दो तड़पति भाभियों को शांत करने की कहानी

सुहाना: मेरी बेबो, एक ड्रिंक तो लेलो पहले, और भी ज़्यादा मज़ा आएगा तुझे.

फिर मिन्नी ने भी ड्रिंक उठाई और मेरे लंड को पकड़ के शराब में डुबया, और फिरसे लंड चूसने लगी. मैने और सुहाना ने भी ड्रिंक्स पी ली. लेकिन मिन्नी लंड चूस्टे ही जेया रही थी. सुहाना ने भी बैठ कर अपने हाथ लंड पे रखे, और अब सुहाना लंड चूसने लगी. मिन्नी ने भी ड्रिंक ख़तम की, और मुझे किस करने लगी.

मिन्नी: कितना मस्त और मर्दाना टेस्ट है तुम्हारे लंड का यश.

फिर मैने भी अब उसकी ड्रेस को उसके बदन से अलग किया. उसके बूब्स अब बिल्कुल नंगे मेरे सामने थे. मेरा एक हाथ उसके चुचो पे, तो दूसरा हाथ मैने सुहाना के सर पे रखा हुआ था.

सुहाना ज़ोर-ज़ोर से अपना सर आयेज-पीछे करके लंड चूस्टी जेया रही थी. मैने भी अब मिन्नी को कस्स के पकड़ा और उसके बदन को चूमने लगा. मेरे होंठो से अब उसके कान के निचले हिस्से को चूस रहा था और मिन्नी की आ आ निकल गयी.

अब मैने उसकी गर्दन को चूमते हुए उसके बूब्स को मूह में भर लिया. अब उसके निपल्स मेरे मूह में थे, और मेरी ज़ुबान उसके निपल्स को चाट रही थी. मिन्नी बस खड़ी-खड़ी ही सिसक रही थी, और सुहाना अब तक मेरा पूरा लंड मूह में भर चुकी थी.

मैने महसूस किया की मेरा मोटा लंड उसकी हलाक के अंदर तक घुस गया था. उसके होंठ मेरे लंड की जड़ पे जा टीके थे, और उसकी आँखों में आँसू आ गये थे. तभी मिन्नी ने मेरा हाथ सुहाना के सर के उपर से हटाया. फिर सुहाना ने अपना मूह मेरे लंड पे से हटाया, और गहरी-गहरी साँसे लेने लगी.

सुहाना: थॅंक्स मिन्नी, तुमने बचा लिया मुझे. हाए अल्लाह ये लंड तो हलाक में फ़ासस ही गया था.

यश: सॉरी भाभी जी, मैं भूल ही गया था. आपके गले की गर्माहट मुझे लंड पे इतनी अची लग रही थी की मैं सब भूल गया. और यहा मैं मिन्नी के साथ बिल्कुल खो गया था.

मिन्नी ने उसको 2-3 ड्रिंक एक के बाद एक पिलाए, और वो फिर नॉर्मल हो गयी. अब हम सभी नशे में हो गये थे. फिर मिन्नी मेरे लंड को चूसने लगी, और अब तक हम सभी नंगे हो चुके थे.

अब सुहाना मेरे उपर आई और छूट को मेरे मूह के उपर टीकाया. मैने भी उसकी छूट में जीभ घुसा दी, और चाटने लगा. मैं छूट चाटने में कुछ ज़्यादा ही अछा हू, तो मेरी जीभ उसकी छूट में सरकती हुई अंदर-बाहर बड़े आराम से हो रही थी. सुहाना मेरे बाल पकड़े हुए बस सिसकियाँ ले रही थी.

सुहाना: यश करो, मज़ा आ रहा है आह उम्म.

और मैं भी उसकी छूट को छाते जेया रहा था. मिन्नी ने भी चूस-चूस के लंड को इतना गीला कर दिया था, की उसका सलाइवा मेरे टट्टो से हो कर मेरी गांद के च्छेद तक भी पहुँच गया था, और अब उसने मेरे लंड पे अपनी छूट टीका दी, और धीरे-धीरे मेरे लंड पे बैठने लगी.

लेकिन मैने नीचे से एक ज़ोर का झटका मारा, और लंड तेज़ी से मिन्नी की छूट में घुस गया. वो ज़ोर से चिल्लाई और उपर की तरफ उछलते हुए बोली-

मिन्नी: आह ऑश मा, छूट फटत गयी मेरी श. यश क्या कर दिया बहनचोड़ सेयेल छूट फाड़ दी आह. सुहाना मेरी छूट श. घुस गया साला मेरी छूट में, आह मा कितना मोटा लंड है. सेयेल धीरे से नही डाल सकता था?

और वो धीरे-धीरे फिरसे नॉर्मल हुई, और लंड पे फिरसे बैठ गयी, और उछालना शुरू कर दिया. सुहाना अभी भी मेरे मूह पे बैठी छूट छुड़वा रही थी, और मेरे हाथ उसके चुचो को मसल रहे थे. कुछ ही देर में सुहाना का बदन अकड़ने लगा.

