देसी सेक्स स्टोरी मा और बेटे की चुदाई की

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम सिम्मी है और मई पुंजब से हू. आप मेरे बारे मे तो बहुत आचे से जानते ही हो. और आप जैसे बहुत सारे फ्रेंड्स मुझे मैल भी करते है. मेल्स मे कुछ अपनी स्टोरीस बताते है और कुछ को सीक्रेट्ली बाय्स आंड गर्ल्स को मिलना होता है. सो मई उनकी हेल्प कर देती हू.

अब टाइम खराब ना करते हुए, चलते है स्टोरी की तरफ. ये स्टोरी रीना रॉय की ज़ुबानी है.

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम रीना रॉय है. मेरी आगे 48 है और फिगर साइज़ 38″30″38″ है. मेरे फिगर को एक-दूं बॉम्ब टाइप का फिगर बोल सकते है. मई बंगलोरे से हू. मेरे हज़्बेंड एक गवर्नमेंट टीचर है और मेरे टू किड्स है.

मेरा बेटा 22 साल का है और बेटी 19 साल की है. ये तो हुई जान-पहचान. अब चलते है स्टोरी की तरफ.

जैसे मैने आपको मेरी बॉडी के बारे मे बताया है, तो आप समझ ही सकते है, की ऐसी बॉडी कितना मज़ा करने के बाद बनी होगी. सुबा-सुबा मेरे हब्बी अपनी ड्यूटी पे चले जाते है और बच्चे अपने कॉलेज चले जाते है.

और उनके जाने के बाद घर मे मई अकेली होती हू. मुझे सेक्स बहुत ही पसंद है, क्यूकी मैने एक साथ 8 लोंडो से भी चुदाई करवाती थी. मुझे मज़ा तो बहुत आया, बुत उसकी सज़ा अगले दिन को मिली, जब मुझसे चला भी नही जेया रहा था.

उस दिन घर की सारे काम मेरी बेटी ने ही किए थे और वो समझ भी गयी थी. लेकिन वो बोली कुछ नही. मेरे पड़ोस मे एक लड़के के साथ मेरी सेट्टिंग है. वो जब दिल करे आ जाता है और झट से शुरू हो जाता है. बाकी मेरे फ्रेंड्स जीतने भी है, वो टाइमिंग के हिसाब से मिलते है.

मुझे घर मे नंगी रहना बहुत पसंद है, क्यूकी घर मे कोई भी नही होता. अगर कोई आता है, तो मेरा बाय्फ्रेंड ही आता है और मुझे ऐसे ही पकड़ कर छोड़ने लगता है.

एक दिन ऐसे ही मई ब्लूटूवाय्त लगा कर फोन पे बात कर रही थी और साथ मे काम भी कर रही थी. मेरे दिमाग़ मे ही नही था, की आज मिल्कमॅन अभी तक नही आया था. मई ऐसे ही बाते कर रही थी और साथ मे उंगली कर रही थी बीच-बीच मे.

फिर किसी ने पीछे से आकर मुझे पकड़ लिया और प्यार के साथ नीचे बिता दिया. फिर उसने मेरे मूह मे अपना लंड डाल दिया. मैने देखा भी नही था, की वो कों था और मई चुप-छाप पीछे मूडी और नीचे बैठ कर लंड चूसने लगी.

दूसरी तरफ मई फोन पे भी बात करती रही. उसने लोवर पहना था. मई सोच रही थी, वो मेरा बाय्फ्रेंड था, तो मई कुछ नही बोली और लंड चूस्टी रही. मई कभी बात कर रही थी और कभी लंड चूस रही थी.

मुझे इसमे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर धीरे से उसने मेरा लोवर उतार दिया और मुझे फिरसे घुमा कर बेड के साथ खड़ा कर दिया. उसके बाद उसने मेरी गीली छूट मे अपना लंड डाल दिया.

मुझे ऐसे लगा, जैसे लंड आज छ्होटा था. लेकिन मई चुप-छाप छुड़वाने लगी और वो 5 मिनिट मे ही मेरी छूट मे ही झाड़ गया. फिर जैसे ही वो झाड़ा, मैने फिरसे उसका लंड पकड़ कर अपने मूह मे ले लिया. उदार कॉल भी कट हो गयी थी.

