स्टूडेंट की संतुष्टि भारी गांद चुदाई की कहानी

ही फ्रेंड्स, मैं लोकेश अपनी कहानी का लास्ट पार्ट लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. उमीद है आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और वो आप सब को पसंद भी आया होगा.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था की कैसे मेरा एक राहुल नाम का स्टूडेंट मुझे बहुत लीके करता था, और मेरे साथ सेक्स करना चाहता था. उसने मुझे बार-बार मिन्नटे की, लेकिन मैं नही माना.

फिर जब मेरी जॉब गयी, और मुझे पैसों की ज़रूरत पड़ी, तो मैने उसको मेसेज किया की अगर मुझे पैसे देगा तो मैं उसके साथ सेक्स करूँगा. पैसे ज़्यादा थे, लेकिन वो देने को रेडी हो गया.

फिर मैने उसको एक होटेल में बुलाया. वो होटेल में लड़की बन के आया था, और सच बोलू तो बिल्कुल एक सेक्सी लड़की ही लग रहा था. मैं उसको पहचान नही सका, फिर जब उसने मुझे बताया की वो राहुल ही था, तो मुझे उसकी पहचान आई. फिर मैं उसको रूम में ले गया. अब आयेज की कहानी.

राहुल गांद मतकता हुआ रूम के अंदर आ गया. मैने दरवाज़ा बंद किया, और उसके पीछे रूम में आ गया. फिर राहुल मेरी तरफ घूमा, और घुटनो के बाल बैठ गया. उसके बाद वो बोला-

राहुल: सिर, शुरू करू मैं?

मैं: हा राहुल, आज के दिन मैं तुम्हारा हू. तुमने पैसे देने है, तो जो चाहे कर सकते हो.

ये सुन कर राहुल बड़ा खुश हुआ. उसने अपना मोबाइल लिया, और मुझसे मेरा अकाउंट नंबर और बाकी डीटेल्स पूछी. मैने उसको सारी डीटेल्स दे दी. अगले 10 मिनिट में मेरे अकाउंट में पैसे आ गये. पैसे देख कर मैं बहुत खुश हुआ. फिर मैं बोला-

मैं: जो चाहे करो.

ये सुनते ही राहुल ने मेरी जीन्स का बटन खोल कर मेरी जीन्स उतार दी. मेरा लंड अभी पूरा खड़ा हुआ नही था. लड़कों से अट्रॅक्षन नही थी ना. फिर उसने मेरा अंडरवेर नीचे किया, और मेरे लंड को देख कर मुस्कुराया.

उसके बाद उसने लंड हाथ में लिया, और उसको हिलाते हुए मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगा. मैने भी उसको देख कर स्माइल पास की. फिर उसने मेरे लंड पर किस किया, और अपना मूह खोला. जैसे ही मेरा लंड उसके मूह में गया, मुझे छूट जैसी गर्मी महसूस हुई.

वो मेरा लंड चूसने लगा, और मैं आँखें बंद करके फीलिंग लेने लगा. कुछ ही सेकेंड्स में मेरा लंड खड़ा हो गया. अब लंड इतना बड़ा और मोटा हो गया था, की उसके मूह में भी नही जेया रहा था. वो धीरे-धीरे मेरे लंड को अपने मूह के अंदर-बाहर कर रहा था.

मुझे अब जोश चढ़ने लगा था, और इस धीमी चुसाई से मज़ा नही आ रहा था. तो मैने हाथ उसके सर पर रखा. लड़की बनने के लिए उसने नकली बाल लगाए हुए थे, तो उसके सर पर एक विग थी. मैने विग उतार कर साइड में फेंकी, और तेज़ी से उसके मूह में धक्के देने लगा. मैं ज़ोर-ज़ोर से अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा, और मेरा लंड उसके गले तक जेया कर उसको चोक कर रहा था.

उसके मूह से थूक निकल कर मेरे लंड को चिपचिपा बना रही थी. मुझे पूरा मज़ा आ रहा था. बिल्कुल लड़की वाली फीलिंग आ रही थी मुझे. कुछ देर ऐसे ही मैं उसको अपना लंड चुस्वता रहा. फिर मैने उसके मूह से लंड बाहर निकाला, और उसको खड़ा किया. उसकी साँसे फूली हुई थी, और वो मेरी आँखों में आँखें डाल कर देख रहा था.

