ही दोस्तों, मेरा नाम गगन है. मैं मुंबई, महाराष्ट्रा का रहने वाला हू. मेरी उमर 21 साल है, और मैं फाइनल एअर कॉलेज में पड़ता हुआ. मैं दिखने में ठीक-ताक हू, और मेरा लंड 6.5 इंच का है. मुझे चुदाई की चुल बहुत है.
ये कहानी 3 महीने पहले की है. कॉलेज में जाते ही मैने सोचा था, की कॉलेज लाइफ में जाम के चुदाई का मज़ा लेना है. मैं ज़्यादा खूबसूरत लड़की पर ट्राइ नही करता था, क्यूंकी ऐसी लड़की पाटने में टाइम बहुत लग जाता है.
मेरा फुंदा था, क्लास की ऐसी लड़कियों को पटाओ, जिन पर ज़्यादा लड़के लाइन ना मारते हो. क्यूंकी ऐसी लड़कियाँ जल्दी सेट भी हो जाती है, और मज़ा भी जल्दी दे देती है. ऐसे ही करते हुए मैने 2 लड़कियाँ सेट कर ली 1स्ट्रीट एअर में ही.
मेरी पहली गर्लफ्रेंड का नाम सोनिया था. उसका रंग सावला था, और फिगर 34-27-34 था. वो ज़्यादातर जीन्स-त-शर्ट पहनती थी. सोनिया में भी बड़ी आग थी. साली को जब भी किस करता था, तो होंठ खाने को पड़ती थी.
मेरी दूसरी गर्लफ्रेंड का नाम पूजा था. उसका रंग सोनिया से भी ज़्यादा सावला था, लेकिन फिगर ज़बरदस्त था. उसका साइज़ तकरीबन 36-29-36 था. उसके बूब्स जब भी दबाता था, तो मज़ा बहुत आता था.
पहले 2 साल मैने इन दोनो को अलग-अलग जगह पर बहुत चूसा. बहुत बूब्स दबाए मैने दोनो के. अब दोनो बस मुझसे चूड़ना चाहती थी. मैं भी मौके की तलाश में था की कब मैं अपनी किसी गर्लफ्रेंड को छोड़ू. फिर मुझे मौका मिल गया.
मेरे घर वाले 3 दिन के लिए कही बाहर गये थे. उन्होने मुझे भी चलने को बोला, लेकिन मैने कॉलेज का बहाना कर दिया, और घर पर ही रुक गया. फिर मैने सोनिया को फोन लगा कर बोला-
मैं: ही मेरी जान.
सोनिया: ही जान, कैसे हो?
मैं: मैं ठीक हू, तुम बताओ.
सोनिया: मैं भी ठीक हू.
मैं: अछा मेरे घर वाले 3 दिन के लिए बाहर जेया रहे है, और तुम्हे यहा आना होगा. अब हम सेक्स कर सकते है.
सोनिया: बाबू मेरे पीरियड्स है, तो मैं तो अभी सेक्स नही कर सकती.
मैं: ओह, चलो कोई बात नही.
फिर जब उसने माना कर दिया, तो मैने पूजा को फोन लगाया. वो बहुत खुश हुई, और मान गयी. मैं भी बड़ा खुश था. फिर वो दिन आ गया, जब हम चुदाई करने वाले थे. घर वाले चले गये, और उसके 15 मिनिट बाद पूजा आ गयी.
वाउ! क्या लग रही थी वो. उसने ब्लॅक टॉप पहना था, और ब्लू जीन्स. उसकी टॉप और जीन्स दोनो टाइट थे, जिसमे से उसका फिगर बड़ा ज़बरदस्त लग रहा था. उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. वो ब्लॅक ब्यूटी थी, एक-दूं चॉक्लेट की तरह.
फिर वो अंदर आई, और मैने उसको जूस पिलाया. हम सोफा पर बैठे थे. जूस ख़तम होते ही हमारी किस्सिंग शुरू हो गयी. मैं साथ-साथ उसके गद्दे-दार बूब्स दबाने लगा. हम दोनो पुर गरम थे.
