हेलो दोस्तों, मैं आज अपनी एक और न्यू रियल सेक्स स्टोरी लेके आया हू. जिसमे मैने एक मस्त सेक्सी आंटी को खूब छोड़ा है. आप स्टोरी का लुत्फ़ उठाए, और अपनी सेक्सी मेल्स मुझे सेंड करे.
मुझे एक मैल आया था. जो की एक लेडी का था. उसने मुझे बताया की उसने मेरी स्टोरी खूब पढ़ी थी, और उसे भी कॉल बॉय से सेक्यूर सेक्स चाहिए. उसने मुझे ये भी बताया की वो एक हाउसवाइफ थी, और उसका हज़्बेंड अब उसे छोड़ नही पाता.
दोस्तों, वो एक आंटी थी. उनका नामे किरण था. किरण की आगे 44 थी. वो देहरादून की रहने वाली थी. उन्होने मुझे कहा की उन्हे सेक्स किए हुए 2 साल हो गये थे. उनके पति की आगे 50 थी, आंड अब उनसे सेक्स नही होता था.
मैने कहा: आप आ जाओ, और मेरे 7 इंच के लंड का खूब मज़ा लो. आपको पूरा सॅटिस्फॅक्षन मिलेगा.
उसने बताया की वो एक हाइ क्लास रिच फॅमिली से थी. तो उसकी प्राइवसी का ध्यान रखा जाए.
मैने उनसे कहा: आपके साथ किए सेक्स के बारे में किसी को पता नही चलेगा.
मैं ये स्टोरी आंटी की पर्मिशन से लिख रहा हू. क्यूंकी इसमे ना तो उनका फेस दिख रहा है, और ना ही उनका अड्रेस आंड डीटेल्स.
मैने आंटी से कहा: आप आ जाइए.
उसने मुझे कहा की वो सनडे को आ रही थी. फिर किरण आंटी सनडे को आई. तो उन्होने मुझे कॉल पर अपनी लोकेशन बता दी. मैं 1 अवर बाद वाहा पहुँच गया. जब मैं उनके रूम में गया, तो किरण ने ब्लॅक निघट्य पहनी हुई थी. उसका पेट तोड़ा बाहर निकला हुआ था.
उसका फिगर 36-34-38 था. रंग सावला था. बाल खुले हुए थे, जो की उसकी कमर तक आ रहे थे. होंठो पर डार्क रेड लिपस्टिक, और चेहरे पर मेकप किया हुआ था. बहुत ही खूबसूरत लग रही थी.
किरण की निघट्य उसके घुटनो तक थी. जिसमे गांद का उभर नज़र आ रहा था. किरण बेड पर बैठे-बैठे मुझे स्माइल करते हुए देख रही थी. मैने भी उसे सेक्सी स्माइल की, और बूब्स को देख कर आँख मार दी. फिर उसने कॉफी ऑर्डर की. हमने 30 मिनिट तक नॉर्मल बातें की. उसके बाद मैने कहा-
मैं: आंटी जी, शुरू करे सेक्सी चुदाई?
किरण: प्लीज़ रोहित, तुम मुझे आंटी मत बोलो.
मैं: किरण बोल लू क्या बेबी?
किरण: कुछ भी बोलो. तुम्हारी मर्ज़ी.
मैने कहा: मेरी किरण डार्लिंग, तो आओ ना मेरे पास. आज आपको बहुत प्यार करूँगा.
किरण: मेरे राजा, तुमसे प्यार की तलाश में आई हू. और आज मेरी प्यास और तलाश दोनो पूरी कर दो.
हम बेड पर बैठे हुए थे. मैने अपना हाथ उसके गले में ले जाते हुए उसका चेहरा अपनी और किया. फिर रेड होंठो को अपने होंठो से चूमने लगा. किरण ने अपनी आँखें बंद कर ली, और वो भी अपना हाथ मेरे बालों में रख कर सहलाने लगी. आंटी भी मेरे स्मूच का खूब मज़ा ले रही थी. अब उसने मेरे ज़ुबान को चूसना शुरू किया.
मैने भी अपनी जीभ आंटी के मूह में दे दी. हम बैठे-बैठे ही एक-दूसरे में खो गये. किरण आंटी की सिसकियाँ निकालने लगी.
किरण: उम्म्म श उहह.
10 मिनिट किस करने के बाद, मैं अब उसके गले को चाटने लगा. इससे वो मचल गयी. उसे बहुत मज़ा आने लगा. आंटी अपने दोनो हाथ मेरी पीठ में ले जाके सहलाने लगी. मैं अपने एक हाथ से उसकी गोरी जाँघ को सहलाने लगा. उसकी सिसकी निकल गयी.
मैं अब अपना हाथ निघट्य के अंदर आंटी की पनटी के उपर सहलाने लगा. इससे उसके बदन में बिजली दौड़ गयी, और वो भी मेरे फेस को खूब चाटने लगी. हम किस और चाट-ते हुए बेड पर लेट गये.
