जवान लड़की पापा का दोस्त से चुदी

ही दोस्तो, मेरा नाम निशा है. ये तब की कहानी है, जब मैने कॉलेज पास करके नयी जॉब ली थी. मैं एक छ्होटी सिटी में गयी थी.

वाहा जेया कर मैने एक पूरा फ्लॅट रेंट पर लिया था, क्यूकी मुझे रोक-टोक पसंद नही थी, और ना ही मैं किसी के साथ अड्जस्ट करती थी. कभी-कभी पापा मम्मी आते थे, लेकिन ज़्यादातर मैं अकेले ही रहती थी.

जब पापा यहा आए थे, तो उनकी दोस्ती बहुत सारे एज्ड अंकल लोग से हो गयी थी. पापा ने बोला था उन्हे, की वो लोग मेरा ख़याल रखे. एक अंकल मेरे पापा के रहते आते थे घर पर. और मैने उन्हे मुझे घूरते हुए देखा था बहुत बार.

जब पापा-मम्मी आते थे, तब मैं सलवार-सूट में रहती थी. जब अंकल आते थे, तो वो मुझे बिना दुपट्टे के देखते थे. मैं जब छाई सर्व करती थी, तो अंकल मेरे बूब्स को देखने की कोशिश करते थे.

मुझे लगता था की अंकल बुड्ढे है, और वो क्या ही कर लेंगे. इसलिए मैं भी उनकी तरफ ध्यान नही देती थी. फिर पापा चले गये, और उनके जाते ही अंकल घर आने लग गये. जब पापा मम्मी नही होते थे, तब मैं घर पर सिर्फ़ ब्रा और पनटी में रहती थी.

जब अंकल आए, तो मैने मॅजिक आइ जो दरवाज़े पर थी, उससे बाहर देखा. मैने देखा, की बाहर तो अंकल थे. मैने सोचा, की बुड्ढे अंकल है और क्या ही कर लेंगे. और ये सोच कर मैने ब्रा-पनटी में ही दरवाज़ा खोल दिया.

अंकल मुझे ब्रा-पनटी में देख के शॉक हो गये. फिर उनको मैने अंदर आने को बोला, और उनके लिए छाई नाश्ता बनाया. अंकल मेरे आस-पास घूमते रहे, और मुझे बेटी जैसा बताने के लिए अलग-अलग जगह टच करते रहे.

वो मेरी ब्रा के स्ट्रॅप को सहलाने लगे, और मेरी गांद को पनटी के उपर से टच करने लगे. मुझे लगा की वो मुझे बेटी जैसा मान रहे थे, क्यूकी जब से मैं 15 साल की थी, तो ऐसा ही मेरे चाचा और अंकल लोग करते थे.
वो भी जब मुझे ब्रा पनटी में देखते थे, तो ऐसा ही करते थे.

फिर हम दोनो सोफा पर बैठे और बहुत सी बाते करने लगे. तभी अंकल ने बोला-

अंकल: तुम अभी छ्होटी हो, मेरी गोद में आ जाओ.

मुझे ये अजीब लगा, पर मैं उनकी गोद में बैठ गयी. फिर अंकल मेरी गांद को सहलाने लगे, और मेरी कमर पर हाथ फेरने लगे. उसके बाद अंकल चले गये. पता नही क्यू मेरी छूट गीली हो गयी थी. मेरे मॅन कर रहा था, की अंकल दोबारा वैसे ही सब जगह टच करे.

एक हफ्ते तक अंकल रोज़ आते रहे, और मुझे ऐसे ही ब्रा पनटी में देखने लगे. मुझे भी अछा लगता था अंकल का आना, क्यूकी अंकल बहुत प्यार करते थे मुझे. अचानक एक दिन अंकल ने मुझे बोला-

अंकल: बेटा तुम्हारे बूब्स बहुत बड़े लगते है. एक बार ब्रा खोल के दिखावगी क्या?

मैं : मतलब अंकल मैं आपके सामने नंगी हो जौ?

अंकल : बेटा बच्चे तो मा-बाप के सामने ऐसे ही रहते है.

मैं : ठीक है अंकल, आप शायद ठीक बोल रहे है.

अंकल के बहुत बोलने के बाद मैने ब्रा का स्ट्रॅप खोला, और अंकल ने ज़ोर से मेरी ब्रा खींच के निकाल दी. फिर अंकल मुझे बहुत गंदी नज़रो से देख रहे थे. मुझे बोलते हुए अजीब लग रहा है, बुत मुझे बहुत अछा लग रहा था.

अंकल : कितना बड़ा दूध है तुम्हारा.

मैं : थॅंक योउ अंकल.

अंकल : एक बार टच कर लू बेटा?

मई: हा अंकल, करिए ना.

अंकल ने ये सुनते ही ज़ोर से मेरे निपल्स को खीचा और दबाने लगे. फिर उन्होने मेरे निपल पर अपना मूह लगा लिया, और ज़ोर-ज़ोर से पीने लगे मेरे दूध.

मैं: आ अंकल, मुझे दर्द हो रहा है. ज़रा धीरे करो ना.

अंकल : बेटा बहुत मॅन कर रहा है. प्लीज़ दबाने दे ना.

