बड़े लंड से इंप्रेस हुई सेक्सी भाभी

ही दोस्तों, मेरा नाम है यश. मैं देल्ही का रहने वाला हू, और एक रेग्युलर रीडर हू सेक्स स्टोरीस का. यहा ये कहानी मैं पोस्ट करने जेया रहा हू, जो की मेरे और मेरी चुदसी सुहाना और मंदाकिनी के बारे में है. और काई ऐसी भाभियों की है, जो मेरी सोसाइटी के अपार्टमेंट्स में ही रहती है.

मेरा बदन गतिला और तन्डरस्ट है. हाइट 6 फीट 2 इंच है. रंग सावला है, और मैं रेग्युलर जिम करता हू. मेरी आगे 36 साल है, लेकिन दिखने में मैं केवल 27-28 का ही लगता हू. इसका मुझे बहुत फ़ायदा मिलता है.

मेरे लंड की लंबाई 9 इंच है और मोटाई 6 इंच. जिसकी वजह से मेरी पंत में हमेशा ही मेरे लंड की शेप नज़र आती रहती है. और मेरे लंड पे लड़कियों, भाभियों, और औंतीयों तक की नज़र रहती है. ये मुझे बहुत पसंद भी आता है.

वैसे तो मैने मेरे जीवन में बहुत सारी लड़कियों की चुदाई की है, मगर सुहाना और मंदाकिनी सबसे स्पेशल रही है. आज से कुछ एक साल पहले मेरी मुलाकात सुहाना से हुई थी. जब वो मेरी शॉप में ब्रा और पॅंटीस लेने आई थी. मेरी ये शॉप एक सोसाइटी के अंदर ही है. बहुत शांत सी जगह है, और एक बार में 2-3 ही कस्टमर होते है. मैं अकेले ही शॉप में सब काम करता हू.

इसलिए ज़्यादातर मुझे अपनी लॅडीस कस्टमर को बेहन, दीदी, या फिर भाभी जी ही कहना पड़ता है. ताकि सामने वाली औरत मेरे साथ कंफर्टबल हो सके. ये मुझे अछा तो नही लगता, मगर काम की वजह. जब की मुझे पता भी था की ज़्यादातर लॅडीस तो वाहा मेरी पंत में च्छूपे मेरे लंड का नज़ारा लेने आती थी.

सुहाना मेरी शॉप में पहली बार ही आई थी. मैने उसको देखा और देखता ही रह गया. कमाल की खूबसूरत लग रही थी. मैने अपना ध्यान हटाया और बोला-

मैं: जी बताइए, मैं क्या हेल्प कर सकता हू?

उसने कुछ नही कहा और शॉप में ही चक्कर काट के वाहा रखे ब्रा पॅंटीस के सेट को देखने लगी. मैं भी बैठने ही वाला था की उसने कहा-

सुहाना: क्या आप मुझे ये सेट दिखा सकते हो?

यश: हा क्यूँ नही. आपकी ही शॉप है, जो चाहे वो देखिए.

सुहाना (मुस्कुरा कर बोली): हा क्यूँ नही. दिख भी रहा है जो मैं चाहती हू.

यश (घबरा गया था अचानक से ये बात सुन के): क्या मतलब आपका?

सुहाना: कुछ नही, आप दिखाओ ये सेट.

मैने भी कुछ एक जैसे इन्नर उसके सामने रख दिए.

अब जब वो और मैं आमने-सामने थे, तो मैं उसको अची तरह से देख लेना चाहता था. उसका गोरा रंग, और रेगिस्तान जैसी भूरी आँखें, लंबे काले बाल, लंबी सुराहीनुमा गर्दन, उसके नीचे उसके बड़े गोलाकार 36द साइज़ के बूब्स, और उसकी लेफ्ट साइड के बूब पे वो काला टिल, और फिर उसकी 26 इंच के साइज़ की पतली कमर, और उसके 40 इंच का बड़े गोल-गोल नितंभ (उसका फिगर: 36द-26-40).

उसने बहुत ही टाइट सूट सलवार पहना हुआ था. सूट का गला काफ़ी गहरा होने की वजह से उसके बूब्स कुछ बाहर की तरफ झाँक रहे थे. और वो देखने से ही नयी-नयी शादी-शुदा दिख रही थी.

यश: भाभी जी आपको पहले कभी नही देखा. आप कुछ ही दीनो पहले यहा शिफ्ट हुए हो क्या?

सुहाना: हा ऐसा ही है. मेरा अभी निकाह हुआ है. शायद आप जानते होंगे असलम शैख़ जी को.

