काजल दीदी के साथ प्यार और चुदाई

हम गर्ल्स शॉप के अंदर गये और स्कर्ट्स देखने रहे थे. दीदी ने दो स्कर्ट सेलेक्ट करी तोड़ा उप थाइस तक था बुत मुझे पसंद नही अइया. मैने वाहा खड़ी एक सेल्स एग्ज़िक्युटिव गर्ल से कहा.

मे – तोड़ा और शॉर्ट स्कर्ट है तो दिखाओ.

सेल्स गर्ल – ओके सिर.

वो दिखाने लगी बोहोट छोटी स्कर्ट मेरे दीदी कुशी से देख रही थे क्यों की मों उससे इतना छोटा पहने नही देती थी और मई भी एग्ज़ाइटेड था.

मे – जाओ ट्राइ कर के आऊ.

दीदी ट्राइयल रूम से पहन कर बाहर आई. मी गोद मई तो पागल हो गया था. अगर कोई भी देखता ना तो पकड़ के उसको छोड़ देता. स्कर्ट सिर्फ़ उसकी पनटी कवर कर रही थी पूरी लेग्स नंगी थी दीदी की.

मैने बोला तुर्न हो जाओ दीदी तुर्न हुई तो उसकी गांद ग़ज़ब का दिख रही थी गांद के लाइन दिख रहे थे सॉफ सॉफ. दिल कर रहा था अभी पनटी फाड़ कर गांद में लंड डाल डू.

मे – काजल दी इस इट ओके?

दीदी – खुशी से बोल रही थे भाई टशहिर्त भी.

मे – ओके.

मैने सेल्स गर्ल को कहा टशहिर्त और इननेरवेार्स दिखाने को.

सेल्स गर्ल – टशहिर्त मई दे देती हूँ, अप बगल वेल शॉप पे चले जाओ वो आपको इननेरवेार्स दिखा देंगे.

मे – ओके.

मैने टशहिर्त डीप नेक वाला पसंद किया और दीदी को दिलाई. दीदी पहन कर बाहर आई तो उसका आधा क्लेवगे दिख रहा था मेरा तो लंड टाइट होगआया था.

हुँने कपड़े पॅक करवा लिए. दीदी चेंज कर के फिर से जीन्स और टशहिर्त पहन लिया. हम दूसरे शॉप मई गये वो सिर्फ़ इननेरवेार का शॉप था.

सेल्स गर्ल – सिर क्या दिखौ?

मे – काजल दी क्या लेना है?

दीदी मेरे पास आ कर भाई मुझे ग-स्ट्रिंग्स और थॉंग्ज़ लेनी है मेरी बेस्टफ्र्ीएंड भी वही उसे करती है. मैं सुन के हॉर्नी होगआया था. क्योंकि ग स्ट्रिंग में आगे की और बस हाफ इंच फॅब्रिक होता है और पीछे बस एक पतली सी कपड़े की लिनिंग जो की गांद की पतली दरार में घुस जाती है.

ग स्ट्रिंग में तो दीदी की गांद पूरी नंगी रहती. और तोंग के आगे के फॅब्रिक पे कट रहता है जिससे दीदी की छूट आगे से पूरे टाइम नंगी रहती बस उनके छूट के साइड्स ढके होते और गांद की पर्फेक्ट शेप भी दिखती रहती. यह सब मुझे हॉर्नी कर रहा था.

मे – ओके.

दीदी – पूजा उसे करते है यह सब, भोथ कंफर्टबल फील होता है पहने से.दीदी खुशी से हस्स रही थी.

मे – ब्रा भी बताओ?

दीदी – छोटे कप्स वाला.

सेल्स गर्ल समाज गई थी. वो ट्रॅन्स्परेंट ब्रा लेकर आई. दीदी बोहोट कुश होके मुझको हग करलिया. और मैं भी कुश था क्यों की दीदी मेरे सामने कपड़े बदलती थी.

