खेतों में दोस्त और बहन की सेक्स स्टोरी

ही दोस्तों, मैं राजेश अपनी कहानी का अगला पार्ट आप सब के सामने लेके आया हू. अगर आप लोगों ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले जाके उसको पढ़ ले. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आएगा.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा, की मैने बेहन को अंकित से छुड़वाने का प्लान बनाया, और वो काम भी किया. बेहन अंकित को मिलने के लिए रेडी हो गयी थी, और हम घर से कॉलेज के लिए निकल गये थे. अब आयेज बढ़ते है.

घर से निकालने के बाद मैने पहले काजल को उस जगह पर छ्चोढा जहा पर उसने बर्तडे पार्टी होने का बताया था. फिर मैं कॉलेज चला गया. असल में मैं कॉलेज गया नही था, सिर्फ़ काजल के सामने दिखाने के लिए बिके चला कर आयेज ले गया था.

जब मैं काजल की नज़रो से डोर हो गया, तो मैने बिके वापस मोदी, और उसके पास वाली जगह पर आके साइड में होके खड़ा हो गया, जहा वो मुझे देख ना सके. तकरीबन 2-3 मिनिट बाद अंकित बिके पर आके काजल के सामने रुका. काजल उसके पीछे बैठ गयी, और अंकित ने बिके स्टार्ट की.

फिर वो दोनो जाने लगे, और मैने भी बिके उनके पीछे थोड़ी दूरी पर लगा ली. मेरे और अंकित के बीच ये डिस्कशन नही हुई थी, की वो मेरी बेहन को कहा लेके जाने वाला था. वो चलते जेया रहे थे, और मैं भी उनके पीछे चलते जेया रहा था. हम शहर से डोर निकल आए थे.

कम से कम 10 काइलामीटर जाने के बाद एक खेत में उसने बिके मोड़ ली. आयेज जाके गन्ने की फसल लगी हुई थी. अंकित ने बिके रोकी, और वो दोनो बिके से नीचे उतरे. फिर वो गन्ने के खेतों में घुस गये. मैने भी थोड़ी दूरी पर बिके लगा दी, और उनके पीछे-पीछे खेतों में चला गया.

जिस जगह पर वो रुके थे, उसके पास पहुँच कर मैं नीचे बैठ गया. वाहा बीच में जगह सॉफ करी हुई थी. वाहा पर पहले से ही एक गद्दा था, जो शायद चुदाई के लिए ही रखा गया था. फिर मैने अपनी जेब से मोबाइल निकाला, और रेकॉर्डिंग शुरू कर दी.

अंकित और काजल खड़े एक-दूसरे को देख रहे थे, और मुस्कुरा रहे थे. फिर अंकित आयेज बढ़ा और काजल के फेस पर हाथ रख कर उसको ई लोवे योउ बोला. काजल ने भी उसको ई लोवे योउ टू बोला. उसके बाद उसने अपने होंठ मेरी बेहन के होंठो से जोड़ दिए.

दोनो किस करने लगे, और दोनो के शरीर आपस में चिपक गये. अंकित बड़े मज़े से मेरी बेहन के होंठ चूस रहा था, और मेरी बेहन भी उसको अपने होंठो का रस्स पीला रही थी. किस करते हुए अंकित अपने हाथ मेरी बेहन की जीन्स में क़ास्सी हुई गांद पर ले गया, और उसको दबाने लगा.

उसके दबाने से पता चल रहा था की बेहन की गांद कितनी सॉफ्ट थी, और अंकित को कितना मज़ा आ रहा होगा. मेरी बेहन उसको किस करते हुए मस्त हुई जेया रही थी. तकरीबन 10 मिनिट किस करने के बाद दोनो की किस टूटी. दोनो की साँस चढ़ि हुई थी, और दोनो एक-दूसरे की आँखों में आँखें डाल कर देख रहे थे.