यश: असलम भाई ने शादी कर ली? बताया ही नही. चलो अछा है. आप जैसी इतनी सुंदर बीवी मिली उन्हे. बहुत बढ़िया नसीब है भाई का.

सुहाना: हा सही कहा. क्या आप ये सब सेट मेरे फ्लॅट तक भेज सकते है पॅक करके? मुझे अभी बाहर जाना है तो प्लीज़ भेज देंगे?

यश: क्यूँ नही. आप अपना मोबाइल नंबर बताए, मैं आपको इनफॉर्म भी कर दूँगा. वैसे भी असलम भाई अभी घर तो होंगे नही.

सुहाना ने अपना नंबर भी मुझे दे दिया.

सुहाना: और मैने सोसाइटी की लॅडीस से सुना है आपकी शॉप में कुछ स्पेशल भी मिलता है. अगर हो सके तो उसकी भी फोटोस मुझे भेज दे आप, क्यूंकी मेरा जो भी स्पेशल है, वो तो आपने निहार ही लिया होगा.

यश: ओक भाभी जी, अगर आपको पसंद आए तो आप तारीफ कर सकती हो उसकी.

और वो वाहा से चली गयी. उसने जो पसंद किया वो बहुत ही ज़्यादा सेक्सी ब्रा और पॅंटीस थी. खैर मैने उन सभी को पॅक किया, और शाम के टाइम पे उसके फ्लॅट पे पहुँचा दिया. फिर घर आ कर मैने जल्दी से लंड को पंत से बाहर निकाला.

लंड तो खड़ा ही था, क्यूंकी जब से उसको देखा था. मुझे भी चैन नही आया था. फिर मैने उसको हिलना शुरू किया और साथ ही साथ उसके फोटो भी ले ली. अपना माल निकाला, और सुहाना को सारी फोटोस भेज दी.

यश: भाभी जी मैने अपनी स्पेशल चीज़ की फोटोस भेज दी है. आप चेक कर ले.

सुहाना: ओक.

फिर उसका कोई रिप्लाइ नही आया. मैने सोचा क्या हुआ पसंद नही आया. फिर कुछ देर बाद उसने मुझे वीडियो कॉल की. वो इस टाइम केवल निघट्य में ही थी. उसके निपल निघट्य में से नज़र आ रहे थे.

यश: भाभी जी कैसा लगा?

सुहाना: मैं देखना चाहती हू, क्यूंकी मुझे लगता है तुमने किसी और की फोटोस मुझे भेजी है.

यश: अर्रे ये मेरा ही है, आप देख लो खुद ही.

और मैने कॅम्रा में अपना खड़ा लंड उसको दिखाया. उसकी आँखें खुली रह गयी, और उसके मूह से निकल गया.

सुहाना: हाए, असलम का लंड तो इसका आधा भी नही है. इतना लंबा-मोटा लंड (ये बोलते हुए उसने अपने होंठ दबा लिए)! यश हिलाओ ना, करो उपर-नीचे, देखने दो मुझे.

और मैने भी ऐसा ही किया. फिर कुछ देर बाद मेरा माल निकल गया.

यश: भाभी जी मैं ये माल आपके मूह में डाल के आपको टेस्ट करवाना चाहता हू.

सुहाना: हा क्यूँ नही. लेकिन इतनी जल्दी क्या है? अभी कुछ दिन पहले ही तो असलम से मेरी शादी हुई है. यश मैं इतनी जल्दी घर से बाहर नही निकल सकती.

यश: भाभी जी तो फिर कल शॉप में ही आ जाना. वाहा मेरे स्टोर में ही कुछ टाइम एंजाय कर सकते है.

सुहाना: ओक मैं टाइम निकाल कर आती हू.

फिर अगले दिन दोपहर के टाइम वो आ गयी. और आज तो वो और भी ज़्यादा सेक्सी लग रही थी. उसके चुचे आज कुछ ज़्यादा ही दिखाई दे रहे थे. होंठो पे पिंक लिपस्टिक और दुपट्टा भी नही डाला था. मेरा लंड तो ये देख के ही कड़क हो गया. वो फिर मेरे पास आई.

सुहाना: कैसे हो मेरे मोटे लंड वाले भैया?

यश: भाभी जी भैया तो मत कहिए.

सुहाना (हासणे लगी): तो क्या काहु बताओ?

यश: मोटे लंड वाले सैयाँ कैसा रहेगा भाभी जान?

सुहाना: ओक सैयाँ जी. चलो अब दिखाओ कितना दूं है इसमे.

फिर हम दोनो शॉप के स्टोर में गये, और मैने उसको एक चेर पे बैठा दिया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी पर फीडबॅक ज़रूर दे.