गांद चोदने की फॅंटेसी पूरी करने की कहानी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम करूँ है. मैं नॉइदा में रहता हू, और एक मल्टिनॅशनल कंपनी में जॉब करता हू. मेरी उमर 28 साल है, और मैं अभी तक एक बॅचलर हू. वाहा मैने एक फ्लॅट रेंट पर लिया हुआ है.

नॉइदा में लड़कियाँ आसानी से चुदाई के लिए मान जाती है, तो हफ्ते में मैं एक-दो बार आराम से चुदाई कर लेता हू. घर वाले रोज़ फोन कर-कर के शादी के लिए कहते है. लेकिन जब मुझे वैसे ही मज़ा मिल रहा है, तो मैं शादी का क्यूँ सोचु. लेकिन ये बात घर वालो को कों समझाए.

ये बात टीन महीने पहले की है. 10 दिन से मुझे छोड़ने के लिए कोई लड़की नही मिली थी, तो मैं काफ़ी हॉर्नी फील कर रहा था. फिर मैने अपनी लेड पर पॉर्न वीडियो लगा ली. उस वीडियो में लड़का लड़की की गांद मार रहा था. मुझे ये बहुत अछा और मज़ेदार लगा.

ऐसा नही था की मैने पहले कभी गांद चुदाई वाली वीडियो नही देखी थी. लेकिन आज कुछ अलग ही मज़ा आ रहा था. ये भी हो सकता है, की शायद मैं छूट मार-मार कर बोर हो गया था. उस दिन मैने मूठ भी गांद चुदाई के बारे में सोच कर मारी. मुझे इसमे बहुत मज़ा आया.

उसके बाद मैं जब भी किसी लड़की तो देखता, तो मेरा ध्यान सीधा उसकी गांद पर जाता. ऑफीस में भी सारा-सारा दिन मैं लड़कियों की गांद ही घूरता रहता. फिर मुझे मेरी गर्लफ्रेंड की कॉल आई, और हम दोनो ने चुदाई का प्लान बनाया.

वो मेरे फ्लॅट पर आ गयी, और हम दोनो ने किस्सिंग शुरू की. अगले 5 मिनिट में हम दोनो नंगे थे, और मैं उसके उपर मिशनरी पोज़िशन में उसकी छूट छोड़ रहा था. एक बार झड़ने के बाद मैं उसके पास लेट गया.

मैं सीधा लेता था, और वो दूसरी तरफ मूह करके लेती थी. मेरी नज़र उसकी गांद पर ही थी, और उसकी गांद देख कर मेरा लंड बहुत सख़्त हो गया था. फिर मैं उसकी गांद पर हाथ फेरने लगा. उसके बाद मैने उसकी गांद पर लंड रगड़ना शुरू किया.

जब फिर मैं लंड अंदर डालने लगा, तो उसने माना कर दिया. मैने उसको बहुत कन्विन्स करने की कोशिश की, लेकिन वो नही मानी. मैने उसको गांद चुदाई की वीडियो भी दिखाई जिसमे लड़की मज़े से गाने छुड़वा रही थी, लेकिन वो फिर भी नही मानी.

फिर मैने उसको जाने दिया. लेकिन गांद चुदाई का सुरूर मेरे सर चढ़ कर बोल रहा था. अगले हफ्ते मैने दूसरी गर्लफ्रेंड की भी चुदाई की. लेकिन गांद चुदाई के लिए तो वो भी नही मानी.

अब मुझे समझ नही आ रहा था की मैं क्या करू. मैं रोज़ रात को गांद इमॅजिन करके मूठ मारने लग गया. लेकिन फिर एक दिन मेरी फॅंटेसी पूरी करने वाला इंसान मुझे मिल गया.

मैं मेट्रो में ट्रॅवेल कर रहा था. वाहा भी मैं लड़कियाँ ताड़ रहा था, और हर एक की गांद का साइज़ इमॅजिन कर रहा था. तभी मेरी नज़र एक मोटी सी गांद पर पड़ी. फिर जिसकी वो गांद थी, उसने मेरी तरफ फेस किया. मुझे लगा की बूब्स भी बड़े होंगे, लेकिन वो लड़की नही लड़का था.

उस लड़के ने मेरी तरफ जैसे ही देखा, मैने अपनी नज़रे उससे हटा ली. उसकी गांद की तरफ मैं आकर्षित हो गया था. जब मैने दोबारा उसकी तरफ देखा, तो वो मेरी ही तरफ देख रहा था. मैने फिरसे उससे नज़रे हटता ली. मैं बार-बार नज़र चुरा कर उसकी तरफ देखता, और वो हर बार मुझे पकड़ लेता.

अगले 5 मिनिट तक ये सिलसिला चलता रहा. फिर वो लड़का आयेज बढ़ा, और मेरे पास आके बैठ गया. मैने उसकी तरफ ध्यान नही दिया. भीड़ कम थी, तो आस-पास 4-5 लोग ही थे. तभी अचानक उसने मेरी जाँघ पर अपना हाथ रख दिया.

मेरी बॉडी में करेंट सा लगा उसके टच करने से. जब मैने उसकी तरफ देखा, तो उसने मुझे स्माइल पास की. मैने गादू लड़कों के बारे में सुना था, लेकिन कभी किसी से मेरा पाला नही पड़ा था. मैं उसको देख कर समझ गया था, की वो गान्डू था.

मैने सोचा की एक बार ट्राइ करने में क्या हर्ज़ था, तो मैने भी उसको स्माइल पास की. मेरी स्माइल देख कर वो तोड़ा और फ्री हो गया, और मेरे लंड पर हाथ फेरने लगा. अब मैं पहले आपको उसके बारे में बता देता हू. वो 5’5″ हाइट का गोरा सा लड़का था. बिल्कुल क्लीन शेव्ड था वो. बॉडी उसकी चब्बी थी, और गांद कम से कम 38″ की होगी.

