हेलो दोस्तों, कैसे है आप सब? मैं कारण आ गया कहानी को आयेज बढ़ने. तो जैसा की आपने पिछली कहानी में जाना की सुमीत और अंश बचपन से ही दोस्त थे. सुमीत दो साल बड़ा था, लेकिन अंश से बहुत मस्ती करता थे, और अब वो साथ में रहते थे उनके पढ़ाई के लिए. अब आयेज की कहानी शुरू करते है.
अंश अब सुमीत के सारे दोस्तों से घुल-मिल गया था. इसलिए उसके सारे दोस्त भी अंश के साथ मस्ती मज़ाक करते थे. अब तो सुमीत भी अंश के साथ घर का काम करता था. एक दिन वो सब कॅंटीन में खाना खा रहे थे, की तभी एक लड़की उनके बीच आ गयी. उस लड़की का नाम था रूही.
उसे देख कर सब चौंक गये. सुमीत का चेहरा ही सूख गया. रूही आई और थोड़ी बात करके चली गयी. उसके बाद अंश को उनके दोस्तों ने बताया की वो लड़की सुमीत की एक्स-गर्लफ्रेंड थी. उन दोनो का अब ब्रेकप हो चुका था. वजह किसी को भी नही पता थी, बस एक दिन वो अलग हो गये इतना ही पता था.
अंश घर जेया कर जब सुमीत से पूछा, तब सुमीत कुछ नही बोला. बस वो नही बताना चाहता था, ऐसा बोल कर रूम में चला गया. अंश भी वो बात भूल कर खाना बनाने लगा. लेकिन उस रात सुमीत खाना खाने भी नही आया. तब अंश खाना लेकर उसके पास गया.
अंश: सुमीत, उठो बाबा, खाना खा लो.
सुमीत: भूख नही है.
अंश (सुमीत को एक झप्पी देते हुए): तुम अगर उससे अभी भी प्यार करते हो तो ब्रेकप क्यूँ किया?
सुमीत: मैं उसे भूल गया हू, बस तोड़ा उदास लगा इसलिए.
फिर अंश अपने हाथो से सुमीत को खाना खिलता है, और सुमीत को सोने के लिए बोलता है.
सुमीत: अंश यार आज मेरे पास सो जाओ ना.
अंश: अछा ठीक है.
बचपन में भी ये दोनो साथ सोते थे, इसलिए अंश आ गया सोने. दोनो देर रात तक बचपन के यादे ताज़ा करने लगे, की कैसे वो एंजाय करते थे, और सुमीत कैसे अंश को च्चेड़ता था. अब सुमीत फिरसे उसे च्चेड़ने लगा.
सुमीत: यार तुम पहले से भी ज़्यादा सेक्सी बन गये हो.
अंश: बस फिरसे च्चेड़ना शुरू हो गया तुम्हारा.
सुमीत: तुम सच में एक बीवी के तरह ही मेरा ख़याल रखते हो. मुझसे किसी रूही-बुही की क्या ज़रूरत है?
अंश: अछा अब ये भी बोल दो की मैं बच्चा भी पैदा कर दूँगा (हासणे लगा).
सुमीत: बच्चा ऐसे ही थोड़ी पैदा होता है. उसके लिए तो हमे कुछ करना पड़ता है.
अंश: अछा जी, क्या करना होता है तुमको पता है?
सुमीत: हा जी, चलो मैं तुम्हे दिखा देता हू आज.
अंश: तुम यहा आ कर बहुत गंदे हो गये हो (मज़ाक में).
सुमीत: अब गंदा बोल ही दिया है तो गंदी हरकत कर ही लेते है.
ये बोल कर सुमीत चढ़ जाता है अंश के उपर, और उसकी गर्दन में किस करने लगता है. अंश ये सब मस्ती समझ कर उसे साइड करने लगता है. गर्दन को किस करते-करते ग़लती से उन दोनो के लिप्स आपस में टकरा जाते है. तभी वो दोनो शॉक हो कर एक-दूसरे को देख कर रह जाते है.
आधे मिनिट बाद दोनो ही झपक से अलग हो जाते है, और बेड पे बैठ जाते है. फिर अंश बिना बोले ही उठ कर चला जाता है अपने कमरे में. उस रात ये दोनो पूरी रात नही सोए थे. बस किस की बात को ही सोच रहे थे. उन्हे बहुत अजीब लग रहा था, मगर किस बहुत मीठा था, इसलिए थोड़ी खुशी भी हो रही थी. सुबह वो दोनो आँख भी नही मिला पा रहे थे, तब सुमीत बोला-
सुमीत: कल रात के बारे में मत सोचो, वो बस मस्ती में था.
अंश: हा, सही कहा.
फिर दोनो फ्री हो जाते है, लेकिन अब उनके दिमाग़ में तोड़ा अलग हो गया था उनका रिश्ता. उस रात को वो दोनो खाना खा रहे थे की अंश के लिप्स पर खाना लग गया. तभी सुमीत उसके पास आ कर डाइरेक्ट अपनी जीभ लेकर चाट-ता है. अंश घबरा जाता है.
