खूबसूरत गाओं की लड़की से हुआ प्यार

ही दोस्तों, मेरा नाम तेजस है. मैं उप का रहने वाला हू. मेरी उमर 28 साल है, हाइट 5’10” है, रंग गोरा है, और लंड 6.5 इंच का है. मैं एक मंक में एक अची पोस्ट पर जॉब करता हू. ये कहानी मेरी शादी की है, जो एक नही 2 लड़कियों के साथ एक बार में ही हुई. तो चलिए शुरू कार्त्र है.

पिछले साल मेरी कंपनी का एक नया प्रॉजेक्ट शुरू होने वाला था. ये प्रॉजेक्ट एक गाओं में शुरू होना था, और मुझे प्रॉजेक्ट मॅनेजर बना कर 3 महीने के लिए गाओं भेज दिया गया. मैं बहुत खुश था, की पुर प्रॉजेक्ट की ज़िम्मेदारी मुझे दी गयी थी.

फिर मैने अपना समान पॅक किया, और पूरी टीम को लेके गाओं पहुँच गया. वाहा गाओं के सरपंच से बात करके सब के रहने और खाने का इंतेज़ां करवाया. गाओं वालो ने हमे बहुत इज़्ज़त दी, और हमारा बहुत ख़याल रखने लगे. फिर हमारे प्रॉजेक्ट का काम शुरू हो गया, और हम सब पुर जोश में काम में लग गये.

10 दिन हो चुके थे, और मैं साइट पर था. वाहा अक्सर गाओं वाले लोग देखने आते थे, की क्या हो रहा था. एक दिन ऐसे ही कुछ लड़कियाँ वाहा पर देखने आई. मेरा ध्यान उन पर तब पड़ा, जब वो बातें करके हस्स रही थी.

उनकी लड़कियों में से एक लड़की थी आरती (उसका नाम मुझे बाद में पता चला), जिसको जब मैने देखा, तो देखता ही रह गया. वो इतनी खूबसूरत थी, की हाथ लगाने पर भी मैली हो जाए. रंग उसका दूध जैसा गोरा था, और बाल काले थे. हाइट 5’6″ होगी, और फिगर तकरीबन 36-28-36 का था. मैने तो जैसे पहली नज़र में ही उसका दीवाना हो गया था.

फिर मैं उन लोगों के पास गया, और बोला: आप लोग देखने आए हो की क्या हो रहा है?

लड़कियाँ हेस्ट हुए बोली: जी हा.

मैं: तो चलिए मैं आपको दिखता हू, और बताता हू की क्या हो रहा है.

फिर मैं उन सब का गाइड बन कर चल पड़ा. पुर प्रॉजेक्ट को दिखाते हुए मेरी नज़र आरती पर ही थी. वो भी समझ गयी थी, की मैं उसको देख रहा था. प्रॉजेक्ट दिखाने तक मेरी उससे एक भी बात नही हुई, लेकिन हमारी नज़रे मिली रही. फिर जब वो सब जाने लगे, तो आरती मुझे पीछे मूड-मूड कर देखने लगी. मैं समझ गया की कुछ बात बन गयी थी.

उस दिन के बाद कुछ दीनो तक मैने आरती को नही देखा. फिर एक दिन गाओं में एक लंगर लगा था. मैं और मेरी टीम सब लंगर खाने गये थे. वाहा आरती रोटी दे रही थी सब को. वो बार-बार मेरे पास आती, और मुझे एक रोटी दे जाती. मेरे माना करने पर भी वो मुझ रोटी दे देती. मैं समझ गया था की ये रोटी नही उसका प्यार था.

फिर मैं लंगर खा कर एक साइड जाके खड़ा हो गया. मैं अपनी टीम के आने की वेट कर रहा था. तभी पीछे से किसी ने मेरा हाथ पकड़ा. मैने पीछे देखा, तो वो आरती थी. उसने मुझे अपनी तरफ खींचा, और मैं भी चल दिया. वो मुझे सबसे डोर एक अंधेरी जगह पर ले गयी.

उसने घग्रा-चोली पहना हुआ था. अब हम दोनो एक-दूसरे के सामने खड़े हुए थे. तभी मैने उसका नाम पूछा-

मैं: तुम्हारा नाम क्या है?

वो बोली: आरती.

