गांद मरवाने की चाहत

हेलो रीडर्स, आज में आपके साथ ऐक साची स्टोरी शेर करने जा रहा हूँ. ये स्टोरी मेरी और मेरे ऐक नोकर के बारे में है. में ऐक चब्बी सा लरका हूँ. मोटी गांद और स्मूद जिस्म.

रीसेंट्ली मेरा इंटेरेस्ट मर्दों की तरफ होने लगा था. ऐसा सब इस लिए हुआ क्यूंके मुझे कुछ पुरानी चीज़ाइन याद आगाई. काफ़ी टाइम पहले की बात है मेरा कज़िन आया हुआ था और हम दोनो रूम शेर कर र्हे थे.

रात को सोते वक़्त मेरी आँख खुली तो महसूस हुआ के मेरी पंत उतरी हुई है और गांद में कुछ है. असल में मेरे कज़िन ने मुझे छोड़ने की कोशिश की थी. उसका लंड शायद छोटा था और सिर्फ़ उसका टोपा ही मेरी मोटी गांद में घुस पा रहा था. 5 मिन्स के अंदर वो फारिघ् भी होगआया. उस टाइम मेरे अंदर इतनी हिमत भी नही थी के उससे पूछूँ या किसी और से.

खैर लेकिन कुछ टाइम बाद मुझे मेरे नोकर आसिफ़ ने सेक्स वगेरा के बारे में बताया. उसने मुझे मूठ मारना वगेरा और पॉर्न वगेरा भी दिखाया. उसके बाद मेने सिर्फ़ स्ट्रेट पॉर्न ही देखा और कज़िन के साथ जो हुआ था वो तो में भूल ही गया था. में डेली मूठ मरता था और पॉर्न देखने का शौकीन था.

रीसेंट्ली मेरा इंटेरेस्ट मर्दों में ऐसे शुरू हुआ के पॉर्न देखते देखते मुझे ऐक गे पॉर्न की वीडियो मिली. वो देख के मुझे वो सारा कज़िन वाला सीन याद आया.

फिर जेसे आप समाज सकते हो आहिस्ता आहिस्ता मेने गे पॉर्न देखन शुरू कार्डिया और मेरे अंदर भी सेक्स की चाहत आने लगी. अब कज़िन के साथ जो हुआ उसमे मुझे तो कुछ फील भी नही हुआ तो में उसको सेक्स भी कन्सिडर नही करता था. अब जब मेरी सेक्स की चाहत होने लगी तो सबसे बरा सवाल था के ये में किसके साथ करूँ. किसको में अपनी वर्जिनिटी डून.

अब में डरता बोहट था तो में किसी स्ट्रेंजर वगेरा से करने में डरता था. कज़िन के साथ मेने सोचा लेकिन फिर ये दर भी था ऐसा ना हो वो रोज़ करने को बोल्डे और कज़िन के साथ मेरी कुछ आचे तालूक़ भी न्हैई थे. आख़िर में मुझे आसिफ़ याद आया.

आसिफ़ कुछ साल पहले हमारे घर से नोकरी चोरके गया था. वो करीब में ही किसी और के घर काम कर रहा था. लेकिन मेरी और आसिफ़ की अची दोस्ती थी तो हम अक्सर मिलते रहते थे. में आसिफ़ के साथ अपना पहले टाइम करना चाहता था.

कुछ टाइम बाद मुझे मोक़ा मिल ही गया. में ऐक हफ्ते के लिए घर पे अकेला होने वाला था. मुझे बस अब आसिफ़ को मानना था इस काम के लिए. मेने आसिफ़ को रात को देर से मिलने के लिए बोला. हम दोनो करीब में ही मिले. काफ़ी देर बात चीत की हमने.

मे: अछा सुनो अगले हफ्ते में घर पे अकेला हूँ.

आसिफ़: वाह बचे एंजाय करना तू.

मे: मेने सोचा अगर तुम भी छुट्टी लेके अजाओ?

आसिफ़: में क्या आके करूँगा यार?

मे: बस ऐसे ही हम दोनो ही होंगे तोरा चिल एंजाय कर लेंगे.

अब मुझे पता नही के वो समझा या नही लेकिन वो मान गया. उसने मुझे ब्टाया के वो ऐक दो दिन में मुझे बताएगा अगर उससे छुट्टी मिल र्ही है या नही और मेरा लक ऐसा था उससे छुट्टी मिल गयी.

अब आपको आसिफ़ के बारे में बता डून तोरा. आसिफ़ लंबा शॉरा मर्द है और उसकी आगे 40 यियर्ज़ होगी. काफ़ी टाइम उसने हमारे घर काम काइया था तकरीबन 10-12 साल इस लिए मेरी और आसिफ़ की अची दोस्ती थी. आसिफ़ काफ़ी हेरी भी था और मुझे सेक्स और पॉर्न वगेरा सबकी नालेज उससी से ही मिली.

