सभी छूट की रानियों, और लंड के बेताज बादशाहों को रिडॉक्स का प्रणाम (हहे). कैसे है आप सब? आशा करता हू आप सभी मुझे बहुत प्यार देंगे. पहले मैं अपनी और अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बता डू.
मेरा नाम रिडॉक्स है. मैं पुणे में स्टडी करता हू. घर मेरा देल्ही में है, और वही मेरे माता-पिता रहते है. पुणे में मैं अकेला रहता हू. मैं 20 साल का हू. दिखने में तोड़ा सावला हू, पर मैं बहुत हॉट लगता हू.
इसकी वजह से मेरी 6 गर्लफ्रेंड्स भी रह चुकी है, और आज मैं अपनी पहली गर्लफ्रेंड की चुदाई की बात करने वाला हू. मेरे लंड का साइज़ 8 इंच लंबा और 5 इंच मोटा है. क्यूंकी मैने कभी मूठ नही मारी. मैने हमेशा अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई ही की है. तो मेरा लंड एक-दूं सख़्त और सीधा है.
मैं जिम जाता हू और इसी वजह से मेरे सिक्स पॅक एबेस बिल्कुल सॉफ दिखते है. मेरी गर्लफ्रेंड का नाम अनिषा है, जो की मेरी नेबर है. उसका फिगर एक-दूं कॅसा हुआ है. उसके बूब्स बहुत बड़े है, आंड उसकी कमर आवरेज है, और उसके चूतड़ ऐसे है की कभी छूट मारने का मॅन ही नही करता. हमेशा उसकी गांद में लंड डाला रहे बंदा. अब बोर ना करते हुए स्टोरी पर आते है.
ये बात शुरू होती है अक्टोबर 2022 में. मैं अपनी गॅलरी में बैठा हुआ बाहर के व्यू का मज़े ले रहा था. तभी एक कार हमारी कॉलोनी के अंदर एंटर करती है, और उसमे से अनिषा बाहर आती है. मैं उसे देख कर पागल हो गया.
उसने वर्काउट वाले टाइट कपड़े पहने हुए थे, और वो अभी-अभी जिम से आई थी. मॅन कर रहा था की उसके दूधो को अभी जेया कर पी लू. उसकी गांद किसी नरम गद्दे जैसी थी. अब मुझे उसे छोड़ने का मॅन हो गया. मैने सोच लिया की अब इसे पत्ता के छोड़ना ही छोड़ना था. फिर वो बिल्डिंग के अंदर आने लग गयी, और लिफ्ट से उपर आने लगी.
मैं जल्दी से रूम से बाहर निकला, और उसे देखने लगा, की वो कहा रहती थी. मैं सोच ही रहा था की, सामने से वो मेरे रूम की साइड वाले रूम के अंदर चली गयी. उसने मुझे भाग कर उसकी तरफ आते हुए देख लिया. मैं उसको देखते ही रुक गया, और वो मुझे देख कर मुस्कुरा कर रूम में चली गयी.
मुझे अब अनिषा को छोड़ने की इक्चा बिल्कुल पीक पर हो गयी थी. मैने काफ़ी दिन उसका पीछा किया, और उसके पसंद की चीज़े करने लगा. उससे बातें करने लगा. कुछ ही दीनो में हम आचे दोस्त बन गये.
आज मैने एक पार्टी रखी थी. मेरे बर्तडे पर मैने अपने सभी दोस्तों को बुलाया, और अनिषा को भी इन्वाइट किया. शाम को 8 बजे पार्टी शुरू हुई. सभी अपनी-अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर आए थे. इसलिए रोमॅंटिक गानो से रूम गूँज रहा था. सभी अपनी-अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रोमॅन्स कर रहे थे. कोई किस कर रहा था, तो कोई छूतदों को सहला रहा था, तो कोई अपनी गर्लफ्रेंड के दूध दबा रहा था.
पार्टी में यही कोई 16 लोग थे, जिसमे से सिर्फ़ मैं और अनिषा सिंगल थे. मैने मौके का फ़ायदा उठाया और कहा-
मैं: गाइस-गाइस लिसन, मैं आप सभी को एक इंपॉर्टेंट बात बताना चाहता हू. और स्पेशली अनिषा तुम्हे.
मैं तोड़ा हिचकिचा रहा था. पर मुझे आज बोलना ही था. तो मैने खुद को मोटीवेट किया, और अपने घुटनो पर बैठ गया, और एक गुलाब हाथ में लिया और कहा-
( अनिषा मेरे सामने खड़ी थी, अपने दोनो हाथो को आपस में रग़ाद रही थी. और सोच रही थी, पता नही क्या बोलेगा? )
मैं: अनिषा डियर, मैं काफ़ी दीनो से तुम्हे देख रहा हू. पता नही क्यूँ पर जब भी तुम्हे देखता हू, ऐसा लगता है की मुझसे खुश-नसीब कोई नही है. तुम्हे देख कर मैं सब कुछ भूल सा जाता हू. मुझे लगता है मुझे तुमसे प्यार हो गया है. इसलिए मैं आज तुम्हे अपने दिल की बात कह रहा हू. क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी?
