सुहाग-रात पर जीजा के साली को चोदने की हॉट कहानी

हेलो दोस्तो, मेरा नाम कबीर है. मेरी उमर 35 साल है, और मैं एक मंक में जॉब करता हू. मेरी हाइट 5’10” है, और मैं फिट रहने के लिए जिम जाता हू. मेरा लंड 7 इंच का है, और एक बार लेने के बाद हर लड़की मेरे पास दोबारा ज़रूर आती है.

ये जो कहानी है, इसमे मैं आपको बतौँगा, की कैसे मैने अपनी साली की शादी वाले दिन उसका फ़ायदा उठाया. तो चलिए कहानी शुरू करते है.

मेरी शादी 6 साल पहले हुई थी. मेरी बीवी नाम टीना है. सिर्फ़ एक बेहन है मेरी बीवी की, जो मेरी साली भी हुई. मेरी साली का नाम चारू है, और मेरी शादी के वक़्त वो सिर्फ़ 17 साल की थी. 5 साल बाद यानी की पिछले साल उसकी शादी पक्की हो गयी.

अब चारू 23 साल की हो चुकी थी. उसको ग़ज़ब का रंग चढ़ा था. 34″ के बूब्स, 26″ की कमर, और 36″ की गांद थी उसकी. जब वो टाइट कपड़े पहनती थी, तब वो बहुत खूबसूरत लगती थी. जब भी वो मेरे आस-पास होती थी, तो मेरी नज़र बार-बार उसके सेक्सी जिस्म पर चली जाती थी.

उसकी शादी पक्की होने का मुझे बहुत दुख था, क्यूकी मुझे एक बार उसके साथ सेक्स करने की इक्चा थी. लेकिन मुझे क्या पता था, की उसकी शादी ही मुझे उसको छोड़ने का मौका देगी.

तो हुआ यू, की शादी के बाद सब लोग खाने पीने और नाचने में बिज़ी थे. चारू के हज़्बेंड का नाम रोहित था. रोहित को पीने का बड़ा शौंक था, और उसने चारू को भी थोड़ी पीला दी.

अब चारू बेचारी दूध पीने वाली बच्ची थी, तो एक ही पेग में टल्ली हो गयी. जब मेहमान जाने लगे, तो रोहित और चारू का अपने रूम में जाने का टाइम हो गया. क्यूकी दोनो ने पी रखी थी, तो अपने आप तो वो रूम में जेया नही सकते थे.

मैं ही था वाहा, जिसने सबसे कम पी थी. क्यूकी मैं हेल्त कॉन्षियस हू. फिर मैं उन दोनो को छोढ़ने के लिए उनके रूम तक गया. मैने रूम का दरवाज़ा खोला, और उन दोनो को बेड पर लिटा दिया. फिर जब मैं वापस आने लगा, तो मेरी नज़र चारू पर पड़ी.

गोलडेन लहँगे में वो नशे में मदहोश थी. उसके जिस्म से रस्स तपाक रहा था, और उसका बेवड़ा पति बेहोश पड़ा था. तभी मेरा दिल मुझसे कहने लगा, की इतनी खूबसूरत लड़की अपनी सुहाग-रात पर ऐसे ही सो जाए. ये कोई अची बात नही है.

ये सोच कर मैने चारू को छोड़ने का डिसिशन लिया. मैने रोहित को आराम से उठाया, और सोफा पर शिफ्ट कर दिया. मैने उसके कानो पर हेडफोन्स लगा दिए, ताकि उसको कुछ सुन ना पाए.

फिर मैने जल्दी से अंडरवेर छोढ़ कर बाकी सारे कपड़े उतार दिए. मैं उसके पास जाके लेट गया. जब मैने उसकी पतली कमर पर हाथ लगाया, तो मेरा लंड उछाले मारने लगा. फिर मैने उसका लहंगा उठाया, और उसकी जाँघो पर हाथ फेरने लगा.

क्या मज़ा आ रहा था. जिस जिस्म को छूने का सपना मैं सालो दे देख रहा था, वो आज सच हो रहा था. वैसे तो वो होश में नही थी. और अगर थी भी, तो उसको लग रहा था, की रोहित ये सब कर रहा था.