मैं उसकी गांद को दबा के हग करने लगा और सारा समान लेकर हम घर आगाय. नेक्स्ट दे सनडे था और हम घर पे ही थे. मैं फ्रिड्ज से कोल्ड्रींक्स निकल कर पीने लगा और दीदी को भी एक दी हम बात कर रहे थे और मई दीदी को ही देख रहा था और बोला.

मे – तुम शॉपिंग कर के कुश तो हो ना?

दीदी – ई’म सो हॅपी भाई.

मुझे किस कर के कहा ई लोवे योउ भाई. मैने दीदी की कमार में हाथ डाल के लिप्स के पास गाल पे किस करी और बोला जाओ ड्रेस लेकर आऊ.

दीदी – ओके बोल कर गयी और लेकर आई.

मे – ट्राइ तो करो.

दीदी – भाई यहा पे?

मे – शरमाओ मॅट मई तुम्हरा भाई हूँ तुम्हे नंगा भी देखा बचपन में.

दीदी – नही भाई ऐसा नही है.

फिर दीदी ओके बोल कर मेरे सामने लेगैंग्स उतार दी. दीदी सिर्फ़ पनटी और टशहिर्त में थी. मैं उसकी थाइस को देख कर बोला. तुम लेग्स पे वर्काउट करना तुम्हारे थाइस थोड़े मोटे है. दीदी स्कर्ट पहन रही थी और मैने उसको पास बुलाया और थाइस को टच कर के बोला कितनी मोटी और माखन जैसी थाइस है तुम्हारी.

दिल कर रहा है खा जौन इन्हे. उसके बाद दीदी के गाल पे किस किया और फिर वो अपने रूम में जाने लगी तो स्कर्ट छोटी होने के कारण उनकी गोरी चिकनी गांद गड्रई हुई लग रही थी. दीदी की गांद भोथ गोरी और बड़ी थी. दोनो गांद के बीच की मोटी सी लाइन मुझे पागल कर रही थी.

मैं बस उसके झुकने का इंतेज़ार कर रहा था की जब वो झुकेगी तो उसकी गांद खुल जाएगी और लाइन दिखेगी क्यों की दीदी अब अपनी छूट शेव करने जा रही और उन्होने पनटी भी खोल दी थी.

दीदी ने अपना हाथ दोनो थाइस के बीच लेकर गयी और छूट छू कर देखेने लगी उसके बाद उन्होने वाहा क्रीम लगाया और शेविंग करने लगी और मई यह सब हॉल में बैठ कर देख रहा था.

शेविंग के बाद दीदी ग स्ट्रिंग वाली पनटी और त-शर्ट पहन कर बाहर आई. और सनडे था इसलिए घर को क्लीन करने लगी और मैं भी उनका हेल्प करने लगा. मैने नोटीस किया की दीदी सफाई करते टाइम नीचे झुक जाती थी.

इससे मुझे उनके जुवैसी बूब्स के दर्शन हो जाते थे. अब मैं दीदी को छोड़ने के बारे में सोचने लगा, पूरा दिन सॉफ सफाई के कारण हुमलोग तक गये थे और शाम भी हो गयी थी इसलिए रात का खाना खा कर सोने अगये.

मुझे नींद नही आ रही थी, रात के 2 बजे मैं उठा और मैने देखा दीदी सो रही है. मैने लाइट ओं करी और दीदी के कंबल को मैने हटता दिया, और अब मैं दीदी के बूब्स को देखने लग गया.

मैं उनके मोटे मोटे बूब्स को और उसकी गांद को देखने लगा, मैं उसके बूब्स और गांद को हल्के से प्रेस करने लगा. दीदी सो रही थी और अब मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था. मैने दीदी की शर्ट के उपेर से उनके बूब्स दबाने लगा.

कुछ टाइम के बाद मैने उसके बूब्स ब्रा से बाहर निकले और मैं उन्हे चूसने लगा. मैं उसके एक बूब्स को चूस रहा था, और दूसरे को प्रेस कर रहा था. तभी दीदी जाग गयी और मैं दर गया.

दीदी – ये तुम क्या कर रहे हो! पागल हो गये हो क्या?

