बेटे के सामने मा के थ्रीसम की कहानी

ही रीडर्स, मैं नकुल अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. उमीद है आपने पिछला पार्ट मिस नही किया होगा. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले उसको ज़रूर पढ़े.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था की मैं अपनी मम्मी के स्कूल में लोरी फंक्षन पर उनके साथ गया था. फिर मैने देखा की मम्मी गायब हो गयी थी. जब मैं उनको ढूँढने गया तो वो अपने कोलीग नीरज अंकल के साथ टॉप फ्लोर के रूम में चली गयी. वाहा जाके दोनो ने सेक्स करना शुरू कर दिया. अब आयेज बढ़ते है.

अंकल मम्मी की गांद में मूह डाल कर उसको चाट रहे थे. मम्मी आहह आ कर रही थी, और वासना की आग में मदहोश हो रही थी. तभी मैने किसी के आने की आवाज़ सुनी, और मैं जल्दी से साथ वाली क्लास में जाके च्छूप गया. अब मैं क्लास की विंडो से बाहर देख रहा था.

तभी मैने देखा मम्मी के स्कूल के प्रिन्सिपल वाहा आ चुके थे. तभी वो साथ वाले रूम में घुस गये. जैसे ही वो अंदर गये, मैं फिरसे बाहर आके उस रूम में देखने लगा. उनकी बातें कुछ प्रकार थी-

प्रिन्सिपल: शरम है तुम लोगों को. ये स्कूल है, और तुम लोग टीचर्स हो. ये क्या हो रहा है?

नीरज: सिर वो…

प्रिन्सिपल: वो-वो क्या? मैं अभी नीचे से स्प सिर को बुलाता हू, और तुम दोनो को जैल की सैर करवाता हू.

नीरज: मैं माफी माँगता हू सिर. प्लीज़ ऐसा ना कीजिए हमारा करियर और इज़्ज़त दोनो खराब हो जाएँगे.

प्रिन्सिपल: ऐसी हरकतें करने वाले कभी टीचर्स नही हो सकते.

मैं देख रहा था की मम्मी कुछ नही बोल रही थी, और सिर्फ़ नीरज अंकल ही सफाई दिए जेया रहे थे. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ, जो मैं सोच भी नही सकता था, और जिसकी उमीद नीरज अंकल को भी नही थी. मम्मी प्रिन्सिपल की तरफ बढ़ी, और उसके सामने घुटनो के बाल बैठ गयी. फिर मम्मी ने उनकी पंत के उपर से उनके लंड पर हाथ रखा, और बोली-

मम्मी: आप यही चाहते है ना सिर?

प्रिन्सिपल मुस्कुराया, और उसने मम्मी के सर पर हाथ फेर कर कहा-

प्रिन्सिपल: बिल्कुल मेरी जान.

नीरज अंकल भी ये देख कर हैरान थे. असल में बात ये थी, की प्रिन्सिपल मम्मी के पीछे कब का पड़ा हुआ था, लेकिन मम्मी उसको घास नही डालती थी. उसने काई बार मम्मी को घूमने चलने के लिए पूछा था, लेकिन मम्मी ने हमेशा माना कर दिया था. वो भी मम्मी को छोड़ना चाहता था.

फिर मम्मी ने प्रिन्सिपल की पंत खोल कर अंडरवेर नीचे किया, और उसका लंड बाहर निकाल लिया. उसका लंड ज़्यादा लंबा नही था, लेकिन मोटा काफ़ी था. मम्मी ने अपना मूह खोला, और लंड मूह में डाल कर चूसने लगी. प्रिन्सिपल ने अपनी आँखें बंद कर ली. नीरज अंकल ये सब वही खड़े देख रहे थे. फिर प्रिन्सिपल ने अपनी आँखें खोली, और नीरज अंकल से बोला-

प्रिन्सिपल: तू वाहा क्यूँ खड़ा है. तेरी ही गफ़ है. आजा मज़ा लेले तू भी.

