मम्मी के दुख को डोर किया

ही गाइस, मई राज अपनी दूसरी स्टोरी सीरीस लेके आया हू. अगर आपने पहली स्टोरी नही पढ़ी, तो ज़रूर पढ़िएगा. उस स्टोरी का नाम है – “मम्मी और पापा के दोस्त“.

अब आते है इस स्टोरी पे-

न्यू रीडर्स को पहले मई थोड़ी डीटेल्स दे देता हू. मेरे घर मे हम 3 लोग है, मम्मी, पापा, और मई. पापा की एक रीटेल शॉप है और वो दिन भर दुकान मे ही रहते है. मेरी मम्मी एक हाउसवाइफ है और मई करोना के वजह से वर्क फ्रॉम होमे कर रहा हू.

मेरी मम्मी एक-दूं मस्त माल है. 42″ के बूब्स और 40” का गांद है मम्मी की. किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा उनको देख कर. मम्मी हमेशा घर पे सलवार-कमीज़ मे रहती है.

आब आते है स्टोरी पे-

एक दिन मम्मी और पापा का बहुत झगड़ा हो रहा था. मई कोशिश कर रहा था, की उनका झगड़ा सुलझाया जाए, बुत वो बढ़ता ही जेया रहा था. फिर मम्मी रोने लगी और पापा दूसरे रूम मे चले गये.

मई मम्मी को समझाने की कोशिश कर रहा था और मम्मी रोए जेया रही थी. उस वक़्त मम्मी ने बताया-

मम्मी: तेरे पापा तो मेरी तरफ देखते भी नही है और बाहर जेया कर प्रॉस्टिट्यूट के साथ सेक्स करते है.

मई ये सुन कर शॉक हो गया, बुत कुछ बोल नही पाया. मैने मम्मी को समझा कर उनको शांत किया और अपने कमरे मे आ गया. लेकिन मम्मी की वो बात मेरे दिमाग़ मे घूम रही थी.

फिर 2-3 दिन मे उन दोनो का झगड़ा शांत हो गया. उस दिन के 1 महीने बाद पापा कुछ काम से 3 दिन के लिए आउट ऑफ स्टेशन जेया रहे थे. मेरे दिमाग़ मे से मम्मी की वो बात जेया ही नही रही थी. जब पापा गये, तो मैने मौका देख कर मम्मी से पूछा-

मई: मम्मी आपको कभी मॅन नही हुआ, किसी और के साथ सेक्स करने का?

मम्मी बहुत गुस्सा हो गयी और मुझे डाँटने लगी. वो मुझे बोली-

मम्मी: तेरे को शरम नही आती, अपनी मा से ऐसे बात करता है.

मई: पापा जब दूसरी औरत के साथ सेक्स कर सकते है, तो आप क्यू नही कर सकती?

मम्मी ने गुस्से मे मुझे एक छाँटा लगा दिया. फिर मई भी चुप-छाप उठ कर अपने कमरे मे आ गया. 1 घंटे बाद मम्मी मेरे कमरे मे आई और बोली-

मम्मी: सॉरी बेटा, बुत तुझे ऐसा नही बोलना चाहिए था.

मैने कुछ जवाब नही दिया.

मम्मी: अब इतना गुस्सा क्यू हो रहा है?

मई: क्या ग़लत बोला था मैने? जब पापा सच मे कर सकते है, तो आप बात भी नही कर सकती क्या?

मम्मी: वो बात नही है बेटा, लेकिन…

मई: क्या लेकिन? चुप क्यू हो गयी?

मम्मी: कुछ नही.

मई: अर्रे बोलो.

मम्मी: क्या बोलू, तेरे पापा तो है ही ऐसे.

मई: क्या पता अभी भी वो वाहा किसी प्रॉस्टिट्यूट को लेके आए हो.

मम्मी: चुप कर तू.

मई: आप ने कभी किसी और के साथ मे सेक्स क्यू नही किया? आपका मॅन नही करता?

मम्मी: फिर शुरू हो गया तू.

मई: अब बोलो भी. मई कोई बच्चा नही हू.

मम्मी: इतना आसान नही है बेटा. मई एक संस्कारी घर से हू और मई ये सब नही करती.

मई: सेक्स तो सबकी ज़रूरत होती है. इसमे संस्कार कहा से आए?

मम्मी: तू नही समझेगा.

फिर मैने हिम्मत करके मम्मी को बोल दिया-

मई: मेरे को आपके साथ सेक्स करना है.

ये सुनते ही मम्मी ने मुझे फिरसे एक लाफा मार दिया और मई मूह सूजा के बैठ गया. फिर मम्मी बोली-

मम्मी: मई तेरी मा हू.

मई: लेकिन ज़रूरते तो दोनो को है. पापा उधर किसी औरत के साथ मज़े कर रहे है. तो आपको क्या प्राब्लम है?

मम्मी: तू मेरा बेटा है.

