शादी वाले लड़का हुआ लड़की की भाभी पर लट्यू

दोस्तों मेरा नाम युवराज है, और मैं पुंजब का रहने वाला हू. मेरी उमर 29 साल है, और मेरी शादी हो चुकी है. हाइट मेरी 5’11” है, और लंड मेरा 6.5 इंच का है. मैं दिखने में हॅंडसम हू. ये कहानी तब की है, जब मेरी फॅमिली वाले मेरी शादी के लिए लड़की देख रहे थे.

फॅमिली के नाम पे मेरे घर में सिर्फ़ मैं और मा थे. मेरी बेहन की शादी हो चुकी थी, और वो अपने घर में सेट्ल थी. मेरी शादी की उमर हो गयी थी, तो मा मेरे लिए लड़कियाँ देख रही थी.

हमारे पुंजब में शादी करवाने के लिए लड़के की अबिलिटी नही देखते बल्कि बाप का बिज़्नेस और फाइनान्षियल कंडीशन देखते है. उस वक़्त हमारी फाइनान्षियल कंडीशन ठीक-ताक थी. मतलब घर आचे से चल जाता था. लेकिन लड़की वालों के लिए ये काफ़ी नही था.

मुझे बहुत बार रिजेक्षन का सामना करना पड़ा. जो रिश्ते हमने देखे थे, ये कहानी उन्ही में से एक रिश्ते से रिलेटेड है. मेरी मम्मी हर रोज़ मंदिर जाती थी. वाहा की लॅडीस में उनका फ्रेंड सर्कल बना हुआ था. एक दिन मम्मी ने उन्ही लॅडीस को मेरे लिए कोई रिश्ता बताने को कहा.

उनमे से एक लेडी ने मम्मी को एक रिश्ता बताया, जो उसकी फ्रेंड की बेटी का था. उन्होने कहा की वो लोग भी अपनी बेटी के लिए एक अछा लड़का ढूँढ रहे थे. फिर उस लेडी ने उन्हे फोन करके मंदिर ही बुला लिया. वो लड़की की मम्मी और छ्होटी बेहन थी.

मम्मी ने उन्हे मेरी फोटो दिखाई, और मेरे बारे में सब बताया. उन लोगों को मैं पसंद आ गया, क्यूंकी मेरी पर्सनॅलिटी अची है. फिर उन्होने कहा की बात आयेज बढ़ने से पहले लड़का-लड़की को मिलवा देते है. मम्मी ने भी हामी भर दी.

अगले दिन एक रेस्टोरेंट पर मिलने का प्लान था. वाहा पर लड़की अपने मम्मी-डॅडी के साथ आ गयी.

डॅडी उसके भालू जैसे काले थे, जबकि मम्मी गोरी थी. वो लड़की दिखने में इतनी खूबसूरत नही थी, और रंग भी सावला था. जबकि मेरा रंग गोरा था. फिर घर आके जब मम्मी ने मुझसे बात की, तो हमने हा बोलने का डिसाइड किया. क्यूंकी फॅमिली अची थी, और लड़की एजुकेटेड. और हम कों सा राज घराने से थे.

तो मम्मी ने उनको फोन करके कहा की लड़के की हा है. उधर से लड़की की भी हा थी. फिर अगले दिन वो घर देखने आने वाले थे. हमारा घर ज़्यादा बड़ा नही था, लेकिन अछा बना हुआ था. हा लोकॅलिटी इतनी अची नही थी.

फिर वो आए. लड़की की मम्मी, डॅडी, दादी, और भाभी आए थे. मम्मी-डॅडी को तो मैने देखा ही हुआ था. और दादी में देखने वाला कुछ था नही. लेकिन जब मैने उसकी भाभी को देखा, तो मेरी आँखें पूरी खुल गयी. उसकी भाभी इतनी खूबसूरत थी, जैसे हाथ लगाने पर मैली हो जाएगी.

उसने पिंक टॉप फुल स्लीव शाइनिंग वाला, और ब्लू जीन्स पहनी हुई थी. भाभी का एक बेटा भी था, जिसको उसने गोदी में उठाया हुआ था. उसका फिगर तकरीबन 36-32-38 होगा. रंग दूध जैसा गोरा था, जबकि उसका हज़्बेंड बिल्कुल काला था.

