विधवा भाभी की प्यास भुज़ाई

हेलो मेरा नामे राहुल है. ये कहानी आज से कुछ महीने पहले की है मेरे घर के पास मे एक अची सी खूबसूरत भाभी रहती है.

उनका नाम दीपा है और उनका 1 छोटा सा बचा भी है. वो घर मे अकेले ही रहेती थी, उनके हज़्बेंड की करोना की वजह से लास्ट एअर डेत हो गयी थी. जिसकी वजह से वो बहोट अकेली और मायूस सी रहती थी.

उनकी आगे 28 है उनके हज़्बेंड की डेत के बाद उन्हे घर मई आपने बचे के साथ अकेले रहेना पड़ता था. उनके हज़्बेंड की डेत के कुछ महीने बाद उनके बचे के भविष्या के लिए उन्होने अपने बचे को मेरे पास टुटीओन रखा.

जिसकी वजह से मई उनके घर पर बचे को रोज पढ़ने जाता था. जब मई उनके घर जाता वो हुमेशा घर के काम करती रहते थी. ऐसा कुछ दिन चला फिर 1 दिन उन्होने मुझे बाहर कुछ मार्केट समान लेने जाना है ऐसा बोलके उन्होने मुझे बुलाया.

मई उनके घर पह्ोचा और उन्हे लेके मई मार्केट जाने लगा. तब गाड़ी चलते वाक़त ब्रेकर की वजह से मैने ब्रेक लगाया. जिसे उन्होने मुझे पकड़ लिया और फिर हम धीरे धीरे मार्केट पहुँचे.

फिर वो अपना समान लेने लगी तब मैने देखा की वो आज कुछ ज़्यादा ही खूब सूरत लग रही थी. अब मई उनके बारे मई फीलिंग्स चेंज होने लगी थी.

फिर जब हम रिटर्न घर के लिए निकले तब मैने गाड़ी को एक आइस क्रीम की शॉप के पास रोका. और उनको आइस क्रीम ऑफर की जो उन्होने माना कर दिया. फिर मेरे ज़्यादा फोर्स करने पर वो आइस क्रीम खाने को त्यार हुई.

हुँने आइस क्रीम खाई और फिर मई उन्हे बिके पर भीता कर घर लेके आने लगा. मई उनसे बाते करने लगा और हम घर पहॉंच गये फिर मैने उन्हो बाइ कहा तो उन्होने स्माइल दी.

अब मई उनके घर रोज जब जाता तो उन्हो से बाते करने की कोसिस करता. और हम धीरे धीरे बाते कर ने लगे. वो भी फ्रेंड्ली होने लगा गयी ऐसे ही हुँने रात को भी फोन पर बाते करने लगे.

अब मेरी फीलिंग उ के लिए चेंज हो गयी थी मुझे वो अब काफ़ी आची लगने लगी थी. मई उनके सरीर को हुमेश देखता रहेता था वैसे आपको बता डू वो 1 बचे की मा होने के बावजूद काफ़ी आची धिकती थी.

1 दिन मैने उनसे बाते करते करते पूछा आप घर मई अकेले रहते हो आप. कही बाहर नही जाते हो आप अकेला फील नही करते? तब वो रोने जैसी हो गयी फिर उन्होने आपने हज़्बेंड की डेत के बारे मई बताने लगी और रोने लगी.

उन्हे रोता देख कर मई ने उन्हे अपने सिने से लगाया और उन्हे चुप करने की कोसिस कर ने लगा. मैने उन्हे काफ़ी देर तक अपने सिने से लगाया रखा. वो अब चुप होकर मेरे सिने से चिपकी रही. कुछ देर मई उनका सोन आ गया जिसकी आवाज़ से हम अलग हो गये.

अब हम दोनो खुल कर बाते करने लगे वो अब काफ़ी खुश दिखने लगी. हुमारी काफ़ी आची दोस्ती होगआई थी, हम अब रत भर बात करते थे. 1 दिन उन्होने मुजसे मेरी गफ़ के बारे मई पूछ.

मई ने कहा अभी कोई नही है, उन्होने पूछा क्यू? मैने कहा अभी तक कोई मिली नही और जो मिल रही है उसे बोल नही पा रहा हू.

मेरे ऐसे बोलने पर उसने पूछा ऐसा कों है जिसे बोल नही पा रहे हो? उसके ज़्यादा पूछने पर मैने कहा मई आपको अपनी गफ़ बनाना चाहता हू. मई आपको खुशी देखना कहता हू.

मेरे ऐसा बोलने पर उसने कुछ रिक्ट नही किया और उसने बाइ बोलकर बात को कट कर दिया. दूसरे दिन मई जब उसके घर पह्ोचा तो देखा वो आज कुछ ज़्यादा ही त्यार थी. उसने आज नया सूट और टाइट सलवार पहनी हुई थी.

फिर मई घर उसके घर पह्ोचा और मई जाके उनके घर मई सोफे पे बैठा. वो मेरे लिए छाए लेके आई तब मई उन्हे देख रहा था और वो अपनी नज़रे मुजसे चूरा रही थी.

कुछ टाइम बाद वो किचन मई चली गयी काम करने. घर मई कोई नही था उनका बचा अभी बाहर खेल रहा था. मोके का फ़ायदा उठाते हुए मई किचन मई गया और उसके पीछे खड़ा हो गया.

मैने उसे पूछा क्या तुम मेरी गफ़ बनॉगे. तो उसने कोई जवाब नही दिया और 1 दूं से पीछे मुड़ने की वजह से वो मुझे टकराई. मई उसके और पास आ गया, मैने उसे कमर से पकड़ा और पूछा क्या तुम मेरी गफ़ बनोगी? तो उसने हा मई सिर हिलाया.

फिर मैने उसे हग किया और उसे कस कर गले लगा लिया. कुछ देर ऐसे ही चुपके रहे हम और मई उसे किस करने लगा. कुछ देर किस करने के बाद हम दोनो अलग हुए. एक दूसरे को ई लोवे योउ बोल कर मई बहरा आ गया और उसके बचो को पढ़ने लगा.

वो किचन मई काम करने लगी. कुछ देर बाद मैने उसके लड़के को बाहर जाके चॉक्लेट लाने के लिए पेसे दिए और बाहर खेलने भेज दिया. अब घर मई सिर्फ़ मई और वो थी. वो अभी घर मई सफाई कर रही थी मैने उसे पीछे जाके पकड़ लिया और उसे किस कर ने लगा.

अब वो भी मेरा साथ दे रही थी. किस करते करते ह्यूम 5 मिनिट्स जेसे हो गये त.ए फिर मैने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया और उसे किस कर रहा था. ऐसे करते करते वो गरम होने लगी और फिर वो मुझे भी किस करने लगी.

मैने उसका सूट उतरने लगा तो वो माना करने लग.ई उसने कहा छोटू आ जाएगा. तो मैने उसे कहा मैने छोटू को बाहर पेसे लेके चॉक्लेट लेने भेजा है. और खेलने गया है, वो अभी नही आएगा.

फिर मई वापस उसके कपड़े उतरने लगा. उसे तोड़ी सारम आने लगी, उसने रेड कलर की ब्रा पहनी हुई थी. उस रेड कलर की ब्रा मई मस्त माल लग रही थी. मई उसके बूब्स को ब्रा के उपर से ही दबा रहा था. और कुछ देर के बाद मैने उसकी ब्रा निकल दी और उसे किस करने लगा.

मई उसके बूब्स को भी चोसने लगा, उसके बूब्स बहोटी बढ़े थे. और उसके उपर लाल कलर का उसका निपल बहुत ही कड़क हो गया था. अब वो पूरी गरम हो चुकी थी.

मैने अब उसकी सलवार मे हाथ डाला और उसकी छूट मई उंगली करने लगा. कुछ टाइम ऐसा करने से वो मोन करने लगी.

दीपा : अहं… आहं.. राहुल कोई देख लेगा प्लीज़ छोड़ो मुझे…

मई : बेबी कोई नही देखेगा, मई तूमे अंदर बेड रूम मई ले चलता हू.

ऐसा कह कर मई उसे बेड रूम मे ले गया और मैने उसे बेड पर लिटा के रूम को लॉक करने लगा.

अब मई उसकी सलवार निकालने लगा. साथ मई मैने उसकी पनटी भी खींच दी जिसे उसकी छूट धीखने लगी. जिसे देख कर मेरे होश उड़ गये. उसकी छूट पर 1 भी बाल नही थे. उसकी गुलाभी छूट देख कर मेरा लंड अब पंत को फाड़ने के लिए भी तैयार था.

मई : क्या बात है मेरी जान ने आज अपनी छूट के सारे बाल काट दिए.

दीपा : तुम्हारे लिए तो मई कुछ भी कर सकती हू.

ऐसा कह कर वो मेरे लंड को पंत के उपर से मसालने लगी. फिर उसने मेरा पंत खोल कर मेरे लंड को निकाला और उसे देख कर उसका मूह कूला की ख़ूला रहे गया. वैसे आपको बता डू मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है मेरे खड़े लंड को देख कर-

दीपा : हाए कितना बड़ा लंड है तुम्हारा राहुल!

मई : ये तो तुमहरे लिए ही है.

दीपा : वो तो है पर मई इसे क्या जेल पौँगी? मैने इतना बड़ा लंड अभी तक नही लिया. मेरे पति का लॅंड तो 5 इंचा का था. वो तो 5 मिनिट्स मई ही सिरक़ हो जाते थे.

ऐसा कहे कर वो मायूस होने लगी.

मई : तुम चिंता मत करो, मई अब तुम खुश कर दूँगा, तुमाहरी सारी इक्चा पूरी कर दूँगा.

ऐसा कह कर मैने मेरा खड़ा लॅंड उसके मूह पे मेर्ने लगा. वो मूह मई लेने के लिए माना करने लगी, मेरे ज़्यादा रिक्वेस्ट करने पर उसने मेरे लंड के टॉप को मूह मई लेके सक करने लगी. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था.

कुछ देर बाद मैने उसे खड़ा किया और उसे किस करने लगा. फिर उसे पलंग पर लिटा के उसकी छूट को चाटने लगा.

दीपा : ह्म्‍म्मा अया आ..आ.आ..अहहः..राहुल… आहह…

मई उसकी छूट मई जीब डाल कर उसकी छूट को ज़ोर ज़ोर से चाटने लग. इसे बहोट मज़ा आ रहा था, उसने आँखे बंद कर ली और बाद शीट को पकड़ लिया और मोन करने लगी.

दीपा : एम्म.. आहा… राहुल प्लीज़ अब कंट्रोल नही हो रहा है, प्लीज़ अब मेरी प्यास भुजा दो…

मई उसे फिर भी उसकी चोट को छाते ही जा रहा था. और कुछ देर ऐसा करते करते उसका पानी निकल गया. उसने मेरे सिर को अपनी छूट ने ज़ोर से दबाने लगी.

दीपा : श राहुल अहहहह… आआहहहा.. अहहहा…

मई अब खड़ा हुआ और उसके दोनो पर को अपने कंधे पर लेके गया. और उसकी छूट जो ऑलरेडी पानी छोड़ ने की वजह से गीली थी. मई उसमे लंड डालने लगा.

मैने 1 धक्का मारा तो मेरे लंड का टॉप अंदर चला गया और दीपा की चीख निकल गयी. फिर वो मुझे दर्द की वजह से लंड को बाहर निकालने के लिए कहने लगी.

पर मई उसे किस करने लगा और थोड़ी देर ऐसे ही रुक गया. कुछ देर उसे संत करने के बाद मैने 1 ज़ोर से ढाका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी छूट मे डाल दिया. जिसे उसकी आँखे फटी रह गयी और उसकी आँखो से आँसू निकालने लगे.

मेरे किस करने की वजह से उसकी चीख नही निकल पाई. पर कुछ टाइम तक मई उसे धीरे धीरे ढके मारता रहा. अब उसे मज़ा आने लगा था और वो भी मोन करने लगी.

दीपा : अहहाः… अहहा… अहह….

मई : कैसा लग रहा है जानेमन?

दीपा : मज़ा आ रहा है, इतना मज़ा कभी नही आया राहुल. प्लीज़ आज मेरी प्यास भुजा दो प्लीज़…

दीपा : अहहा हह्ा अहाहहा राहुल प्लीज़ और ज़ोर से… और ज़ोर से राहुल!!

मई : एस बेबी चिंत मत कर, अब मई तुम्हारी प्यास भुजा दूँगा.

मई उसे धक्के मारे जेया रहा था और अब मैने ढके तेज कर दिए थे.

दीपा : आहा अहहः अहहा…. और ज़ोर से राहुल आहह अहहा हाहाहा…. फक मई! और ज़ोर से… अहाहहा… आहहहा…

मैने अब उसे घोड़ी बना दिया और उसे पीछे से उसकी छूट मरने लगा.

मई : दीपा तुम्हे जबसे देखा तबसे तुम्हारी छूट मारना छठा था, लोवे योउ डीपू!

दीपा : लोवे योउ राहुल!

मई : दीपा आज मई टुजे इतना छोड़ूँगा की अब तुझे कभी किसी भी चीज़ की कमी नही रहेगी.

ऐसा कह कर मई उसे जोरो से छोड़ने लगा. दीपा का अभी तक 2 बार पानी निकल चुका था. वो तक चुकी थी पर मेरा अभी बाकी था. मैने उसके बाल पकड़े और उसकी गांद पे तपद मारते हुए उसे छोड़ने लगा.

उसे मज़ा आ रहा था वो साथ मई चीक भी रही थी. पर मुझे मज़ा आ रहा था, मैने उसकी गांद पे तपद मार मार के लाल कर दी थी. अब मैने अपनी स्पीड तेज कर दी.

मई : दीपा मेरा होने वाला है कहा निकालु?

दीपा : मेरे अंदर ही निकल दो, आज अपने अमृत से मेरी पूरी छूट भर दो राहुल… आहह… और ज़ोर से आहहहहाहा अहहः अहाहहा…

मई : हन बेबी…!

ऐसा कह कर मैने उसके बाल पकड़े और ज़ोर ज़ोर से उसकी छूट मारने लगा. कुछ 5 मिनिट्स बाद मैने अपना वीर्या उसकी छूट मे भर दिया और उसकी छूट मे ही लंड डाल कर उसके उपर लेट गया.

कुछ देर उससे ऐसे ही चिपके रहने के बाद हम अलग हुए और हुँने पलंग पर किस किया. एक दूसरे की बाहो मे लेते रहे. कुछ देर बाद मेरा लंड मैने बाहर निकाला. वो अभी भी खड़ा ही था और दीपा की छूट मे से वीर्या बाहर निकल रहा था.

अब दीपा मुझसे अलग हुई और अपनी चूत से टपकते हुए वीर्या को अपने हाथ से रोकने लगी और उसे अपनी जीभ से चाटने लगी. मैने उसे वापस से अपना लंड चूसने को कहा.

अब अगली कहानी नेक्स्ट पार्ट मे.