रोशन भाभी के अब्दुल को जलवा दिखाने की कहानी

अब्दुल को आप जानते ही होंगे, जो अपनी दुकान में ही रहता है, पार बेचारे की शादी कभी नही हुई. तो वो बस वीडियो को देख कर मॅन भर लेता था. एक दिन बारिश का मौसम था, और वो दुकान पे था. वो अपने समान को ठीक कर रहा था. तभी उसको कॉल आई और उसने मोबाइल उठा के देखा तो रोशन भाभी की कॉल थी.

भाभी: हेलो, अब्दुल भाई.

अब्दुल: हा रोशन भाभी, बोलिए. कुछ चाहिए?

रोशन: हा आपके पास सोप होगा.

अब्दुल: हा बिल्कुल है.

रोशन: अभी आप ला सकते है क्या?

अब्दुल: अर्रे क्यूँ नही.

रोशन: शुक्रिया अब्दुल भाई. मैं आ जाती, पर बारिश हो रही है ना, और रोशन भी नही है.

अब्दुल: अर्रे कोई बात नही. मैं लेके आ रहा हू.

फिर दोनो कॉल रख देते है. उसके बाद अब्दुल सोप ढूँढने लगता है. थोड़ी देर बाद उसको मिल जाता है, और वो उसको रोशन भाभी को देने चला जाता है.

रोशन भाभी का घर:-

रोशन की फिगर को देख के कोई भी पागल हो सकता है. उसका कर्वी फिगर उसके

होंठ जो रेड और जुवैसी है. जिससे पता नही कितना रस्स निकले. और गांद तो इतनी मुलायम जिसे आइस क्रीम की तरह चाटना चाहे कोई भी. उसके बूब्स तो इतने बड़े और मोटे है, की कोई भी उसको दबा कर मिक्सर में डाले, और उनका दूध निकाले. और भी बहुत कुछ है, पर अभी स्टोरी पर आते है.

रोशन एक पॉर्न फिल्म देख रही थी टीवी में, और देख कर नहाने के लिए जाने लगी थी. पर उसने देखा की सोप नही था इसलिए उसने अब्दुल को बुलाया था. तो अब वो टवल में नंगी थी, जिससे कोई भी उसके बूब्स की क्लीवेज देख सके.

उसका टवल नीचे से भी नीस से काफ़ी उपर था. मतलब सामने से सिर्फ़ उसकी जांघें दिख रही थी. लेकिन अगर कोई नीचे झुके, तो उसको पूरी गांद दिख जाए. उसके बाल खुले थे.

फिर जब वो अब्दुल को देखने बाल्कनी में गयी, तो उसने देखा की अब्दुल अंब्रेला लेके आ रहा था. फिर वो कैसे ही अंदर पनटी पहनने गयी तो उसने देखा की अब्दुल रीता की गांद मूड कर देख रहा था. तो उसने सोचा की क्यूँ ना अब्दुल के साथ तोड़ा खेल ले.

तो उसने पनटी नही पहनने का सोचा. फिर वो अंदर अब्दुल की वेट करने लगी. अब्दुल रोशन के घर के पास पहुँच गया, और उसने बेल बजाई. रोशन को पता चल गया था, की अब्दुल आ गया था. तो उसने अपने टवल को और तोड़ा टाइट कर लिया. फिर उसने दरवाज़ा खोला. जैसे ही अब्दुल ने उसको देखा, तो वो शॉक हो कर बस देखता रह गया.

फिर रोशन मॅन में सोची: अभी देखो अब्दुल, मैं क्या करती हू.

फिर जैसे रोशन ने उसको आवाज़ देकर बुलाया, वो होश में आया और बोला-

अब्दुल: ये लीजिए सोप.

रोशन: थॅंक योउ अब्दुल जी.

अब्दुल: क्या 1 ग्लास पानी मिलेगा?

रोशन: क्यूँ नही, आइए.

अब्दुल अंदर जाता है और रोशन को नीचे से उसकी लेग्स देखता है. फिर रोशन उसको बैठने को बोलती है. वो बैठ जाता है, और फिरसे रोशन को देखने लगता है चुपके से किचन में. रोशन को पता चल जाता है, तो वो उसको चिढ़ने के लिए झुक कर उसको अपनी गांद का होल दिखती है.

अब्दुल ये देख कर सोचा रहा था: क्या गांद है. मिल जाए, तो इसको काट लू.

