उसके मूह पे रख दिया. मई प्यार से तो छोड़ने वाला था नही. फिर मैने एक ज़ोरदार झटका मारा और मेरा आधा लंड उसकी वर्जिन छूट को फाड़ते हुए अंदर घुस गया.

उसको दर्द हो रहा था और जिस्म काँप रहा था. लेकिन वो चिल्ला नही पा रही थी. मैने फिर दूसरा झटका मारा और पूरा लंड अंदर घुसा दिया. जब मैने लंड निकाला तो मेरा लंड पूरा खून से लाल हो गया था.

मुझे इस सब मे मज़ा आ रहा था और शा तो दर्द से बहाल हो गयी थी. मैने वापस एक ही झटके मे लंड पूरा घुसा दिया और फिरसे निकाला और फिर एक झटके मे डाल दिया. 5-6 बार ऐसा करने के बाद, मैने उसकी स्पीड से चुदाई शुरू कर दी.

मई दूसरे हाथ से उसके बूब्स और गांद को थप्पड़ मार रहा था. मैने मार-मार कर उसके जिस्म को लाल कर दिया था. शा करीब 20 मिनिट की चुदाई मे दर्द से पागल हो रही थी. लेकिन अब उसका दर्द कम होने लगा था, क्यूकी मुझे फील हुआ, की उसकी छूट वापस से गीली हो रही थी.


अब उसको भी मज़ा आ रहा था. मई भी उसको बड़ी बेरेहमी से छोड़ रहा था. मई उसको एक होल से ज़्यादा कुछ समझ ही नही रहा था. उसको छोड़ते-छोड़ते 40 मिनिट हो गये थे और तब मुझे महसूस हुआ, की अब वो मोन कर रही थी.

मैने अपना हाथ हटाया, तो पहले उसने मुझे गालिया दी, की पहली बारी मे इतना रफ कों छोड़ता है. लेकिन मैने कुछ नही बोला और चुदाई कंटिन्यू रखी. वो अब मोन कर रही थी और जब मैने स्पीड से छोड़ना शुरू किया, तो वो कहने लगी-

शा: ई आम कमिंग आहह..

ये सुन कर मैने स्पीड और तेज़ की और कुछ सेकेंड मे ही वो फारिघ् हो गयी.
शा तेज़-तेज़ साँसे ले रही थी और उसको बहुत ही मज़ा आया. लेकिन मई अभी फारिघ् होने से बहुत डोर था. वो कह भी रही थी, की मई उसके हाथ खोल डू और उसको दर्द हो रहा था.

लेकिन मैने उसकी एक ना सुनी. मेरा अब दिल चाह रहा था, की उसकी गांद भी मारु. मैने उसकी गांद के नीचे पिल्लो रखा और टांगे खोल कर उसकी गांद पर लंड सेट किया. फिर मैने ज़ोर देके अपना टोपा अंदर घुसाया, तो वो चिल्ला पड़ी-

शा: अर्रे ये कहा घुसा दिया हराम-ज़ादे.

मैने उसको किस किया और लंड को घुसाता चला गया. वो दर्द से बहुत उछाल रही थी, लेकिन मेरी पकड़ मज़बूत थी. मई भी उसके दर्द का एहसास किए बगैर पूरा लंड घुसता गया. बहुत टाइट गांद थी उसकी और मैने बहुत ज़ोर लगा कर पूरा लंड घुसा दिया.

मैने अपने होंठ हटाए, तो वो रो रही थी दर्द से. मैने उसको थप्पड़ मारा और मूह पे हाथ रख दिया. अब वापस से मैने उसको छोड़ना शुरू कर दिया. उसकी गांद बहुत टाइट थी और वो ढीली भी नही कर रही थी. लेकिन मुझे क्या परवाह थी उसके दर्द की.

मई तो उसको रंडी बनाना चाहता था वैसे भी. मैने उसको 30 मिनिट गांद मे छोड़ा और फिर मेरा टाइम भी पूरा हो रहा था. मई आख़िर-कर उसकी गांद मे ही फारिघ् हो गया.

लेकिन ये एंड नही था. मेरा उसको सुबा तक छोड़ने का प्लान था. पहली चुदाई के बाद, मैने 15 मिनिट का रेस्ट लिया. शा को मज़ा तो आया था, लेकिन अब वो इतना तक चुकी थी, के ज़िंदा लाश की तरह पड़ी थी. 15 मिनिट बाद मैने उसको फिरसे छोड़ना शुरू किया और दोनो छेड़ के मज़े लिए.

