मौसी के बेटे के साथ लोवे आंड चुदाई

ही फ्रेंड्स, मेरा नामे रेखा है, और मैं देल्ही में जॉब करती हू. मेरी उमर 28 साल है. हाइट मेरी 5’6″ है, और फिगर मेरा 36-30-38 है.

मैं दिखने में बहुत सुंदर हू. जहा भी मैं जाती हू, सब मुझे देखते है. मेरा घर उप में है. वाहा घर में मेरी मा और मेरी छ्होटी बेहन रहते है. घर का सारा खर्चा मुझे करना पड़ता था. उप में माहौल कुछ ऐसा था, की जॉब करने में परेशानी होती थी.

इसलिए मुझे जॉब करने के लिए देल्ही आना पड़ा. मेरी मा ने मेरे रखने का इंतेज़ां अपनी बेहन के घर क्या था.

मैं अपनी मा के साथ मौसी के घर आ गयी. उनके घर में मौसी और उसका बेटा था, जो देल्ही इन्षुरेन्स कंपनी में काम करता था. मौसी की एक बेटी भी थी जो शादी-शुदा थी. अब हम टीन लोग मौसी के घर रहते थे.

मैने अपनी मौसी के बेटे रमण से कहा की मेरी लिए जॉब देखो. उसने कहा की तुम मेरे साथ इन्षुरेन्स कंपनी में काम कर लो. अगले दिन रमण ने मेरी इंटरव्यू करवा दी, और मेरी सेलेक्षन हो गयी.

अब मैं रोज़ रमण के साथ उसकी बिके पर बातें करते हुए जॉब पर जाने लगी. उसके साथ मुझे बातें करना बहुत अछा लगता था. वैसे ही रमण को मेरे साथ बातें करना बहुत अछा लगता था. कभी-कभी हम दोनो शाम को आते हुए पार्क में बैठ जाते.

रोज़ बातें होने लगी. एक दिन रमण बिके चला रहा था, और मैं उसके पीछे थी. अचानक ज़ोर से झटका लगा और मेरे बूब्स उसकी पीठ पर डब गये. रमण ने मेरी तरफ देखा और स्माइल पास की. मैने भी स्माइल दी और फिर हम घर को चल पड़े.

जब हम घर वापस आए तो एक-दूसरे को देख मानो एक-दूसरे के लिए प्यार की फीलिंग ले रहे थे. एक मिनिट के लिए मुझे ऐसा लगा की वो मेरा भाई नही मेरा लवर हो.

मुझे बहुत अछा लगने लगा. हुमको एक-दूसरे से बात करना बहुत अछा लगता था. वैसे ही मुझे बूब्स टच होने पर प्यार वाली वाइब्रेशन हुई.

रमण बहुत स्मार्ट था. जब उसने मुझे पीछे मूड कर देखा, मेरा मॅन हुआ की मैं उसको किस कर लू. एक तरफ दिमाग़ में था की वो मेरी मौसी का बेटा था, तो अगर प्यार हो गया तो मा और मौसी क्या समझाएँगे?

फिर कुछ दिन ऐसा ही चलता गया. हम दोनो रोज़ जॉब पर जाते और वापस आ जाते. उधर मेरी मा का कॉल आया.

मा: रेखा, तू कुछ दिन के लिए घर आ जाती. तेरी छ्होटी बेहन बहुत याद करती है.

मेरा दिल नही हुआ की मैं घर वापस जौ. क्यूंकी रमण ने मुझे यहा बहुत खुश रखा था, और मेरा दिल भी लग गया था. फिर मैने अपनी मा को बोला की अभी मैं जॉब से छुट्टी नही ले सकती, इसलिए उप नही आ सकती. बस फिर मैं रुक गयी. एक दिन हुमको ऑफीस से च्छुटी थी.

मौसी ने रमण से कहा: रेखा को देल्ही घुमा लाओ.

ये सुन कर मुझे बहुत अछा लगा. मैं और रमण दोनो बिके पर घूमने निकल गये. रमण ने बिके पर जाते हुए पूछा की तुम्हारा कोई लवर नही है.

मैने कहा: अभी तक तो कोई पसंद नही आया.

फिर मैने भी पूछा: तुम्हारी लाइफ में कोई नही है?

