तारक मेहता की चुदाई की मस्त कहानी

ही दोस्तो, उमिद है आपको मेरी “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” चुदाई कहानी का पिच्छला पार्ट पसंद आया होगा. अब आयेज पढ़िए..

अब अंजलि की छूट मे बाबा ने अपना लंड डाल दिया. अंजलि की छूट मे लंड जाते ही उसको मज़ा आने लगा और दर्द भी होने लगा. फिर बाबा ने उसकी छूट मे धक्के लगाना शुरू कर दिया. अंजलि की आवाज़े उसके दर्द को बता रही थी. लेकिन बाबा सिर्फ़ अपना काम करने मे लगा हुआ था.

बाबा अपने लंड को अंजलि की छूट के अंदर तक डाल रहा था. अंजलि का दर्द अब धीरे-धीरे कम हो रहा था और उसको मज़ा ज़्यादा आ रहा था. उसकी छूट की दीवारो मे से हवस का रस्स निकलना शुरू हो गया था.

थोड़ी देर बाद बाबा ने अंजलि की छूट को अपनी कमर पर कस्स लिया. फिर उसने अंजलि की गांद उपर करने के लिए उसके नीचे उसके कपड़े रख दिए. इससे अंजलि की गांद थोड़ी उपर हो गयी.

फिर बाबा ने दे दाना दान उसकी छूट मारनी शुरू कर दी और उसका पूरा लंड अंजलि की छूट मे जेया रहा था. बाबा को पूरा लंड अंजलि की छूट मे डाल कर बहुत मज़ा आ रहा था.

अंजलि आहह.. आ.. श.. की आवाज़े निकाल रही थी और साथ-साथ उसको मज़ा भी आ रहा था. अंजलि को पता चल रहा था, की बाबा का लंड उसकी बच्चे-दानी तक जेया रहा था. वो सोच रही थी, की पता नही उधर सुखी का क्या हाल हो रहा होगा.

अंजलि ने सोचा, की उसको तो बच्चा चाहिए था. लेकिन सुखी को तो बच्चा भी नही चाहिए था, फिर भी वो अपनी चुदाई करवा रही होगी. अंजलि चुदाई मे पूरी तरह से मस्त हो चुकी थी और मज़े से अपनी छूट छुड़वा रही थी. वो बाबा का बड़ा लंड लेके एक-दूं मदहोश हो गयी थी.

बाबा भी अपने पुर ज़ोर से अंजलि की छूट छोड़ रहा था. पुर रूम मे अंजलि की सिसकियो की आवाज़ आ रही थी और अंजलि की छूट फटत रही थी. बाबा का लंड अंजलि की छूट की गर्मी का मज़ा ले रहा था और अंजलि की छूट बाबा के बड़े और सख़्त लंड का मज़ा ले रही थी. दोनो को परम आनंद की प्राप्ति हो रही थी.

अब अंजलि की टांगे बाबा की कमर से लिपटी हुई थी और बाबा अपनी कमर को आयेज-पीछे करके अंजलि की छूट मार रहा था. जब भी लंड छूट के अंदर जेया रहा था, तो ठप-ठप की आवाज़ आ रही थी.

फिर अचानक से बाबा ने अंजलि को अपनी बाहो मे जाकड़ लिया और गोद मे उठा लिया. उसके बाद वो अंजलि को अपनी गोद मे उछाल-उछाल कर उसकी चुदाई करने लगा और उसको लंड का मज़ा देने लगा. इस पोज़िशन मे भी बाबा का पूरा लंड अंजलि की छूट मे जेया रहा था.

फिर थोड़ी देर तक ऐसे ही अंजलि की चुदाई होती रही और बाबा उसकी गरम छूट का मज़ा लेता रहा.

अंजलि: आ आ आ मार दिया बाबा जी आपने तो आहह.. आहह.. धीरे करो बाबा जी, बहुत सख़्त लंड है आपका.

बाबा बोला: बहुत सालो से तुझे बच्चा चाहिए था ना? अब बच्चे के लिए तो तुझे ये सब सहन करना होगा. और अगर तू ये सब नही कर सकती, तो तुझे बच्चा भी नही मिल पाएगा.

बाबा की बात सुन कर अंजलि मज़े से बाबा का लंड अपनी छूट मे ले रही थी. क्या मस्त सीन चल रहा था. बाबा अंजलि को उछाल-उछाल कर अपना लंड उसकी छूट मे पेल रहा था और उसकी चुदाई के मज़े लूट रहा था. अंजलि भी मज़ा ले रही थी, लेकिन उसको दर्द भी बहुत हो रहा था.

थोड़ी देर उसी पोज़िशन ने अंजलि की चुदाई करने के बाद, फिर बाबा ने अंजलि को अपनी गोद से नीचे उतार दिया. नीचे उतारने के बाद बाबा ने उसको घोड़ी बनने के लिए बोल दिया. बाबा ने अंजलि को सीधा मंजी पर फेंका और अंजलि घोड़ी की पोज़िशन लेने लगी.

अंजलि जल्दी से घोड़ी की पोज़िशन मे आ गयी और अब उसकी मस्त गांद बाबा के सामने आ गयी. उसकी गांद देखते ही बाबा को और ज़्यादा मस्ती चढ़ने लगी. अंजलि को घोड़ी बने देख बाबा का लंड और सख़्त हो गया और उसने अपना लंड अंजलि की गांद पे सेट किया. फिर वो अंजलि की गांद के छेड़ पर अपना लंड रगड़ने लग गया.

बाबा का लंड अपनी गांद पे रग़ाद खाते हुए देख अंजलि को मस्ती चढ़ने लग गयी थी. फिर बाबा ने एक ज़ोर का धक्का मारा और अपना पूरा का पूरा लंड अंजलि की गांद मे डाल दिया.

बाबा का लंड अंदर जाते ही अंजलि की गांद फटने लग गयी. अंजलि को गांद मे लंड जाने से काफ़ी दर्द हो रहा था और वो बोल रही थी-

अंजलि: आ.. आ.. मार दिया आपने तो बाबा जी आहह.. आ.. फाड़ डाली मेरी गांद आपने तो.

लेकिन बाबा अंजलि की किसी भी बात को सुन नही रहा था और अपनी ही मस्ती मे अंजलि की गांद छोड़ रहा था. वो गांद की चुदाई के साथ अंजलि की गांद पर थप्पड़ भी मार रहा था. अंजलि की गांद पूरी लाल हुई पड़ी थी. फिर थोड़ी देर तक अंजलि की गांद मारने के बाद, बाबा अंजलि से बोला-

बाबा: चल मेरा पानी आने वाला है.

फिर लगभग 1 घंटे तक बाबा का पानी निकालने वाला हो गया. बाबा ने अंजलि की गांद मे से अपना लंड निकाल लिया और उसको सीधा होने को कहा. जैसे ही अंजलि सीधी हुई, तो बाबा ने अपना लंड अंजलि के मूह मे डाल लिया.

थोड़ी देर अंजलि का मूह छोड़ने के बाद, बाबा ने अपना लंड उसकी छूट मे डाला और अपना सारा पानी उसकी छूट मे निकाल दिया. पानी निकालने के बाद बाबा ने अंजलि से कहा-

बाबा: चलो अब पूजा करते है.

प्यारी अंजलि भाभी और बाबा की चुदाई का मज़ा तो अपने ले लिया. अब इसके बाद आप मज़ा ले सकते है सविता भाभी की कॉमिक वीडियोस है. सिर्फ़ और सिर्फ़ शवितBहभिVइदेओस डॉट कॉम पर, और वो भी बिल्कुल फ्री मे!

फिर बाबा और अंजलि ने फिरसे पूजा करनी शुरू कर दी. अंजलि इधर पूजा कर रही थी और उधर सुखी बाबा का लंड मज़े से चूस रही थी. बाबा भी सुखी का पूरा मज़ा ले रहा था.

सुखी और बाबा दोनो चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके थे.

इसके आयेज क्या होने वाला है, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. कहानी की फीडबॅक देने के लिए मुझे मैल ज़रूर करे.