मैने उसका टॉप उतार दिया, और अब वो ब्रा और जीन्स में थी. जैसे ही मैने उसके बूब्स पर हाथ डाला, तो दरवाज़े की घंटी बाज गयी. इससे हम दोनो दर्र गये. मैने उसको रूम में जाने को कहा, और खुद दरवाज़ा खोलने गया.
जैसे ही मैने दरवाज़ा खोला, तो बे मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी. सामने सोनिया खड़ी थी. वो दरवाज़ा खुलते ही ज़ोर से “ही मेरी जान” बोली, और मुझ पर कूदते हुए मुझसे लिपट गयी. उसके ऐसा करने से मेरा बॅलेन्स बिगड़ा, और हम दोनो नीचे गिर गयी. मैं नीचे था, और वो उपर, और उसने मेरे होंठो पे अपने होंठ लगा दिए.
वो बोली: मैने झूठ बोला था की मेरे पीरियड्स है, ताकि तुम्हे सर्प्राइज़ दे साकु.
तभी पूजा बाहर आ गयी और बोली-
पूजा: सोनिया! तुम यहा क्या कर रही हो? और डोर हट्तो गगन से. ये मेरा बाय्फ्रेंड है.
सोनिया बोली: ओह हेलो मेडम, पिछले 2 साल से हम दोनो डटे कर रहे है. तू यहा क्या कर रही है? और तू ब्रा में क्यूँ है?
पूजा: गगन बताओ इसको तुम मेरे बाय्फ्रेंड हो पिछले 2 साल से.
वो दोनो आपस में लड़ने लग गयी, और एक-दूसरे को गालियाँ देने लगी. मेरी भी गांद फटत रही थी, की मैं उनसे क्या बोलू. फिर मैने दिमाग़ चलाया, और उन दोनो को चुप करवाया, और बोला-
मैं: गाइस ये मेरी ग़लती है. फर्स्ट एअर में मैने सोनिया को प्रपोज़ किया था. लेकिन फिर मुझे लगा की कही वो मुझे छ्चोढ़ ना दे, तो मैने पूजा को भी प्रपोज़ कर दिया. लेकिन फिर मुझे तुम दोनो से प्यार हो गया. अब मैं क्या करू, तुम दोनो हो ही इतनी प्यारी.
मेरी बात सुन कर वो ठंडी हो गयी.
फिर मैने कहा: गाइस आज हमारे पास मौका है प्यार करने का. अगर तुम दोनो को कोई दिक्कत ना हो, तो मैं तुम दोनो को प्यार करना चाहता हू.
वो दोनो मुझसे इतना प्यार करती थी, की दोनो जैसे-तैसे मान गयी. फिर मैने पूजा की ब्रा उतरी, और उसके बूब्स चूसने लगा. ये देख कर सोनिया भी उपर से नंगी हो गयी, और मेरा हाथ पकड़ कर अपने बूब पर रख दिया. मैं उसके भी बूब्स दबाने लग गया.
क्या मज़ा आ रहा था. मेरे साथ 2 आधी नंगी लड़कियाँ रोमॅन्स कर रही थी. मैं कभी पूजा के बूब्स चूस्टा, तो कभी सोनिया के. फिर सोनिया नीचे बैठी, और उसने मुझे नीचे से नंगा कर दिया. उसने मेरा लंड पकड़ा, और उसको चूसना शुरू कर दिया. वो किसी बाज़ारु रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी. पूजा ने मुझे उपर से नंगा किया, और मेरी चेस्ट चूमने लगी.
दोनो लड़कियाँ मुझे ज़बरदस्त तरीके से गरम कर रही थी. कभी सोनिया मेरा लंड मूह में लेके चूस्टी, तो कभी पूजा. मैं तो मानो जन्नत में था. फिर सोनिया खड़ी हुई, और हम दोनो फिरसे किस करने लगे. पूजा अभी भी नीचे बैठ कर मेरा लंड चूस रही थी.
इसके आयेज जो भी हुआ, वो आपको कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे. मैं चाहता हू की इस कहानी को ज़्यादा से ज़्यादा लोग पढ़े. कहानी पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया.