पति, पत्नी और पति के दोस्त का थ्रीसम

हेलो दोस्तों, मेरा नाम कारण है, और मेरी आगे 32 है. मेरी बीवी का नाम रागिनी है, और उसकी आगे 29 है. हमारी शादी को 3 साल पुर हो चुके है, और हमने लोवे मॅरेज की थी. शादी के पहले रागिनी मेरी ऑफीस कोलीग थी. वही हम दोनो को एक-दूसरे से प्यार हो गया. और फिर हमने एक-दूसरे से शादी कर ली.

मुझसे पहले रागिनी का 1 बाय्फ्रेंड था, और उसने रागिनी के आचे से इस्तेमाल करके छ्चोढ़ दिया था. अब तो आप समझ गये होंगे की रागिनी मेरी लाइफ में आने से पहले ही अपनी वर्जिनिटी खो चुकी थी.

वैसे मैं भी कोई दूध का धुला नही था, तो मैने इस बात पे कोई आपत्ति नही जताई. चलिए दोस्तों, अब मैं सीधे स्टोरी पे आता हू. ये कहानी एक साल पहले शुरू हुई थी, जब रागिनी अपने मा के घर गयी थी 2 मंत के लिए. पहले मैं आप सब को रागिनी के बारे में तोड़ा बता डू.

रागिनी की हाइट 5’4″ है, और वो आवरेज फिगर वाली लड़की है. बुत उसके बूब्स बहुत बड़े है, जो किसी को भी अपना दीवाना बना दे. तो जैसे की मैने आपको बताया की रागिनी अपनी मों के पास गयी थी 2 मंत्स के लिए. तो मैं 1 हफ्ते तक नॉर्मल रहा. उसके बाद मेरी रातों की नींद उड़ने लगी और मैं रागिनी की छूट के लिए तड़पना शुरू हो गया.

उस वक़्त मुझे पॉर्न देखने की लत लग गयी, और मैं वाइफ स्वापिंग वाली पॉर्न वीडियोस ज़्यादा देखने लगा. क्यूंकी उससे मेरा लंड बहुत ज़्यादा खड़ा हो जाता. मैने भी डिसाइड कर लिया की रागिनी को वाइफ स्वापिंग के लिए मनौँगा.

फिर जब रागिनी घर आई, उस रात हमने बहुत मस्त चुदाई की. हमने 2 मंत्स की सारी कसर निकाल दी. जब मैं झाड़ गया और उसके उपर लेट गया, तब मैने उसको वाइफ स्वापिंग के बारे में बताया. मुझे स्वापिंग ट्राइ करनी थी, ये मैने उसको बताया. इस बात पे रागिनी बहुत गुस्सा हो गयी, और 1 वीक तक उसने मुझसे बात भी नही की.

मेरे बहुत माफी माँगने के बाद सब नॉर्मल हुआ. बुत मुझे लगने लगा था की अब मेरा वाइफ स्वापिंग का सपना सिर्फ़ सपना बन कर ही रह जाएगा. फिर अचानक मेरे दिमाग़ में शैतानी ख़याल आने शुरू हो गये.

मैं रोज़ रागिनी को फोरप्ले करके गरम करता था, और बिना छोड़े सो जया करता था. करीब 10 दिन उसकी छूट की प्यास ना बुझने की वजह से उसने मुझसे पूच लिया की मैं ऐसा क्यूँ कर रहा था. तब मैने उसको मेरी एक फॅंटेसी बताई, की मुझे उसको किसी गैर मर्द के सामने छोड़ना था.

पहले तो उसने माना किया, पर अपनी छूट की प्यास की खातिर वो मान गयी. बुत शर्त ये थी की हम ये सिर्फ़ एक ही बार करेंगे. फिर मैने इंटरनेट पर एक दोस्त बनाया, और उसे सब समझा दिया. उसके बाद हमने एक सॅटर्डे नाइट का प्लान फिक्स किया.

मेरे इंटरनेट फ्रेंड का नाम राहुल था. तो उस रात राहुल हमारे बेड के सामने बैठ गया, और मैने रागिनी को किस करना चालू किया. रागिनी बहुत हेज़िटेट कर रही थी. तो उस दिन मैने रागिनी को छोड़ा ज़रूर, पर रागिनी का बिल्कुल रेस्पॉन्स नही था. वो पूरी रात अपने बदन को ढकने में बिज़ी थी.