खैर आख़िर वो दिन आगेया. में सुबह से वेट कर रहा था और आसिफ़ रात के 9-10 बजे आया. हमने पहले टीवी वगेरा देखा और टाइम पास काइया. रात के 2 बाज र्हे थे.

आसिफ़: क्या अगला पूरा हफ़्ता सिर्फ़ टीवी देखने का प्लान है?

मे: पता नही… तुम ब्ताओ अगर तुम्हारे दिमघ में कोई प्लान हो.

आसिफ़: प्लान तो बोहट हैं अब पता नही तुम मानोगे या नही.

मे: ब्ताओ तो सही?

आसिफ़: क्यूँ ना रंडियन बुलाएँ और चुदाई करें?

मे: सोचना परेगा… खैर अभी सोजते हैं.

आसिफ़: में भी यहीं सो जाओं?

मे: हाँ.

आसिफ़: लेकिन में नंगा सोता हूँ.

मे: कोई बात नही दोनो मर्द ही हैं.

थोरी देर बाद आसिफ़ उठा और कमीज़ उतरके बातरूम चला गया. थोरी देर बाद बाहर आया तो बिल्कुल नंगा. उसका लंड देख के में दर गया. बिल्कुल डार्क कलर का था और तोरा बाल भी थे. आराम से 8.5 इंचस साइज़ था उसका. उसके लंड से पिशाब के कतरे गिर रहे थे.

में उस वक़्त सोचने लगा के केसा फील होगा इसका लंड. आसिफ़ भी नोटीस कर रहा था में उसके लंड को काफ़ी देर से देख रहा हूँ. और फिर उसने मुझे भी नंगा होने को बोला. पहले तो में शर्मा कर ड्रामा करने लगा फिर आख़िर मान गया. मेने अपने काप्राय उसके सामने उतरे और मुझे नंगा देख के उसकी ज़बान बाहर आगाई जेसे किसी भूके जानवर की.

खैर आसिफ़ ने कुछ नही बोला. हम दोनो लाइट ऑफ करके बिस्तर पे लेट गये. बेड के कोनो पे सो र्हे थे हम. फिर आहिस्ता आहिस्ता मुझे मस्ती सूजी और में स्लाइड करके अपनी गांद उसकी तरफ ले गया. म

एरी गांद जाके उसकी टाँग से टच हुई. वो भी जाग रहा था. फिर वो मेरी तरफ मूर गया और उसका हार्ड लंड मेरी गांद से टच हुआ. वो अब सब समाज गया था. उसने मुझे पीछे से हग करलिया और मेरे निपल्स दबाने लगा. मेरा लंड भी टाइट होगआया था. उसने अपना लंड मेरी गांद के बीच में फसा दिया. फिर मेरे कान की तरफ आके बोला.

आसिफ़: तुम्हारा जिस्म बोहट प्यारा है और क्या रसीली गांद है.

मे: ह्म.

आसिफ़: पहले चुडवाया है?

मे: कज़ञ ने ट्राइ काइया था उसका लंड छोटा था.

आसिफ़: मेरा लंड केसा है?

मे: बोहट बरा है.

आसिफ़: मज़ा भी यही देगा.

आसिफ़ ने मुझे मोर लिया और होंतों को चूसने लगा. मुझे किस्सिंग अजीब लगी लेकिन आहिस्ता आहिस्ता मज़ा आने लगा. आसिफ़ मेरे निपल भी दबा रहा था.

फिर नेक किस्सिंग करते करते मेरे बूब्स चूसने लगा. अफ में क्या बताओं कितना मज़ा आया मुझे. आसिफ़ ने ऐक उंगली मेरी गांद में डाली और में उछाल परा. फिर आसिफ़ ने मुझे समझाया के उसका लंड डालने से पहले मेरी गांद को लूस करना परेगा. आसिफ़ आयिल की बॉटल से आया बातरूम से.

फिर उसने मुझे लंड चूसने को बोला. में उसका लंड पाकर के लॉलिपोप की तरहा चूसने लगा. आधा लंड ही चूस पा रहा था लेकिन आहिस्ता आहिस्ता में लंड उसका गले तक लेके जा रहा था.

आसिफ़ फिर मेरा मुँह छोड़ने लगा और पूरा लंड ज़बरदस्ती घुसा रहा था. मुझे खाँसी होरही थी और चोक कर रहा था. लेकिन वो रुका नही और मेरा मुँह छोड़ता गया. 15 मिन्स मुँह की चुदाई के बाद उसने मुझे आज़ाद काइया.

मेने अपना लंड की तरफ देखा तो मेरा कम निकल चुका था. फिर आसिफ़ ने मुझे डोग्ग्स्त्यले पोज़िशन में सेट काइया और मेरी गांद पे खूब सारा आयिल लगाया. मेरी गांद की मसाज करने लगा. फिर उसने ऐक उंगली आहिस्ता आहिस्ता गांद में डाली और मेरे मुँह से आ निकल आई.

