दारू पी कर दोस्त ने दोस्त की गांद फादी

हेलो दोस्तों, मैं कारण फिरसे आ गया एक सेक्सी गे कहानी लेकर. मेरी पिछली कहानियों को अपना प्यार देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. उमीद करता हू की ये कहानी भी आपके दिल को च्छुएगी. ये कहानी है व्योम की, जो अपने ही स्ट्रेट फ्रेंड की गांद मारता है नशे में. तो चलिए कहानी में चलते है.

व्योम की उमर है 27 साल. गातीला बदन, रंग सावला, और हाइट होगी 5’7″ फीट. व्योम बाइसेक्षुयल है, इसीलिए वो लड़का और लड़की दोनो को छोड़ता है. लेकिन उसकी सेक्षुवालिटी किसी को भी नही पता था. व्योम को जब भी मौका मिलता किसी लड़के की गांद फाड़ने का, तो वो बिना देरी किए छोड़ना शुरू कर देता था. इसीलिए उसे गांद मारने का एक नशा चढ़ गया था.

व्योम का एक फ्रेंड था, जिसका नाम था पीयूष. पीयूष दिखने में काफ़ी हॅंडसम था, और वो थोड़ी मॉडेलिंग भी करता था. वो मॉडेलिंग प्रोफेशन की वजह से वो खुद को मेनटेन हमेशा रखता था, और इसी वजह से उसकी गांद थोड़ी ज़्यादा फूली हुई थी.

व्योम का आँख हमेशा पीयूष की गांद की तरफ ही रहती थी. लेकिन पीयूष स्ट्रेट था, और उसकी गर्लफ्रेंड भी थी. इसलिए व्योम को कभी मौका ही नही मिला था उसकी गांद मारने का. वैसे तो व्योम भी पीयूष को सिर्फ़ दोस्त मानता था. लेकिन उसकी गांद एक बार मारना चाहता था. ये मौका उसको एक दिन मिल ही गया.

व्योम और पीयूष का म्यूचुयल फ्रेंड था रोहित. उसकी एंगेज्मेंट फिक्स हो गयी थी, तो उसने उन दोनो को बुलाया था. रोहित का घर दूसरे शहर में था, इसलिए वो दोनो एंगेज्मेंट वाले दिन सुबा ही ट्रेन में चढ़ गये. सिर्फ़ 2 घंटे का था सफ़र, इसलिए वो जनरल डिब्बे में ही जेया कर बैठ गये.

अगला स्टेशन आने पर भीड़ बढ़ गयी डिब्बे में. एक बुद्धा आदमी आ कर खड़ा हो गया उनके पास. पीयूष तभी खड़ा हो गया और अपनी सीट उस आदमी को दे दी. पीयूष के खड़े होने की वजह से उसकी गांद खींच रही थी व्योम की आँखों को. तो व्योम भी खड़ा हो गया और पीयूष के पीछे चला गया.

भीड़ होने के वजह से व्योम का बदन पूरा चिपक गया था पीयूष के बदन से. इसलिए उसकी गांद को व्योम का लंड पूरा टच कर रहा था. इसका पूरा मज़ा ले रहा था व्योम.

देखते ही देखते उनका स्टेशन आ गया, और वो दोनो निकल गये टॅक्सी में बैठ कर रोहित के पास. पुर रास्ते में व्योम सिर्फ़ पीयूष की गांद के बारे में ही सोच रहा था. फिर वो चले गये रोहित के घर. और वो दोनो लग गये एंगेज्मेंट के इंतेज़ां में.

शाम को एंगेज्मेंट हो गयी, और खुशी में सभी दोस्तों ने दारू पीना स्टार्ट कर दिया. पीयूष बहुत दारू पी लिया था, की उसका चलना तक नही हो पा रहा था. पीयूष ने व्योम के उपर उल्टी कर दी. फिर व्योम उसे अपने कंधो की मदद देके कमरे में लाया और उसको बेड में पटक दिया.

सुबा ट्रेन में हुई बात की वजह से आज व्योम पूरा गरम हो चुका था, और अभी पीयूष पूरा नशे में था. इसलिए वो इसका फ़ायदा उठाने लग गया. पहले व्योम पीयूष का कपड़े उतारना लगा की तभी पीयूष बोला-

पीयूष: कों है बे भोंसड़ी के? मुझे नंगा क्यूँ कर रहा है बे?

