लड़का मामा के घर गया उनकी औरतों को चोदने

हेलो दोस्तों, मेरा नामे मॅडी है, और मेरा ताल्लुक कराची पाकिस्तान से है. सबसे पहले मैं आप लोगों को अपने बारे में बता डू. मेरी आगे अभी 26 साल है, और मैं प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हू.

मैं दिखने में नॉर्मल हू, बुत मेरी हाइट और मेरे मसल्स काफ़ी आचे है. जिस वजह से काफ़ी गर्ल्स और आंटीस मेरी तरफ आसानी से अट्रॅक्ट हो जाती है. मेरे लंड का साइज़ 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, जो एक मर्द या लड़के के लिए बहुत अछा साइज़ है.

चलिए अब स्टोरी पे आते है. ये बात तब की है, जब मैं 20 साल का था, और उस टाइम मैं कॉलेज में था, और अपनी स्टडी कंप्लीट कर रहा था. मेरे एग्ज़ॅम कंप्लीट हो चुके थे, और मुझे वाकेशन्स मिली हुई थी. उस टाइम मेरे मामा भी हमारे घर आए हुए थे लाहोर से अपने किसी काम से, तो मैं अपने मामा के साथ अपना टाइम स्पेंड कर रहा था.

फिर वो टाइम आ गया था, जब मामा को वापस जाना था. जाने से एक दिन पहले मेरे मामा ने मेरी मों से कहा-

मामा: अगर कोई प्राब्लम ना हो तो क्या मैं मॅडी को अपने साथ ले जौ लाहोर? वासे भी इसकी वाकेशन्स है, तो घर में क्या करेगा. और बोर भी होगा. मेरे साथ लाहोर चलेगा, तो तोड़ा एंजाय कर लेगा. वैसे भी इसकी मामी और कज़िन्स इसको बहुत मिस कर रहे है. इसके जाने से वो भी खुश हो जाएँगी.

फिर मेरी मों ने मेरे मामा को पर्मिशन डेडी. जब मुझे ये पता चला की मैं मामा के साथ लाहोर जेया रहा था, तो मैं बहुत खुश हुआ की मैं अब लाहोर जौंगा. लेकिन फ्रेंड्स मैं इसलिए खुश नही था की मैं लाहोर जेया रहा था, और वाहा घूमूंगा. बल्कि खुशी इस बात की थी की मैं अपनी सेक्सी मामी से मिलूँगा.

क्यूंकी बहुत टाइम से मैं अपनी मामी और उनकी दोनो बेटियों का दीवाना था, और उनको रग़ाद-रग़ाद के छोड़ना चाहता था. अछा अब मैं ज़रा आपको अपने मामा की फॅमिली के बारे में बता डू. मेरे मामू का नामे आसिफ़ है, और उनकी आगे 50 साल है. उनका खुद का बिज़्नेस है. मेरी मामी का नामे साइमा है, और उनकी आगे 40 है. वो दिखने में काफ़ी गोरी है, और वो पूरी सेक्स बॉम्ब है. उनका साइज़ 38-32-36 है.

वो थोड़ी अब मोटी हो गयी है. लेकिन वो और ज़्यादा सेक्सी लगती है. मेरे मामा की 2 ही बेटियाँ है. एक का नामे साना है, जिसकी आगे 19 है, और वो भी कॉलेज में है. बुत वो क्लास में मेरे से पीछे है, और उसका फिगर 36-30-34 है. वो थोड़ी चब्बी टाइप है.

उसके बूब्स कमाल के है मोटे-मोटे, जो एक बार देख ले उनको चूज़ बगैर ना जाए. सबसे सेक्सी उसकी गांद है. क्या गांद है उसकी, एक-दूं मोटी और उठी हुई. दिल करता है लंड अंदर डाल के सो जाए.

जो छ्होटी बेटी है, उसका नामे हानिया है, और उसकी आगे 18.5 है. वो भी कॉलेज 1स्ट्रीट एअर में है. उसका साइज़ 32-28-32 है. वो दिखने में एक-दूं सफेद है, और वो थोड़ी इनोसेंट सी है. उसको देखने पर ही किसी का भी दिल आ जाए. यानी खूबसूरती के साथ-साथ वो सेक्सी भी है.