फिर सब लोग बातें करने लगे. मेरा ध्यान तो भाभी पर ही था. मैं सोचा रहा था की काश वो रिश्ते वाली लड़की होती तो मज़ा आ जाता. तभी उसके बच्चे ने ज़मीन पर कुछ गिरा दिया. जब वो उसको उठाने के लिए झुकी, तो पीछे से जीन्स में उसकी गांद फैल गयी. उसकी सेक्सी गांद के सीन ने मेरे लंड में से एक करेंट सा निकाल दिया.

तभी बातों-बातों में उन्होने कहा की भाभी भी ग़रीब घर से थी, और उसकी शादी उनके अमीर घर में हुई थी. ये सुन कर मैने जब भाभी की शकल देखी, तो मुझे उनकी शकल पर थोड़ी एंबॅरसमेंट टाइप फीलिंग दिखी. मैं समझ गया की वो उसकी इतनी इज़्ज़त नही करते थे.

मैं बताना भूल गया की भाभी का नाम साक्षी था. फिर थोड़ी देर और बातें करने के बाद वो लोग चले गये. उनके जाने के बाद भी मेरे दिमाग़ में साक्षी भाभी के ही ख़याल आए जेया रहे थे.

अगले 2 दिन तक उनकी तरफ से कोई जवाब नही आया. फिर जब तीसरे दिन मम्मी ने उनको कॉल की, तो उन्होने लोकॅलिटी ठीक नही लगी बोल कर रिश्ते के लिए माना कर दिया. ये सुन कर हमे काफ़ी बुरा लगा. मुझे बुरा इसलिए नही लगा की मेरा रिश्ता नही हुआ उस लड़की के साथ. मुझे बुरा इसलिए लगा, की अब पता नही साक्षी भाभी से दोबारा मिलना होगा या नही.

अगले एक हफ्ते तक मैं साक्षी भाभी को भूलने की कोशिश करता रहा. लेकिन उनका ख़याल मेरे दिमाग़ से जेया ही नही रहा था. उनकी वो बड़ी गांद और मस्त बदन हर रात मेरे ख़यालों में आने लगे, और मैं मूठ मारते हुए भाभी को इमॅजिन करने लगा.

फिर एक दिन मेरे दिमाग़ में आइडिया आया, की क्यूँ ना मैं फ़ेसबुक पर भाभी की ईद सर्च करू. मैने फिर वैसा ही किया, और कुछ देर की सर्च के बाद मुझे उनकी ईद मिल भी गयी. शूकर है भगवान का भाभी ने सही नामे और सिर नामे से ईद बनाई थी. वरना आज-कल तो लड़कियाँ पता नही किस-किस नाम से ईद बना लेती है.

जब भाभी की ईद मुझे मिली, तो मुझे बड़ी खुशी हुई. फिर मैने झट से उसको रिक्वेस्ट भेज दी. अब मैं वेट कर रहा था की वो कब मेरी रिक्वेस्ट आक्सेप्ट करेगी. भाभी ने अपनी ईद पर प्राइवसी नही लगा रखी थी, तो उनकी सारी फोटोस विज़िबल थी. क्या मस्त लग रही थी वो अपनी शादी के पहले और बाद की पिक्चर्स में.

वो इतनी खूबसूरत थी, की अगर किसी मोविए में आ जाती, तो अची-ख़ासी हेरोयिन्स को पीछे छ्चोढ़ देती. मुझे उसकी उसके पति के साथ भी पिक्स दिखी. वो साला काला गान्डू, और ये सफेद हूर. ऐसा लग रहा था जैसे किसी वेस्ट इंडीस के प्लेयर के साथ ऑस्ट्रेलिया की लड़की खड़ी हो.

5 दिन वेट करने के बाद भाभी ने मेरी रिक्वेस्ट आक्सेप्ट की. उसके बाद हमारी बात कैसे शुरू हुई, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर कहानी अची लगी हो, तो आयेज शेर ज़रूर करे. कहानी पढ़ने के लिए आप सब का धन्यवाद.