नौकरानी को गरम करके पत्नी बनाने की

मैने कार निकली और हम चल दिए. फिर मैने कार को एक ज्यूयेल्री शॉप पे रोका.

सविता: यहा क्यूँ रोका?

मे: सविता तुम्हारे लिए गिफ्ट है कुछ.

मेरे मूह से ये सब सुन के वो गुस्सा हो गयी. तो मैने उसके हाथ को पकड़ा. उसपे वियाग्रा का असर भी हो रहा था.

मे: सविता देखो तुम इतनी प्यारी और हॉट हो, मगर अंकल को तुम्हारी कोई चिंता नही होती. वो वाहा मज़े कर रहे होंगे, और तुम्हारे लिए कभी टाइम नही निकालते.

सविता: वो तो है. बुत ये सब क्या है? मैं तुम्हारी मा जैसी हू.

मे: मगर मों तो नही हो ना. वैसे भी मैं तो सिर्फ़ तुम्हे गिफ्ट दे रहा हू. (फिर मैने ज़्यादा कंपेल किया तो सविता रेडी हो गयी). अब जो भी होगा मेरा साथ देना.

फिर हम शॉप के अंदर गये. वाहा की लेडी स्टाफ ने हमारा वेलकम किया.

मैने उससे कहा: मेरी वाइफ के लिए कोई अची सी ब्रेस्लेट और एक चैन दिखाओ. फिर उन्होने हमे दिखाया. सविता प्राइस देख के माना कर रही थी. बुत मैने फिर भी खरीद लिया. उसके बाद सविता को पहनाया.

सविता: थॅंक्स राज बाबा.

मे (गुस्से में): थॅंक्स क्यूँ? तुमने बचपन से मेरे लिए इतना किया, तो ये मेरी तरफ से गिफ्ट है. और सुनो, मुझे आज सिर्फ़ राज बोलो, ओक?

सविता: ओक, पर घर में कोई पूछेगा की ये कहा से आया तो?

मे: कोई पूछे तो बोल देना की मों ने गिफ्ट दिया, और मों पूछे तो बोल देना की तुमने कुछ पैसे सवे किए थे, और बाकी एमी पे लिया.

सविता: ये ठीक है. अब कहा जाना है?

फिर हम एक पार्क में आ गये. वाहा मैं उसकी कमर पकड़ के बैठा था. हम दोनो को मज़ा आ रहा था. उसके बाद हम मोविए देखने गये. वो एक रोमॅंटिक मोविए थी. उसमे काफ़ी बोल्ड सीन्स थे. उस टाइम मैं सविता के थाइस माल रहा था. उसपे सेक्स का खुमार चाड रहा था.

अंधेरे में उससे कंट्रोल नही हुआ, और उसने किस्सिंग स्टार्ट कर दी. मैने कंट्रोल किया और बोला-

मे: यहा नही, वेट करो.

फिर मोविए ख़तम हुई. उसके बाद हम एक कपड़ों की शॉप पे गये. वाहा मैने सविता के लिए कुछ सेक्सी ब्रा पनटी लिए, और 2 निघट्य ली. उसके बाद हम एक बार में आ गये.

सविता: यहा क्यूँ आए हो? तुम ये सब भी करते हो?

मे: कभी-कभी, पर तुम मों को मत बताना.

फिर बार में हमने 2 पेग लगाए, और मैने उसकी कमर पकड़ के बोल्ड होके डॅन्स किया. वाहा उसके चूचे और गांद भी दबाए. अब सविता रेडी थी सेक्स के लिए. मैने ज़्यादा देर ना करते हुए बार से एक बॉटल पॅक करा ली. फिर उसके साथ वही डिन्नर किया, और उसके बाद हम घर आ गये.

घर आने तक सविता का नशा तोड़ा उतार गया था. तो हम घर आ गये. मैने कार पार्क की. फिर उसे अपने रूम में गोदी में उठा के ले गया. उसके बाद उसे बेड पे पटक दिया.

सविता: ये क्या, आराम से.

मे: चल जाके किचन से 2 ग्लास मेरे लिए आइस और सोडा लेके आ.

सविता: ये कैसे बोल रहे हो?

मे: तुझे मुझसे चूड़ना है ना?

सविता: हा.

मे: समझ मैं तेरा पति हू, तो मेरी बात मान.

फिर सविता सब लेके आई. मैने अपने लिए थोड़ी सी दारू में सोडा मिक्स की, और बरफ डाली. फिर सविता के लिए नीत बनाया वो भी तोड़ा ज़्यादा. उसे पूरा पिलाया. थोड़ी देर में उसे दोबारा नशा हो गया. तब तक मैं उसे पागलों की तरह किस कर रहा था. अब सविता से नही रहा जेया रहा था, और मुझसे भी नही. बुत मैने कंट्रोल किया था.

सविता: अब मुझसे नही रहा जाता. जल्दी मेरी छूट फाड़ दो.

मे: यार अभी मेरा खड़ा नही हुआ ठीक से. तुम अपने जलवे दिखाओ, तब खड़ा होगा.

सविता: क्या मतलब तुम्हारा?

मे: तुम बेड पे जाओ, अपने कपड़े उतरो, धीरे-धीरे अपने चूचे मस्लो, छूट में उंगली करो, मुझे तड़पाव ताकि मेरा खड़ा हो जाए. और अपने पति को गाली दो की किस नमार्द से तेरी शादी हो गयी.

सविता: क्या प्लान है एक-दूं मस्त.

फिर सविता ऐसा ही करने लगी. मैं साइड में चेर में बैठ गया, और वीडियो बनाने लगा.

सविता: ये क्या कर रहे हो?

