हेलो दोस्तों, मेरा नाम रोहित है और मैं लुधियाना पुंजब से हू. फिलहाल मैं जॉब कर रहा हू किसी प्राइवेट सेक्टर में. मंक नही बोलूँगा, क्यूंकी यहा पर सभी यही बोलते है. ये मेरी पहली स्टोरी है आंड रियल लाइफ इन्सिडेंट बेस्ड ट्रू स्टोरी है. सो प्लीज़ सपोर्ट मे.
अब स्टोरी पे आते है. मेरी आगे है 23 यियर्ज़ है, और लंड का साइज़ 5 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है. ये बात आज से 1 साल पहले की है, जब मैं म.कॉम कर रहा था, और ये घटना मेरी और मेरी कज़िन सिस्टर के बीच की है, जिसका नाम है प्रीति.
उसकी आगे 26, फिगर 32-30-32 होगा. कलर उसका वाइट था, और वो ब.कॉम कर रही थी. क्यूंकी आगे उसकी ज़्यादा थी, लेकिन उसने पढ़ाई छ्चोढ़ दी थी. अब उसने दोबारा पढ़ाई शुरू की थी. प्रीति सिंपल लड़की थी, ज़्यादा मॉडर्न भी नही थी, ना ही उसकी कोई ज़्यादा फ्रेंड्स थी. वो मेरी डोर की बुआ की लड़की है और वो हमारे घर के पास ही रहते थी.
अक्सर उनका हमारे घर पे आना जाना रहता था. प्रीति हमारे घर पर स्टडी के लिए आ जाती थी. वो ब.कॉम कर रही थी, और मैं म.कॉम कर रहा था. एक दिन हम दोनो साथ में बैठ कर स्टडी कर रहे थे, और विंटर सेशन स्टार्ट होने वाला था.
उसने कुर्ता पहना हुआ था, जो उसकी पाजामी से तोड़ा उपर था, और उसकी ग्रीन कलर की पनटी मुझे दिख रही थी. उसे देख कर मेरा मूड खराब हो रहा था. मेरा लंड खड़ा होने लगा, और उसने ये बात नोटीस कर ली थी, आंड स्माइल कर दी. फिर उसने धीरे से अपना एक हाथ मेरे हाथ पर रखा, और सहलाने लगी. मेरा लंड और टाइट होने लगा. उस वक़्त मेरे घर वाले सभी सोए हुए थे.
मैं उसे अपने सबसे अगले वाले कमरे में ले गया. वाहा जाते ही मैं उसे दीवार के साथ लगा कर ज़ोर से हग करने लग गया. वो भी मेरा साथ दे रही थी. मेरा एक हाथ उसकी पाजामी में था. मैं उसकी छूट में उंगली डाल कर अंदर-बाहर कर रहा था.
करीब 10 मिनिट बाद हम अलग हुए. फिर मैने उसे चेर पर बिता दिया, और उसके कुर्ते में से बूब्स निकाल कर उसे सहलाने लगा और चूमने लगा.उसने उस दिन ब्रा नही पहनी थी. अभी हमारे पास सिर्फ़ 1 घंटा था. अब हमने एक-दूसरे के कपड़े उतार दिए. फिर मैं चेर पर बैठ गया, और उसे लंड चूसने का इशारा किया. लेकिन उसने माना कर दिया.
मैने उसे उसके सिर से पकड़ा, और उससे सकिंग करवाई. फिर बाद में वो मेरा साथ देने लग गयी. 20 मिनिट बाद वो मेरे लंड को सहलाने लग गयी, और ज़ोर-ज़ोर से उपर-नीचे करने लग गयी. अब मेरा निकालने वाला था, और इतनी देर में मैने अपना सारा माल उसके हाथ के उपर छ्चोढ़ दिया. तोड़ा उसके फेस पे भी गिर गया. फिर मैने उसकी पनटी उठाई, और उससे सारा माल सॉफ किया.