फिर मैने देखा, तो वो मेरा बाय्फ्रेंड नही था और वो तो मिल्कमॅन था. मेरी तो गांद ही फटत गयी उसको देख कर, क्यूकी वो मेरे हब्बी का बहुत अछा दोस्त था. फिर मई जल्दी से भाग कर अंदर गयी और अपने आप को च्छुपाने लगी.

लेकिन वो भी मेरे पीछे-पीछे आ गया और मुझे पकड़ कर किस करने की कोशिश करने लगा. मई माना कर रही थी, क्यूकी पहले मई उसको कोई और समझ कर सब कर रही थी. तब उसने मुझे ब्लॅकमेल किया, की अगर मैने कोवापरेट नही किया, तो वो मेरे हब्बी को सब बोल देगा.

इस वजह से मुझे उसके साथ किस्सिंग करनी पड़ी और फिरसे उसने मुझे छोड़ा. उसने बोला, की वो कल भी आएगा और ये बोल कर वो चला गया. मई ऐसे ही बैठी हुई थी, की तभी मेरा बेटा आ गया और बोला-

बेटा: मों क्या हुआ? आज आप बहुत चुप-छाप है?

मई कुछ नही बोली और वो अंदर चला गया. फिर उसके बाद मेरी बेटी आई और मुझे देख कर अंदर चली गयी.
मई खाना खाने की लिए बुला रही थी, लेकिन अभी तक बच्चे नीचे नही आए थे.

फिर थोड़ी देर बाद जब बच्चे आए, तो वो मुझे अजीब से देख रहे थे. मई भी उनसे नज़र नही मिला रही थी. उसके बाद मेरे हब्बी भी आ गये. मई दर्र रही थी, लेकिन उन्होने मुझे कुछ नही बोला और ऐसे ही दिन निकल गया.

रात को मई बातरूम गयी, तो मैने देखा की मेरा बेटा मूठ मार रहा था. मई उसको गुस्से से बोली-

मई: ये क्या कर रहा है?

और ये बोल कर मैने उसको एक थप्पड़ मार दिया. उसने मुझे बालो से पकड़ा और नीचे बिता कर मेरे मूह मे लंड दे दिया और बोला-

बेटा: चूस इसको मेरी रंडी.

मई उससे छ्छूटने की कोशिश कर रही थी और मैने उसको एक थप्पड़ और मार दिया. फिर उसने मुझे बोला –

मई: बुला अपने हब्बी को. मई भी उसको बताता हू, की तू मिल्कमॅन से चुड़वाती है. इसके अलावा भी कभी किसी से, तो कभी किसी और से चुड़वाती है.

मई तो उसकी बात सुन कर पूरी हिल गयी, की उसको कैसे पता चला. उसने बोला-

बेटा: अगर अब नही चूसा, तो मई पापा को सब बता दूँगा.

अब मई मजबूरन लंड चूस रही थी और फिर उसने अपना पूरा माल मेरे मूह मे झाड़ दिया. मई उसका सारा माल पी गयी. उसका माल टेस्टी था, लेकिन मई ये बोल नही सकती थी. फिर मई अपने रूम मे आ गयी और मेरा बेटा अपने रूम मे चला गया.

सुबा उठ कर मई किचन मे काम कर रही थी. तब वो वाहा आ गया और मुझे पीछे से हग कर लिया. मई बिल्कुल चुप रही और वो मेरी छूट को सहला रहा था. मई माना करती रही, लेकिन वो नही माना. फिर वो बोला-

बेटा: जब तक मेरा निकलेगा नही, मई यहा से नही जौंगा.

मैने अपनी निघट्य उपर कर दी और बोली-

मई: एलए करले.

लेकिन तब उसने माना कर दिया और बोला-

बेटा: अभी नही, वेट करो. आज छुट्टी है और मई तुम्हे सारा दिन छोड़ूँगा.

फिर वो मेरे मूह मे लंड देके ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. मेरी साँस रुक रही थी, लेकिन उसने स्पीड धीमी नही की और मेरे मूह के अंदर ही सारा माल निकाल दिया. मैने उसका पूरा लंड चूस-चूस कर माल सॉफ कर दिया और तब वो वाहा से उपर चला गया.

तभी मेरी बेटी आई, जो मुझे अजीब से देख रही थी. मई समझ नही पा रही थी, की मई क्या बोलू उसको. खैर उसके बाद सब घर से जाने लगे.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगली स्टोरी मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे. [email protected]