तो आपने लास्ट स्टोरी में पढ़ा था की कैसे मैं मामा के साथ लाहोर गया उनके घर वाकेशन गुज़ारने. फिर मामी ने डोर ओपन किया, और कैसे मुझे देख कर वो मेरे गले लग गयी. उनको देख के मैं कैसे पागल हो गया था, और फिर जब वो पानी लेने गयी, तो मैं उनकी गांद देख कर कैसे एग्ज़ाइटेड हो गया. अब आयेज की स्टोरी पे आते है.
फिर मैं मामा के साथ सोफा पे बैठ गया और मामा शवर लेने चले गये. अब मैं मामी और उनकी बेटियों के बारे में सोचने लगा. इतनी देर में मामी आ गयी पानी लेकर, और मुझे सोचते हुए देखा. फिर वो मुझे आवाज़ देने लगी, लेकिन मैने उन्हे इग्नोर कर दिया, और लगातार सोचता रहा.
फिर मामी ने मुझे ज़ोर से आवाज़ दी, जिससे मैं एक-दूं से दर्र गया. तभी मैं मामी से पूछने लगा की क्या हुआ मामी? तो वो बोली-
मामी: कब से तुझे आवाज़ दे रही हू. लेकिन तू कोई जवाब ही नही दे रहा है. किन सोचो में दोआबा है? क्या सोच रहा है, जो तुझे किसी की आवाज़ ही नही सुनाई दे रही है.
मैं: अर्रे नही मामी, ऐसा कुछ नही है.
मामी: झूठ नही बोल, बता ना की तू क्या सोच रहा था जो इतना डूबा हुआ था?
मैं: अर्रे मामी मैं तो ज़रा तक गया हू. तो बस ध्यान नही गया होगा. खैर अब मुझे पानी दे दीजिए.
और ये बोल कर मैने मामी के हाथो से पानी का ग्लास ले लिया. ग्लास लेते टाइम मेरे हाथो से मामी के हाथ टच हुए. हाए क्या कोमल थे उनके हाथ. फिर मैं सोचने लगा की कब वो दिन आएगा जब मामी इन्ही कोमल हाथो से मेरा लंड पकड़ेंगी.
खैर फिर पानी का ग्लास लेते टाइम मेरी नज़र मामी की क्लीवेज पे पड़ी. ये सीन देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. दिल किया की पानी उनके बूब्स पे गिरा के उनके बूब्स पे ज़ुबान फेर के पियू. खैर मामी ने मुझे उनकी क्लीवेज देखते हुए देख लिया था, और फिर वो कहने लग गयी की-
मामी: जेया जेया कर फ्रेश हो जेया. पता नही क्या-क्या सोचता रहता है?
मैं: जी मामी, जाता हू.
फिर मामी ने मेरे हाथ से ग्लास लिया और जाने लगी. तभी एक-दूं से वो रुक गयी, और मेरी तरफ मूड करके एक सेक्सी सी अदा में कहने लगी की-
मामी: तू वैसे बड़ा हॅंडसम हो गया है.
और फिर वो शर्मा के चली गयी. मैं उनको जाते हुए उनकी मोटी गांद देख कर आहें भरने लगा. फिर मैं उठ कर मामी के पास गया, और उनसे पूछा की बातरूम कहा था. तो वो बोली-
मामी: नीचे वाले बातरूम में तो तेरे मामा नहा रहे है. एक काम कर, तू मेरे रूम में जो बातरूम है, वाहा जेया के नहा ले.
ये कह कर वो मुझे एक सेक्सी सी स्माइल पास करने लगी.
खैर फिर मैं उनके रूम में गया तो उनके रूम में एक अलग सी ही खुश्बू आ रही थी. शायद मामी ने रूम स्प्रे किया हुआ था. खैर फिर मैं उनके बातरूम में घुस गया, और शवर लेने लगा. मैं आज के इन्सिडेंट्स सोच के मूठ मारने का सोच ही रहा था, की मेरी नज़र मामी के गंदे कपड़ों पे पड़ी.