फिर अंकित ने मेरी बेहन की गर्दन को चूमना शुरू किया, और टॉप के उपर से उसके काससे हुए बूब्स दबाने लगा. इससे मेरी बेहन और उत्तेजित हो गयी. फिर उसने अपनी शर्ट और बेहन की टॉप निकाल दी. मेरी बेहन अब सिर्फ़ ब्रा और जीन्स में थी, और अंकित सिर्फ़ जीन्स में था.

फिर अंकित मेरी बेहन की क्लीवेज में मूह डाल कर चूमने-चाटने लगा. हाए कितना मज़ा आ रहा होगा, मैं बस इमॅजिन ही कर सकता था. जन्नत का मज़ा दे रही थी उसको मेरी बेहन. फिर उसने पीछे से उसकी ब्रा खोल दी, और उसके सेक्सी बूब्स को आज़ाद कर दिया.

जैसे ही उसके बूब्स आज़ाद हुए, अंकित ने ज़ोर से मेरी बेहन के बूब्स पर झपट्टा मारा. इससे मेरी बेहन की आ निकल गयी, और वो अंकित को धीरे से पकड़ने को बोलने लगी. अंकित ने उसकी बात को अनसुना किया, और बूब्स को जीभ निकाल कर चाटने लग गया. हाए कितना मस्त स्वाद होगा मेरी बेहन के बूब्स का, मैं तो बस इमॅजिन ही कर सकता था.

कुछ देर वो मेरी बेहन के बूब्स चूस्टा रहा. जब बूब्स लाल हो गये, और काजल पूरी तरह से मदहोश हो गयी. तब अंकित उसकी बॉडी पर किस करते हुए नीचे गया, और उसका पेट चाटने लगा. अंकित ने काजल की जीन्स खोली, और उसको नीचे करके पैरों में से निकाल दी.

और ये रही मेरी सेक्सी बेहन सिर्फ़ काली कक़ची में. क्या मस्त लग रही थी वो मैं बता नही सकता. अंकित ने झट से उसकी पनटी भी नीचे कर ली, और उसकी क्लीन-शेव्ड छूट पर अपना मूह लगा लिया. छूट पर मूह लगते ही मेरी बेहन के मूह से एक सिसकारी निकली. अब मेरा दोस्त मेरी बेहन की छूट को चाटने लग गया, और मेरी बेहन आहें भरने लग गयी.

मुझे लेना था उसकी कुवारि छूट का स्वाद लेकिन क्या कर सकते है. वो इतनी आचे से चाट रहा था छूट को, की छूट का पानी निकल गया. अंकित सारा पानी पी गया. फिर वो खड़ा हुआ, और उसने अपनी जीन्स और अंडरवेर उतार दिए. उसका लंड मेरे लंड जितना ही बड़ा था, जो हवा में लहरा रहा था.

मेरी बेहन उसके लंड को देख कर शर्मा गयी. फिर अंकित ने मेरी बेहन का हाथ पकड़ा, और उसको अपने लंड पर रख दिया. काजल अपना मूह शर्मा कर दूसरी तरफ कर रही थी. फिर अंकित ने उसके हाथ से लंड को सहलाना शुरू किया. जब वो ठीक से लंड सहलाने लगी, तो अंकित ने उसका हाथ छ्चोढ़ दिया, और उसके होंठो को फिरसे किस करने लगा.

अब मेरी बेहन अपने आप किस करते हुए अंकित का लंड सहला रही थी. 5 मिनिट किस करने के बाद अंकित बोला-

अंकित: जान इसको सिर्फ़ हाथ से ही सहलाना नही होता, मूह में लेके प्यार भी करना होता है.

मुझे लगा था की मेरी बेहन लंड चूसने से माना कर देगी, लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ. वो उसके एक बार कहने पर ही अपने घुटनो के बाल बैठ गयी, और उसके लंड को किस कर दिया. फिर वो दोबारा बोला-

अंकित: बेबी अब मूह में लो इसको.

मेरी बेहन ने मूह खोला, और उसके लंड को अपने मूह में डाल लिया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आ रहा हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ शेर ज़रूर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.