व्योम: तेरी गांद मारने के लिए.

पीयूष: तू कों है बे बहनचोड़?

व्योम: जब गांद मारूँगा ना, तब पता चलेगा.

ये बोल के पीयूष को पूरा नंगा कर दिया. लेकिन पीयूष नशे में था, इसलिए वो सो गया. व्योम भी पूरा नंगा हो गया और उल्टी की वजह से उसका बदन गंदा हो गया था, इसलिए वो पहले नहा लिया. फिर नंगा ही आ गया पीयूष की बगल में. पीयूष की गोरी गांद देख कर ही उसका 8 इंच का लंड पूरा तंन कर खड़ा हो गया.

व्योम पहले पीयूष की गांद को हाथ से सहलाने लगा. फिर धीरे-धीरे अपना मूह उसकी गांद के उपर रख कर जीभ से चाटने लगा. फिर अपनी उंगली उसकी गांद में डालने लगा, की तभी पीयूष नशे में ही चिल्लाने लगा. ये देख कर व्योम रुक गया.

व्योम को लगा की शायद पीयूष उठ गया था. लेकिन पीयूष नशे में ही था. इसलिए व्योम और जोश में आ कर दो उंगली डालने लगा. उसके बाद उसने पीयूष के मूह में अपनी चड्डी डाल दी, और उसकी गांद में क्रीम लगा कर अपना लंड रगड़ने लगा.

फिर अपना थूक गांद में लगा कर लंड अंदर डालने लगा. उस वक़्त पीयूष का मूह पूरा लाल हो चुका था, और वो नशे में ही उछालने लगा. तभी व्योम ने गांद पे एक थप्पड़ मारा और ज़ोर से अपना लंड डाल दिया. पीयूष इतने नशे में हो कर भी चिल्ला रहा था. लेकिन व्योम आज एक जानवर बन गया था. और जानवर की तरह छोड़ने लगा. व्योम 8 इंच का मोटा लंड पूरा डाल रहा था.

पुर कमरे में व्योम की सिसकारियाँ गूँज रही थी. करीब 40 मिनिट छोड़ने के बाद व्योम का निकालने वाला था, और वो पानी बाहर निकाल दिया. पीयूष की गांद में से खून निकल रहा था. व्योम एक कपड़ा लेकर पीयूष की गांद को सॉफ किया, और फिर व्योम अपने कपड़े पहन लिया. उसने पीयूष को भी चड्डी पंत पहना दी, और सोफे पे जेया कर सो गया. इधर पीयूष भी चिल्लाना बंद करके सो गया.

फिर जब सुबा उठा व्योम, तो वो नींबू पानी लेकर पीयूष को उठाने लगा. पीयूष ठीक से बैठ भी नही पा रहा था. पीयूष की गांद बहुत दुख रही थी. जब वो बातरूम गया तो उसके अंडरवेर के पीछे पूरा खून लगा था.

पीयूष समझ गया की ये व्योम की वजह से ही हुआ था. फिर वो बाहर आ कर व्योम को पूछने लगा. व्योम पहले तो नही बोला, मगर बाद में नशे की वजह से शायद गांद मारी होगी ऐसा बोला. पीयूष बहुत गाली दिया, लेकिन नशे की हालत में शायद व्योम ने ऐसा किया होगा ये मान कर वो चुप हो गया.

व्योम पीयूष के लिए मेडिसिन ले आया, और मेडिसिन खा कर वो रेस्ट किया. फिर शाम को जब अछा लगा तब व्योम और पीयूष निकल गये. पीयूष सोच रहा था की जो भी व्योम ने किया था, चाहे जान-बूझ कर किया हो, या नशे में, लेकिन उसको मज़ा आ गया था.

पीयूष को क्या पता की व्योम जान-बूझ कर गांद मारा था. ऐसे सब करके व्योम अपनी इक्चा पूरी कर दिया गांद मार के पीयूष की. उधर पीयूष भी ये भूल गया. फिर व्योम और पीयूष पहले के जैसे ही बात करने लगे, और व्योम का पीयूष की गांद मारने का सपना पूरा हो गया. तो दोस्तों ये थी व्योम की सेक्सी कहानी.

अगर कहानी आपको अची लगी तो मेरी मैल ईद महरकरण64@गमाल.कॉम पर अपने कॉमेंट्स भेजे.