मैं: बहुत अछा नाम है. मेरा नाम तेजस है.

आरती: पता है.

मैं: कैसे पता?

आरती: गाओं में सब बोलते है.

मैं: मुझे तुमसे कुछ कहना है आरती.

आरती: मुझे आपसे प्यार हो गया है तेजस बाबू.

मैं: मैं भी यही कहने वाला था.

फिर हम दोनो हासणे लगे, और मैने उसको अपनी बाहों में भर लिया. क्या मुलायम जिस्म था उसका. मेरा हाथ उसकी नंगी कमर पर था, और उसका पूरा जिस्म मेरे बदन के साथ चिपका हुआ था. क्या मस्त खुश्बू आ रही थी उसमे से, जिसने मुझे मदहोश कर दिया. एक तो इतनी खूबसूरत लड़की, और उपर से ऐसी खुश्बू, कोई भी पागल हो जाए.

मुझसे रहा नही गया, और मैने अपने होंठ उसके होंठो के साथ जोड़ दिए. उसने भी मुझे नही रोका. जैसे ही मैने उसके लिप्स चूज़, मुझे ग़ज़ब का स्वाद आ गया. मैं उसको पागलों की तरह किस करने लगा. साथ में मैं उसकी कमर मसालने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. मुझे उससे प्यार हो गया था. हमने कोई 2-3 मिनिट की ही किस की थी, और फिर वो मुझसे अलग हो गयी. उसने मुझसे कहा-

आरती: तेजस जी, मैं शरीफ घर की लड़की हू, इससे आगे बढ़ नही सकती.

मैं: तो क्या करना पड़ेगा इससे आयेज बढ़ने के लिए.

आरती: शादी के बाद ही आप आयेज बढ़ सकते हो. लेकिन अगर आपको शादी नही भी करनी, तो मैं समझ सकती हू.

मैं उसका इतना दीवाना हो गया था, की हा बोलने के अलावा मैं कुछ और नही कर सकता था. तो मैने उसको पूछा-

मैं: मुझे बताओ किससे बात करनी पड़ेगी शादी के लिए?

आरती: मेरे बाबा से.

मैं: चलो मैं कल आ जौंगा. मुझे लेने आ जाना मेरे रूम में.

आरती: ठीक है.

अगले दिन आरती सुबा मुझे लेने आ गयी. मैं भी तैयार होके उसके साथ चला गया. जब मैं वाहा पहुँचा, तो उसका घर बहुत छ्होटा था. उनका एक ही रूम था, जिसमे सारे लोग रहते थे. आरती की फॅमिली में उसके बाबा और एक बड़ी बेहन ही थी. जब मैं उसके बाबा से मिला, तो उन्होने मुझे शादी के लिए माना कर दिया.

मैने सोचा की एक फटीचर बंदा अपनी लड़की देने से कैसे माना कर सकता था. जब मैने उससे रीज़न पूछा तो उसने कहा-

बाबा: बेटा आरती घर की छ्होटी लड़की है. हमारे यहा पहले बड़ी लड़की की शादी होती है, और फिर छ्होटी लड़की की. जब तक इसकी बेहन सपना की शादी नही हो जाती, मैं इसकी शादी नही कर सकता.

तभी पीछे से उसकी बड़ी बेटी सपना बाहर आ गयी. सपना को देखते ही मेरी आँखें बड़ी हो गयी. वो आरती से भी ज़्यादा खूबसूरत और सेक्सी थी. वो बिल्कुल ट्विंकल खन्ना जैसी लग रही थी. मैने मॅन में सोचा की ऐसी लड़की से कों शादी नही करना चाहेगा.

तभी सपना बोली: बाबा आप आरती की शादी कर दो. इतना अछा रिश्ता बार-बार नही मिलता.

बाबा: तुझे किसी ने पूछा है की क्या करना है. अगर इसको इतनी ही जल्दी है शादी करने की, तो ये ले आए लड़का तुम्हारे लिए भी, और ले जाए आरती को शादी करके.

ये सुन कर मैं चुप हो गया. लेकिन तभी मेरे दिमाग़ में ऐसा जवाब आया, जो उस बुड्ढे को चारो खाने चिट कर देता.

तो मैने उसको क्या जवाब दिया, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको यहा तक की कहानी पसंद आई हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए आप सब का धन्यवाद.