फिर उसने बात शुरू की: ही, मेरा नाम प्रिन्स है.

मैं: मेरा नाम करूँ है.

प्रिन्स: काम पर जेया रहे हो?

मैं: हा.

प्रिन्स: तो फ्रेंडशिप करोगे मेरे साथ.

मैं: हा, ज़रूर करूँगा.

फिर हम दोनो ने हाथ मिलाया, और बातें करने लगे. मेरा स्टॉप आने वाला था, तो उसने मुझसे मेरा नंबर ले लिया. फिर मैं अपने काम पर चला गया. 2 घंटे बाद मेरे व्हातसपप पर किसी अननोन नंबर से कुछ मेसेजस आए हुए थे.

जब मैने व्हातसपप ओपन किया, तो कुछ पिक्चर्स आई हुई थी. उन पिक्चर्स को ओपन किया, तो मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी. वो पिक्चर्स किसी की गांद की थी. एक-दूं गोरी-चित्ति, और ब्राउन च्छेद वाली गांद. और गांद का साइज़ देख कर तो मेरा लंड खड़ा हो गया.

फिर नीचे मेसेज आया: ही, प्रिन्स हियर. कैसी लगी मेरी गांद जिसको तुम मेट्रो में घूर रहे थे.

मैं: तुम्हारा फेस तो दूसरी साइड था. तुम्हे कैसे पता की मैं तुम्हारी गांद देख रहा था.

प्रिन्स: मेरे सामने जो मिरर था उसमे बॅक व्यू दिख रहा था. वही मैने तुम्हे देखा.

मैं: ओह, ओक. वैसे गांद अची है तुम्हारी.

प्राइस: ई होप की तुम्हारा लंड भी अछा हो, और मेरी गांद को छोड़ कर मुझे मज़ा दे सके.

मैं: मेरा लंड तो अभी भी खड़ा है.

प्रिन्स: तो बताओ कहा हो, मैं आ जाता हू.

मैं: नही अभी नही, अभी मैं ऑफीस में हू. आज शाम को मिलते है.

प्राइस: कहा मिलना है?

मैं: मेरे फ्लॅट पर आ जाना.

फिर मैने उसको अपने फ्लॅट का अड्रेस सेंड किया. हमने शाम को 8 बजे का टाइम फिक्स किया. मैं नहा धो कर तैयार हो गया, और उसकी वेट करने लगा. फिर ठीक 8 बजे मेरे फ्लॅट के दरवाज़े पर नॉक हुआ. मैं समझ गया की प्रिन्स आ गया था. जब मैने दरवाज़ा खोला, तो सामने बियर की बॉटल लिए खड़ा था. उसने टाइट पॅंट्स और त-शर्ट पहनी हुई थी.

टाइट पॅंट्स में उसकी गांद और भी बड़ी लग रही थी. मैं जान गया था की आज मुझे बहुत मज़ा आने वाला था. फिर मैने उसको अंदर इन्वाइट किया, और खुद दरवाज़ा बंद कर दिया. फिर मेरी नज़र उसकी मटकती गांद पर गयी, जिसको मटका-मटका कर वो अंदर जेया रहा था. मैने उससे कुछ खाने के लिए पूछा, लेकिन उसने माना कर दिया.

फिर वो नहाने गया, और 10 मिनिट बाद बाहर आया. वो टवल में ही बाहर आ गया था. उसके बूब्स भी काफ़ी उभरे हुए थे. मैने उसके आने से पहले ही ग्लासस में बियर डाल ली थी. उसके बाद हम बियर पीने लगे. बियर की बॉटल ख़तम होते ही उसने टवल उतरा, और घुटनो पर मेरे सामने बैठ गया.

मैने भी पाजामा पहना हुआ था. उसने पाजामा नीचे करके मेरा लंड निकाला, और उसको मूह में डाल लिया. अब वो मज़े से मेरा लंड चूसने लग गया था. मैने उसकी गांद पर थप्पड़ मारने शुरू कर दिए थे. उसका लंड सिर्फ़ 2 इंच का था.

जब पूरा लंड चिकना हो गया, तो वो खड़ा हो गया. फिर वो घूम गया, और उसकी मोटी गांद मेरे सामने आ गयी. वाउ! क्या गांद थी यार, एक-दूं मस्त. मेरा लंड उसकी गांद देख कर और सख़्त हो गया. मैने अपना लंड सीधा हाथ में पकड़ लिया, और वो मेरी गोद में बैठने लगा.

मैने उसकी गांद के च्छेद पर लंड टीकाया, और वो आ आ करते हुए उपर बैठ गया. आहह! काफ़ी टाइट गांद थी उसको. मुझे तो बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर मैने उसके चूतड़ पकड़ लिए, और वो धीरे-धीरे मेरे लंड पर उपर-नीचे होने लगा. मैं भी नीचे से धक्के लगाने लगा. धीरे-धीरे हमारी स्पीड तेज़ हो गयी.

फिर मैने उसको घोड़ी बनाया, और पीछे से ताबाद-तोड़ उसकी गांद छोड़ने लग गया. साथ-साथ मैं उसकी गांद पर थप्पड़ भी मार रहा था. मैने अपने ठप्पड़ो से उसकी गांद लाल कर दी थी. फिर मैने उसके शोल्डर्स पर अपनी पकड़ बनाई, और पूरा ज़ोर लगा कर धक्के देने लगा.