किरण आंटी ने अब मेरी शर्ट निकाल दी, और मेरे उपर आ कर मेरी चेस्ट और मेरे गले को चाटने लगी. जब वो मुझे चाट-ती, तो उसकी सिसकियाँ निकालने लगी.
किरण: उम्म्म उहह रोहित. बहुत मज़ा आ रहा है. कितने दिन बाद मुझे सुख मिला है.
मैं: मेरे रानी, जी भर के इस सुख का आनंद लो.
किरण आंटी मुझे चूमते हुए, मेरे पेट को चाटने लगी. मैं उसके बालों में हाथ घूमने लगा. मेरी और आंटी की सिसकियों से कमरे का माहौल गरम हो गया.
20 मिनिट तक आंटी ने मेरे बदन को छाता. उसके बाद मैने उसे उठाया, और अपने नीचे किया. मैं आंटी की निघट्य के उपर से बूब्स दबाने लगा, और उसकी चेस्ट पर चाटने लगा. इससे वो बेड पर आँखें बंद करके मचलने लगी.
किरण आंटी की सिसकियाँ निकाल रही थी. और मैं उसकी गरम बॉडी को निघट्य के उपर से चाट रहा था. फिर मैने निघट्य उपर से उतार दी, और मोटे बूब्स को मूह में लेके चूसने लगा. बूब का काला निपल मेरे मूह में था.
आंटी आँखें बंद करके मेरे मूह को दबाने लगी और बोली-
किरण: आह, एस बेबी. और दब्ाओ मेरे बूब्स. बहुत मज़ा देते हो तुम. चूसो बेबी आह.
20 मिनिट तक आंटी के बूब्स मैने मसल मसल कर खूब चूज़. किरण की सिसकियाँ मुझे गरम कर रही थी. मैने अब निघट्य और नीचे की, जिससे उसका नेवेल उभरने लगा. मैं उसकी नेवेल को चाटने लगा. उसका पेट मोटा था. मैं उसकी कमर को चूमने लगा.
आंटी मेरा सिर पेट में दबाने लगी. 15 मिनिट तक मैने उसे खूब छाता. इससे आंटी को बहुत मज़ा आने लगा था. वो मुझसे सिसकियाँ लेते हुए बोली-
किरण: वाउ यार, तुम बहुत अछा सेक्स करते हो. मैं 1 बार झाड़ गयी हू. तुमने बिना छोड़े मुझे झाड़ दिया.
मैने अब अपने मूह में निघट्य को पकड़ा, और पूरा उतार दिया. आंटी ने वाइट पनटी पहनी हुई थी, जो पूरी तरह से गीली थी. मैने उसके पैर फैलाए, और अपना मूह पनटी के उपर रखा. फिर मैं चूत के उपर किस करने लगा. इससे आंटी की गरम सिसकियाँ निकल गयी.
किरण: श उहह उम्म्म.
मैने अब पनटी भी उतार दी. आंटी की काली छूट मेरे सामने थी. मैने अपने दोनो हाथ कमर के नीचे किए, और गांद को मसल कर अपना मूह छूट पर रखा. फिर अपनी ज़ुबान से चाटने लगा. आंटी अपने हाथ से मेरे सिर को छूट में दबाने लगी. वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी.
किरण: आह उहह मा. क्या मस्त ज़ुबान है यार. रोहित प्लीज़ और छातो. रुकना मत मेरे राजा. आज तक लाइफ में कभी किसी ने मेरे छूट नही छाती. तुम पहले मर्द हो जिसने मुझे ये मज़ा दिया है.
मैं किरण की छूट के दाने को दांतो से चबा के चूसने लगा. किरण बस बेड पर आँखें बंद करके मेरा सिर छूट में दबाने लगी. अपनी कमर उठा-उठा के वो छूट मेरे मूह पर रग़ाद रही थी.
20 मिनिट छूट को चाटने के बाद आंटी मेरे मूह पर झाड़ गयी. मैने छूट का सारा पानी चाट के सॉफ कर गया. उसे बहुत अछा फील हुआ. फिर मैने कहा-
मैं: तो मेरी जान, कैसा लगा?
किरण: पूछो मत तुम. बहुत ज़्यादा मज़ा आया है. तुमने मुझे 2न्ड बार झड़ने पर मज़बूर किया है. ऐसा मैने कभी नही किया है. मेरे पति तो बस मुझे छोड़ते थे.
बाकी कहानी नेक्स्ट पार्ट में है. किसी भाभी, आंटी, गर्ल, हाउसवाइफ को रियल और सेक्यूर सेक्स आंड प्यार चाहिए, तो मुझे गम0288580@गमाल.कॉम पर मैल करे. आपकी प्राइवसी और डीटेल्स गुप्त रहेंगी. आपको पूरा सॅटिस्फॅक्षन मिलेगा. थॅंक्स.