ससुर ने बहू के साथ सेक्स किया

ही दोस्तो, उमिद इस सेक्स कहानी का पूरा मज़ा लेने के लिए “हवस के रिश्ते-4” ज़रूर पढ़िए. अब आयेज..

अनिता अब अपने ससुर की पकई रंडी औरत बन चुकी थी. वो उनके खाने पीने का पूरा आचे से ख़याल र्खती थी. क्योकि वो चाहती थी, की उनका फवलाती लंड उसकी छूट को ऐसे ही फड़ता रहे. अब अनिता को अपने पति के ना मर्द होने की ज़रा सी भी टेन्षन न्ही थी. राम लाल भी सबके सामने अपनी बहू को बेटी कह कर ही बूलता था, पर जब वो अकेली होती थी. तब वो जान बुलबुल या रानी जेसे नाम से बूलता था.

ऐसे ही अनिता भी थी, वो भी लोगो के सामने अपने ससुर के आयेज अपना एक लंबा घूँघट निकल कर र्खती थी. पर मोका मिलते ही वो उसके आयेज पूरी नंगी हो जाती थी, और अपनी दोनो टाँगे खोल कर अपने ससुर के आयेज ल्ट जाती थी. आज कल तो अनिता और रामलाल चुदाई का सिर्फ़ मोका ही देखते रहते थे.

राम लाल भी बहोट हरामी था, वो अपने पति को शादियो मे और डोर डोर रिश्तेदारी मे बार बार भेजता रहता था. ताकि उसे ज़्यादा से ज़्यादा राते अपनी बहू के साथ बिताने को मिले. राम लाल जब से अनिता से सेक्स करने लगा था, तब से वो अब ज़्यादा जवान दिखने लगा था. शायद अनिता जेसी जवान मस्त लड़की की छूट के पानी से राम लाल अब जवान होने लग गया था.

एक दिन की बात है, राम अपनी बहू अनिता की छूट मे अपनी उंगली डाल उसकी छूट की उंगली से चुदाई करते हुए बोला.

राम लाल – मेरी रानी क्या बात है, मैं काफ़ी टाइम से देख रा हूँ की तुम किसी टेन्षन मे हो ?

अनिता – बात ये है ससुर जी, मेरी छ्होटी बहें का झन रिश्ता हुआ है. उन्होने अब 5 लक्ख की डिमॅंड करी है. पर मेरे टीन भैईओ ने दिन रात एक करके 4 लक्ख ही इकाता करे है. और वो अब उन्हे धमकी दे र्हे है, की अगर हुँने 5 लक्ख रुपए न्ही दिए. तो वो ये रिश्ता तोड़ कर अपने बेटे का रिश्ता किन और कर लेगें.

राम लाल कुछ देर सोचने के बाद बोला – उनकी मा का भोसड़ा, तू फिकर ना कर मेरी रानी. ऐसे बहें छोड़ो का इलाज करना मुझे आचे से आता है.

ये कहते ही राम लाल ने अपनी टीन उंगलिया एक साथ अनिता की छूट मे दल दी, जिससे अनिता के मूह से लंभी से आहह निकली.

अपने ससुर के मूह से ये बात सुन कर वो बहोट खुश हो गयइ. उनसे तभी राम लाल का लंड अपने हाथ मे पकड़ा और बड़े प्यार से शेलने लग गयइ.

राम लाल – अनिता तू अपनी बहें को भी यहाँ बुला ले, मैं भी तो देखूं उनकी जवानी.

अनिता – मेरे राजा जी, मेरी छ्होटी बहें मुझसे टीन साल छ्होटी है. वो दिखने मे मुझसे काफ़ी खूबसूरत है. उसका रंग गोरा, तीखे नैन नंक्ष, और उसकी पतली सी कमर. और उसके बाहर निकलते दो मोटे बूब्स सच मे बहोट कमाल के लगते है.

अनिता के मूह उसकी छ्होटी बहें की इतनी तारीफ सुन कर, राम लाल ने उसकी मूरत अपने दिमाग़ और दिल मे बना ली थी. उसके मूह मे पानी आ गया था, और उसका लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था.

राम लाल – हाए मेरी जान, तेरे मूह से उसकी इतनी तारीफ सुन कर ही मेरी जान निकालने वाली हो गयइ है. मुझे ये साँझ न्ही आ रा है, की जब मैं लिव देखूँगा तो मेरा क्या हाल होगा. अब मुझे उसे जल्दी से जल्दी देखना चाहता हूँ, क्योकि तभी मेरी आँखो को ठंडक मिलेगी.

अनिता – देखो जानू मैं आपके कहने पर उसे बुला तो लूँगी. पर आप प्लीज़ अपनी नियत खराब मत करना. देखो वो एक पढ़ी लिखी लड़की है, उसने अभी बा पास आउट करी है. वो इतनी आसानी से आपके चाकर मे न्ही फासने वाली.

