मम्मी की ये बात सुन के मुझे बहुत अछा लगा. मैने इस बार खुद मम्मी को लाल ब्रा पहनाई. मम्मी के उपर लाल रंग बहुत अछा लग रहा था. वो पहले से काफ़ी सेक्सी लग रही थी.
मैने कहा: देखो मम्मी, ऐसा लग रहा है जैसे अभी सिर्फ़ 30 साल की हो आप.
मम्मी हासणे लगी और बोली: ज़्यादा मक्खन मत लगा मुझे बेटा.
मैने कहा: सच में, आपकी कसम.
मेरे आयेज खड़े होने की वजह से मेरा लंड मम्मी की गांद में लग रहा था. मैने फिर मम्मी की ब्रा खोल दी, और इस बार पूरा लंड उनकी गांद पर रग़ाद दिया. मम्मी ये बात समझ गयी थी.
मैने कहा: मम्मी बस ये काली वाली ब्रा बची है, इसे भी पहन के देख लो.
मम्मी ने कहा: रहने दे बेटा, तू लाया है तो सही ही होगी. सुबा पहन लूँगी. वैसे भी बहुत टाइम हो गया है. चल खाना खाते है.
मम्मी ने ब्लाउस पहन लिया, और खाना लेके आ गयी. मेरा लंड अभी भी खड़ा था. फिर हम दोनो ने खाना खा लिया. मम्मी बर्तन सॉफ करने लगी, और मैं अंदर कूलर चला के लेट गया. कूलर एक है, इसलिए मैं और मम्मी एक ही बेड पर सोते है. मैं लेट कर कुछ सेक्सी सी निघट्य देखने लगा. तभी मम्मी भी आ गयी.
मम्मी बोली: क्या कर रहा है बेटा? दिन भर मोबाइल पर लगा रहता है.
मैने कहा: मम्मी कुछ निघट्य देख रहा था. एक दोस्त ने अपनी बीवी के लिए मँगवाई है. आप देख कर बताओ कों सी अची है.
मम्मी मेरे साथ लेट गयी, और मोबाइल में से निघट्य की फोटोस देखने लगी. मैं सेक्सी ट्रॅन्स्परेंट निघट्य देख रहा था.
मम्मी बोली: बेटा ये कैसी निघट्य है, जिसके आर-पार सब दिख रहा है. इसे लेने का क्या मतलब है? चाहे पहनो या ना पहनो, बिल्कुल ना के बराबर है.
मैने कहा: मम्मी आज कल के मर्द अपनी वाइफ को ऐसी ही निघट्य पहनते है. मम्मी अब तो आप मेरे साथ दुकान पर बैठती हो. इस सब से आप बच नही सकती हो. ये सब कुछ अब नॉर्मल है. आप कहो तो आपके लिए भी एक निघट्य मंगवा डू?
मम्मी बोली: हट पागल, मैं क्या करूँगी? अब तक तो मैने निघट्य पहनी नही.
मैने कहा: मम्मी पापा ने आपको लाके नही दी इसलिए. मगर मैं आपको लेक दूँगा तो आप पहन लेना.
मम्मी बोली: ये निघट्य तू अपनी बीवी के लिए लेना. वैसे भी मैं जल्दी ही तेरी शादी कर दूँगी.
मैने कहा: अर्रे मम्मी, मुझे अभी शादी नही करनी है. जब मॅन होगा तब कर लूँगा. मुझे तो अपनी मम्मी के साथ रहना है.
मम्मी बोली: बेटा तू बिगड़ रहा है. दुकान पर कैसे औरतों के दूध देखता है.
मैने कहा: अर्रे मम्मी वो काम है.
मम्मी बोली: बेटा तू बड़ा हो गया है. इसलिए ऐसा हो रहा है. अभी मेरे भी दूध कैसे पकड़ लिए थे तूने.
मैने कहा: मम्मी अगर आपको बुरा लगा हो तो मुझे माफ़ कर देना.
मम्मी बोली: अर्रे मुझे बुरा नही लगा. तू तो मेरा बेटा है. मगर हर औरत तेरी मा नही है, जो कुछ नही कहेगी.
मैने कहा: मैं क्या करू मम्मी? मेरी नज़र बार-बार वही चली जाती है.
मम्मी बोली: बेटा बचपन में भी तू यही करता था. मेरे दूध से बहुत खेलता था.
मैने कहा: शायद इसीलिए मुझे ये आदत लग गयी है.
मैने कहा: मम्मी एक बात काहु?
मम्मी बोली: कहो.
मैने कहा: मम्मी आपके दूध बहुत मुलायम है.
मम्मी ये बात सुन के कुछ नही बोली. फिर मैने आपना हाथ मम्मी के दूध पर रख दिया, और उसे दबा दिया. मम्मी ने तुरंत मेरा हाथ पकड़ के हटा दिया.
मम्मी बोली: बेटा अब हमे सो जाना चाहिए.
फिर मम्मी दूसरी तरफ मूह करके सो गयी. मैने रात में काई बार मम्मी के दूध दबाए, मगर मम्मी ने कुछ नही कहा. अगली सुबा सब नॉर्मल था. सुबा मम्मी नहा के आई, तो वो बहुत सेक्सी लग रही थी. मम्मी ने पेटिकोट अपने दूध से खोला, और कमर पर बांड लिया. उनके बड़े दूध लटक रहे थे, जिसे देख कर मेरे मूह में पानी आ रहा था. मम्मी ने अपनी पुरानी ब्रा ही पहन ली.
