चाची और दो कज़िन्स को चोदा

मेरा नाम अरबाब है. मेरी आगे 22 साल है और आज मई आपको जो स्टोरी बताने जेया रहा हू, वो टीन साल पुरानी है. ये स्टोरी मेरी और मेरी चाची सोनिया की है. सोनिया मुझसे सिर्फ़ कई साल बड़ी थी. उनकी जब मेरे अंकल के साथ शादी हुई थी, तो वो उनसे काफ़ी छ्होटी थी.

सोनिया का फिगर हमेशा से कमाल का था. उनके बड़े-बड़े बूब्स और गोल मुलायम गांद जो देखता था, उसका लंड खड़ा हो जाता था. सोनिया का फिगर साइज़ 36″28″38 था.

मई छ्होटी उमर से ही अपने अंकल की फॅमिली के साथ रहता था. मेरे घर वाले अक्सर बिज़्नेस की वजह से ट्रॅवेल करते थे, इसलिए मुझे शुरू से ही अंकल के साथ रहना पड़ता था. सोनिया की 2 बेतिया थी और वो दोनो ही मुझसे छ्होटी थी.

उनका कोई बेटा नही था, इसलिए वो मुझे बेहद प्यार करती थी. अंकल भी फॅमिली बिज़्नेस मे थे, इसलिए वो भी मेरे घर वालो के साथ अक्सर मुल्क से बाहर होते थे. और घर पे बस मई, सोनिया और उसकी दो बेतिया होती थी. अब अंकल और मेरे घर वाले अक्सर मिलने आते थे और कुछ दिन रह कर वापस चले जाते थे. मेरा ख़याल हमेशा से ही सोनिया ने रखा है.

अब स्टोरी के मैं पार्ट की तरफ आता हू. मेरी दोनो कज़िन अक्सर अपने काम से काम रखती थी. इसलिए मेरा मोस्ट्ली वक़्त सोनिया के साथ ही गुज़रता था. अब बात उन दीनो की है, जब मई नया-नया जवान हो रहा था और 19 साल का हो गया था. अब मेरा लंड डेली सुबा को खड़ा हो जाता था.

पहले तो मुझे लगता था, की मुझे कोई बीमारी हो गयी है, क्यूकी घर मे किसी ने मुझे कुछ सिखाया नही था इस बारे मे. और सिखाता भी कों? घर मे थी ही सिर्फ़ लॅडीस. अक्सर नींद मे ही मेरी मूठ निकल जाती थी और अंडरवेर गंदा हो जाता था. अब मैने भी इस बारे मे किसी को कुछ नही बोला.

सोनिया जो की मेरे कपड़े धोती थी, उसने ये नोटीस कर लिया था, की अब मई जवान हो गया था. क्यूकी डेली मेरा अंडरवेर कम से गीला होता था. उसको भी इस बात की टेन्षन थी, की कोई मुझे इन सब चीज़ो के बारे मे बताए. लेकिन आख़िर कों बताता मुझे. इसलिए सोनिया ने मामला खुद अपने हाथो मे लेने का सोचा.

एक दिन सुबा को वो मेरे कमरे मे आई. मई उस वक़्त सो रहा था, लेकिन मेरा लंड जाग रहा था. फिर सोनिया ने मुझे उठाया. जब मैने देखा, की मेरा लंड टाइट था, तो शरम से मैने अपने उपर ब्लंकेट चढ़ा ली. सोनिया ने रूम लॉक किया और मुझे बोली-

सोनिया: तुमसे कुछ बात करनी है.

पहले तो मुझे लगा, की शायद मेरी स्कूल की लड़ाई के बारे मे बात होगी. लेकिन जब उसने बताया, की बात मेरी जवानी की है, तो मुझे शरम आने लगी. सोनिया ने मुझे सब कुछ बताया, की ये सब नॉर्मल है और जवानी मे ऐसा होता है.

मुझे काफ़ी चीज़े बताई सोनिया ने, मेरे बॉडी के चेंजस के बारे मे. सोनिया ने ब्लंकेट हटा दी और मुझे समझाने लगी. फिर सोनिया ने मुझे लंड को शांत करने के लिए मूठ के बारे मे बताया. लेकिन ये बात मेरे सिर के उपर से गयी.

सोनिया ये बात समझ गयी थी, इसलिए उसने मेरा अंडरवेर पकड़ कर नीचे कर दिया. मुझे तो बहुत शरम आ रही थी. लेकिन मुझसे ज़्यादा तो वो शर्मा रही थी. क्यूकी उसने जब मेरा लंड देखा, तो वो हैरान रह गयी. वो इसलिए हैरान थी, की उस उमर मे मेरा इतना बड़ा लंड था. मेरा लंड करीब 7.5 इंच का था और काफ़ी मोटा था.

असल मे अंकल के घर से बाहर रहने की वजह से, सोनिया ने कुछ ही बार सेक्स किया होगा. इसलिए मेरे लंड को देख कर उसके मूह मे पानी आ रहा था, क्यूकी मेरा लंड अंकल के लंड से काफ़ी बड़ा और मोटा था. खैर सोनिया ने अपने आप को कंट्रोल किया और मुझे समझाया, की मूठ कैसे मारते है.