सुहाना: आ यश, छातो, और तेज़ छातो प्लीज़, रुकना मत आह श बेबी. आह, मैं होने वाली हू ऑश छातो यश. रुकना मत प्लीज़.

मैने भी उसकी गांद पे ज़ोर से थप्पड़ लगाए, और वो झड़ने लगी. उसने मेरे बाल पकड़े, और मेरा मूह पे अपनी छूट ज़ोर-ज़ोर से रगड़ने लगी.

मैने भी उसका सारा का सारा छूट रस्स पी लिया, और वो मेरे उपर से उतार गयी. फिर मेरे बगल में बैठ कर ड्रिंक बनाने लगी.

अब मैने मिन्नी को देखा. वो लंड पे उछाल रही थी, और उसके चुचे उसके हर झटके के साथ साथ हवा में झूल रहे थे. उसकी आँखों में आनंद के भाव नज़र आ रहे थे. मैने भी उसकी गांद के नीचे अपने हाथ लगाए, और उसको अपनी छ्चाटी पे लिटा लिया, और अब मैं नीचे से मिन्नी की छूट को छोड़ रहा था.

पहले तो मैं अपने झटके धीरे से ही लगा रहा था. लेकिन अब तक मेरा लंड उसकी छूट में जगह बना चुका था. फिर मेरे हर झटके से उसके मोटे चुचे मेरी छ्चाटी पे रग़ाद खा रहे थे.

ये मुझे बहुत मज़ा दे रहा था. मैने अब अपनी स्पीड बढ़ा दी, और अब मिन्नी की आवाज़ कमरे में गूंजने लगी.

मिन्नी: आह यश, श यश, मेरी छूट फाड़ दो आह. भर दो इस मूसल लंड को मेरी छूट में. श मा, कैसा ज़ालिम लंड है ये ऑश. यश फाड़ दो मेरी छूट श. यश प्लीज़ मुझे पूरा कर दो.

सुहाना ये सब देख रही थी, और उसने मेरे मूह पे शराब की बॉटल ही लगा दी. मैने भी उसमे से पीना शुरू कर दिया. अब सुहाना भी दोबारा से गरम होने लगी थी. उसका एक हाथ उसके चुचो पे और दूसरा हाथ उसकी छूट पे था. फिर वो आयेज आई और मुझे किस करने लगी. और फिर वो मिन्नी के पीछे गयी और उसकी गांद में उंगलियाँ डाल के हिलने लगी.

मिन्नी: प्लीज़ सुहाना मेरी जान, उंगली मत डाल यार प्लीज़. ये लंड वैसे ही बहुत मोटा है यार आह. मेरी फटत रही है सुहाना.

लेकिन वो नही रुकी और उसकी गांद में उंगलियाँ अंदर-बाहर करने लगी. कुछ ही देर में मिन्नी का भी बदन अकड़ने लगा और वो ज़ोर से अलाप करते हुए झड़ने लगी.

मिन्नी: आह यश श. मेरी छूट आह, ज़ोर से करो यश, और ज़ोर से करो आ. मैं गयी यश आह.

और वो भी निढाल हो कर मेरे उपर ही गिर गयी. सुहाना उसके पीछे गयी, और उसकी छूट और मेरे लंड पे से मिन्नी का छूट रस्स चाटने लगी. फिर मैने मिन्नी को साइड किया, और अब सुहाना लंड मूह में भर के चूसने लगी. मैने भी उसके सर को पकड़ कर झटके लगाने शुरू किए, और सुहाना के मूह को छोड़ने लगा.

हर झटके में लंड उसकी हलाक में उतार जाता था और गल्प गल्प की ही आवाज़ उसके मूह से निकल पा रही थी. फिर मिन्नी बोली-

मिन्नी: श यश, मेरी जान, मज़ा आ गया यार. मेरी छूट तो अभी भी काँप रही है. ऐसा लग रहा है जैसे पहली बार चुदाई हुई है मेरी. मेरे हज़्बेंड तो 3-4 मिनिट्स में ही झाड़ जाते है, और उनका लंड 5 इंच लंबा है बस. काश की मेरी चुदाई रोज़ाना तुम्हारे लंड से हो पाती.

और वो मुझे किस करने लगी.

यश: थॅंक्स भाभी जी, चिंता ना करो. 1 वीक तक तो मैं यही चुदाई कर रहा हू. बहुत छोड़ूँगा, और फिर कभी भी आपको चूड़ना हो तो मुझे बुला लेना.

मिन्नी: ओक यश.

सुहाना तो मस्ती से लंड चूस्टी ही जेया रही थी. और मैं उसके मूह को छोड़ रहा था.

यश: मेरी जान मिन्नी ड्रिंक बनाओ ना.

और वो हमारे लिए ड्रिंक्स बनाने लगी, और फिरसे हम सब ने ड्रिंक्स ली.