चुदाई के मज़े के बाद हुआ ब्लॅकमेल

हेलो दोस्तों, मैं कारण आ गया एक नयी स्टोरी लेकर. उमीद है की ये स्टोरी भी आप सब को पसंद आएगी. ये कहानी है राणा की, जो की अपने दोस्त की गांद मारता है. मगर अकेला नही, बल्कि और तीनो के साथ मिल कर. ये कहानी सच में बहुत इंट्रेस्टिंग है. जब मैने सुना तो मेरा दिल किया की आप लोगों के आयेज इसको बतौ. तो चलिए शुरू करते है कहानी, राणा की ज़ुबानी-

हेलो, मैं राणा चौधरी, मैं हरयाणा के हिसार में रहने वाला हू. ये कहानी है टीन साल पुरानी, जब मैं ग्रॅजुयेशन के सेकेंड एअर में पढ़ता था. मेरा एक दोस्त था उसका नाम अमन था. मैं और अमन करीब 4 साल से दोस्त थे इसलिए हम बहुत क्लोज़ थे.

मैं सिर्फ़ उसका एक दोस्त ही नही बल्कि उसकी अंदर की ज़रूरत का भी ध्यान रखता था. मतलब अमन को लड़के पसंद थे, ये बात उसने मुझे खुद बताई थी, और वो मुझे देख कर अट्रॅक्ट होता था. क्यूंकी जिधर मैं चौड़ी च्चती, सिक्स पॅक एबेस, और बड़े डोले वाला हटता-कटता था, उधर अमन एक छुई-मुई काली की तरह दिखता था बिल्कुल पतला फिगर, और लाल होंठ, और सेक्सी कमर वाला.

अमन बहुत शर्मिला किस्म का लड़का था. उसे सब करना पसंद था, लेकिन वो डरता भी बहुत था. जब वो मुझसे बहुत क्लोज़ हुआ, तब जेया कर उसने मुझे बोला. मगर मैं पहले से ही जान गया था, की वो मुझे पसंद करता था. लेकिन मैं दोस्ती की रेखा तोड़ना नही चाहता था.

मगर जब वो सामने से बोला तब मैं टूट पड़ा और उसकी गांद फाड़ चुदाई कर दी. तब से हम कभी-कभी सेक्स करते रहते थे, और वो सिर्फ़ मेरे साथ ही सेक्स करता था.

मेरा सेमेस्टर का एग्ज़ॅम का टाइम टेबल आ चुका था. वैसे मैं बता डू की मैं पढ़ाई में बहुत अछा था. मगर मैं कम टाइम ही पढ़ता था, और उस कम टाइम में ही मैं सब कुछ याद कर लेता था. मेरे बुआ की सास की तेहरवी थी, तो मेरे मम्मी पापा और मेरे बड़े भाई को जाना था.

मेरा एग्ज़ॅम पास था, इसलिए मैं नही गया. मगर मेरा भाई मुझे अकेला नही छ्चोढना चाहता था. वैसे मैं बता डू की मेरे बड़ा भाई जोगे को बॉक्सिंग का शौक था. इसलिए वो मेरे से भी ज़्यादा हटता-कटता था. वो अपने एक दोस्त को घर में बुला लिया मेरे पे नज़र रखने के लिए की मैं पढ़ाई ठीक से कर रहा था की नही.

उसका दोस्त आ गया घर. उसका नाम था बाली. पहलवानो जैसी ही बॉडी थी उसकी भी, और वो दिखने में भी बहुत हॅंडसम था. वैसे तो हमारे हरयाणा में सब की बॉडी मस्क्युलर ही होती है.

बाली ने मुझपे पूरा दिन ध्यान रखा था. लेकिन मैने भी अपना एंजाय करने का बहाना ढूँढ ही लिया.

मैने अमन को बुला लिया रात में पढ़ाई करने के लिए. अमन आया तो बाली को देख कर वो शर्मा गया. बाली ने भी देखा मगर कुछ नही बोला, और जेया कर सोफे पे बैठ गया. फिर हम दोनो मेरे बेडरूम में आ गये पढ़ाई करने के लिए.

जब रात के 11 बाज गये, तब मैने बाहर आ कर देखा तो बाली नही था. तो मैं समझ गया की अब रास्ता सॉफ था. तब मैं अमन के पास जेया कर बोला-

मे: अमन डार्लिंग, तो असली पढ़ाई शुरू करे?

अमन: कों सी पढ़ाई?

मे: लंड गांद की पढ़ाई.

अमन: लेकिन बाली भाई है ना बाहर.

मे: वो कमरे में चले गये, तो अब रास्ता सॉफ है.

ये बोल कर मैं चढ़ गया अमन पे. हम दोनो लीप किस करने लगे. फिर मैं उसके निपल को काटने लगा. उसके बाद हम दोनो पुर नंगे हो गये, और वो मेरा 7 इंच लंबा लंड मूह में लेकर चूसने लगा, और मैं सिसकारियाँ लेने लगा.