अनिषा पहले तो थोड़ी शरमाई, फिर उसने हा कर दी और कहा-
अनिषा ( ब्लश करते हुए कहा): हा मैं भी तुम्हे बहुत पहले से पसंद करती हू.
और उसने गुलाब का फूल लेकर मुझे ज़ोर से गले लगा लिया. अनिषा के दूध मेरी चेस्ट पर टच होते ही मुझे ऐसा लगा जैसे मेरा लंड अभी अनिषा के कपड़े फाड़ कर छूट में घुस जाएगा.
फिर 12 बाज गये. पार्टी ख़तम हुई. सभी अपने-अपने घर चले गये. अनिषा पास ही थी, इसलिए उसने कहा-
अनिषा: मैं थोड़ी देर तुम्हारे पास रहूंगी.
फिर हम थोड़ी इधर-उधर की बातें करने लगे.
अनीश: क्या तुम मोविए देखोगे?
मैं: हा-हा, क्यूँ नही?
अनिषा ने एक लोवे रोमॅंटिक मोविए लगा दी. उसमे एक किस्सिंग सीन आता है, तो मैं अनिषा के हाथ पर अपना हाथ रख देता हू. अनिषा समझ गयी की मैं क्या चाहता था. उसने अपना हाथ उठा कर मेरे बालों में डाल दिया, और मुझे अपनी तरफ खींच कर मेरा सर अपने कंधे पर रख लिया.
मोविए थोड़ी रोमॅंटिक होती जेया रही थी, और उपर से अनिषा जैसी हॉट आइटम गर्ल मेरे बाजू में थी. तो मेरा लंड खड़ा हो गया. अनिषा ने ये नोटीस कर लिया. वो समझ गयी की आज उसकी चुदाई पक्का हो कर ही रहेगी. मैं भी अनिषा की टॉप के उपर से हाथ फिरने लगा. उसे अछा फील हो रहा था. मुझमे आयेज बढ़ने की हिम्मत आ गयी. मैं हाथ उसकी जांघों पर ले गया.
फिर उसकी गर्दन पर एक हाथ रखा, और उसकी आँखों में देखने लगा. उसकी आँखें बहुत नशीली हो रखी थी. उसकी आँखों में चूड़ने के लिए हवस सॉफ नज़र आ रही थी. मैं पहले उसके होंठो के पास अपने होंठ ले गया. पहले उसने मेरे होंठो को अपने होंठो से पकड़ लिया. उसके होंठो का स्वाद इतना मीठा था की किसी ने चीनी घोल दी हो.
उसके होंठ बहुत ही रसीले थे. मेरे होंठ पर होंठ रखते ही मैं उसके होंठो की नामी और गर्मी को महसूस कर पा रहा था. कुछ ही देर में उसकी साँसे बढ़ने लगी. मैं और अनिषा एक-दूसरे को चूमने में पूरी तरह से खो गये.
मैं उसके होंठो पर होंठ रख कर इश्स तरह से चूस रहा था, जैसे सारा आम खाने के बाद आम की गुठली को चूस्टे है. कभी मेरे होंठ उपर, तो कभी उसके होंठ उपर.
उसने एक लंबी साँस ली, और मेरी जीभ को अपने मूह में खींच लिया. फिर मेरी जीभ को बड़े ही चाव से चूसने लगी. मुझे ऐसा देख और ज़्यादा नशा होने लगा. मैने भी उसकी जीभ अपने मूह में ले ली, और और ज़ोर से उसकी जीभ चूसने लगा.
अनिषा और मेरी जीभ एक-दूसरे के मूह में ऐसे चल रही थी, जैसे शादी के पहले दिन दूल्हा-दुल्हन चुदाई करते है. कभी मेरी जीभ उसका मूह छोड़ती, तो कभी उसकी जीभ मेरा.
हम दोनो स्मूच करते-करते अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुके थे. उसके गाल लाल हो गये थे. उसके होंठो की सारी लिपस्टिक मेरे फेस पर लग गयी थी. अब अनिषा की लिपस्टिक पूरी तरह से हॅट गयी थी, और उसके होंठ दूध की तरह गोरे दिख रहे थे. फिर अनिषा ने मुझे डोर किया और कहा-
अनिषा: रूको, मैं अभी आती हू. तुम्हारे लिए एक गिफ्ट है.
फिर वो रूम में गयी, और एक गिफ्ट लेके आई. उस गिफ्ट में एक पेन ड्राइव था, और उसने कहा-
अनिषा: चलो पहले ये पेन ड्राइव चेक करो.
मैं: ठीक है. दो मुझे चेक करते है.
उस पेन ड्राइव में क्या था, और इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.
[email protected]