अंश: ये क्या कर रहे हो?
सुमीत: खाना निकाल रहा हू जीभ से.
अंश: तुम आज कल कुछ ज़्यादा ही मस्ती नही कर रहे हो?
सुमीत: हा, तुम सेक्सी हो गये हो ज़्यादा इसलिए.
फिर सुमीत चला जाता है, लेकिन अंश तोड़ा सोचने लगता है की सुमीत ऐसी मस्ती तो पहले नही करता था. तो अब ऐसे क्यूँ कर रहा था. फिर वो उसका पता लगाने कॉलेज जाता है. कॉलेज में रूही की ब्रांच जाता है, और रूही को ढूंढता है.
अंश: रूही जी तोड़ा सुनेंगी मेरी बात?
रूही: तुम कों हो?
अंश: मैं सुमीत का दोस्त अंश हू.
रूही: अछा तो तुम हो अंश.
अंश: हा, एक बात पूछनी थी.
रूही: हा पूछो.
अंश: आप दोनो का ब्रेकप क्यूँ हुआ था?
रूही: तुम्हे क्यूँ बतौ?
अंश: मुझे जानना ज़रूरी है, प्लीज़ बताइए.
रूही: अछा तो सुनो, तुम्हारी वजह से हुआ था.
अंश: क्या, मेरी वजह से!
रूही: हा…
अंश: लेकिन मैं तो आपके प्यार के बारे में जानता भी नही था बिल्कुल.
रूही: एक दिन हम सब पार्टी कर रहे थे, और सुमीत को ज़्यादा चढ़ गयी थी. तब उसके साथ इंटिमेट होने की कोशिश की. मैं उसके रूम में उसके कपड़े निकाल कर उसकी बॉडी को चूमने लगी. वो भी पूरा मूड में था, तो वो नशे में भी मुझे प्यार करने लगा. उसी बीच मैं उसे बोली “ई लोवे योउ सुमीत”, तो वो बोला “ई लोवे योउ टू अंश”.
अंश: क्या!
रूही: हा उसने तुमको ई लोवे योउ बोला. मैने उसे एक थप्पड़ लगाया, और उसका सारा नशा उतार गया. फिर मैने उससे उसी वक़्त ही ब्रेकप कर लिया.
अंश: तो ये बात उसके दोस्तों को कैसे नही पता है?
रूही: क्यूंकी उसने मुझे माना किया तो मैने किसी को नही बताया.
अंश: लेकिन वो मुझे ई लोवे योउ क्यूँ बोलेगा?
रूही: शायद वो तुम्हे चाहता है, मगर दुनिया के दर्र से नही बोल रहा होगा.
ये बोल कर वो क्लास के लिए चली गयी, और अंश पत्थर की तरह हो गया. उसके दिमाग़ में बहुत कुछ चल रहा था. उसका जवाब सिर्फ़ सुमीत के पास ही था. अंश घर आ कर खाना बनाने लगा. उस वक़्त सुमीत आया और मदद करने लगा. उस दिन भी सुमीत अंश के पूरा पास आ कर काम कर रहा था. अंश सुमीत को लेकर कमरे में आया.
अंश: सुमीत, आज मैं रूही से बात किया तुम्हारे ब्रेकप के बारे में.
सुमीत ( चौंक कर): क्या बोला उसने?
अंश: वो बोली की तुम उसके साथ थे, मगर ई लोवे योउ टू अंश बोले.
सुमीत: वो झूठ बोल रही होगी.
अंश: वो झूठ नही बोल रही है.
सुमीत: यार, मेरे मूह से नशे में ग़लती से निकल गया था, और उसने मुझे छ्चोढ़ दिया.
अंश: नशे में सच बोलते है सब. तुम बताओ तुम मुझे प्यार करते हो क्या?
सुमीत: ऐसा क्यूँ बोल रहे हो?
अंश: मुझे लगता है ऐसा, और तुम लड़कों को पसंद करते हो? वरना मुझे किस नही करते.
सुमीत: अर्रे मैं कास्ती कर रहा था.
अंश (सुमीत के पास आ कर): तुम लड़कों को लीके करते हो इसलिए किस कर रहे थे मुझे.
तभी सुमीत फिरसे उसको किस करने लगा. पुर लिप्स में जीभ डाल कर चूमने लगा. फिर अंश ने उसे पीछे धकेला, और बोला-
अंश: ये क्या कर रहे हो?
सुमीत: मस्ती कर रहा था.
अब आयेज क्या होता है, वो आपको अगली कहानी में पता चलेगा. उमीद है की आपको पसंद आ रही होगी ये कहानी. अपने कॉमेंट्स आप महरकरण64@गमाल.कॉम पर भेजे. धन्यवाद.