मैं : हा अंकल दबाइए ना, बुत तोड़ा धीरे दबाइए.

अंकल अब मेरी कहा सुनने वाले थे, और वो और ज़ोर से बूब्स दबा रहे थे. फिर मुझे मज़ा आने लगा तो मैं आहह उहह की आवाज़े निकालने लगी, क्यूकी मुझे अंदर ही अंदर बहुत मज़ा आ रहा था. फिर अंकल बोले-

अंकल: बेटा चूसने से और मज़ा आएगा

मैं: अछा ठीक है अंकल, चूस लीजिए आप.

अंकल ने ये सुनते ही ज़ोर से मेरे निपल्स को खीचा और दबाने लगे. फिर उन्होने मेरे निपल पर अपना मूह लगा लिया, और ज़ोर-ज़ोर से पीने लगे मेरे दूध.

मैं: आ अंकल, मुझे दर्द हो रहा है. ज़रा धीरे करो ना.

अंकल : बेटा बहुत मॅन कर रहा है. प्लीज़ दबाने दे ना.

मैं : हा अंकल दबाइए ना, बुत तोड़ा धीरे दबाइए.

अंकल अब मेरी कहा सुनने वाले थे, और वो और ज़ोर से बूब्स दबा रहे थे. फिर मुझे मज़ा आने लगा तो मैं आहह उहह की आवाज़े निकालने लगी, क्यूकी मुझे अंदर ही अंदर बहुत मज़ा आ रहा था. फिर अंकल बोले-

अंकल: बेटा चूसने से और मज़ा आएगा

मैं: अछा ठीक है अंकल, चूस लीजिए आप.

मैं उनके सामने अब नंगी पड़ी रही, और एक घंटे तक अंकल ने मुझे पेला. वो मुझे कभी आयेज से तो कभी पीछे से पेल रहे थे.

अंकल 3 बार झाड़ चुके थे, फिर भी उनका मॅन नही भरा था. फिर जाते हुए अंकल बोले-

अंकल : मैं फिर कल आता हू.

मैं : ठीक है अंकल.

मैं अंकल के जाने के बाद भी फिंगरिंग करती रही, क्यूकी मेरा बार-बार सेक्स करने का मॅन कर रहा था.
फिर नेक्स्ट दिन अंकल एक फ्रेंड को लेके आए. उस फ्रेंड को उन्होने मेरा वीडियो दिखाया था, और मैं शॉक हो गयी. फिर अंकल बोले-

अंकल : ये मेरे दोस्त है. इनको जब मैने तुम्हारे खूबसूरती के बारे में बताया, तो वो तुम्हे देखना चाहते थे.

मैं खुश हो गयी, बुत मुझे क्या पता था की अंकल अपने फ्रेंड को मुझे पेलने के लिए लाए था. फिर अंकल अपने फ्रेंड को बोले-

अंकल : दोस्त, देखो ये है वो लड़की. और ये बिना ब्रा-पनटी के बहुत सुंदर लगती है, बिल्कुल मॉडेल जैसी. ये वॉक भी मॉडेल जैसी करती है. बेटा चलो अब ब्रा-पनटी खोल दो.

मैने फिर अपनी ब्रा-पनटी खोल दी और अंकल के दोस्त का लंड खड़ा हो गया. फिर उन्होने बोला-

अंकल के दोस्त: एक रात मेरे साथ सो जाओ.

और ये कहते हुए वो मेरे पास आके खड़े हो गये, और निप्पेल्स चूसने लगे . मुझे सेक्स चढ़ गया था, बुत अगर मैं उनसे चुड जाती, तो मेरे अंकल मुझे ग़लत समझते. फिर अंकल बोले-

अंकल : दोस्त तू रुक, मैं इसको तेरे सामने पेलता हू.

फिर अंकल ने मुझे टेबल पर लिटा दिया और पेलने लगे. अब मैं एंजाय करने लगी. अंकल के दोस्त को भी सेक्स चढ़ा हुआ था, तो वो अपने आप को रोक नही पाए. उन्होने मुझे ज़ोर से पकड़ कर मेरे पैर फैला दिए, और मेरे अंदर लंड डाल दिया.

मुझे सेक्स चढ़ा हुआ था, तो मैं चुड़वति रही. दोनो जान मुझे बारी-बारी पेलते रहे, और मैं पड़ी रही टेबल पर. वो दोनो मुझे पेलते रहे, और अंकल ने मुझे पेमेंट भी देने का प्रॉमिस किया.

जब बुड्ढे अंकल तक कर सो गये, क्यूकी उन्होने बहुत ड्रिंक किया हुआ था, तब अंकल के फ्रेंड ने मुझे बहुत बजाया. उन्होने मुझे आयेज और पीछे पलट-पलट के बजाया. अंकल को मेरी बॉडी और पर्फॉर्मेन्स इतनी पसंद आई, की वो लोग अब डेली आते है मुझे पेलने.

जाते-जाते अंकल ने मेरी पेली हुई ताकि बॉडी के उपर एक नोटों की गद्दी फेंक दी. और फिर वो चले गये .

तो ये था मेरा रंडी बनने का सफ़र. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो मुझे कॉमेंट ज़रूर कीजिएगा.