मे: हम दोनो की 1स्ट्रीट चुदाई की वीडियो बना रहा हू. तुम चिंता मत करो, ये वीडियो मैं एक-दूं सेफ रखूँगा. सिर्फ़ हम दोनो देखेंगे.

फिर सविता अपने कपड़े उतारने लगी, और बूब्स मसालने लगी, छूट में उंगली करने लगी. मैने पहली बार उसे नंगा देखा था. उफ़फ्फ़ क्या लग रही थी वो, एक-दूं रंडी. वो अपने पति को गाली भी दे रही थी. मैने सब रेकॉर्ड कर लिया. फिर रेकॉर्डिंग ऑफ करके उसके पास गया, अपने कपड़े उतरे, और उसके बूब्स चूसने लगा.

बहुत मज़ा आ रहा था. फिर उसकी छूट छाती. क्या गुलाबी छूट थी. फिर मैने उसके मूह में अपना लंड देना चाहा तो उसने माना किया. मेरे बार-बार बोलने पर जब वो नही मानी तो मैने उसके मूह में 2 ज़ोर से थप्पड़ मारे.

उसका पूरा गाल लाल हो गया. बुत मुझे कोई फराक नही पड़ा. मैं अब उसके मूह में लंड डाल के छोड़ रहा था. पुर लंड पे उसकी थूक लगी थी. बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैने लंड को ज़ोर से उसके मूह में दबाया, जिससे उसकी साँस रुक गयी. मैने उसे नही छ्चोढा, और ऐसा करता रहा. फिर 2 मिनिट बाद उसे छ्चोढा. वो मुझसे डोर भागने लगी, लेकिन मैने उसे अपनी गोदी में बिताया, और उसकी गर्दन पे किस करते हुए बोला सॉरी. काफ़ी देर बाद वो मानी.

फिर मैने लंड को उसकी छूट में सेट किया. पहले धक्का मारा, बुत नही गया. फिर मैने आयिल लगाया, और फिरसे ट्राइ किया. इस बार तोड़ा अंदर गया.

सविता: ह मॅर गयी.

मे: देख रंडी तोड़ा दर्द होगा, बुत से ले.

फिर मैं रुका नही, और लगातार धक्का मारता गया. पूरा लंड उसकी छूट में घुस गया. वो रोटी रही की रुक जाओ, पर मैं नही रुका. एक तरीके से मैने उसकी छूट फाड़ दी, क्यूंकी उसका नमार्द पति उसके साथ नही करता था, तो उसकी छूट काफ़ी टाइम से ऐसी ही थी. उसे बहुत दर्द हुआ ,बुत मैं जानवरो की तरह उसे छोड़ते रहा. जब उसका दर्द कम हुआ तो उसने मेरा साथ देना शुरू किया.

सविता: तुम बहुत बुरे हो, ऐसे कोई करता है.

मे: क्या करू, कंट्रोल नही हुआ. सॉरी तुम्हे दर्द देने के लिए.

सविता: सॉरी बोला तो हो गया.

मे: ओक तुम चाहो तो मुझे मारो. मुझे भी इतना ही दर्द डेडॉ चलेगा.

सविता: नही ठीक है माफ़ किया.

अब वो सिसकारियाँ ले रही थी. हम दोनो को मज़ा आ रहा था. 40 मिनिट हो गये थे, और सविता एक बार झाड़ गयी थी. अब उसका 2न्ड टाइम था, और मेरा भी होने वाला था.

फिर उसने कहा: बाहर निकालना.

मैने उसकी एक नही सुनी, और उसके अंदर ही झाड़ गया.

सविता: ये क्या किया? तुम तो मुझे प्रेग्नेंट कर दोगे.

मे: हा मैं यही चाहता हू.

सविता: मज़ाक मत करो.

मे (उसकी आँखों में देख के): सविता मैं मज़ाक नही कर रहा. देखो तुम शादी-शुदा हो. तुम्हारा एक बेटा है मेरी आगे का. बुत मुझे कोई फराक नही पड़ता.

मैं एक सिंदूर की डिब्बी लाया और उसकी माँग भर के कहा: ई लोवे योउ सविता.

वो इस सब से हैरान थी.

फिर मैने कहा: तुम सब मुझपे छ्चोढ़ दो. मैं सब देख लूँगा.

सविता को मुझपे यकीन हो गया, बुत उसने बोला: और मेरा बेटा?

मैने हेस्ट हुए कहा: मैं उसका नया बाप हू. आज से वो मेरी असली औलाद है.

वो भी हासणे लगी.

मैने उसे कहा: सच में सुकेश को मैं संभाल लूँगा, तुम उसकी टेन्षन मत लो.

फिर वो नंगी ही मेरे साथ सो गयी. अगले 3 दिन तक मैने उसे अपनी पत्नी की तरह रखा. हम दोनो घर में अकेले न्यूड रहते थे. उसे भी मुझसे प्यार हो गया था. वो खुद को सच में मेरी वाइफ मानती थी. बुत उसे ये आइडिया नही था की सुकेश के आने के बाद उसके साथ क्या होने वाला था. फिर वो दिन आ गया जब सुकेश को आना था.

सविता: आज मेरा बेटा आ जाएगा. फिर कैसे होगा?

मे: तुम चिंता मत करो. (मैने उसे एक अबॉर्षन पिल दिया ताकि वो प्रेग्नेंट ना हो) देखो तुम घर जाओ नॉर्मल रहना. मैं तुमको बाद में बताता हू आयेज क्या करना है.

तो दोस्तों आज की स्टोरी यही तक. आयेज क्या हुआ नेक्स्ट पार्ट में, और हा, नेक्स्ट पार्ट में और मज़ा आएगा. अब मैं उसे उसकी औकात दिखौँगा. आप अपनी फीडबॅक ज़रूर दे. [email protected]