क्या मज़ा आया उसकी मोटी उंगली गांद में लेके. आयिल की वजा से बारे आराम से अंदर गयी. आसिफ़ ने मेरी गांद में बोहट रफ फिंगरिंग की. में तो मज़े में मोन कर रहा था. फिर आसिफ़ ने दोसरि उंगली घुसा दी. फिर थोरी देर बाद तीसरी. करीब 30 मिन्स फिंगरिंग के बाद मेरा होल लूस होचुका था और अब में रेडी होगआया था असली चीज़ के लिए.

आसिफ़ ने मुझे सीधा लेटया और मेरी टाँगें उठा दी. फिर उसने मेरी गांद पे अपना लंड सेट काइया और मुझे होल को रिलॅक्स करने को बोला. मेने वेसा ही काइया. आहिस्ता आहिस्ता उसका मोटा लंड अंदर घुस रहा था. टोपा अंदर घुसा और मुझे दर्द होने लगा.

लेकिन आसिफ़ ने बारे प्यार से लंड घुसाया. कुछ ही देर में उसका आधा लंड अंदर था. फिर आसिफ़ ने आधा लंड अंदर बाहर करने लगा. चुदाई के दौरान वो आहिस्ता आहिस्ता लंड ज़्यादा अंदर डाल रहा था. मुझे तो पता भी नही चला के थोरी देर बाद उसका पूरा लंड टॅटन तक मेरे अंदर जा रहा था. लेकिन मुझे मज़ा बोहट आया.

अफ क्या ब्ताओं उसका लंड जेसे अंदर जा रहा था जेसे जिस्म में करेंट दौर रहा था. मेने आसिफ़ को पकरा और किस्सिंग करने लगा. और उससे स्पीड से छोड़ने को बोला. आसिफ़ ने मेरी टाँगें अपने कंधों पे रखी और डीप डीप झटके देने लगा. ये मेरी लिमिट थी और मुझे कंट्रोल ना हुआ और मेने अपना पूरा माल चेस्ट पे निकल दिया. आसिफ़ की टाइमिंग बोहट अची थी और वो इतना जल्दी थकने वाला नही था.

आसिफ़ ने फिर उंगली से मेरी पूरी कम जमा की और मेरे होंतों पे रखड़ी. में मज़े में इतना पागल होगआया था के में अपना माल चाट गया. आसिफ़ ने फिर मुझे घुमा कर डोग्ग्स्त्यले पोज़िशन में छोड़ना शुरू कार्डिया. आसिफ़ ने इस पोज़िशन में बोहट ही रफ्ली छोड़ा मुझे.

मेरी गोरी चिटी गांद चुदाई से लाल होगआई. में मज़े में मदहोश था. आसिफ़ ने 20 मिन्स तक छोड़ा फिर वो तक गया. आसिफ़ ने लंड निकाला और बेड पे लेट गया और मुझे लंड के उपर आने को बोला.

में उठा और उसके लंड को होल पे सेट काइया और बेत्ने लगा. अफ में तो मज़े में इतना मदहोश होरहा था के पागलों की तरहा उसके लंड पे उछाल उछाल के मज़े ले रहा था. आसिफ़ भी मज़े में था. में उसके लंड पे उछाल रहा था और वो मेरे लंड को मसल रहा था. थोरी देर बाद मेरी मूठ निकल गयी उसके हेरी चेस्ट पे और में पूरी चाट गया.

आसिफ़ भी फारिघ् होने वाला था और में भी काफ़ी तक चुका था. आसिफ़ ने मुझे बेड के कोने पे लेटया और मेरे मुँह में लंड दल्दिया. फिर मेरे सर को पाकर के स्पीड से मुँह छोड़ने लगा. कुछ सेकेंड बाद आसिफ़ ने ज़ोर से आ की और मुझे मुँह में गरम गरम पानी निकलता फील हुआ. आसिफ़ का कम इतना ज़्यादा था के में पीटा जा रहा था और वो निकलता जा रहा था. काफ़ी सारा तो मेरे मुँह से लीक होने लगा.

आसिफ़: बोहट मज़ा आया तेरी गांद कमाल की है.

मे: मुझे भी बोहट मज़ा आया.

आसिफ़: तेरी अब में डेली गांद मारूँगा.

मे: हाँ में भी यही चाहता हूँ.

फिर आसिफ़ ने मुझे किस काइया और मुझे हग करलिया. हम ऐक दोसरे की बाहों में सो गये. आसिफ़ ने मुझे सुबह उठते ही छोड़ा. बलके हर कुछ घंटों बाद मेरी गांद मारी. में भी छुड़वाना चाहता हूँ.

आसिफ़ ने तो अपने भाई को भी बुला लिया और उसके साथ मेरी गांद मारी. ऐक मेरी गांद में डालता था और दोसरा मुँह में. मुझे छुड़वाने का नशा छरह गया था और ये नशा आज भी जारी है.

अब तो मेरा ऐक बाय्फ्रेंड है. आगे में मुझसे काफ़ी बरा है लेकिन कमाल का छोड़ता है अपने लंबे मोटे लंड से.