फिर वो पानी लेके जाती है, और अब्दुल जल्दी से रूम में जेया कर बैठ जाता है. रोशन उसको पानी देती है, और अब्दुल पानी पीते हुए सोचता है-

अब्दुल: अछा चान्स है. कुछ तो देख कर जौंगा.

फिर वो जान-बूझ कर पानी का ग्लास गिरा देता है.

अब्दुल: सॉरी रोशन भाभी, ग़लती से हो गया.

रोशन: कोई बात नही. मैं कर देती हू.

अब्दुल: अर्रे आप क्यूँ, मैं कर देता हू प्लीज़. आप बस सोप के बारे में पढ़िए ना प्लीज़, मुझे ये जानना है की सोप अछा है या नही. आप देख लीजिए ना ताकि मैं ऑर्डर दे साकु होल्सेल में.

रोशन: ओक ठीक है. मैं बैठ कर देख लेती हू.

अब्दुल: नही, सोफा गीला है. अगर आप बैठ गयी, तो आपको बुखार हो जाएगा.

रोशन समझ गयी थी, की वो इस बार चान्स ले रहा था. तो उसने भी सोचा चलो बोनस रिवॉर्ड दे देती हू. अब रोशन पढ़ रही थी.

अब्दुल काँच उठा रहा था और उसने जान-बूझ कर एक काँच रोशन के पैरों के बीच फेंक दिया चुपके से. फिर वो सारे उठा कर रोशन के पैरों के बीच वाले को उठाने के लिए उसको बोला-

अब्दुल: रोशन भाभी, आपके नीचे काँच है. मैं उठा लू? आप टवल में नही उठा पाओगे.

रोशन: ठीक है.

अब्दुल ये सुन कर बहुत खुश हुआ, और वो उसको उठाने जाता है. फिर वो रोशन भाभी को “अपनी लेग्स तोढी स्ट्रेच कीजिए ना” बोलता है, तो रोशन अपने पैर स्ट्रेच कर देती है पढ़ते-पढ़ते. अब्दुल को लगा की वो पढ़ने में बिज़ी थी, पर रोशन तो आक्टिंग कर रही थी.

फिर अब्दुल काँच उठाने उसके पैरों के बीच जेया कर उसकी पुसी देख लेता है. वो देखता ही रह जाता है, क्यूंकी उसकी पुसी बहुत शेव्ड और पूरी जुवैसी टाइप लग रही थी. फिर उसको टच करने की कोशिश करता है, पर तभी कॉल आ जाती है, और वो काँच उठता हुआ सोचता है-

अब्दुल: कितने मज़े से देख रहा था.

फिर वो कॉल उठता है-

अब्दुल: हेलो कों?

बबिता: हेलो अब्दुल भाई, आपके पास क्या ब्रश होगा?

अब्दुल: हा है, कितने चाहिए?

बबिता: एक, आप ला सकेंगे?

अब्दुल: क्यूँ नही, आप रुकिये.

बबिता: थॅंक योउ.

फिर रोशन उसको बोलती है: बहुत जुवैसी है ना?

अब्दुल: क्या?

रोशन: ये सोप बहुत जुवैसी है. और बहुत खुश्बुदार है. अछा है, आप माँगा लीजिए.

अब्दुल: थॅंक योउ.

रोशन: आपको शायद अभी जाना होगा. मैं भी नहा लेट हू.

अब्दुल: हा अब मैं चलता हू. आपको कुछ भी चाहिए हो तो मुझे बुला लीजिएगा. वैसे सोढी भाई रात को कितने बजे आएँगे?

रोशन: नही वो तो किसी काम से हयदेराबाद गये है.

अब्दुल: और गोगी?

रोशन: वो खेल रहा है.

अब्दुल सोचता: को वजह सोचनी पड़ेगी. ये सही टाइम है अब्दुल.

फिर अब्दुल ठीक है बोल कर चला जाता है, और रोशन भी दरवाज़ा बंद करके अपनी छूट को छूटी है, अब्दुल के खड़े लंड को सोच के. क्यूंकी जब वो उसकी पुसी देख रहा था, तो रोशन उसके लंड को देख रही थी, जो बाहर से भी बहुत बड़ा लग था रहा था.

अचानक बेल रिंग होती है, और बापू जी की आवाज़ आती है. रोशन जल्दी से टवल पहन लेती है. गाइस सॉरी कुछ ग़लती हुई हो तो.

आप कॉमेंट में बोल दीजिए, आपको कों सा नेक्स्ट पार्ट चाहिए. बबिता और अब्दुल, ओर चाचा जी और रोशन.