जेठालाल की पार्टी मे सुखी की गांद और मूह चोदा

अब सुखी मज़े से अपनी गांद में लंड ले रही थी. लेकिन उसको ये नही पता था, की उसकी गांद में जो लंड अंदर-बाहर हो रहा था. वो लंड जेथलाल का नही, बल्कि आमिर का था.

अब आमिर का आदमी उसके पास आ गया था. फिर उसने कहा-

आदमी: मुझे भी लेनी है मालिक.

वो आमिर को सुखी को गांद को मज़े से मारता हुआ देख रहा था. सुखी मज़े से गांद मरवा रही थी. फिर सुखी की गांद मारते हुए आमिर ने अपने आदमी को बोला-

आमिर: मेरा बस होने वाला है.

अब सुखी की गांद मारते हुए आमिर ने सुखी के बूब्स को पकड़ा, और उसके बूब्स को मसालने लग गया. वो बूब्स मसल कर पूरा मज़ा ले रहा था. तभी आमिर का आदमी आयेज गया, और उसने एक-दूं से सुखी के मूह में अपना लंड डाल दिया.

मूह में लंड आने से सुखी हैरान हो गयी. उसको समझ में नही आ रहा था, की उसके साथ क्या हो रहा था.
तभी एक-दूं से सुखी गांद में तेज़ी से लंड जाने लग गया. साथ में उसके बूब्स भी मसले जेया रहे थे. सुखी पूरा मज़ा ले रही थी. वो अपनी गांद भी छुड़वा रही थी, और जो लंड मूह में था, उसको भी चूस रही थी. उन दोनो को भी बहुत मज़ा आ रहा था.

आमिर का पूरा लंड सुखी की गांद के अंदर-बाहर हो रहा था. और आयेज से उसका आदमी अपना लंड सुखी के गले तक लेके जेया रहा था. उसने सुखी के सिर के पीछे अपना हाथ रखा हुआ था, और वो ताबाद-तोड़ धक्के दे रहा था.

सुखी भी पूरा स्वाद लेके लंड को चूस रही थी. उसकी गांद भी चुड रही थी, और मूह भी. और वो दोनो साइड से पूरा मज़ा ले रही थी. सुखी चटकारे ले-ले कर लंड चूस रही थी.

थोड़ी देर तक आमिर ने ऐसे ही सुखी की गांद मारी. फिर उसने अपना लंड सुखी की गांद से बाहर निकाल लिया. उसने अपने आदमी को कुछ इशारा कर दिया. आमिर का इशारा मिलते ही उसके आदमी ने अपना लंड सुखी के मूह से बाहर निकाल लिया.

फिर उसके आदमी ने सुखी को घुमा लिया, जिससे सुखी की मोटी गांद उसके सामने आ गयी. उसके बाद उसने सुखी के छूतदो को खोला, और अपना लंड उसकी गांद में डाल दिया. अब वो अपना लंड सुखी की गांद में अनार-बाहर कर रहा था, और उसको बहुत मज़ा आ रहा था.

सुखी की जान निकल रही थी, क्यूकी ड्राइवर ने उसकी गांद में एक-दूं से पूरा लंड डाल दिया था. इससे सुखी की चीख निकल गयी थी. सुखी अब कुछ बोलने वाली थी. लेकिन इससे पहले की वो कुछ बोल पाती, आमिर ने आयेज से उसके मूह में लंड घुसा दिया.

सुखी को काफ़ी दर्द हो रहा था, क्यूकी पीछे से गांद में लंड अंदर-बाहर हो रहा था, और आयेज से मूह में. लेकिन वो कुछ कर नही सकती थी. इसलिए चुप-छाप लंड ले रही थी.

थोड़ी देर में सुखी को मज़ा आना शुरू हो गया. अब वो ज़ोर से लंड चूस रही थी, और गांद में लंड को दबा कर ले रही थी. आमिर का लंड सुखी को बहुत मस्त लग रहा था. उसमे से जो जूस निकल रहा था, वो सुखी को काफ़ी टेस्टी लग रहा था.

फिर एक-दूं से आमिर आहह आ करने लगा, और उसने अपने लंड का सारे का सारा पानी सुखी के मूह में निकाल दिया. सुखी ने आमिर का सारा पानी निगल लिया. तभी पीछे से आमिर के आदमी ने अपना पानी सुखी की गांद में निकाल दिया.