उसने कहा: मुझे भी कोई पसंद नही आ रही, और मा रोज़ बोलती है शादी का. बुत तुम्हारे साथ मुझे बहुत अछा लगता है.

ऐसा लगा की उसने मुझे इशारा दिया हो की वो मुझे पसंद करने लग गया था.

उसने मुझे कहा: पीछे से मुझे पकड़ लो. अगर झटका लगा तो तुम गिर मत जाना.

मैने फिर उसको हग करके पकड़ लिया. फिर हम एक क्लब में आ गये. वाहा काफ़ी अछा माहौल था.

रमण ने कहा: मेरे साथ डॅन्स करोगी?

मैने भी हा कर दी, और फिर हम दोनो क्लब की स्टॅग पर गये. उसने मेरा हाथ पकड़ा, और मेरा नीचे से गीला हो गया. फिर रमण ने मुझे तोड़ा हग किया और अपने पास लेके आया. धीरे-धीरे उसने अपना हाथ मेरी कमर पर रखा.

अब मुझे पूरी फीलिंग आने लगी. हम दोनो डॅन्स कर रहे थे, तभी उसने अपना हाथ मेरी फुददी पर रखा. मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की मैने अपनी आँखें बंद की और मज़ा लेने लगी.

अचानक मेरी नज़र उसके लंड पर पड़ी. उसका लंड खड़ा हुआ था. मैने भी उसके लंड को हाथ लगाया.

उसने कहा: रेखा मैं सच में तुमसे प्यार करने लगा हू.

मैं दो मिनिट चुप रही. फिर मैने भी उसको लोवे योउ बोल दिया. रमण काफ़ी खुश नज़र आ रहा था. हमने काफ़ी देर तक डॅन्स किया, और फिर घर को चल दिए. घर आ कर मौसी ने पूछा की कहा गये थे. मुझे तो शरम आ रही थी की क्या बोलू.

मैने उधर रमण की तरफ देखा और उसने मुझे इशारा क्या की फिकर मत करो मैं हू. फिर एक-दूं से रमण ने कहा-

रमण: बस देल्ही मार्केट को ले गया था.

मेरी तो मानो जान में जान आई. कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा.

एक दिन मौसी ने कहा: रमण आज मेरी किटी पार्टी है, तो मुझे देर हो जाएगी.

मौसी: रेखा तू भी साथ चल.

अचानक रमण ने कहा: रेखा को घर छ्चोढ़ दो. मेरा खाना बना देगी.

मौसी ने कहा: ठीक है.

मुझे ऐसा लगा की रमण मेरे साथ प्यार करना चाहता था. तभी उसने मुझे रोका. फिर मौसी के जाने के बाद जब मैं किचन में काम कर रही थी, तो अचानक रमण किचन में आया. मेरी धरकन तेज़ होने लगी क्यूंकी पहली बार मैं घर पर किसी लड़के के साथ अकाली थी.

रमण ने पीछे से आ कर मेरे को हग किया. फिर मुझे गोदी में उठाया, और बेडरूम में ले गया. उसने मुझे बेड पर लिटाया. फिर वो मेरे उपर आया. उसने मेरे दोनो हाथो को पकड़ा.

रमण ने पहले मेरे लिप्स पर किस की, उनको छाता, फिर चूसा. इतने में मेरी नीचे से गीली हो गयी. उसने अपना हाथ मेरी कमर पर रखा. फिर मेरा सूट उपर किया और मेरे पेट पर किस की. मुझे और मज़ा आने लगा.

मैने देखा उसका लंड बाहर तक नज़र आ रा था. फिर उसने मेरी फुददी पर फिंगरिंग की. मेरे मूह से आ आ की आवाज़े आने लगी. मैने उसके लंड को पकड़ लिया. उसने मेरी पूरी बॉडी को चूमा. फिर उसने मेरी फुददी में अपना लंड डाल दिया. इतना मज़ा आ रहा था की दुनिया का सबसे असली मज़ा सेक्स में ही है.

रमण ने मेरी आचे से चुदाई की और काफ़ी देर तक हम प्यार के मज़े लेते गये. हमारे बीच बहुत कुछ हुआ. ये जानने के लिए मेसेज ज़रूर करे. कहानी अची लगी तो फीडबॅक ज़रूर दे.