सुरभि भाभी को दिया मा बनने का सुख

ही फ्रेंड्स, आज मई आपको अपनी एक रियल स्टोरी बताता हू. मई आपको पहले अपने बारे मे बता देता हू. मेरा नाम अमन है और मेरी आगे 25 एअर है. मेरी हाइट 5’9″ है और मई कॉलेज मे पढ़यी करता हू. मई दिखने मे काफ़ी अछा हू और मेरी बॉडी भी अची है.

मेरे घर पे मेरे मम्मी, पापा और एक भाई है. मई एक नौ-जवान लड़का हू. मेरी कॉलेज की सारी लड़किया मुझपे लाइन मार्टी है, पर मई अपना ध्यान सिर्फ़ पढ़यी पर रखता हू. खैर मई आपको अपनी स्टोरी सुनता हू.

ये बात कुछ दीनो पहले की है. मई अपने पढ़यी के लिए, अपने घर से डोर एक अची सिटी मे अड्मिशन के लिए गया. फिर जब मुझे अड्मिशन मिल गयी, तो मुझे उसी शहर मे शिफ्ट होना पड़ा. मई वाहा शहर मे नया था, तो मेरे ज़्यादा दोस्त भी नही थे. तो मई एक सेपरेट रूम लेना चाहता था, जिससे मई अपनी पढ़यी आचे से कर साकु.

इसके लिए मैने एक घर तलाश किया, जो कॉलेज के नज़दीक हो. फिर मुझे एक घर मिल गया. उस घर मे हज़्बेंड-वाइफ ही रहते थे. उन्होने मुझे रूम दे दिया और वो दोनो लोग स्वाभाव मे भी आचे थे.

मैने उन्हे भैया बोलना शुरू कर दिया. वो करीब 30-31 साल के होंगे और उनकी वाइफ भी 26-27 साल की होंगी. भैया कुछ ख़ास आचे नही दिखते थे, पर उनकी वाइफ यानी भाभी, वो एक दूं अप्सरा थी.

उनका फिगर काफ़ी सेक्सी था और बूब्स भी बड़े थे. लिप्स उनके पिंक थे और कमर पतली थी. कुल मिला कर उनकी बॉडी का हर पार्ट कमाल का था. वो कमसिन काली की तरह एक-दूं हॉट लगती थी. उनको देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए. उनका नाम शूरबई था और भैया का नाम रमण था. उनकी शादी को करीब 3 साल हो गये थे. लेकिन उनके यहा कोई बच्चा नही था.

मई तो बस अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने लगा. मई सुबा कॉलेज जाता और वाहा से आके अपनी पढ़ाई करता. मेरी पढ़ाई आचे से चल रही थी. फिर इसी बीच मेरी उन लोगो से भी काफ़ी अची दोस्ती हो गयी थी. मई उन्हे भैया भाभी बोल देता था.

भैया सुबा ऑफीस चले जाते थे और उनके जाने के बाद भाभी घर पर होती थी. वो कभी-कभी कुछ काम पड़ने पर मुझे बुला लेती थी और मई भी उनके छ्होटे-मोटे काम कर देता था. मेरी भाभी से काफ़ी अची और गहरी दोस्ती हो गयी थी और हम काफ़ी मज़ाक भी करने लगे थे.

इसी बीच मुझे कभी-कभी भैया और भाभी के बीच मे हो रही लड़ाई दिखनी शुरू हो गयी. मई कुछ बोलता नही था, पर कभी-कभी मई उन दोनो की लड़ाई शांत करवा देता था. मुझे ये समझ नही आता था, की वो दोनो लड़ते क्यू थे.

एक बार भैया कुछ दीनो के लिए बाहर गये थे और मुझे कह के गये थे. मई नीचे कॉलेज के लिए जेया रहा था, तो मैने देखा, की भाभी रो रही थी. मई उनको रोता नही देख पाया और फिर उनके पास गया. पास जाके मैने भाभी से पूछा-

मई : भाभी क्या हुआ आपको? आप रो क्यू रही हो ?

भाभी : कुछ नही अमन, वो तो बस ऐसे ही. तू कॉलेज जेया रहा है?

मैने उन्हे काफ़ी बार रोते देखा था, तो इस बार मैने उनसे पूच ही लिया.

मई : भाभी मैने आपको बहुत बार रोते देखा है. क्यू रोटी ही आप. जब मई रात मे अकेले मे पढ़ाई करता हू, तब भी मैने आपको बहुत बार रोते हुए देखा है. आप मुझे अपना दोस्त कहती हो, तो बताओ क्या हुआ? नही तो मुझे लगेगा, की हमारी दोस्ती सिर्फ़ नाम की है.

भाभी : कुछ नही अमन. वो बस ऐसे ही कुछ बाते लग जाती है.

मई : भाभी प्लीज़ बताओ ना. मई आपको रोते हुए नही देख सकता. बताओ तो क्या हुआ है?

भाभी फिरसे रोने लगी और बोली-

भाभी: अमन तुम चिंता मत करो. जब तुम कॉलेज से लौट कर आओगे, तो मई तुम्हे सब बता दूँगी. अभी के लिए तुम कॉलेज जाओ.

फिर मैना कहा: पक्का बताना, और रोना बंद करो.

उसके बाद मैने एक जोक सुना कर उन्हे स्माइल कराई और वाहा से चला गया. जब मई वापस लौट कर आया, तो शाम के 6 बाज चुके थे. मई फिर नहा-धो कर कुछ काम करने लगा. अब मुझे चिंता हो रही थी भाभी की. फिर मई भाभी के पास चला गया.

मई : भाभी आप कहा हो?

भाभी : अंदर आ जाओ, मई किचन मे हू.

मुझे भाभी साद लग रही थी. इसलिए मैने पहले हस्सी मज़ाक किया. फिर मैने उनको पूछा-

मई: भाभी अब बताओ क्या बात है? सुबा से मई आपके बारे मे ही सोच रहा हू.

वो माना कर रही थी, लेकिन मई ज़िद करने लगा. फिर वो बोली-

भाभी : वो अमन यार, कुछ नही. हमारी शादी को 3 साल हो गये है. लेकिन हमारा कोई बच्चा नही है. इस बात को लेकर घर वाले तुम्हारे भैया को ताने मारते है और तुम्हारे भैया मुझे ताने मारते है. वो कहते है, की मई सही नही हू. मैने टेस्ट भी करवाए है, और मई बिल्कुल ठीक हू.

ये बोल कर भाभी ज़ोर से रोने लगी और सिसकिया भरने लगी. मुझसे उनका रोना देखा नही गया और मैने उन्हे सीने से लगा लिया और प्यार से चुप करवाते हुए कहा-

मई: भाभी आप रोया मत करो. आपके रोने से मुझे बुरा लगता है. आप इतनी प्यारी हो. ये तो ग़लत हो रहा है आपके साथ.

मई उन्हे समझा रहा था और वो मुझे हग करके रोने लगी. फिर मई भी एमोशनल हो गया और भैया पर गुस्सा करते हुए बोला-

मई: भाभी आप चिंता मत करो. मई बात करूँगा भैया से.

तो वो बोली: प्लीज़ उन्हे कुछ मत कहना, वरना वो ग़लत साँझ लेंगे.

फिर उनके इस तरह मुझे हग करने से मुझे करेंट सा लग रहा था. उनका सेक्सी फिगर उफफफ्फ़.. मैने उनसे कहा-

मई: आप बुरा ना मानो तो एक बात काहु?

वो बोली: हा कहो ना.

मई : मई आपको बहुत पसंद करता हू.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो कहानी पर लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.