मे – दीदी आपके बूब्स बोहोट जुवैसी है, प्लीज़ मुझे इन्हे चूसने दो ना.

दीदी – तुम पागल हो गये हो, तुम रूको मैं कल सब कुछ मम्मी पापा को बताती हूँ.

मे – तुम्ही तो कहती थी ना तुम्हे अपने ब्फ के साथ वाइल्ड सेक्स करना है. इसमें मैं तुम्हारी हेल्प कर सकता हूँ. क्यों ना हम गफ़ ब्फ बन जाए और एक दूसरे के नीड्स पूरे करे. तुम जैसे बोलॉगी मई वैसे छोड़ूँगा तुम्हे. ई लोवे योउ.

दीदी – ठीक है मैं किसी को नही बोलूँगी, पर तुम्हे मेरी एक बात मानी होगी.

मे – क्या?

दीदी – हुमलोग सेक्स सिर्फ़ तभी करेंगे जब मई तुम्हे करने दूँगी तुम मुझे फोर्स नही करोगे. बुत जब हम सेक्स करेंगे तो तुम मेरे साथ ज़बरदस्ती कर सकते हो और जैसे मॅन वैसे छोड़ सकते हो.

पहले मैं तोड़ा सोचा फिर मान गया. क्योंकि मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था. मैने दीदी को हग कर लिया.

अब मैं उन्हे किस करने लगा, और बीच बीच में उनके लिप्स को काट भी रहा था और वो चीखती थी. और उनकी गर्दन पर भी किस करने और काटने लगा. अब दीदी भी गरम हो रही थी, और वो भी मुझे ज़ोर से हग कर रही थी.

अब दीदी भी मेरा साथ दे रही थी मेरे लिप्स चूस कर. करीब 5 मिनिट तक हम ऐसे ही किस करते रहे, और बीच बीच में मैं उन्हे धीरे धीरे थप्पड़ भी मार रहा था.

फिर मैने दीदी के कपड़े उतरने लगा. अब दीदी सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी, दीदी ने ब्लॅक कलर की ट्रॅन्स्परेंट ब्रा और तोंग वाली रेड पनटी पहन रखी थी. मैने अपने कपड़े भी उतरे और अब मैं सिर्फ़ अंडरवेर मे था.

मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था, और दीदी अंडरवेर मे मेरे लंड को देखने लगी. फिर मैं दीदी के उपेर आ गया, मैं अब उनके बूब्स को ब्रा मे से दबाने और चूसने लगा.

फिर मैं उसकी पूरी बॉडी को चूसने लगा, और मैं उनकी छूट के पास आ गया. मैने देखा की दीदी की छूट पूरी गीली हो चुकी है, तो मैं उनकी पनटी के उपेर से ही उनकी छूट को चूसने लगा.

फिर मैने दीदी की ब्रा को खोला और मैं उनके 36 के बूब्स को नंगा काकरे चूसने और काटने लगा वो उफफफफ्फ़…… और इष्ह…… करके सिसकारियाँ ले रही थी. मैं पहली बार दीदी के नंगे बूब्स को देख रहा था, और मैं उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से थप्पड़ मारे जिससे वो लाल होगआय और दीदी दर्द से चीख उठी.

अब दीदी आ… अहः…. कर रही थी, फिर मैने दीदी की पनटी को निकाला और उनकी चिकनी छूट मेरे सामने आ गयी. उसने छूट के बाल को ट्राइंगल शेप में शेव किया था जिससे उसके छूट के लिप्स क्लीन शेव थी और उसके उपर घने काले बाल थे.

उसकी छूट पूरी गीली हो रखी थी और मैं उसकी छूट को चूसने और उसके छूट के बाल को खिचने लगा इससे उससे मज़ा और दर्द दोनो मिल रहा था.

दीदी ने अपने हाथ मेरे सर पर रखा और मेरे सर को अपनी छूट की तरफ दबा रही थी, और सिसीकिया ले रही थी. फिर मैने उनकी छूट मे पहले एक उंगली डाली और फिर मैने दूसरी उंगली डाल दी, अब उनकी छूट को उंगलियो से ही छोड़ रहा था.