मई: अभी वो सब मत सोचो. अभी आप एक औरत हो और मई एक मर्द हू.

मम्मी: तू पागल हो गया है क्या?

मई: मम्मी आप इतनी खूबसूरत हो. कोई पागल ही होगा, जो आपको छोढ़ कर दूसरी औरत के पास जाएगा.

फिर मई धीरे-धीरे मम्मी को बुरा फील कराने लगा.

मई: मई पापा की जगह होता, तो कभी दूसरी औरत की तरफ देखता भी नही.

मम्मी: मेरी तो किस्मत ही खराब है.

फिर मई मौका देख के मम्मी को किस करने लगा. मम्मी ने तुरंत मुझे डोर किया और बोला-

मम्मी: ये क्या कर रहा है?

मैने बोला: मुझे पता है, की पापा आपके साथ सेक्स नही करते और आपकी भी ज़रूरते है.

मम्मी: लेकिन बेटा ये ग़लत है.

मई: ये बात तो आपके और मेरे बीच ही रहनी है.

मम्मी: लेकिन बेटा?

मई फिरसे मम्मी को किस करने लगा. मम्मी रेज़िस्ट कर रही थी, लेकिन मैने कस्स के उनका फेस पकड़ा और स्मूच करने लगा. फिर 5 मिनिट मे मम्मी ने रेज़िस्ट करना बंद कर दिया और मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया.

मई फिर मम्मी के बड़े-बड़े दूध दबाने लगा. उसके बाद मैने मम्मी का कमीज़ उतरा. अंदर मम्मी ने वाइट ब्रा पहनी हुई थी. मई ब्रा के उपर से ही दूध दबा रहा था और मम्मी को किस कर रहा था.

फिर मैने मम्मी की ब्रा खोली और उनका दूध चूसने लगा. उधर मम्मी बस सिसकारिया ले रही थी और धीरे-धीरे बोल रही थी-

मम्मी: नही बेटा, ऐसा नही करते.

मई उनकी बात को इग्नोर मारते हुए उनके दूध चूसने लगा. मैने फिर मम्मी को बोला-

मम्मी: मम्मी अब आप मेरा लोड्‍ा चूसो.

इस्पे मम्मी ने सॉफ इनकार कर दिया और बोली-

मम्मी: ये सब मेरे से नही होगा.

लेकिन बहुत रिक्वेस्ट करने पर मम्मी मान गयी. मम्मी अब टॉपलेस थी (नीचे सलवार पहनी हुई थी) और बिस्तर पर बैठ कर मेरा लोड्‍ा चूस रही थी. क्या नज़ारा था दोस्तो. मुझे तो मज़ा ही आ गया.

मम्मी इतना बढ़िया ब्लोवजोब दे रही थी, की बस 5 मिनिट मे ही मेरा माल निकल गया और मैने मम्मी के मूह को अपने वीर्या से भर दिया. फिर मैने मम्मी की सलवार और पनटी उतारी और मम्मी को बिस्तर मे लिटा कर मई उनकी छूट चाटने लगा.

मम्मी ने बहुत समय से सेक्स नही किया था. मेरी जीभ जैसे ही उनकी छूट पे टच हुई, तो वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकारिया लेने लगी.

मम्मी: आ.. बेटा, आराम से चाट. आज अपनी मा की छूट को फाड़ दे आ.. एम्म्म… आ..

ऐसा बोलते-बोलते मम्मी मेरे बालो मे अपने हाथ फेर रही थी. फिर मम्मी का माल बहुत जल्दी निकल गया और मैने उसको पूरा पी लिया. उतनी देर मे मेरा लोड्‍ा फिरसे खड़ा हो चुका था और मम्मी की छूट भी पूरी गीली थी.

मैने देर ना करते हुए मम्मी की छूट मे अपना लोड्‍ा सेट किया और ज़ोर से धक्का मारा. धक्का लगने से मम्मी की चीख निकल गयी.

मम्मी: आराम से डाल ना, मार देगा क्या मेरे को?

फिर मई धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा और मम्मी की आ आ से पूरा रूम गूँज रहा था. 5 मिनिट बाद मैने मम्मी को घोड़ी बनने को कहा और उनको डॉगी स्टाइल मे छोड़ने लगा.

फिर 15 मिनिट की ताबाद-तोड़ चुदाई के बाद मेरा निकालने वाला था. तभी मैने मम्मी से बोला-

मई: मम्मी कहा निकालु?

मम्मी बोली: अंदर ही डाल दे. मैने नसबंदी कराई हुई है, तो कुछ नही होगा.

फिर मैने भी खुश हो कर पूरा माल मम्मी की छूट मे ही डाल दिया. उसके बाद मई मम्मी के बगल मे ही लेट गया.

इसके बाद क्या हुआ, वो आपको अगली स्टोरी मे बतौँगा. तब तक शॅब्बा-खैर.

स्टोरी कैसी लगी मुझे मैल करके ज़रूर बताईएएगा.