राम लाल बोला – मेरी जान अगर ऐसी बात है, तो तू मुझे ये बीटीये तू भला फिर किस मर्ज की डॉवा है. अगर मुझे तेरे होते तेरी जवान सेक्सी बहें की जवानी को खाने को ना मिले तो सच मे ये बहोट ही ग़लत बात है. देख मेरी रानी तू पैसो की फिकर ना कर, तुझे मैं इस घर की चाबी दे दूँगा. फिर तू जीतने छाए अपनी बहें की शादी मे पैसे खरच करयीओ. क्योकि अब तू इस घर की सिर्फ़ बहू ही न्ही, अब तू इस घर की मालकिन है मालकिन समझी.

राम लाल 500 से ज़्यादा खेतो का मलिक था, उसके पॅसे तर्क्टोर ट्राली, जीप, बिके, नोकर चाकर और एक बड़ी सी हावली, यानी देखा जाए उसके पास सब कुछ था. उसकी तिज़ोरी हुएंशा पैसो से भारी रहती थी. राम लाल के पास सब कुछ था, पर सिर्फ़ उसके पास एक चीज़ की कमी थी. और वो थी, उसके सगे बेटा ना मर्द था. खैर अनिता अब पूरी महा रानियो की तरह अपना जीवन जी र्ही थी. उसका राज अब राम लाल के पैसो पर तो था, और साथ ही साथ उसके दिल पर भी था.

अनिता ने राम लाल की सारी बातें ढयन से सुनी और फिर थोड़ी देर सोच कर बोली – हाए मेरे राजा मुझे ये साँझ न्ही आ रा है, की मैं अपनी छ्होटी बहें को केसे तुम्हारे साथ सोने को राज़ी करूँगी.

राम लाल ने तभी अपना मोटा लंड पूरा का पूरा अनिता की छूट मे घुसा दिया. और उसकी दोनो टाँगे पूरी तरह से खोल कर, ज़ोर ज़ोर से ढके मार कर वो बोला.

राम लाल – देख मेरी जान तू उसे वो सीडी दिखा देना, जिसको देख कर आज तू मेरे नीचे लेआतई चुड र्ही है. कसम से जब वो नंगी औरतो को अपनी छूट मे हबशी का लंड लेते देखेगी. तो उसकी छूट अपने आप पानी निकालने लग जाएगी. तू उसे खुद इतनी ज़्यादा गरम कर देना की वो अपनी छूट मे खुद उंगलिया डालने लग जाए. मेरी रानी अगर तूने उसकी छूट मुझसे फदवा दी ना, तो मैं कसम से सारी उमर तेरा गुलाम बन कर रहूँगा.

अनिता – मेरे राजा ये कों सा मेरे लिए कोई बड़ा काम है. देखो गुलाम तो मैं अब तुम्हारी बनी बैठी हूँ. अब तुम ही देखो मैं अपनी जवानी, अपनी लाज शरम, इजात आबरू अपना ईमान और धरम सब कुछ तुम ही लूटा कर बैठी हूँ. देखो अब तुम धीरे धीरे ढके मत मरो, ज़रा ज़ोर ज़ोर से छोड़ो मुझे अगर मेरी बहें को छोड़ना है तो.

ये सुन कर राम लाल पर एक जवान छूट मरने का नशा चाड गया. उसके उपेर एक अजीब सा भूत सॉवॅर हो गया था. वो अपनी पूरी जान लगा कर पूरी ताक़त से ज़ोर ज़ोर से ढके मार रा था. उसके इतनी ज़ोर के ढके शायद ही कोई औरत ज़्यादा देर तक सहन कर पति. अनिता भी हर एक ढके का मज़ा लेते हुए बोल र्ही थी.

अनिता – आह आहह उ मा आज तो मेरे राजा तुम मेरी छूट को फाड़ कर र्ख दो. इतनी फाड़ दो की मुझे सुबह जा कर अपनी छूट किसी मोची सी सेअल्वानी पड़े.

राम लाल जब अनिता के मूह से बात सुनी तो वो पागल हो गया. उसने अपने मान मे सोच लिया की जब तक अनिता उसके आयेज अपने हाथ दोनो हाथ जोड़ कर रुकने को न्ही कहेगी, तब तक अब वो रुकने वाला न्ही है.

और वो ही बात हुई, करीब 35-40 मिनिट तक राम लाल ने अपनी वो ही रफ़रत लगा कर र्खी. अब तक अनिता अपनी छूट का ना जाने कितनी बार पानी निकल चुकी थी. उसकी छूट पूरी तरह से फाट चुकी थी, इसलिए वो बे सुध हो कर राम लाल के नीचे ल्ट कर उसके चुड र्ही थी.