फिर आमिर और उसके आदमी ने अपने-अपने लंड बाहर निकाल लिए. उसके बाद उन दोनो ने अपने कपड़े ठीक किए, और इससे पहले सुखी कुछ बोलती, तो वो वाहा से भाग गये. सुखी किसी को कुछ बोल भी नही सकती थी. क्यूकी अगर वो कुछ बोलती, तो जेथलाल उसकी गांद फाड़ देता.

फिर सुखी ने अपने कपड़े पहन लिए, और जल्दी से दुकान की तरफ जाने लगी. दुकान पर जाके जब सुखी ने आमिर और उसके आदमी को देखा, तो उसने कोई रिक्षन नही दिया. वो उन दोनो के सामने नॉर्मल बिहेव कर रही थी.
फिर सुखी चुप-छाप उन दोनो के पास गयी, और बोली-

सुखी: आपको कुछ चाहिए?

तभी आमिर ने सुखी को बताया-

आमिर: हम पार्टी वाले है.

इससे पहले की सुखी आयेज से कुछ बोलती, तभी जेथलाल वापस दुकान पर आ गया. जेथलाल ने उनका वेलकम किया, और सुखी को बोला-

जेथलाल: सुखी इनके लिए कुछ खाने के लिए ऑर्डर कर दो.

तभी आमिर के आदमी ने कहा: आज तो मज़ा आ गया यहा की घोड़ी पर चढ़ कर.

ये सुन कर जेथलाल बोला: क्या मतलब, मैं कुछ समझा नही?

तभी सुखी को इस बात पर हस्सी आ गयी. क्यूकी वो दोनो उसकी ही बात कर रहे थे. तभी जेथलाल ने दोबारा पूछा-

जेथलाल: क्या मतलब है आपका?

तभी आमिर के आदमी ने कहा: हम जिस कार पर आते है, उसको घोड़ी बोलते है. तभी मैं बोल रहा था, की घोड़ी पर चढ़ कर मज़ा आ गया.

ये सुन कर सब हासणे लग गये. फिर डील की बात शुरू हो गयी. डील की टर्म्ज़ आंड कंडीशन्स पर आमिर मान नही रहा था. और इस बात पर जेथलाल नाराज़ हो गया. फिर जेथलाल गोडोवन् में चला गया. सुखी ने जेथलाल को गोडोवन् में जाते हुए देख लिया, और उसके पीछे चली गयी.

आमिर और उसका आदमी भी गोडोवन् में चले गये. अब क्यूकी आमिर जेथलाल की टर्म्ज़ पर मान नही रहा था, तो जेथलाल को थोड़ी टेन्षन हो गयी. सुखी ने जेथलाल को टेन्षन में देख कर पूछा-

सुखी: क्या हुआ, आप टेन्षन में क्यू हो?

जेथलाल वापस शॉप पर आया, और उसने सुखी को सारी बात बताई. फिर सुखी ने जेथलाल को बोला-

सुखी: अगर आप कहे, तो मैने आमिर के साथ आपकी डील करवा सकती हू.

जेथलाल ने ये सुन कर बोला: सुखी अगर तूने ये डील करवा दी, तो तू जो बोलेगी, वो मैं तुझे दूँगा.

सुखी: ठीक है. आप उनको ये बोल दो, की माल की डेलिवरी देने मैं ही जौंगी उनके पास. और पेपर पर साइन भी मैं ही करवाने जौंगी.

ये सुन कर जेथलाल ने सुखी से पूछा-

जेथलाल: तू करने क्या वाली है?

इस्पे सुखी ने कहा: आप टेन्षन मॅट लो. उसको हाथ नही लगौंगी, और बस उसका खड़ा करके सारे काम करवा लूँगी.

ये सुन कर जेथलाल को लगा, की सुखी उसको कितना प्यार करती थी. लेकिन सच तो ये था, की सुखी जेथलाल को नही, बल्कि सिर्फ़ लंड को प्यार करती थी. फिर सुखी गोडोवन् में चली गयी.

इसके आयेज क्या होने वाला है, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आ रही हो, तो मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर भेजे. आप मुझे अपनी रिक्वेस्ट्स और सजेशन्स भी भेज सकते है.