फिर उसे दीवार के साथ खड़ी किया, और उसकी छूट पर लंड सेट करके हल्का सा धक्का दिया. लेकिन उसकी छूट टाइट थी, तो मेरा लंड फिसल गया. मैने दोबारा तोड़ा ज़ोर लगा कर धक्का दिया, और मेरे लंड का टोपा अंदर घुस गया. उसके मूह से हल्की-हल्की आवाज़े आने लग गयी ह्म आअहह आईए की.
मैने एक और धक्का मारा, और मेरा आधा लंड उसकी छूट में था. उसने थोड़े ज़ोर से चीख निकली एयाया. फिर मैने उसके मूह में उसकी पनटी डाल दी, और पूरा लंड उसकी छूट में डाल दिया. अब मैं उसे छोड़ने लग गया. वो हल्की-हल्की आवाज़े निकाल रही थी हह एयेए फक फक फास्ट फास्ट ऐसे.
करीब 20 मिनिट की चुदाई के बाद मैने अपना सारा माल उसकी गांद पे फेंक दिया. फिर हम दोनो ने अपने कपड़े पहने, और नॉर्मल स्टडी करने लग गये. नेक्स्ट दे वो फिर हमारे यहा स्टडी के लिए आई, और इस बार हमने स्टडी शुरू ही नही की. घर वेल सोए हुए थे.
मैने उसे इशारा किया और वो समझ चुकी थी. वो वाहा पहुँच गयी. हमने जाते ही स्मूच शुरू कर दी. तकरीबन 10 मिनिट तक हम एक-दूसरे को चूमते चाट-ते रहे. फिर धीरे-धीरे एक-दूसरे के कपड़े उतारने लग गये.
आज उसने ब्लॅक ब्रा पहनी थी. मैने जल्दी से उसकी ब्रा उतरी, और बूब्स सक करने लग गया. मैं बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से खींचने लग गया. उसके बूब्स पे मैने 1 लोवे बीते भी डेडी थी.
एक हाथ मेरा उसकी पनटी के अंदर था, जो उसकी छूट को सहला रहा था. कभी उसकी छूट के अंदर बाहर हो रहा था.
वो अपने हाथ से मेरा लंड ज़ोर-ज़ोर से आयेज-पीछे कर रही थी.
अब बारी उसकी की सकिंग की थी. मैने उससे 20 मिनिट सकिंग करवाई. उसी बीच मैने मेरा सारा माल उसके मूह में भर दिया और उसे ना चाहते हुए भी उसे अंदर निगलना पड़ा.
इस बार मैने उसे टेबल पे लिटाया, और उसे कॉर्नर पे लिटा कर उसकी टांगे अपने कंधे पे रख दी. अब मैने अपना लंड उसकी छूट में सेट किया, और उसे छोड़ना स्टार्ट कर दिया. आफ्टर 20 मिनिट्स मैं उसे खड़ा करके उसकी एक टाँग दीवार के साथ उठा कर उसे छोड़ना शुरू कर दिया.
उसे भी काफ़ी अछा लग रहा था. वो आवाज़े निकाल रही थी आ डार्लिंग कम ओं फक मे हार्ड यॅ. फिर मैने उसको घोड़ी बनाया, और पीछे से उसकी छूट मारनी स्टार्ट कर दी.
45 मिनिट्स की पूरी चुदाई के बाद मैने अपना माल उसकी पीठ पे छ्चोढ़ दिया, और उसके उपर लेट गया. हम दोनो की साँसे तेज़ चल रही थी. फिर मैने उसे 1 बार और छोड़ा. फिर सब नॉर्मल हो गया, और उसके चेहरे पे अलग ही खुशी थी.
अब हमे जब भी टाइम मिलता है, तो हम चुदाई कर लेते है. बाकी नेक्स्ट टाइम हमारे बीच में क्या हुआ, मैने उसे कैसे छोड़ा ये मैं आपको फिर कभी बतौँगा. तब तक के लिए गुड बाइ.
दोस्तों अगर ये कहानी आप सब को अची लगी हो, तो फीडबॅक ज़रूर दे. और इस कहानी को अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए आप सब रीडर्स का बहुत-बहुत धन्यवाद. आप सब की फीडबॅक का बेसब्री से इंतेज़ार रहेगा, तो हॉंसला ज़रूर बढ़ाए.