अगले ही दिन अनिता ने अपने घर फोन करके अपनी छ्होटी बहें सुनीता को अपने यहाँ बुला लिया. अनिता के घर मे उसके टीन भाई है, और एक छ्होटी बहें जो उससे टीन साल छ्होटी है. उसके मम्मी दादी उसके बचपन मे ही उसे छ्चोड़ कर चले गये थे. सभी भाई बहेनॉ ने उसे मिल कर बड़ा किया था, अनिता के बड़े दो भैईओ की शादी हो चुकी थी, और सबसे छ्होटे भाई की जॉब अभी लगी थी.

देखा जाए तो अनिता के घर की हालत कुछ ठीक न्ही थी. उपेर से उसकी छ्होटी बहें की शादी मे उसके ससुराल वालो ने 5 लक्ख की डिमॅंड कर ली थी. पर जब राम लाल ने खा की वो पैसे दे देगा. तो अनिता को इतनी टेन्षन न्ही र्ही थी.

आज उसकी छ्होटी बहें सुनीता अपनी बहें अनिता के घर आ गयइ थी. राम लाल ने जब सुनीता को देखा तो उसका लंड एक दम से खड़ा हो गया था. क्योकि जितना अनिता ने अपनी छ्होटी बहें सुनीता के बारे उस रात ब्टाया था. सुनीता उससे काफ़ी ज़्यादा सनडर और सेक्सी थी. इसलिए राम लाल ने धीरे से अनिता को अपने पास बुलाया और उसे धीरे से खा.

राम लाल – मेरी रानी तुझे आचे से पता है, ना तुझे क्या और केसे करना है. देख आज अनमोल भी बाहर गया हुआ है. तू अपनी बहें को सीडी दिखा कर इतना गरम कर दे की आज वो खुद अपने मूह लंड माँगे. आज की रात कसम से तुम दोनो बहेनॉ के जवानी के रस्स को मैं राज कर पी कर अपनी प्यास को शांत करूँगा. चल अब जल्दी जा और उसे वो सीडी दिखा.

अनिता अपने रूम मे आई और वो सीडी सुनीता को दिखाने के बारे मे सोचने लग गयइ. डोफेर का लंच करने के बाद वो दोनो बहें अपने रूम मे लेआतई बातें कर र्ही थी. तभी अनिता के पास बहोट अछा मोका था, और वो मोका अपने हाथ से जाने देने वाली न्ही थी. इसलिए अनिता ज़रा सुनीता के पास हो कर बोली.

अनिता – सुनीता अब तेरी शादी होने वाली है, अछा तुझे ये तो पता ही होगा. की शादी की पहली रात सुहग्रात को क्या क्या होता है. अभी मुझसे पूछ ले, फिर किन मुझे बाद मे कहे की दीदी आपने मुझे कुछ ब्टाया ही न्ही था.

सुनीता – दीदी सच मे मुझे कुछ न्ही पता प्लीज़ बतो मुझे.

अनिता – देखो उस रात पति पत्नी एक दूसरे को बहोट प्यार करते है. और उस रात एक दूसरे के जिस्म का मैल होता है.

सुनीता – प्यारे करते है केसे करते है दीदी.

अनिता – मैं सब जानती हूँ, की तुझे सब कुछ पता है. अब तू मेरे आयेज ज़्यादा भोली बनने की आक्टिंग ना कर प्लीज़.

सुनीता – सच मे दीदी मुझे कुछ न्ही पता प्लीज़ आप आचे से बतो ना.

अनिता को पता चल गया था, की उसकी ये बातें सुनीता के जिस्म को गरम कर र्ही है. इसलिए वो उसको तड़पते हुए धीरे धीरे रुक रुक बीटीये र्ही थी.

अनिता – देखो पहले पति उस रात होंठो को चूमता है. फिर वो दोनो एक दूसरे के कपड़े निकल कर पूरे नंगे हो जाते है. फिर पति तुम्हारे बूब्स को जाम कर चूस्ता है. और अपना वो लंड तुम्हारी छूट मे दल देता है.

सुनीता – आयेज दीदी.

अनिता – देखो पहली बार लंड जब अंदर जाता है. तो छूट के अंदर एक सील होती है, जो टूट जाती है. जिससे लड़की की छूट मे से खून निकालने जाता है. पर इसमे घबराने वाली कोई बात न्ही है, ये सब नॉर्मल होता है. पर हन जब लंड पहली बार अंदर जाता है. तो लड़की को बहोट ज़्यादा दर्द होता है. पर पति को इसी मे बहोट मज़ा आता है.

सुनीता – ज़्यादा दर्द होता है क्या दीदी ?

अनिता – अरे पगली एक बार जब पूरा लंड छूट मे चला जाता है, तो उसके बाद इतना मज़ा आता है. की तू सारी दुनिया को भूल कर अपनी दोनो टाँगे उठा कर अपने पति को तू अपनी छूट मरने को देगी.

दोस्तो अभी कहानी जारी है, जल्दी ही मिलते है इस कहानी के अगले भाग मे. [email protected]