मैं अब ज़ोर ज़ोर से उसकी छूट मे उंगलिया अंदर बाहर करने लगा, अब वो आहह…… अहः……. कर रही थी. कुछ देर बाद वो अकड़ गयी और मैं समझ गया इसका पानी निकालने वाला है. मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसका पानी निकल गया. फिर मैने उसकी छूट पे दो थप्पड़ मारे और अपने मूह से सॉफ किया, और उसकी छूट का सारा पानी पी लिया.

मे – दीदी अब मेरा लंड चूस लो. फिर मैने अपना लंड पकड़ कर उसके मूह मे डाल दिया.

और मैं बोला – दीदी पूरा अंदर लो ना.

दीदी – ये काफ़ी बड़ा है, मैने अभी तक इतना बड़ा लंड नही लिया है. इसे ले कर तो मैं मार ही ..

फिर . उसका सर पकड़ा और पूरा लंड उसके मूह मे डाल दिया, अब मैं उसका मूह छोड़ने लग गया. उसके . से . आने लगे थे और वो अपने . से मेरे गांद को . कर . लगी.

मैं उसके बालों को पीछे से . कर खड़ा था और उसके फेस पे धीरे धीरे थप्पड़ मार रहा था. . फेस लाल होगआया था. फिर मैने उसके बूब्स के बीच मे लंड रखा, और मैं उसके बूब्स को छोड़ने लग गया. करीब 10 मिनिट्स तक मैं उसके बूब्स को छोड़ता रहा.

दीदी – भाई अब कंट्रोल नही हो रहा है, अब दल दो अपना लंड मेरी छूट में और मुझे अपनी गफ़ . लो.

मे – नही पहले मैं तुम्हारी गांद मारूँगा.

दीदी – नही भाई, तुम्हारा लंड काफ़ी बड़ा है, ये मैं अपनी गांद मे नही ले पौँगी. ये तो मेरी गांद फाड़ देगा.

मे – दीदी प्लीज़ मारने दो ना, मुझे तुम्हारी गांद बोहोट अची लगती है.

दीदी – अछा ठीक है.

मे – ओके.

मैने दीदी को डॉगी बाँया और मैने दीदी की गांद पर थूक लगाया. फिर मैने अपना लंड उनकी गांद के छेड़ पर रखा और जोरदार ढाका मारा, मैने देखा मेरा तो आधा लंड दीदी की गांद मे चला गया था.

दीदी के मूह से चीख निकल गयी और वो रोने लगी मैने उसके बालों को पकड़ा और एक जोरदार ढाका मारा तो पूरा लंड दीदी की गांद मे चला गया. जिससे दीदी ज़ोर ज़ोर से रोने लगी.

दीदी – बाहर निकालो मेरी गांद फट गयी है, मैं मार जौंगी.

पर मैने अपना लंड बाहर नही निकाला, कुछ देर बाद मैं दीदी की गांद छोड़ने लगा. और ज़ोर ज़ोर से उनके गांद पे तपद भी मारे जा रहा था. दीदी की गांद वाइट से रेड होगआई थी पूरी. अब दीदी को भी मज़ा आ रहा था, और वो रोते हुए बोल रही थी – आ….. अहः….. फक मे आहह……..

ये सुन कर मुझे जोश आ गया, और मैं ज़ोर ज़ोर से दीदी की गांद मारने लग गया. 15 मिनिट की चुदाई के बाद मैने दीदी की गांद मे अपना सारा माल निकल दिया और मैं वहीं साइड मे बैठ गया.

दीदी की गांद की लाइन से मेरा वीर्या तपाक रहा था उनकी गांद का छेड़ फैल चुका था. दीदी उठ गयी और मेरा लंड वो फिर से चूसने लगी, कुछ टाइम में लंड फिर से खड़ा हो गया.

तो बे कौंतीनुएड…