वो रात गुज़र गयी. नेक्स्ट दे से मैने रागिनी के साथ ठीक से बात करना बंद कर दिया. करीब 2 दिन के बाद रागिनी ने सॉरी कहा तो मैने रागिनी को बोला-

मैं: मैं एक कंडीशन पे तुम्हे माफ़ करूँगा.

रागिनी ने पूछा: क्या कंडीशन है?

मैने कहा: हम फिरसे वही करेंगे जो लास्ट सॅटर्डे नाइट में किया था. और तुम इस बार हेज़िटेट मत होना.

तोड़ा मानने के बाद वो मान गयी. फिर नेक्स्ट सॅटर्डे हमने फिरसे प्लान किया और इस बार रागिनी बहुत कम हेज़िटेट हुई. जब हमारा चुदाई का खेल चालू था, तब राहुल अपना लंड बाहर निकाल के मूठ मार रहा था. रागिनी ने उसको देख भी लिया था. उस रात हमने बहुत एंजाय किया. रागिनी भी काफ़ी खुश लग रही थी. फिर 2 वीक के बाद मैने रागिनी से कॅष्यूयली पूछा-

मैं: हम फिरसे करे वैसे ही?

इस बार उसने बिना किसी संकोच के हा में जवाब दिया. देन हमने फिर एक सॅटर्डे प्लान किया. इस बार राहुल हमारे बेड के नज़दीक बैठा था. मैं रागिनी को लीप-लॉक देके किस करने लगा. साथ ही मैं उसके बूब्स भी दबाने लगा. कुछ ही मिनिट में हम दोनो पुर नंगे हो गये. जब मैं रागिनी के बूब्स चूस रहा था, तब रागिनी ने कहा-

रागिनी: अगर तुम चाहो तो राहुल को भी इन्वॉल्व कर सकते हो. बुत वो सिर्फ़ उपर-उपर से ही करेगा, उसके आयेज नही.

मैने तभी राहुल को इशारा किया. राहुल ने तुरंत अपने कपड़े उतारे, और रागिनी के पैरों को फैला के अपना मूह रागिनी की छूट पे रख दिया, और प्यासे शेर की तरह उसकी छूट चाटने लगा.

रागिनी के मूह से सिसकारियाँ आने लगी. मैने रागिनी को मेरा लंड चूसने को कहा तो रागिनी ने मेरा लंड मूह में लेके चूसना शुरू कर दिया. माहौल गरम हो गया था, क्यूंकी नीचे उसकी छूट चटाई और उपर उसकी मूह चुदाई हो रही थी.

फिर मैने राहुल को इशारा करके कहा की पेल दो. तभी राहुल ने जल्दी से अपना लंड रागिनी की छूट में डाल दिया. रागिनी मुझे देख के हैरान हो गयी की मैं किसी गैर मर्द को मेरी बीवी को छोड़ने दे रहा था.

मैने उसे आँख मारी और कहा: कुछ मत कहो, बस एंजाय करो.

कुछ देर बाद मैने रागिनी को छोड़ना चालू किया, और राहुल ने अपना गीला लंड रागिनी के मूह में डाल दिया.

रागिनी बड़े मज़े से राहुल का लंड चूस रही थी. वो बीच-बीच में उसके गोते भी चूस रही थी. करीब आधा घंटा चुदाई के बाद मैने रागिनी की छूट में और राहुल ने उसके मूह में अपना पानी छ्चोढ़ दिया. इस तरह से हमारी लाइफ का फर्स्ट थ्रीसम सेक्स हो गया.

अब मैं अपनी बीवी को वाइफ स्वापिंग के लिए मानने में लगा हू. अभी तो वो माना कर रही है, लेकिन मुझे यकीन है की वो जल्दी ही इसके लिए भी मान जाएगी. तो मेरी कोशिश जारी है. अगर आप सब को ये कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी ज़रूर शेर करना. कहानी पढ़ने के लिए थॅंक्स.