सोनिया ने मेरा लंड पकड़ा और हाथ उपर-नीचे करने लगी. मुझे तो मज़ा आ रहा था और सोनिया भी नीचे से गीली हो रही थी. सोनिया का असल मक़सद सिर्फ़ मुझे सीखना था, लेकिन उससे रहा नही गया. मई तो मज़े मे था और आँखें बंद करके मज़े ले रहा था.

10 मिनिट के बाद, मेरे लंड से कम शूट करता हुआ निकला और सीधा सोनिया के मूह पर और चेस्ट पे गिर गया. मैने उससे माफी वग़ैरा माँगी, लेकिन उसने समझाया-

सोनिया: कोई बात नही, ऐसा होता है. डॉन’त वरी.

सोनिया ने मुझे बताया, की आइन्दा से मुझे ऐसे ही करना होगा, और फिर वो उठ कर चली गयी.

मई तो मज़े के बाद इतना तक गया था, की वापस से सो गया. लेकिन सोनिया बातरूम गयी और अब वो बिल्कुल गरम हो चुकी थी. सोनिया से कंट्रोल नही हुआ और उसने मेरा कम टेस्ट किया. फिर सोनिया ने अपनी ट्राउज़र मे हाथ डाल लिया और फिंगरिंग करने लगी.

इतनी गर्मी तो उसको शादी की रात भी नही चढ़ि होगी. फिर सोनिया ने अपनी छूट को शांत किया. उसको बुरा भी लगा, क्यूकी उसको अपने नेव्यू के बारे मे ऐसे ख़याल आ रहे थे.

अब हुआ यू, की उस दिन के बाद मैने काफ़ी दिन ट्राइ किया खुद मूठ मारने का. लेकिन जो मज़ा सोनिया के हाथो मे था, वो मुझे नही मिला. इसलिए काफ़ी दीनो बाद, मई सुबा को सोनिया के रूम मे गया. उसको मैने बोला-

मई: मेरी मूठ नही निकल रही है. प्लीज़ आप निकाल दो.

पहले तो उसने माना किया और बोला-

सोनिया: बच्चे तुझे ये खुद करना चाहिए.

लेकिन काफ़ी मिन्नटे करने के बाद, उसने हा कर ही दी. फिर सोनिया ने मेरी मूठ मारी. अगले दिन भी मई उसके पास गया, बल्कि ये सब कुछ महीने चलता रहा. सोनिया भी मेरी मूठ मारने के बाद खुद फिंगरिंग करके अपने आप को शांत करती थी. काफ़ी महीनो बाद अब सोनिया के हाथ से मुझे मज़ा नही आ रहा था.

एक दिन सुबा को वो मेरी मूठ मार रही थी. उसको कही जाना था, इसलिए वो चाहती थी, की मई जल्दी फारिघ् हो जौ. लेकिन मेरी मूठ ही नही निकल रही थी. आख़िर सोनिया ने बोला-

सोनिया: मेरे हाथ दर्द कर रहे है.

फिर सोनिया ने फिर मुझे आँखें बंद करने को बोला और तब तक ना खोलने को बोला, जब तक वो ना बोले. मैने वैसा ही किया. फिर मुझे अपने लंड पे कुछ गीला-गीला फील हुआ. ऐसा मज़ा तो मूठ मारने मे भी नही था.

फिर मैने मुश्किल से अपने आप को 10 मिनिट तक कंट्रोल किया. लेकिन उसके बाद मेरा निकालने वाला था. मैने आँखें खोली, तो सोनिया मेरा लंड आइस-क्रीम की तरह चूस रही थी. ये नज़ारा देख कर मेरा पानी सीधा उसके मूह मे शूट करने लगा.

कुछ सेकेंड मे उसका पूरा मूह मेरे कम से भर गया था. सोनिया से भी कंट्रोल ना हुआ और वो मेरा सारा पानी पी गयी. फिर मैने उससे पूछा-

मई: ये कैसे पी गयी?

लेकिन उसने हस्स कर बोला: इतना बुरा टेस्ट नही था, काफ़ी अछा था बल्कि.

मई अब उसको बता रहा था, की मुझे कितना मज़ा आया. उसके बाद सोनिया रूम से जाते-जाते बोली-

सोनिया: ये फिरसे नही होगा और मई किसी को ना बतौन. लेकिन ऐसा कहा होने वाला था. अगले दिन फिरसे वही हुआ, जो आप सोच रहे हो. सोनिया ने मेरा लंड चूसा और मेरा पानी पी गयी. उसकी छूट भी उससे बोल रही थी मेरा लंड लेने को. लेकिन वो अपने नेव्यू के साथ कैसे सेक्स कर सकती थी.

आहिस्ता-आहिस्ता सोनिया और मेरी क्लोज़्नेस बढ़ गयी. एक साल पहले उसने मुझे मूठ मारना सिखाया था. अब वो मुझे ब्लोवजोब्स देती थी और मुझे अपने बूब्स सक करने देती थी. मई उसकी छूट भी छाता करता था और फिंगरिंग भी करता था.