फिर वो बेड पे उल्टा लेट कर, अपनी गांद उठा कर मेरी तरफ मुड़ा. मैं समझ गया की वो लंड चाहता था अपनी गांद में.

फिर मैं तुरंत ही उसके उपर चढ़ गया, और अपना खड़ा लंड लेकर उसकी गांद में डाल कर छोड़ने लगा. जब चुदाई चल रही थी, तब हमारा आ उऊः ऊ फक ये सब आवाज़े निकल रही थी. बेड भी हिल रहा था. ऐसे ही हमारी चुदाई करीब आधे घंटे तक चलती रही. उसके बाद मैं उसकी गांद में ही झाड़ गया. फिर हम सो गये. उससे मेरे लंड की आदत थी, इसलिए वो भी आराम से सो गया.

सुबह उठ कर वो अपने घर चला गया, और मैं भी नहाने चली गयी. जब रेडी हो कर मैं किचन आ कर नाश्ता बनाने लगा. तब बाली भाई आए और डिन्नर टेबल पे बैठ गये.

मे: भाई आप लाते उठे.

बाली: हा, रात को नींद लेट हुई. तुम्हारी रात की पढ़ाई कैसी चली?

मे: ठीक ही हुई.

बाली: तुम दोनो कों सी पढ़ाई कर रहे थे जो बेड हिल रहा था?

मे: आक्च्युयली बेड नही बल्कि खिड़की खुली थी, तो हवा से हिल रही थी खिड़की.

बाली: अछा अब बताओ तुम दोनो की चुदाई कैसे हुई?

मे (चौंक कर): क्या!

बाली: मैने सब देखा है कैसे पढ़ाई के बहाने तुम पेल रहे थे अपने दोस्त को.

मे: नही भाई, आप कैसी बात कर रहे हो?

बाली: अछा तो ये वीडियो देखो. मैं बेड की आवाज़ आने पर कमरे के पास आया, तो देखा तुम छोड़ रहे थे. तो मैने वीडियो बना ली. अब बोलो.

मे: सॉरी भाई, ग़लती हो गयी मुझसे. प्लीज़ ये वीडियो किसी को मत दिखाओ, और मेरे भाई को मत बोलो

बाली: अर्रे टेन्षन मत ले, एक शर्त पे में नही बोलूँगा.

मे: क्या शर्त?

बाली: मुझे भी तेरे दोस्त को पेलना है. बहुत सेक्सी है तेरा दोस्त. बोलो मंज़ूर है?

मे: भाई मैं ट्राइ करूँगा. मगर वो नही माना तो प्लीज़ आप ये ज़िद छ्चोढ़ देना और डेलीट कर देना.

बाली: अगर नही माना तो तेरे भाई को भेज दूँगा. आख़िर मैं तुम्हारे उपर नज़र रखने ही तो आया हू.

अब तो मैं टेन्षन में आ गया था की कैसे बोलूँगा उसे. मगर बोलना तो पड़ेगा ही क्यूंकी हम दोनो का इज़्ज़त चली जाएगी. ऐसे ही रात हो गयी और अमन आया पढ़ने. बाली भाई वाहा सोफे पे ही बैठ कर मुझे इशारा देने लगे. मैने कमरे में जेया कर दरवाज़ा बंद कर दिया.

अमन: क्या हुआ, अभी तो वो बाहर है. अभी क्यूँ बंद किए?

मे: एक प्राब्लम हो गयी है अमन. कल हमारी चुदाई बाली भाई देख लिए, और वीडियो बना ली.

अमन (चौंक कर): क्या! अब क्या होगा?

मे: एक शर्त उनकी है, अगर मानेंगे तो वो वीडियो डेलीट कर देंगे.

अमन: क्या है बोलो?

मे: वो तुम्हे छोड़ना चाहते है. अगर तुम राज़ी हो तो वीडियो डेलीट हो जाएगी.

अमन कुछ टाइम सोचने के बाद हा बोल देता है, और हम दोनो बाहर जाते है.

मे: बाली भाई, अमन राज़ी है अब डेलीट कर दो.

बाली: अभी नही सेक्स होने के बाद करूँगा.

अमन: ओक, मगर हमारे साथ राणा भी रहेगा.

बाली: कोई ना, मुझे बस तुमसे मतलब है.

ये बोल कर तीनो चले जाते है कमरे में और बीच में अमन को बिता कर उसको किस करने लगते है. अमन अब मदहोश होने लगता है. फिर तीनो नंगे होते है. अमन जब बाली का 7 इंच वाला मगर मोटा काला लंड देखता है, उसके तो मूह से आवाज़ आती है वाउ.

अब आयेज क्या होता है, ये जाँएंगे अगले पार्ट में. अगर कहानी अची लगी तो मेरी ई’द महरकरण64@गमाल.कॉम पर अपने कॉमेंट भेजे. धन्यवाद