तो ये था मेरे मामा की फॅमिली का इंट्रोडक्षन. अब स्टोरी पे आते है. हम सुबा 7 बजे की ट्रेन से कराची से लाहोर के लिए रवाना हुए. मैं बहुत ज़्यादा खुश और एग्ज़ाइटेड था की फाइनली मेरा ड्रीम जो पोरा होने वाला था. अब मुझे बस कोई अछा सा प्लान सोचना था, जिससे मैं अपनी मामी और उनकी दोनो सेक्सी बेटियों को सेट कर साकु. फिर उनको एक-एक करके रग़ाद-रग़ाद के छोड़ू. फिर तीनो को एक साथ छोड़ू.

ये सब सोच कर मैं बहुत एग्ज़ाइटेड हो रहा था, और मेरे माइंड में बस वो सीन चल रहा था की कैसे मैं उन तीनो को एक साथ छोड़ रहा हू. इसी सीन को सोचते हुए मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर मैने सोचा चलो टाय्लेट में जाके तीनो मा बेटियों को याद करके मूठ मारु.

फिर मैं अपनी सीट से खड़ा हुआ, और मामा से कहा की मैं आया अभी टाय्लेट से. अब मैं टाय्लेट में एंटर हुआ, और अपना लंड बाहर निकाल के अपनी मामी और उनकी बेटियों को याद करके मूठ मारने लगा. ये सब सोचते-सोचते मैं और ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो गया, और फाइनली मैं फ्री हो गया. मैने अपने बहुत सारे पानी से पूरा टाय्लेट भर दिया.

फिर मैं लंड को सॉफ करके बाहर आया, तो मुझे बहुत सुकून मिला. मैं वापस आके अपनी सीट पे बैठ गया, और अपना प्लान रेडी करने लगा. फिर मैं सो गया, और हमारा सफ़र चलता रहा.

नेक्स्ट दे मैं फाइनली लाहोर पहुँच गया, और मैं और एग्ज़ाइटेड होने लगा ये सब सोच के. फिर हम रेलवे स्टेशन से बाहर आए और मामा ने एक टॅक्सी को रोका. उसको अड्रेस बताया की हुमको कहा जाना था. फिर हम लोग अपना सारा समान टॅक्सी में रख के घर की तरफ निकल गये. 1 अवर के बाद हम मामा के घर पहुँच गये.

मामा ने डोरबेल बजाई, और थोड़ी देर के बाद डोर ओपन हुआ. डोर मेरी सेक्सी क्वीन मामी ने ओपन किया था, जिनको देख कर मेरा लंड फ़ौरन खड़ा हो गया.

मैने मामी को हेलो कहा, तो मामी ने मुझे अपने गले लगा लिया. उफ़फ्फ़ दोस्तों, क्या सीन था वो. मेरी मामी के बहुत नरम बूब्स थे. दिल कर रहा था की उनकी कमीज़ उठा करके अपने मूह में बूब्स लेके चूसना शुरू कर डू. खैर फिर मैने इस मौके का फ़ायदा उठाया, और अपना हाथ मामी की मोटी गांद पर रख के सहलाने लगा.

क्या बतौ यार क्या नरम गांद थी मामी की. दिल कर रहा था की अभी उनकी सलवार उतार के अपना लंड उनकी गांद में डाल डू. ये सब सोचते ही मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया, जो शायद मामी ने भी फील कर लिया था. फिर हम अलग हुए, तो मैने मामी के फेस की तरफ देखा. उनके फेस पे एक नॉटी सी स्माइल थी. फिर मामा बोले-

मामा: अब बस करो बेगम, बच्चे को पानी तो लाके दो.

फिर मामी बोली-

मामी: हा लाती हू. इतने टाइम बाद आया है मेरा मॅडी, तो अपने बच्चे को प्यार नहिी करू क्या?

आज के लिए इतना ही. मैं अब अपने नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा की आयेज मैने क्या करा.