नौकर ने फादी चूत, भाई ने फादी गांद

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम निखिल है. मैं पुंजब से हू, लेकिन मेरी फॅमिली देल्ही में रहती है. मेरी उमर 24 साल है, और मेरा लंड 7 इंच का है. ये कहानी मेरी पिछली कहानी “नौकर ने मेरी कड़ी हुई बेहन को छोड़ा” का अगला पार्ट है.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था, की कैसे मेरी बेहन सोनम ने दादा के घर पर काम करने वाले रोशन को थप्पड़ मार दिया. फिर रोशन ने सोनम को छोड़ कर अपना बदला लिया. अब आयेज की कहानी.

उन सारी चुट्टियो में रोशन ने हर रोज़ सोनम की छूट का मज़ा लिया. अब सोनम को भी रोशन से चूड़ने की आदत हो गयी थी. वो हर रात मेरे सोने के बाद रोशन को कमरे में बुला लेती थी.

फिर हमारी चुट्टिया ख़तम हो गयी. मुझे लगा की ये चुदाई का सिलसिला ख़तम हो गया होगा, लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ. अब सोनम थोड़े दिन बाद दादा-दादी के घर जाने लगी थी.

कभी-कभी मैं भी उसके साथ जाता था, और उसकी ठुकाई का मज़ा लेता था. टाइम ऐसे ही बीट-ता गया, और 6 साल हो गये. पिछले 3 सालो से सोनम दादी-दादी के घर नही गयी थी. शायद इसलिए, क्यूकी अब उसका बाय्फ्रेंड था.

सोनम अब और भी ज़्यादा सेक्सी हो गयी थी. अब उसका फिगर 36″ 30″ 38″ हो गया था. आज कल उसकी गांद देख कर तो मेरा लंड भी खड़ा हो जाता था. मैं अक्सर उसको उसके बाय्फ्रेंड से हॉर्नी बाते करते हुए देखता था.

सोनम निगटौत्स पर भी जाती थी. जब वो आती थी, तो उसकी हालत देख कर पता चल जाता था, की वो चुड कर आई होगी. अब मेरे मॅन में ये ख़याल आने लगा था, की मैं भी अपनी बेहन को छोड़ू.

मुझे लगता था, की अगर वो लंगर की तरह अपनी छूट बाँट रही थी. तो मुझे भी तो दे ही सकती थी.

एक दिन रात में मैं सोनम की बाते सुन रहा था. वो अपने बाय्फ्रेंड से लॅड रही थी. फिर शायद उनका ब्रेकप हो गया. सोनम की छूट में इतनी आग थी, की ब्रेकप के 2 दिन बाद उसने दादा-दादी के घर जाने की पर्मिशन लेली.

मैं भी उसके साथ जाने वाला था. वाहा जाते ही रोशन और उसका नैन-मटक्का शुरू हो गया. लेकिन इस बार मैं भी बहती गंगा में हाथ धोना चाहता था. इस बार सोनम अलग कमरे में सोने वाली थी, तो मैं चुदाई देख नही सकता था.

लेकिन मैने उसके रूम में कॅमरा लगा कर उसकी और रोशन की चुदाई रेकॉर्ड कर ली. अब मेरी बारी थी उसका मज़ा लेने की. मैने रोशन से भी इस बारे में बात कर ली थी. उसने भी मेरी हेल्प करने के लिए एस बोल दिया. अगले दिन मैं सोनम के रूम में गया, और बोला-

मैं: दीदी मेरे कमरे का फन नही चल रहा, तो क्या मैं यहा सो जौ.

सोनम: हा सो जाओ.

सोनम खुश नही थी मुझे अपने कमरे में रख कर. चला गया. फिर थोड़ी देर में मैने खराते मारने शुरू कर दिए. मैं चाहता था, की सोनम को लगे मैं सो रहा था.

कुछ देर में दरवाज़े पर नॉक हुआ. बाहर रोशन था. सोनम ने मुझे चेक किया, और दरवाज़ा खोला. रोशन ने उसको बाहर खींच लिया, और मेरे रूम में ले गया.

आज सोनम ने ब्लॅक लेगैंग्स और वाइट त-शर्ट पहनी थी. क्या कमाल की सेक्सी लग रही थी वो. उसकी गांद का तो जवाब ही नही था. फिर मैं जाके उनके रूम के बाहर खड़ा हो गया. जैसे ही उन दोनो ने किस करना शुरू किया, मैं अंदर चला गया.

मैं: दीदी ये क्या हो रहा है.

सोनम(डरते हुए): क्या हुआ? कुछ भी तो नही.

मैं: तुम इस नौकर के साथ मूह काला कर रही हो, और बोलती हो कुछ नही हो रहा.

सोनम: क्या बकवास कर रहा है तू?

मैं: मैं कोई बकवास नही कर रहा. तुम इसके साथ सेक्स कर रही थी. मैं घर पे बतौँगा.

सोनम: क्या बताएगा तू. तेरे पास क्या प्रूफ है.

