बेटे को उठाने आई सेक्सी लड़की के साथ तारक-पन

ही फ्रेंड्स, मैं अभिजीत आप सब के सामने अपनी एक सॅकी कहानी लेके आया हू. मेरी उमर 30 साल है, और 3 साल पहले मेरी शादी हो चुकी है. शादी के एक साल बाद मेरा एक बेटा हू. क्यूंकी मैं और मेरी वाइफ दोनो ही दिखने में आचे है, तो हमारा बेटा बहुत खूबसूरत बच्चा है.

मेरी हाइट 5’9″ है, और लंड 7 इंच का है. जिम मैं रेग्युलर जाता हू, इसलिए मेरी बॉडी भी अची बनी हुई है. मेरी वाइफ भी काफ़ी सेक्सी है, और हमारी सेक्स लाइफ भी काफ़ी अची है. लेकिन वो कहते है ना की बीवी चाहे कितनी भी खूबसूरत हो, आदमी कुत्ता होता है, और उसकी नज़र दूसरी लड़कियों/औरतों पर ज़रूर रहती है.

ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ, और इसकी वजह बना मेरा बेटा. तो चलिए आप सब को बताता हू की सब कैसे हुआ.

मेरी बीवी की फॅमिली हर साल रिलिजियस प्लेस पर जाती थी उसकी शादी से पहले. उनको लगता है की उन्हे वाहा से बहुत कुछ मिला है. शादी के बाद भी मेरी बीवी ये रिवाज़ तोड़ना नही चाहती थी, इसलिए उसने मुझसे पूछा. मुझे उसके जाने से कोई दिक्कत नही थी, इसलिए मैने उसको हा बोल दिया.

फिर ससुराल वाले मुझे भी चलने के लिए कहने लगे तो मैने भी उनके साथ जाना शुरू कर दिया. पिछले साल भी हम ऐसे ही गये. अब मेरा बेटा 1 साल का हो चुका था. वाहा जाके हम एक होटेल में रुकते है. उस होटेल के सामने एक धरामशाला है, जहा उन्ही दीनो में लंगर होता है. तो हमारी फॅमिली का खाना पीना वही से होता है.

क्यूंकी मेरा बेटा अभी छ्होटा था, तो खाने के टाइम हमारे में से एक बंदे को उसको पकड़ के खड़े होने पड़ता था, और वो बंदा बाद में खाना खा लेता था. ऐसे ही मैं अपने बेटे को पकड़ कर खड़ा था, और बाकी सब खाना खा रहे थे.

बेटा मेरा बहुत क्यूट है, और आप तो जानते ही है की क्यूट बच्चे लड़कियों को कितने प्यारे लगते है. जब मैं खड़ा था, तो वाहा लंगर के लिए काफ़ी भीड़ थी. तभी मेरे पास एक लड़की आई और बोली-

लड़की: हाउ क्यूट! क्या आप इसको मुझे पकड़ाएंगे?

मैने जब उस लड़की को देखा तो वो बहुत सेक्सी थी. वो कोई 24-25 साल की भरे हुए बदन की गोरी-चित्ति लड़की थी. उसका फिगर तकरीबन 36-30-38 होगा. उसने स्काइ-ब्लू जीन्स और वाइट जॅकेट पहनी हुई थी. उसकी गांद उसकी जीन्स में बहुत टाइट हुई पड़ी थी. बाल उसके खुले थे, और उसको स्पेक्स लगी हुई थी. तभी उसने फिरसे पूछा-

लड़की: क्या आप इसको मुझे पकड़ने देंगे.

वो इतनी हॉट थी, की मेरे मूह से ना निकल ही नही पाया, और मैने अपने बेटे को उसको पकड़ा दिया. वो मेरे बेटे की पप्पियन लेने लग गयी. और उसको पप्पियन लेते देख मेरा दिल उसकी पप्पियन लेने को करने लगा. तभी वो बोली-

वो लड़की: मेरा नाम सोनम है. ये आपका बेटा है.

मैं: मेरा नाम अभी है. आंड हा, ये मेरा बेटा है.