उन कपड़ों के उपर मामी की उसेड ब्रा और पनटी पड़ी हुई थी. ये सीन देख के मुझसे रहा नही गया, और मैने फ़ौरन मामी की उसेड ब्रा और पनटी उठा ली. वो पूरा सेट था शायद ब्रा और पनटी का. और वो रेड कलर की थी और फुल स्टाइलिश वाली थी, जो पॉर्न वीडियोस में आक्ट्रेस पहनती है.
फिर मैं सोचने लगा की यार मामी इनमे और कितनी सेक्सी लगती होगी. मैने सबसे पहले मामी की ब्रा ओपन की, और ब्रा के उस पार्ट को स्मेल करने लगा जहा मामी के बड़े-बड़े बूब्स फिट होते थे. क्या स्मेल थी उनके बूब्स की. उसके बाद मैने उनकी पनटी ओपन की, और छूट वाले पार्ट की तरफ देखा.
उस जगह पे कुछ वाइट स्पॉट्स थे. मैं समझ गया की ये मामी की कोमल सी छूट का पानी था. फिर मैं उस पार्ट को सूंघने लगा. हाए क्या खुश्बू थी उनकी छूट की. उसके बाद मैं उनकी आस की तरफ के पार्ट को स्मेल करने लगा. वाहा की स्मेल तो उनकी छूट से भी ज़्यादा मनमोहक थी.
दिल कर रहा था की नीचे जौ, और मामी को उल्टा झुका के, उनकी सलवार उठा कर, उनके छूतदों को ओपन करू, और उनके अशोल को चातु. फिर अपनी ज़ुबान उनके अशोल के अंदर डाल डू. हाए मैं तो पागल होने लगा था.
फिर मैं उनकी पनटी के छूट वाले पार्ट पे जो वाइट स्पॉट्स थे, वो स्मेल करने लगा, और फिर उसको चाटने लगा. क्या टेस्ट था उनके पानी का, और मैं मूठ मारने लगा. फिर मैने अपना सारा पानी मामी की पनटी के छूट वाले पार्ट पे गिरा दिया. आज मैं इतना एग्ज़ाइटेड था की मेरा अछा ख़ासा पानी निकल गया था.
फिर मैने उनकी ब्रा और पनटी वापस रखी, और शवर लेने लगा. उसके बाद जब मैं फ्री हुआ, तो देखा की टवल नही था. फिर मैने मामी को आवाज़ दी-
मामी: क्या हुआ?
मैं: वो बातरूम में टवल नही है.
मामी: अर्रे आई मैं लेकर.
फिर मामी रूम में आई, और बातरूम का डोर नॉक किया.
मामी: ये ले टवल, मैं भूल गयी थी रखना.
मैं: कोई बात नही मामी.
फिर मैने खुद को सॉफ किया, और चेंज किया. उसके बाद मैं बातरूम से बाहर आया, तो देखा मामी वही खड़ी थी. वो मुझे देख कर एक नॉटी सी स्माइल दे रही थी. मैं तो बस उनके सेक्सी से फिगर को ही देख रहा था. फिर मामी एक-दूं से बोली-
मामी: क्या हुआ, क्या देख रहा है?
मैं: मामी आप आज भी बहुत खूबसूरत और यंग दिखती हो.
ये सुन कर मामी एक अदा से बोली-
मामी: हॅट पागल तो ना बस झूठ बोलता है. अब कह रहा है मैं यंग हू, मैं तो अब बुद्धि हो गयी हू.
मैं: नही यार मामी, सच बोल रहा हू. आज भी मामा आपको देखते होंगे तो…
मैने इतना ही कहा था की मामी मुझे हल्का सा चेस्ट पे मार के कहने लगी के-
मामी: हॅट बदमाश.
और फिर ये बोल कर वो बातरूम के अंदर चली जाती है. मैं हस्ता हुआ नीचे जाने लगा. तभी एक-दूं से मुझे याद आया की मैने तो मामी की ब्रा और पनटी पर अपना पानी गिराया था, और मामी अभी बातरूम में गयी थी. अगर उन्होने देख लिया तो क्या होगा. ये सोच कर मेरी गांद फटत गयी.
आज के लिए इतना ही. अब आयेज देखते है की क्या मामी बातरूम में अपनी ब्रा और पनटी देख लेगी, और देख लेगी तो फिर क्या होगा.