एक साल के अंदर इतना कुछ बदल गया, की मई उसको खुश करता था और वो मुझे. हम दोनो ने अभी तक सेक्स नही किया था. वो ज़्यादा से ज़्यादा मुझे अपनी टाँगो के बीच लंड रगड़ने देती थी. ये सब जो भी होता था, वो सब हम दोनो का सीक्रेट था.

अंकल और मेरी फॅमिली आई हुई थी, तो उन 2 हफ़्तो मे हमने कुछ नही किया. अब मई भी अंदर से फॅट रहा था और सोनिया भी. जिस दिन मेरी फॅमिली और अंकल वापस मुल्क से बाहर जाने वाले थे, उस दिन मैने देखा, की मेरी कज़िन्स भी तैयार होके बैठी है.

तब पता चला, की वो भी उनके साथ जेया रहे थे. इसका मतलब मई और सोनिया घर पे एक वीक के लिए अकेले थे. सोनिया ने मुझे देख के स्माइल की. जब सब चले गये, तो सोनिया अपने रूम मे चली गयी.

मई भी थोड़ी देर बाद उसके रूम मे गया. सोनिया के कपड़े ज़मीन पे पड़े थे और बातरूम मे शवर की आवाज़ आ रही थी. मैने देखा, की दरवाज़ा खुला था. फिर मैने अंदर देखा, तो शवर के नीचे सोनिया अपनी छूट मे फिंगरिंग कर रही थी.

मुझसे भी रहा ना गया और मई भी लंड निकाल के खड़ा हो गया. सोनिया ने मुझे देख के अंदर आने का सिग्नल दिया और मई कपड़े उतार कर उसके साथ शवर के नीचे खड़ा हो गया.

फिर सोनिया ने मेरा सिर पकड़ा और अपने बूब्स मे दबा दिया. मई भी उसके बूब्स मज़े से चूस रहा था. सोनिया मेरा हाथ अपनी छूट पे ले गयी और मुझसे फिंगरिंग करवाई. 10-15 मिनिट तक यही चलता रहा. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और बेड रूम मे ले गयी.

सोनिया वाहा टांगे खोल कर लेट गयी और मुझे छूट चाटने को बोला. मई अब कैसे रोकता अपने आप को. मई भी उसकी छूट पे जुंगली जानवर की तरह टूट पड़ा. सोनिया ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी और उसकी मोन की आवाज़ पुर घर मे गूँज रही थी.

सोनिया को मैने चाट कर फारिघ् किया और फिर उसने मेरा लंड पकड़ा और चूसने लगी. 10 मिनिट तक उसने मेरा लंड चूसा और फिर मुझे बेड पे सीधा लिटा दिया. वो मेरे उपर आई और लंड को अपनी छूट पे सेट किया. फिर वो आहिस्ता-आहिस्ता मेरे लंड पे बैठने लगी.

मेरा आधा लंड उसके अंदर गया, तो वो रुक गयी और बोलने लगी-

सोनिया: और अंदर नही जाएगा.

लेकिन मई ये सुनने को तैयार नही था. मैने उसकी वेस्ट पकड़ी और उपर की तरफ झकता दे दिया. मेरा पूरा लंड सोनिया की छूट मे घुस गया और वो ज़ोर से चीख पड़ी. मैने सोनिया को साइड पे फेंका और स्पीड से लंड अंदर-बाहर करने लगा.

मेरे अंदर तो जैसे कोई जानवर आ गया हो. सोनिया भी मोन्स कर रही थी और मुझे आराम से करने को बोल रही थी. लेकिन मई अब कहा रुकने वाला था.

10 मिनिट की स्पीड वाली चुदाई के बाद, सोनिया की टांगे काँपने लगी और वो चिल्ला कर बोली-

सोनिया: बस करो, वरना मई फिरसे फारिघ् हो जौंगी.

ये सुन कर मैने स्पीड और तेज़ की और कुछ मिनिट बाद वो फारिघ् हो गयी. मई भी फारिघ् होने वाला था और सोनिया ने मेरा लंड चूसना शुरू किया. 5 मिनिट बाद मई सोनिया के मूह मे फारिघ् हो गया और वो मेरा पूरा माल पी गयी.

सोनिया ने मुझे बड़े प्यार से किस किया और हग करके लेट गयी. हम दोनो वही सो गये. उठने के बाद, हमने फिरसे चुदाई की और फिरसे, और फिरसे चुदाई की. बल्कि वो पूरा वीक मैने सोनिया को एक रंडी की तरह इस्तेमाल किया.

सोनिया और मई सीक्रेट मे सेक्स करते थे. एक दिन सोनिया की बड़ी बेटी और मेरी कज़िन हीरा ने हमे देख लिया. अगले पार्ट मे बतौँगा, की कैसे हीरा ने मुझे चुदाई के लिए बोला और फिर मैने कैसे उसकी छ्होटी बेहन को भी छोड़ा.

इस बात को 5 साल हो गये है, और मई आज भी उस घर मे सबकी चुदाई करता हू. फीडबॅक के लिए मुझे [email protected] पे एमाइल करे.