ये सुन कर अंकल ने भी अपनी पंत और अंडरवेर उतार दिए, और खड़ा लंड लेके मम्मी के मूह के पास आ गये. मम्मी ने अंकल का लंड भी पकड़ लिया, और उसको मसालने लग गयी. कुछ देर प्रिन्सिपल का लंड चूसने के बाद मम्मी ने लंड बाहर निकाला. अब वो नीरज अंकल का लंड चूस रही थी, और प्रिन्सिपल का हिला रही थी.

कुछ देर ऐसा ही चल रहा. फिर प्रिन्सिपल ने मम्मी को खड़ा किया, और उसकी ब्रा निकाल कर बूब्स चूसने लगा. नीरज अंकल इस बार मम्मी की छूट चाटने लगे नीचे बैठ कर. मम्मी तो जैसे उन दोनो के बीच पागल हुई जेया रही थी. मम्मी पूरी तरह उत्तेजित हो चुकी थी. फिर प्रिन्सिपल जाके टीचर टेबल पर लेट गया, और मम्मी को बोला-

प्रिन्सिपल: आजा रंडी, तुझे लंड की सवारी कार्ओौ.

ये सुन कर मम्मी जाके टेबल पर चढ़ गयी, और प्रिन्सिपल की जांघों पर बैठ गयी. फिर उसने लंड अपनी छूट पर सेट किया, और लंड उसकी छूट में जाने लगा. आ आ करते हुए मम्मी ने पूरा लंड अपनी छूट में ले लिया. फिर प्रिन्सिपल ने मम्मी के चूतड़ पाकर लिए, और अब मम्मी प्रिन्सिपल के लंड पर उपर-नीचे होके चूड़ने लगी.

धीरे-धीरे मम्मी की स्पीड तेज़ होने लगी. तभी प्रिन्सिपल ने नीरज अंकल की तरफ देख कर कुछ इशारा किया. फिर नीरज अंकल भी वाहा जाके मम्मी के पीछे खड़े हो गये. उन्होने अपने हाथ पर थूका, और मम्मी की गांद के च्छेद को थूक से गीला किया. फिर उन्होने मम्मी की गांद पकड़ कर थोड़ी उपर उठाई, और अपना लंड उस पर सेट करने लगे.

गांद के च्छेद पर लंड फील करके मम्मी पीछे देखने लगी. जैसे ही उन्होने पीछे मूह घुमाया, प्रिन्सिपल ने उनका मूह अपनी तरफ कर लिया, और उनके होंठो से अपने होंठ जोड़ दिए. उसने मम्मी को बाहों में कस्स लिया, ताकि वो हिल ना सके. फिर नीरज अंकल ने ज़ोर का धक्का मारा, जिससे उनका टोपा मम्मी की गांद में चला गया.

मम्मी झटपटाने लगी, लेकिन वो प्रिन्सिपल की बाहों में क़ैद थी. अंकल ने 2-3 और बार ज़ोर लगाया, और पूरा लंड मम्मी की गांद में घुसा दिया. मम्मी चीख तो नही सकती थी, लेकिन ह्म ह्म ज़रूर कर रही थी. फिर अंकल ने लंड धीरे-धीरे अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया.

प्रिन्सिपल भी नीचे से मम्मी की छूट छोड़ने लगा. अब अंकल और प्रिन्सिपल पुर रिदम में मम्मी की छूट और गांद छोड़ रहे थे. कुछ देर में जब मम्मी का दर्द कम हुआ, तो प्रिन्सिपल ने मम्मी को अपनी बाहों से रिलीस कर दिया. अब मम्मी किसी रंडी की तरह आ आ करके 2 मस्त लुंडो से चुड रही थी.

फिर उनकी चुदाई की स्पीड तेज़ हो गयी, और प्रिन्सिपल नीचे से, और अंकल पीछे से मम्मी को तेज़-तेज़ छोड़ने लगे. 2 लुंडो से चुड्ती हुई मम्मी क्या बाज़ारु रॅंड लग रही थी. मैं भी उनको देख कर मूठ मार रहा था. 15 मिनिट उन दोनो ने मम्मी की ज़बरदस्त चुदाई की. फिर दोनो मम्मी के अंदर ही झाड़ गये. उसके बाद मैं वाहा से आ गया. अब अंकल और प्रिन्सिपल अक्सर मम्मी को छोड़ते रहते है.

दोस्तों कहानी अची लगे तो शेर ज़रूर करना.