सोनम: बहुत क्यूट है आपका बेटा. दिल करता है किस करे जाओ.

मैं: क्यूट तो वैसे मैं भी हू. आप चाहो तो…

मेरे मूह से एक-दूं ही ये निकल गया. वो इतनी हॉट थी, की मैं अपने अंदर के तर्की पर कंट्रोल ही नही रख सका. अब मैने बोल तो दिया, लेकिन फिर सोचने लगा की कोई पंगा ही ना पद जाए. लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ. वो भी साली चालू थी. उसने बोला-

सोनम: हा क्यूट तो आप भी हो. लेकिन आपको किस मैं सब के सामने नही कर सकती.

ये सुन कर मैं खुश हो गया. फिर मैने उसको कहा-

मैं: नंबर तो दे सकते हो सब के सामने?

और वो सीधे अपना नंबर बोलने लगी. मैने जल्दी से अपना फोन पॉकेट से निकाला, और उसका नंबर डाइयल कर दिया. तभी उसकी पॉकेट में पड़ा फोन बजने लगा. फिर मैने कहा-

मैं: ये मेरा नंबर है. इसको सेफ कर लीजिए.

सोनम: किस नाम से सवे करू? अभी, या क्यूट बॉय.

मैने भी मौके पे चौका मारा. मैने अपना हाथ उसके लेफ्ट बूब पर रखा, और कहा-

मैं: ये आपका दिल जो कह रहा है उस नाम पर सवे कर लीजिए.

उसने इस बात का बुरा नही माना, और मुझे एक नॉटी स्माइल दे दी. मैं समझ चुका था, की लड़की भी बहुत प्यासी थी. फिर उसने मुझे मेरा बेटा वापस दिया, और वाहा से जाने लगी. जाते-जाते उसने मुझसे कहा-

सोनम: जल्दी मिलेंगे.

मैने कहा: तुम्हारी उमीद से भी जल्दी मिलेंगे.

अब मैं उसका नंबर लेके बहुत खुश था. 5-10 मिनिट में मेरी फॅमिली लंगर खा कर आ गयी थी. फिर मैने जाके लंगर खाया, और उसके बाद हम सब होटेल रूम में चले गये. अब सब घूमने जाने वाले थे. सब लोग डिस्कशन कर रहे थे, की कहा-कहा जाना था.

उधर मैने व्हातसपप पर सोनम को मेसेज करना शुरू कर दिया. उसने भी उसी वक़्त रिप्लाइ कर दिया. मैने उससे पूछा-

मैं: क्या कर रही हो?

सोनम: कुछ नही घर वाले घूमने का प्लान बना रहे है, और मैं सुन रही हू.

मैं: मत जाओ.

सोनम: क्यूँ?

मैं: मेरे इधर भी सेम प्लॅनिंग चल रही है. यहा मैं कोई बहाना बना कर रुक जाता हू. उधर तुम कोई बहाना बना दो. फिर हम मिल सकते है.

सोनम: बड़े स्मार्ट हो यार.

मैं: अभी स्मार्टनेस देखी कहा है तुमने.

सोनम: चलो फिर आज देख लेते है. मैं रुक जाती हू.

ये सुन कर मैं खुश हो गया. फिर जब सब घर वाले निकालने लगे, तो मैने कोई बहाना बना दिया, और उनको भेज दिया. अब मैं अकेला था, और मेरे पास शाम तक का वक़्त था. उधर से सोनम ने भी ऐसे ही किया. उसने मुझे फोन करके कहा-

सोनम: मेरे घर वाले चले गये है, और मैं यहा होटेल में ही हू.

मैं: मेरे भी चले गये.

फिर उसने मुझे अपने होटेल की लोकेशन शेर की. मैने जल्दी से रूम को लॉक लगाया, और निकल पड़ा उसके होटेल की तरफ. 5 मिनिट में मैं उसके होटेल पहुँच गया, क्यूंकी उसका होटेल मेरे होटेल के पास में ही था.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको यहा तक की कहानी पसंद आई हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स को भी भेजे. कहानी पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया.

[email protected]