शा का दर्द भी ख़तम हो गया था और अब वो मज़े से छुड़वा रही थी. उसको तो शायद अभी तक पता नही होगा, की उसको उसका हज़्बेंड नही छोड़ रहा था. दूसरी चुदाई के दौरान मैने शा को 3 बार फारिघ् किया.

जब वो 4त टाइम फारिघ् होने वाली थी, तो मैने सोचा, की अब टाइम सही है उसको दिखाने के लिए, की उसको इतना मज़ा कों दे रहा था. मैने उसकी आँखों से कपड़ा हटाया और जैसे उसने देखा, की उसको उसका हज़्बेंड नही, बल्कि उसका भांजा छोड़ रहा था, तो उसके होश ही उडद गये.

उसने साइड पे देखा, तो उसका हज़्बेंड सोफा पे बेहोश पड़ा था. इससे पहले वो कुछ बोलती, तो मई उसको किस करने लगा और चुदाई की स्पीड तेज़ कर दी. उसके जिस्म ने उसका साथ नही दिया और चुदाई के मज़े मे वो फारिघ् हो गयी. मई फारिघ् होने वाला था, तो मैने लंड उसकी छूट से निकाल कर गांद मे डाल दिया और वही अपना माल निकाल दिया.

मैने जब किस ख़तम की, तो वो काफ़ी कुछ बोलने लगी, की ये मई क्या कर रहा था वग़ैरा.. वग़ैरा. वो मुझे धमकाने भी लगी. मैने हस्स कर उसको फोन पे उसकी चुदाई दिखाई. आक्च्युयली मैने पूरी चुदाई रेकॉर्ड कर ली थी. फिर मैने उसको थप्पड़ मारा और बोला-

मई: देख इतने मज़े से चुड रही है. कों यकीन करेगा, की मैने तेरे साथ धोखे से चुदाई की है.

वो दर्र गयी और मुझसे मिन्नटे करने लगी, की मई वीडियो डेलीट कर डू. मैने उसके हाथ खोल दिए और उसको ऑर्डर दिया-

मई: चल अब, आके मेरा लंड चूस. फिर मई वीडियो डेलीट कर दूँगा.

पहले 5 मिनिट तक वो सोचने लगी. लेकिन फिर मेरे पास आई और मेरा लंड चूसने लगी. आयेज तो आपको पता है, की मैने उसकी फिरसे चुदाई की. उसका जिस्म भी उसका साथ नही दे रहा था और वो चुदाई के मज़े को इग्नोर नही कर पा रही थी. फिर उसको मई उसके हज़्बेंड के पास ले गया और उसको बोला-

मई: चल चूस अब अपने मिया का लंड.

उसने अपने हज़्बेंड का लंड निकाला, तो वो बहुत छ्होटा था. उसकी शकल पे लिखा था, की वो लंड देख कर निराश हुई थी. फिर मैने उसकी चुदाई उसके हज़्बेंड के सामने की और उससे उसके हज़्बेंड का लंड भी चुस्वाया.

उसकी छूट पहले से ज़्यादा गीली हो रही थी इस सब मे और मई ये समझ गया था, की इस सब मे वो भी एंजाय कर रही थी. मैने उसको 4 बार छोड़ा और वो भी घंटो तक. आखरी चुदाई के बाद तो जैसे उसने मुझे अपना हज़्बेंड क़ुबूल कर लिया हो, क्यूकी वो अब मुझे और छोड़ने का बोल रही थी.

मैने उसको बालो से पकड़ा और उसको समझाया, की आज से वो मेरी रंडी थी और उसने भी ये आक्सेप्ट कर लिया था. उस दिन के बाद शा को मैने बहुत छोड़ा और छोड़-छोड़ कर सेक्स का भूखा बना दिया.

अब जब वो पूरी रंडी बन चुकी थी, तो फिर मैने उसको दूसरो से छुड़वाना शुरू किया. उसकी आइडेंटिटी च्छुपाने के लिए, मई उसको मास्क पहना देता था. फिर मई अपने दोस्तो को बुला कर उसका गंगबांग करवाता था.

उसके जिस्म की डिमॅंड इतनी हो गयी थी, की काफ़ी लोग तो पैसे देने शुरू हो गये. और फिर मैने पैसे लेके उसको छुड़वाना शुरू कर दिया. उसको भी अपने हज़्बेंड के छ्होटे लंड से मज़ा नही आता था. इसलिए वो मेरे पास आती थी और मई उससे खुश करता था.

ये मेरा पहला शिकार था. इसके बाद मैने अपनी बेहन को भी रंडी बनाया और अपनी मामी को भी. कैसे मैने अपने रंडी खाना खोला और वाहा अपनी खाला शा, बेहन और मामी को चुडवाया, ये आपको नेक्स्ट स्टोरी मे बतौँगा.