मैने मम्मी से कहा: आपने पुरानी ब्रा क्यूँ पहन ली?
मम्मी बोली: बेटा यही सही है, नयी ब्रा बाद में पहन लूँगी.
मैं उनके पीछे गया और उनकी ब्रा खोल दी. मम्मी इससे पहले कुछ कह पाती, तब तक उनकी ब्रा उतार चुकी थी.
फिर मैने कहा: मम्मी नयी ब्रा रखने के लिए नही लाया हू. आप उसे पहनो, वो पुरानी हो गयी तो नयी ले अवँगा.
मैने नयी काले रंग की ब्रा निकली, और मम्मी को दे दी. मम्मी ब्रा पहनने लगी तो मैने उनके पीछे जाके उनके दूध पकड़ लिए.
वो बोली: बेटा मैं लगा लूँगी.
मैने कहा: कोई बात नही मम्मी, मैं आपकी मदद कर रहा हू. आप आराम से लगा लो.
मदद के बहाने मैं मम्मी के दूध को हल्के हाथ से मसल रहा था. मम्मी के दोनो दूध मेरे हाथ में और मेरा लंड खड़ा होके उनके पेटिकोट से उनकी गांद में घुस रहा था. वो इन सब के कारण गरम हो रही थी, और उनके निपल टाइट हो रहे थे.
जब तक उन्होने ब्रा पहन नही ली, मैं उनके दूध मसलता रहा. काली ब्रा मम्मी के उपर बहुत अची लग रही थी. मम्मी के आधे से ज़्यादा दूध बाहर आ रहे थे. उनको तोड़ा अजीब लग रहा था.
मम्मी बोली: बेटा मैने ऐसी ब्रा कभी नही पहनी है. मुझे बहुत अजीब लग रहा है. देख सब तो दिख रहा है.
मैं मम्मी के पास गया, और उनकी ब्रा के उपर से उनके दूध पर हाथ रख दिए.
मैने कहा: मम्मी इस उमर में औरतों के दूध ढीले हो जाते है. ये ब्रा लटके दूध को उपर उठा देती है.
फिर मैने मम्मी को शीसे के सामने खड़ा कर दिया.
मैने कहा: देखो मम्मी आपके दूध उपर उठ गये है, और ब्लाउस पहनने पर अछा भी लगेगा. मम्मी आपकी उमर की लॅडीस यही ब्रा पहनती है. अगर आपको अची नही लगती तो मैं उतार देता हू.
मैं जैसे ही मम्मी की ब्रा खोलने वाला था, मम्मी बोली: बेटा रहने दे, तू इतने प्यार से लाया है. मैं अब से यही ब्रा पहन लूँगी.
मैने मम्मी को गले लगा लिया. मम्मी के दूध मेरी छाती में डब रहे थे, और मेरा हाथ उनकी कमर को सहला रहा था. थोड़ी देर बाद मैं और मम्मी अलग हो गये. मम्मी ने अपने कपड़े पहन लिए. उनके दूध ब्लाउस में बहुत टाइट लग रहे थे.
मैने कहा: मम्मी देखो आज आप अलग ही लग रही हो.
मम्मी बोली: अर्रे बेटा मैं तो पहले जैसे ही लग रही हू.
मैने कहा: मम्मी मेरी नज़र से देखो कितनी खूबसूरत लग रही हो.
मम्मी हासणे लगी. फिर हम दोनो दुकान के लिए निकल पड़े. रास्ते में बहुत लोग मम्मी को घूर के देख रहे थे. दुकान पहुँच के मैने कहा-
मैं: देख लो मम्मी, आज कितने लोग आपको घूर के देख रहे है.
मम्मी बोली: बेटा ये मर्द तो होते ही ऐसे है. सब औरतों को घूर के ही देखते है.
मैने कहा: मम्मी आज आपके लिए एक गिफ्ट आएगा.
मम्मी बोली: कैसा गिफ्ट बेटा?
मैने कहा: मम्मी वो तो शाम को ही दिखौँगा.
दोपहर के टाइम मम्मी का गिफ्ट भी आ गया.
सारा दिन दुकान पर काम करने के बाद मैं और मम्मी शाम को घर के लिए निकल पड़े.
मम्मी बोली: बेटा सब्ज़ी लेते चलते है.
फिर हम दोनो सब्ज़ी लेने लगे तो सब्ज़ी वाला मम्मी को बहुत घूर रहा था, और उसकी नज़र मम्मी के बड़े दूध पर थी.
मुझे उसका ऐसा देखना बर्दाश्त नही हुआ.
मैने कहा: ऐसे क्या घूर रहा है तू?
मेरी बात सुन के मम्मी बोली: क्या हुआ बेटा?
मैने कहा: ये साला आपको घूर रहा है.
फिर मैने उसकी शर्ट पकड़ ली, तो वो बोला: भाई आपको ग़लत-फहमी हो गयी.
मैने कहा: सेयेल ध्यान से अपने काम से काम रख.
मम्मी ने जल्दी से सब्ज़ी लेली, और फिर हम दोनो घर आ गये.
इससे आयेज की कहानी, अगले पार्ट में. कहानी की फीडबॅक ज़रूर दे.