फिर मैने मोबाइल निकाला, और वीडियो प्ले कर दी.

मैं: इतना काफ़ी है ना?

वीडियो देखते ही सोनम की गांद फटत गयी. उसने कहा-

सोनम: नही निखिल, प्लीज़ ऐसा मत करना. तुम बताओ तुम्हे क्या चाहिए?

मैं: मुझे वही चाहिए, जो आप इसको देने वाली थी.

सोनम: पागल है तू क्या? मैं तेरी बेहन हू.

मैं: तो फिर क्या हुआ, अब मेरी रंडी बन जाओ.

ये बोलते ही मैने सोनम को बेड पर धक्का दिया, और उसके उपर चढ़ गया. मैने पागलो की तरह उसके होंठ चूसने शुरू कर दिए. कुछ देर तक सोनम मुझे हटाने की कोशिश करती रही, लेकिन फिर वो शांत हो गयी.

जब मैने उसके होंठ छोढ़े, तो वो बोली-

सोनम: निखिल ये तुम ठीक नही कर रहे.

मैं: तुम जो इतने सालो से इसके साथ कर रही हो, वो ठीक है?

इस्पे वो चुप हो गयी. फिर मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा, और उसके बूब्स दबाने लगा. उसको मज़ा आ रहा था, लेकिन वो नाटक कर रही थी.

फिर मैने उसकी त-शर्ट और ब्रा उतार दी. आज मेरी बेहन के मोटे और रसीले बूब्स मेरे सामने थे. मैं उसके बूब्स पर टूट पड़ा, और उनको चूसने लग गया.

अब सोनम ने आहें भरनी शुरू कर दी थी. इस बार जब मैने उसके होंठ चूज़, तो उसने भी मेरा साथ दिया. फिर मैं नीचे आया, और लेगैंग्स के उपर से उसकी जांघे चूमने लग गया.

मैने उसकी लेगैंग्स उतारी, और साथ में ही पनटी भी उतार दी. अब उसकी खूबसूरत छूट मेरे सामने थी. मैने उसकी छूट पर अपना मूह लगाया, और उसको चाटने लगा. वो मेरे सिर को अपनी जाँघो में दबा रही थी.

जब मैने अपना लंड बाहर निकाला, तो उसकी आँखों में चमक आ गयी. लंड देख कर वो बोली-

सोनम: तेरा तो काफ़ी बड़ा हो गया है.

मैने जल्दी से लंड उसकी छूट पर सेट किया, और एक ही धक्के में अंदर डाल दिया. उसकी चीख निकली, और मुझे स्वर्ग मिल गया. राखी बाँधने वाली की छूट मारने का मज़ा ही कुछ और होता है दोस्तो.

मैने उसकी छूट को घपा-घाप छोड़ना शुरू कर दिया. 15 मिनिट मैं उसी पोज़िशन में छोड़ता रहा. वो किसी रंडी की तरह मुझे उत्तेजित कर रही थी. तभी मेरा निकालने वाला था, और मैने उसकी छूट में ही अपना माल निकाल दिया.

फिर हम लेट गये. हम दोनो हाँफ रहे थे. तभी रोशन आ गया, और सोनम पर चढ़ गया. वो उसको मज़े से छोड़ने लग गया.

सोनम को चूड़ते हुए देख मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. अब मुझे उसकी गांद की सील तोड़नी थी. फिर मैने रोशन को इशारा किया, और उसने सोनम को अपने उपर करके बाहों में कस्स लिया.

मैं सोनम के पीछे गया, और उसके चूतड़ खोले. उसकी गांद का छेड़ बड़ा छ्होटा सा था. फिर मैने उस पर थूका, और एक उंगली अंदर डाल दी. इससे सोनम की चीख निकल गयी, और उसने ऐसा करने से माना किया.

लेकिन मैं कहा रुकने वाला था. मैने उसके चूतड़ कस्स के पकड़े, और अपना लंड उन पर सेट कर लिया. फिर एक ज़ोर के धक्के से मैने अपना आधा लंड उसकी गांद में उतार दिया.

सोनम काँपने लग गयी, लेकिन रोशन ने उसको कंट्रोल करके रखा. फिर मैं लंड पुश करता चला गया, और फाइनली मैने अपना पूरा लंड अंदर घुसा दिया.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैने सोनम की गांद छोड़नी शुरू की. कुछ देर में उसका दर्द कम हो गया, और उसको मज़ा आने लगा. अब उसकी छूट को गांद दोनो चुड रहे थे.

वो किसी रांड़ की तरह 2-2 लंड पर कूद रही थी. फिर 15 मिनिट ऐसे ही चुदाई चलती रही. उसके बाद मैने और रोशन दोनो ने अपना माल सोनम के अंदर भर दिया.

उसके बाद सोनम को कभी दादा-दादी के घर नही जाना पड़ा. क्यूकी मेरे लंड से वो पूरी तरह संतुष्ट थी. फिर कुछ वक़्त बाद उसकी शादी हो गयी. लेकिन आज भी वो मुझसे चुड़वति है.

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