अब मुझसे ज़्यादा वेट नही हो रही थी. मैने उसको अपनी तरफ घुमाया, और उसको किस करना शुरू कर दिया. उसकी आँखें बंद थी, और वो भी मेरा साथ देने लगी. क्या कमाल का टेस्ट था मेरी साली के होंठो का.

मैने किस करते हुए उसकी चोली खोल दी. अब वो ब्रा और घांग्रे में मेरे सामने थी. मैं उसके उपर आ गया, और उसकी क्लीवेज का मज़ा लेने लगा. वो भी मुझे अपनी आगोश में कस्स रही थी.

फिर मैने उसके ब्रा कप्स नीचे करके उसके दोनो बूब्स बाहर निकाल लिए. जब मैं उसके निपल्स चूसने लगा, तो उसने कामुक आहें भरनी शुरू कर दी.

फिर मैं नीचे गया, और कमर चूमता हुआ उसकी जाँघो पर पहुँच गया. मैने उसका घग्रा उतार दिया, और पनटी भी निकाल दी. अब उसकी सेक्सी जांघें और कुवारि छूट मेरे सामने थी

मैने उसकी जाँघो को चाटना और काटना शुरू कर दिया. फिर मैं उसकी खूबसूरत छूट पर पहुँचा. सुहाग-रात की वजह से उसकी छूट बिल्कुल क्लीन-शेव्ड थी. उसकी छूट पर एक भी बाल नही था, और वो बिल्कुल आइस क्रीम की तरह लग रही थी.

मैने बिना टाइम वेस्ट किए उसकी छूट को चाटना शुरू कर दिया. वो मेरे सिर को अपनी छूट में दबा रही थी, और उसकी छूट धड़ा-धड़ पानी छोढ़ रही थी.

फिर मैने अपना अंडरवेर उतार दिया, और मेरा 7 इंच का लंड उछाल कर बाहर आ गया. मैं उसकी ब्रेस्ट के उपर बैठ गया, और उसके होंठो पर अपना लंड रगड़ने लग गया. फिर जैसे ही उसने मूह खोला, तो मैने अपना लंड उसके मूह में घुसा दिया.

अब मैं उसके मूह में लंड अंदर बाहर कर रहा था, और वो आँखें बंद करके लंड चूस रही थी. फिर जब मैने ज़ोर के धक्के मारने शुरू किए, तब उसने अपनी आँखें खोली. जब उसने मुझे देखा, तो वो हैरान हो गयी. लेकिन वो कुछ बोली नही, और लंड चूस्टी रही.
फिर मैने लंड उसके मूह से बाहर निकाल लिया, और उसकी टाँगो के बीच आ गया. मैने अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया, और पुश करने लगा. उसकी आहें निकालने लगी, तो मैने उसका मूह बंद कर लिया.

फिर मैने 2-3 ज़ोर के धक्के मारे, और अपना लंड उसकी छूट में उतार दिया. जब वो नॉर्मल हुई, तब मैने हाथ हटा लिया. मैने उसके होंठो के साथ अपने होंठ जोड़े, और लगा उसकी गरम छूट को छोड़ने. कितना स्वाद आ रहा था उसकी चुदाई में, ये तो मैं ही फील कर सकता हू.

फिर मैने उसकी जांघे थोड़ी उपर उठाई, और ज़ोर के धक्के देने लगा. उसने भी अपनी जांघे मेरी कमर पर लपेट ली. चुदाई की ठप-ठप की आवाज़े आ रही थी. 15 मिनिट मैने चारू की उसी पोज़िशन में चुदाई की.

जब मैं झड़ने वाला था, तब मैं अपना लंड बाहर निकालने लगा. लेकिन चारू ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया, और मुझे देख कर बोली-

चारू: जीजू अब जब छोड़ ही लिया है, तो बीज भी अपना ही डाल दो.

ये सुन कर मैं खुश हो गया, और ज़ोर के धक्के मारते हुए उसकी छूट में झाड़ गया. मुझे बहुत मज़ा आया अपनी साली को छोड़ कर. फिर उसी रात मैने उसको 2 बार फिरसे छोड़ा, और अपने कमरे में चला गया.

उसने कपड़े नही पहने थे, तो मैने रोहित को नंगा करके उसके साथ लिटा दिया. ताकि रोहित को ये लगे, की जो किया उसने किया.

तो दोस्तो ये थी मेरी कहानी.

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