उसकी आँखों में वासना भारी थी, और क्यूंकी मैने उससे पैसे लिए थे, तो मुझे उसकी वासना को आज शांत करना था. फिर मैं आयेज बढ़ा, और अपने होंठ उसके होंठो से लगा दिए. मेरे होंठ उसके होंठो से लगते ही वो पागल हो गया, और ज़ोर-ज़ोर से मेरे होंठ चूसने लगा. मैं भी उतनी ही गरम-जोशी से उसका साथ दे रहा था.

तकरीबन 5 मिनिट लगातार हमारी वाइल्ड किस चलती रही. इस बीच उसने मेरा होंठ भी काट लिया, जिससे होंठ से खून बहने लगा. फिर हमने किस तोड़ी, और उसने मेरे बाकी के कपड़े उतार कर मुझे नंगा कर दिया. उसके बाद उसने मुझे बेड पर लिटा दिया, और मेरे उपर आ गया.

अब वो मेरी गर्दन को किस करने लगा, और किस करते-करते नीचे जाने लगा. पहले मेरी चेस्ट, फिर पेट, और फिर दोबारा लंड मूह में डाल कर चूसने लगा.

उसके बाद वो उठा, और अपने सारे कपड़े उतार कर नंगा हो गया. उसकी बॉडी लड़कियों की तरह ही थी. बस फराक ये था, की उसका भी मेरी तरह लंड लगा हुआ था. उसका लंड खड़ा हुआ भी कोई 3 इंच का लग रहा था. फिर वो मेरे उपर बैठ गया, और मेरे लंड पर अपनी गांद रगड़ने लगा. बिल्कुल लड़कियों वाली फीलिंग आ रही थी.

फिर उसने मेरा लंड पकड़ कर सीधा खड़ा किया, और दूसरे हाथ में थूक लेके अपनी गांद के च्छेद पर लगाई. उसके बाद उसने लंड को अपनी गांद के च्छेद पर सेट किया, और उस पर बैठने लगा. ये उसकी पहली चुदाई थी, तो वो बड़ी ज़ोर से अहहा आ करके बैठने की कोशिश कर रहा था.

जैसे-तैसे लंड का टोपा उसकी गांद में घुस गया. वो दर्द भारी तेज़ साँसे ले रहा था. फिर वो एक ही बार में ज़ोर लगा कर पूरा लंड पर बैठ गया. उसकी ज़ोर की चीख निकली, और मेरा पूरा लंड उसकी टाइट गांद में चला गया. गांद इतनी टाइट थी, की मेरा पूरा लंड उसमे जाकड़ गया, और मेरी भी आ निकल गयी.

छूट से कही ज़्यादा टाइटनेस गांद में होती है. फिर वो कुछ देर रुका, और उसके बाद धीरे-धीरे उपर-नीचे होने लगा. मैने अपने हाथ उसके छूतदों पर रख दिए, और उसको उपर-नीचे होने में हेल्प करने लगा. धीरे-धीरे हमने स्पीड बधाई, और वो तेज़ी से मेरे लंड पर उछालने लगा. हम दोनो को बहुत मज़ा आ रहा था.

मैं उसको उछालते हुए उसके छूतदों पर थप्पड़ मार रहा था. वो आ सिर, श सिर, एस सिर की आवाज़े कर रहा था. फिर मैने उसको अपनी तरफ खींचा, और गांद छोड़ते हुए उसको किस करने लगा. कुछ देर ऐसे ही करने के बाद मैने उसको घोड़ी बना लिया, और पीछे से उसकी गांद छोड़ने लगा.

पीछे से लग ही नही रहा था की मैं किसी लड़के को छोड़ रहा था. ठप-ठप की आवाज़े आ रही थी. 15 मिनिट की इस दूं-दार चुदाई के बाद मैने अपना पानी उसकी गांद में निकाल दिया. उसके बाद भी हमने 4 बार चुदाई की, और मैने उसको पूरी तरह संतुष्ट कर दिया.

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी. अगर आपको मेरी कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी ज़रूर शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.